कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय
मज़बूत उद्योग साझेदारी के साथ आईटीआई उन्नयन को गति देने के लिए एमएसडीई ने गुजरात में राज्य स्तरीय कार्यशाला आयोजित की
“आईटीआई उन्नयन केवल इमारतों के बारे में नहीं है, बल्कि यह आकांक्षाओं को उन्नत करने के बारे में है: सचिव, कौशल विकास मंत्रालय
Posted On:
24 JUL 2025 5:52PM by PIB Delhi
भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) ने भारत में व्यावसायिक प्रशिक्षण के बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण के निरंतर प्रयासों के तहत गुजरात सरकार के श्रम, कौशल विकास एवं रोज़गार विभाग के सहयोग से आईआईटी गांधीनगर परिसर में स्थित एनएएमटेक (NAMTECH) परिसर में राष्ट्रीय आईटीआई उन्नयन योजना पर एक राज्य स्तरीय कार्यशाला-सह-परामर्श सत्र का आयोजन किया।
यह कार्यशाला उद्योग और प्रशिक्षण जगत के प्रमुख हितधारकों के साथ सुनियोजित विचार-विमर्श शुरू करने का एक मंच बनी, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय आईटीआई उन्नयन योजना के सफल कार्यान्वयन हेतु अपेक्षाओं को संरेखित करना और सुझाव एकत्र करना था।
भारत के कौशल विकास पारिस्थितिकी तंत्र को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में उद्योग जगत की भागीदारी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के सचिव, श्री रजित पुन्हानी ने कहा, “आईटीआई उन्नयन योजना केवल भवनों के नवीनीकरण तक सीमित नहीं है, यह युवाओं की आकांक्षाओं के उन्नयन की योजना है। यह केंद्र, राज्य और उद्योग को एक सह-नेतृत्व मॉडल में जोड़ती है, जो प्रासंगिकता, गुणवत्ता और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को प्राथमिकता देता है। जब हम उद्योग को एक समान भागीदार के रूप में जोड़ते हैं, तो हम व्यावसायिक प्रशिक्षण के लिए एक ऐसा नया ब्लूप्रिंट बना रहे हैं जो मांग-आधारित, दूरदर्शी और भविष्य-उन्मुख हो। गुजरात की नेतृत्व भूमिका और इस मिशन के प्रति उसकी प्रतिबद्धता केंद्र-राज्य-उद्योग सहयोग की बदलावकारी क्षमता को दर्शाती है।”
इस कार्यशाला की एक प्रमुख झलक गुजरात की योजना के लिए अब तक की तैयारियों पर एक व्यापक स्थिति अद्यतन प्रस्तुत करना था। राज्य सरकार के अधिकारियों ने संभावित क्लस्टरों और पायलट प्रोजेक्ट्स के क्रियान्वयन की समयसीमा के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी दी।
भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय की अपर सचिव श्रीमती सोनल मिश्रा ने आईटीआई उन्नयन योजना को लेकर अहम जानकारियां साझा कीं। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत भारतभर में 1,000 आईटीआई संस्थानों का उन्नयन किया जाएगा, जो हब-एंड-स्पोक मॉडल के तहत संचालित होंगे। इस पूरी योजना पर ₹60,000 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है। श्रीमती मिश्रा ने कहा, "गुजरात इस बदलाव के लिए पायलट राज्य के रूप में नेतृत्व करेगा। हम फिलहाल एक परिणाम-आधारित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में हैं। उन्नत आईटीआई संस्थानों में उद्योग के अनुरूप पाठ्यक्रम, व्यावहारिक प्रशिक्षण, और मजबूत प्लेसमेंट कनेक्शन पर विशेष जोर दिया जाएगा, ताकि हर छात्र भविष्य की कार्यशक्ति के लिए पूरी तरह तैयार हो।"
गुजरात सरकार के श्रम, कौशल विकास और रोजगार विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. विनोद राव ने राज्य की कार्यबल विकास और आर्थिक प्रगति की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने कहा: "गुजरात का लक्ष्य है कि वह वर्ष 2030 तक एक ट्रिलियन डॉलर (1 लाख करोड़ डॉलर) की अर्थव्यवस्था बने। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अगले पांच वर्षों में हमें एक करोड़ अतिरिक्त लोगों को कार्यबल में शामिल करना होगा।" डॉ. राव ने महिला सशक्तिकरण को प्राथमिकता बताते हुए कहा: "हम कार्यबल में महिलाओं की भागीदारी को वर्तमान 42% से बढ़ाकर 75% तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस व्यापक परिवर्तन को आगे बढ़ाने के लिए राज्य का लक्ष्य है कि कौशल विकास, अपस्किलिंग और रिस्किलिंग पहलों में निजी क्षेत्र से ₹50,000 करोड़ का निवेश जुटाया जाए।"
