संस्कृति मंत्रालय
संग्रहालय क्षेत्र में नवीनतम प्रगति को लेकर संस्कृति मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय संग्रहालय में एक उच्च स्तरीय 'म्यूज़ियम राउंडटेबल'का आयोजन किया गया
Posted On:
24 JUL 2025 5:53PM by PIB Delhi
संग्रहालय क्षेत्र में हो रहे नवीनतम प्रगति को लेकर संस्कृति मंत्रालय ने 24 जुलाई 2025 को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय संग्रहालय में एक उच्च स्तरीय 'म्यूज़ियम राउंडटेबल' का आयोजन किया। यह आयोजन भारत और दुनिया भर के प्रतिष्ठित पेशेवरों के के लिए संवाद और सहयोग का एक जीवंत मंच बना।
इस राउंडटेबल में संग्रहालयों के भविष्य को आकार देने वाले तीन प्रमुख विषयों पर केंद्रित चर्चा हुई:
· संग्रहालयों में क्यूरेशन और प्रोग्रामिंग
· संग्रहालयों में डिज़ाइन का महत्व
· संग्रहालयों में उभरती प्रौद्योगिकियों का उपयोग
यह एक दिवसीय सम्मेलन राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के विशेषज्ञों और विचारकों की सक्रिय भागीदारी का साक्षी बना। इसमें समकालीन संग्रहालय प्रबंधन, नवाचारयुक्त डिज़ाइन विधियों, और अत्याधुनिक तकनीकों के संग्रहालय अनुभवों में समावेशन पर विचारों का समृद्ध आदान-प्रदान हुआ।
इस कार्यक्रम की शुरुआत संस्कृति मंत्रालय के सचिव के उद्घाटन भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने भारत में संग्रहालय प्रणाली के आधुनिकीकरण के लिए सरकार के दृष्टिकोण को साझा किया। उन्होंने पारंपरिक धरोहर संरक्षण और संग्रहालय पारिस्थितिकी तंत्र के आधुनिकीकरण के समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया और इस क्षेत्र में बदलावकारी परिणामों के लिए सहयोग की भूमिका को रेखांकित किया।
राउंडटेबल के दौरान गहन चर्चाएं और संवाद सत्र आयोजित किए गए, जिनका उद्देश्य था:
· भारतीय और वैश्विक संग्रहालय समुदायों के प्रमुख हितधारकों के बीच जुड़ाव को बढ़ावा देना.
· संग्रहालयों में संरक्षण, डिजाइन और प्रौद्योगिकी पर उभरते वैश्विक दृष्टिकोणों का अन्वेषण करना.
· संस्थानों के बीच ज्ञान निर्माण और सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं के आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाना.
यह आयोजन संग्रहालय क्षेत्र में नवाचार, पेशेवर विकास और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने की संस्कृति मंत्रालय की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। इस अवसर ने नीति समर्थन और सहयोगात्मक हस्तक्षेप के लिए प्राथमिक क्षेत्रों की पहचान करने में मदद की, साथ ही क्यूरेटर, डिज़ाइनर, विद्वानों, टेक्नोलॉजिस्ट और सांस्कृतिक संस्थाओं के बीच तालमेल को सुदृढ़ किया।
मजबूत अंतरराष्ट्रीय भागीदारी के साथ यह राउंडटेबल वैश्विक विशेषज्ञता और स्थानीय आकांक्षाओं का एक अनोखा संगम बना, जिससे यह पुष्टि हुई कि भारत अपने संग्रहालयों को जीवंत, समावेशी और तकनीकी रूप से सशक्त सांस्कृतिक केंद्रों के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। मंत्रालय ने पुनः इस बात पर ज़ोर दिया कि भारत का लक्ष्य अतीत को संरक्षित करते हुए वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों को आकर्षित करने वाले टिकाऊ और भविष्य-उन्मुख संग्रहालयों को समर्थन देना है।
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