वित्त मंत्रालय
सीजीएसटी दिल्ली दक्षिण आयुक्तालय ने लौह एवं इस्पात क्षेत्र में 47.12 करोड़ रुपये मूल्य के इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का धोखाधड़ी से लाभ उठाने वाले एक रैकेट का भंडाफोड़ किया; एक गिरफ्तार
Posted On:
04 AUG 2025 6:17PM by PIB Delhi
सीजीएसटी दिल्ली दक्षिण आयुक्तालय की कर चोरी निरोधक शाखा ने बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी से इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) प्राप्त करने वाले एक रैकेट का पर्दाफाश किया है, जिसमें नारायणा स्थित एक करदाता शामिल है जो लोहे और इस्पात की वस्तुओं का व्यापार करता है। यह मामला लगभग 261 करोड़ रु कर योग्य मूल्य के लिए, बिना किसी वास्तविक माल की आपूर्ति के, फर्जी चालान के आधार पर कुल 47.12 करोड़ रु का आईटीसी धोखाधड़ी से प्राप्त करने और उसे आगे बढ़ाने से संबंधित है।
कर चोरी निरोधक शाखा द्वारा प्राप्त विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर, एक संदिग्ध आपूर्ति श्रृंखला की जाँच शुरू की गई। जाँच से पता चला कि फर्म ने बिना किसी वास्तविक माल की आवाजाही के धोखाधड़ी से आईटीसी का लाभ उठाया और उसे आगे बढ़ाया। आगे की जाँच से पता चला कि फर्म ने रद्द और निलंबित जीएसटीआईएन से आईटीसी का लाभ उठाया था, जो सीजीएसटी अधिनियम 2017 के प्रावधानों का घोर उल्लंघन था।
सीजीएसटी अधिनियम, 2017 की धारा 67(2) के तहत की गई तलाशी के दौरान फर्म को उसके घोषित व्यावसायिक स्थान पर काम करते हुए नहीं पाया गया। मालिक को सीजीएसटी अधिनियम 2017 की धारा 132(1)(बी) और 132(1)(सी) के साथ धारा 69 के प्रावधानों के तहत 01.08.2025 को गिरफ्तार किया गया।
यह मामला सीजीएसटी दिल्ली दक्षिण आयुक्तालय द्वारा फर्जी आईटीसी नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए शुरू की गई व्यापक पहल का हिस्सा है, जो राजस्व में भारी गिरावट का कारण बनते हैं और निष्पक्ष बाजार प्रथाओं को कमजोर करते हैं। विभाग ऐसी धोखाधड़ी गतिविधियों की सक्रिय रूप से पहचान करने और उन्हें रोकने के लिए डेटा एनालिटिक्स और आपूर्ति श्रृंखला मानचित्रण उपकरणों का लाभ उठा रहा है।
***
पीके/केपी/केसी/पीएस/डीए
(Release ID: 2152300)