कार्यशाला के आगे के सत्रों में पाठ्यक्रम के सह-निर्माण, उपकरणों के आधुनिकीकरण, सीएसआर और वित्तीय सहयोग, तथा मापनीय परिणाम मानकों की स्थापना के लिए उद्योग साझेदारी को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। उद्योग दृष्टिकोण सत्र में प्रमुख कंपनियों की सक्रिय भागीदारी देखी गई, जिसने कौशल विकास में साझा उत्तरदायित्व के महत्व को रेखांकित किया। इसमें आईटीआई प्रतिनिधियों द्वारा जमीनी स्तर की आवश्यकताओं, बुनियादी ढांचे की खामियों और प्रशिक्षण क्षमता में वृद्धि से जुड़ी जानकारियों को भी शामिल किया गया।
7 मई 2025 को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आईटीआई उन्नयन की राष्ट्रीय योजना को मंजूरी दी, जिसके तहत देशभर के 1,000 आईटीआई संस्थानों का अगले पाँच वर्षों में उन्नयन किया जाएगा। इस योजना के लिए ₹60,000 करोड़ का बजटीय प्रावधान रखा गया है। इसका उद्देश्य व्यावसायिक शिक्षा को वैश्विक गुणवत्ता मानकों, उन्नत शिक्षण पद्धतियों और वास्तविक उद्योग आवश्यकताओं के अनुरूप बनाना है।
इस योजना को त्रिपक्षीय मॉडल के माध्यम से वित्त पोषित किया जाएगा — ₹30,000 करोड़ केंद्र सरकार से, ₹20,000 करोड़ राज्य सरकारों से, और ₹10,000 करोड़ उद्योग क्षेत्र (सीएसआर सहित) से दिए जाएंगे। योजना के तहत देशभर के 1,000 आईटीआई का आधुनिकीकरण किया जाएगा, जिनमें 200 हब आईटीआई शामिल होंगे, जिनमें अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं, नवाचार केंद्र और ट्रेनिंग-ऑफ-ट्रेनर्स (टीओटी) सुविधाएं होंगी, और 800 स्पोक आईटीआई शामिल होंगे, जो व्यापक पहुंच और गुणवत्ता की समानता सुनिश्चित करेंगे। इसके अतिरिक्त, पाँच राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थानों को वैश्विक भागीदारों के सहयोग से राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र के रूप में उन्नत किया जाएगा, जो उच्च स्तरीय कौशल प्रशिक्षण, पाठ्यक्रम नवाचार और क्षमता निर्माण के केंद्र के रूप में कार्य करेंगे।
कार्यशाला में श्री नितिन सांगवान, निदेशक, रोजगार एवं प्रशिक्षण, गुजरात सरकार; श्री पी. स्वरूप, इंडस्ट्रीज़ कमिश्नर; श्रीमती प्रवीणा डी. के., उपाध्यक्ष एवं सीईओ, गुजरात इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (जीआईडीसी); और श्री के. जे. राठौड़, निदेशक, कौशल विकास एवं प्रबंध निदेशक, जीएसडीएम मौजूद रहे। इसके अतिरिक्त, कार्यशाला में डीईटी, जीएसडीएम, आरडीएसडीई के वरिष्ठ राज्य अधिकारियों, आईटीआई के प्राचार्यों, फोरमैन प्रशिक्षकों और पर्यवेक्षक प्रशिक्षकों ने भी हिस्सा लिया।
लिया, जिनमें शामिल थे: एनएएमटेक, अदाणी स्किल्स एंड एजुकेशन, अरविंद लिमिटेड, एशियन पेंट्स लिमिटेड, सेरा सैनिटरीवेयर लिमिटेड, डीएमजी मोरी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, फेस्टो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, फ्रोनियस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, ग्रासिम इंडस्ट्रीज (आदित्य बिड़ला इंसुलेटर की एक इकाई), होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, जेएसडब्ल्यू, एमजी मोटर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, माइक्रोन सेमीकंडक्टर, नायरा एनर्जी लिमिटेड, पिडिलाइट इंडस्ट्रीज लिमिटेड, पॉलीकैब इंडिया लिमिटेड, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, श्नाइडर इलेक्ट्रिक, टाटा केमिकल्स लिमिटेड (मीठापुर), टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड, टाटा मोटर्स, वेलस्पन लिविंग लिमिटेड और लार्सन एंड टुब्रो शामिल हैं।
इसके अलावा, प्रमुख संगठनों और उद्योग संघों जैसे- ज़ाइडस लाइफसाइंसेज लिमिटेड, हिताची हाई-रेल पावर इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड, एसर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, अमेरिकन वेल्डिंग सोसाइटी, फिक्की, जीआईडीसी लोधिका इंडस्ट्रियल एसोसिएशन, गुजरात चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई), सानंद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, द जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी), झगड़िया इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, टाटा आईआईएस, इंटरनेशनल ऑटोमोबाइल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, कौशल्या - द स्किल यूनिवर्सिटी ने भी इस आयोजन में सक्रिय रूप से भागीदारी की।


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