मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय
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केंद्रीय मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह ने आईजीओटी कर्मयोगी समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की; मिशन कर्मयोगी के तहत मत्स्य पालन क्षेत्र में डिजिटल कौशल विकास में तेजी देखी गई

Posted On: 01 AUG 2025 4:58PM by PIB Delhi

मत्स्य पालन विभाग के लिए आईजीओटी कर्मयोगी प्लेटफॉर्म पर समीक्षा बैठक 1 अगस्त 2025 को नई दिल्ली के कृषि भवन, में केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय और पंचायती राज मंत्रालय, श्री राजीव रंजन सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय और पंचायती राज मंत्रालय के राज्य मंत्री, प्रो. एस.पी. सिंह बघेल, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय और अल्पसंख्यक कार्य राज्य मंत्री, श्री जॉर्ज कुरियन, सचिव (मत्स्य पालन), डॉ. अभिलक्ष लिखी और विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।

मत्स्य पालन और मत्स्य विकास मंत्रालय के आर्थिक सलाहकार श्री अजय श्रीवास्तव ने एक विस्तृत प्रस्तुति दी। इसमें आईजीओटी कर्मयोगी प्लेटफॉर्म से सम्बंधित उपयोगकर्ता जुड़ाव, फीडबैक और प्लेटफॉर्म एनालिटिक्स के प्रमुख पहलुओं पर प्रकाश डाला गया। मिशन कर्मयोगी के तहत प्रमुख डिजिटल लर्निंग पहल के रूप में, यह प्लेटफॉर्म देश भर में मत्स्य कर्मियों की क्षमता निर्माण और कौशल बढ़ाने में एक परिवर्तनकारी भूमिका निभा रहा है। विभाग ने मुख्यालय स्तर पर 100 प्रतिशत और अधीनस्थ कार्यालयों में 85 प्रतिशत ऑनबोर्डिंग हासिल कर ली है। शेष लक्ष्य जल्द ही पूरा होने की उम्मीद है। केंद्रीय मंत्री ने अब तक हुई प्रगति की सराहना की और अधिकारियों को निर्देश दिया कि जल्द से जल्द पूर्ण कवरेज हासिल किया जाए। उन्होंने सत्र के दौरान प्राप्त फीडबैक का भी स्वागत किया और आश्वासन दिया कि प्रमुख सुझावों को माननीय प्रधान मंत्री के संज्ञान में लाया जाएगा। इसके अतिरिक्त, श्री राजीव रंजन सिंह ने निर्देश दिया कि बैठक के परिणाम पर एक विस्तृत नोट आवश्यक कार्रवाई के लिए कैबिनेट सचिवालय, क्षमता निर्माण आयोग (सीबीसी) और कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) के साथ साझा किया जाए। साझा शिक्षा के महत्व पर ज़ोर देते हुए, केंद्रीय मंत्री ने नियमित सहकर्मी संवाद के विचार की सराहना की और निर्देश दिया कि मासिक विभागीय ज्ञान-साझाकरण सत्रों को संस्थागत रूप दिया जाए। बैठक के दौरान, आईजीओटी प्लेटफ़ॉर्म के अंतर्गत प्रशिक्षण इको-सिस्टम को और मज़बूत करने के लिए महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि और सुझाव प्रस्तुत किए गए। प्रतिभागियों ने अधिक सहज और अनुकूल अनुभव सुनिश्चित करने के लिए आईजीओटी मोबाइल एप्लिकेशन की उपयोगिता में सुधार की सिफ़ारिश की। विशेष रूप से मत्स्य पालन और जलीय कृषि में उन्नत और तकनीकी मॉड्यूल को शामिल करने पर पाठ्यक्रमों की श्रृंखला का विस्तार करने पर ज़ोर दिया गया। व्यावहारिक शिक्षण परिणामों को बेहतर बनाने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रारूपों के सम्मिश्रण वाले एक हाइब्रिड शिक्षण मॉडल को अपनाने का भी प्रस्ताव रखा गया।

सचिव डॉ. अभिलक्ष लिखी ने एक चुस्त और प्रभावी कार्यबल के निर्माण में संरचित डिजिटल प्रशिक्षण के दीर्घकालिक लाभों पर ज़ोर दिया। प्रशिक्षण का व्यापक क्षेत्रीय प्रभाव सुनिश्चित करने के लिए इस बात पर बल दिया गया कि भविष्य के पाठ्यक्रमों के डिज़ाइन में निर्यातकों, सहकारी समितियों और मत्स्य पालन उद्यमों जैसे प्रमुख बाहरी हितधारकों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए। बैठक में आईजीओटी कर्मयोगी के माध्यम से डिजिटल शिक्षा को आगे बढ़ाने और भविष्य के अनुरूप, नागरिक और हितधारक-केंद्रित मत्स्य पालन प्रशासन के निर्माण के लिए विभाग की प्रतिबद्धता की पुष्टि की गई।

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पीके/एके/केसी/वीके/एसवी


(Release ID: 2151491)
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