कृषि एवं किसान कल्‍याण मंत्रालय
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डिजिटल प्लेटफॉर्म कृषि योजनाओं में दक्षता एवं उत्तरदायित्व बढ़ा रहे हैं: डॉ. देवेश चतुर्वेदी, कृषि सचिव


केंद्रित प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) प्लेटफॉर्म संस्करण 2.0 और नमो ड्रोन दीदी योजना पर राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन

प्रविष्टि तिथि: 08 JUL 2025 5:30PM by PIB Delhi

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय (मशीनरी एवं प्रौद्योगिकी विभाग) ने आज नई दिल्ली में ऑनलाइन केंद्रीकृत प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) प्लेटफॉर्म संस्करण 2.0 और नमो ड्रोन दीदी योजना के कार्यान्वयन पर एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन किया।

इस कार्यक्रम में डॉ. देवेश चतुर्वेदी, सचिव, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, डॉ. प्रमोद कुमार मेहरदा, अपर सचिव और श्रीमती एस. रुक्मणी, संयुक्त सचिव (एम एंड टी) की गरिमामयी उपस्थिति देखी गयी। इस कार्यशाला में केंद्रीय मंत्रालयों, राज्य कृषि एवं ग्रामीण विकास विभागों और प्रमुख उर्वरक कंपनियों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। मंत्रालय के सचिव ने कार्यशाला का उद्घाटन किया और कृषि में ड्रोन का उपयोग करके मिट्टी एवं पौधों के पोषक तत्वों के विभिन्न रूपों के अनुप्रयोग के लिए फसल-विशिष्ट मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का अनावरण किया। ये एसओपी वैज्ञानिक मार्गदर्शन और पूरे देश में ड्रोन संचालन को एकरूपता प्रदान करेंगे।

अपने उद्घाटन भाषण में, डॉ. देवेश चतुर्वेदी सचिव, कृषि और कल्याण मंत्रालय ने कृषि योजनाओं में दक्षता एवं उत्तरदायित्व बढ़ाने में डिजिटल प्लेटफार्मों के महत्व पर बल दिया। उन्होंने बताया कि डीबीटी पोर्टल और नमो ड्रोन दीदी योजना के अंतर्गत ड्रोन पोर्टल के नए संस्करण का उद्देश्य एक मजबूत डिजिटल प्रणाली तैयार करना है जो पारदर्शिता लाता है और उचित व्यापार प्रथाओं को बढ़ावा देता है, जिससे प्रत्येक किसान को सब्सिडी के साथ मशीनें प्राप्त करने का एक उचित अवसर प्राप्त होता है। उन्होंने कृषि मशीनरी के महत्व को भी उजागर किया और देश के छोटे एवं सीमांत किसानों की समस्याओं का समाधान करने के लिए वितरण प्रणालियों में सुधार लाने की आवश्यकता पर बल दिया।

नमो ड्रोन दीदी योजना कृषि क्षेत्र की एक प्रमुख पहल है जिसका उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को कृषि उद्देश्यों के लिए ड्रोन का संचालन करने के लिए प्रशिक्षण प्रदान करना और उन्हें इससे सुसज्जित करना है, जैसे कि खाद और कीटनाशकों का छिड़काव करना आदि। नव विकसित ड्रोन पोर्टल, ड्रोन संचालन की मैपिंग एवं ट्रैकिंग, पायलट प्रशिक्षण एवं प्रमाणन प्रबंधन और व्यापक डैशबोर्ड के साथ सभी हितधारकों तक पहुंच की सुविधा प्रदान करेगा और उसे सभी राज्यों को उनकी समीक्षा करने के लिए भेजा गया है।

कार्यशाला में केंद्रीकृत डीबीटी प्लेटफॉर्म संस्करण 2.0 का लाइव प्रदर्शन और नए विकसित नामो ड्रोन दीदी पोर्टल को शामिल किया गया, जिससे राज्य नोडल अधिकारियों एवं हितधारकों को इसकी सुविधाओं, कार्यप्रवाहों एवं कार्यान्वयन प्रोटोकॉल को समझने में मदद मिल सके। उन्नत पोर्टल में बहुत सुधार किया गया है जिसका उद्देश्य कृषि मशीनीकरण उप-मिशन (एसएमएएम) के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने में किसानों के सामने आने वाली दीर्घकालिक चुनौतियों का समाधान करना है। महत्वपुर्ण चुनौतियों जैसे सब्सिडी में देरी, पारदर्शिता की कमी और मैनुअल अड़चनों आदि का नई उन्नत डीबीटी पोर्टल में समाधान किया गया है। खुली चर्चाओं ने राज्यों को फीडबैक प्रदान करने एवं कार्यान्वयन रणनीतियों को साझा करने के लिए एक मंच प्रदान किया है। विभिन्न राज्यों के राज्य नोडल अधिकारियों ने अपने उपयोगी फीडबैक, जमीनी अनुभव और अच्छी प्रथाओं को साझा किया है जो पोर्टल में सुधार एवं कृषि मशीनरी योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन का रोडमैप तैयार करने में मददगार साबित होंगे।

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