सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्‍वयन मंत्रालय
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“कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों से उत्पादन के मूल्य पर सांख्यिकीय रिपोर्ट (2011-12 से 2023-24)” जारी

Posted On: 27 JUN 2025 4:00PM by PIB Delhi

सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एमओएसपीआई) के तहत राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने आज कृषि और संबद्ध क्षेत्रों से उत्पादन के मूल्य पर सांख्यिकीय रिपोर्ट (2011-12 से 2023-24)” का वार्षिक प्रकाशन जारी किया। यह मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट (https://mospi.gov.in) पर उपलब्ध है।

यह वार्षिक रिपोर्ट एक व्यापक दस्तावेज है जिसमें 2011-12 से 2023-24 तक कृषि और संबद्ध गतिविधियों से फसल, पशुधन, वानिकी और लॉगिंग तथा मत्स्य पालन और जलीय कृषि क्षेत्रों के उत्पादन मूल्यों पर वर्तमान और स्थिर (2011-12) दोनों मूल्यों पर विस्तृत तालिकाएं प्रदान की गई हैं। यह विस्तृत प्रकाशन 28 फरवरी 2025 को राष्ट्रीय लेखा सांख्यिकी के रूप में अखिल भारतीय स्तर पर प्रमुख समुच्चयों के जारी होने के बाद आया है।

मुख्य बातें:

1) वर्तमान मूल्यों पर कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों के सकल मूल्य संवर्धन (जीवीए) में लगभग 225 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जो 2011-12 में 1,502 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर 2023-24 में 4,878 हजार करोड़ रुपये हो गई।

2) स्थिर मूल्यों पर कृषि और संबद्ध क्षेत्र से उत्पादन का सकल मूल्य (जीवीओ) 2011-12 में 1,908 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर 2023-24 में 2,949 हजार करोड़ रुपये हो गया है, जो लगभग 54.6 प्रतिशत की समग्र वृद्धि को दर्शाता है।

स्थिर मूल्यों पर कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों के कुल जी.वी.ओ. में फसल, पशुधन, वानिकी एवं मत्स्य पालन का हिस्सा (प्रतिशत)

  1. 1,595 हज़ार करोड़ के जीवीओ के साथ फसल क्षेत्र 2023-24 में 54.1 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के कुल जीवीओ (स्थिर मूल्यों पर) में सबसे बड़ा योगदानकर्ता बना हुआ है। 2023-24 में अनाज और फल एवं सब्ज़ियों का कुल मिलाकर कुल फसल जीवीओ में 52.5 प्रतिशत हिस्सा रहा।

2011-12 और 2023-24 में फसल क्षेत्र के जीवीओ में विभिन्न फसल समूहों की प्रतिशत हिस्सेदारी

(स्थिर मूल्यों पर)

 

 

नोट: अन्य में नील, रंग और टैनिंग सामग्री, ड्रग्स और नारकोटिक्स, फूलों की खेती और किचन गार्डन शामिल हैं

 

  1. अनाजों में से केवल धान और गेहूं ही 2023-24 में सभी अनाजों के जी.वी.ओ. (स्थिर मूल्यों पर) का लगभग 85 प्रतिशत हिस्सा हैं।

 

2011-12 और 2023-24 में स्थिर मूल्यों पर शीर्ष 3 अनाजों की जीवीओ हिस्सेदारी

 

 

  1. पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, तेलंगाना और हरियाणा ने 2023-24 में अनाज के जीवीओ (स्थिर मूल्यों पर) में लगभग 53 प्रतिशत का योगदान दिया। कम हिस्सेदारी (2011-12 में 18.6 प्रतिशत से 2023-24 में 17.2 प्रतिशत) के साथ उत्तर प्रदेश शीर्ष स्थान पर बना हुआ है।

 

2011-12 और 2023-24 में स्थिर मूल्यों पर अनाज के जीवीओ में शीर्ष पांच राज्यों की हिस्सेदारी

 

 

  1. 2023-24 में फल समूह में केले (47.0 हजार करोड़) का स्थिर मूल्य जीवीओ आम (46.1 हजार करोड़) से आगे निकल गया है। 2011-12 से 2021-22 तक फल समूह में जीवीओ (स्थिर मूल्यों पर) में आम का लगातार सबसे अधिक योगदान रहा है।

 

  1. 2011-12 से 2023-24 के दौरान सब्जी समूह के जीवीओ (स्थिर मूल्यों पर) में आलू का योगदान सबसे अधिक रहा है। आलू का जीवीओ 2011-12 में 21.3 हजार करोड़ से बढ़कर 2023-24 में 37.2 हजार करोड़ हो गया है।

 

  1. फूलों की खेती में स्थिर मूल्यों पर जी.वी.ओ. में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है जो 2011-12 में 17.4 हजार करोड़ रुपये से लगभग दोगुना होकर 2023-24 में 28.1 हजार करोड़ रुपये हो गया। यह बागवानी में बढ़ती वाणिज्यिक रुचि और विविधीकरण को दर्शाता है।

 

9) 'फलों एवं सब्जियों' और पुष्पोत्पादन के लिए जी.वी.ओ. (स्थिर मूल्यों पर) में राज्यवार योगदान की संरचना में 2011-12 से 2023-24 तक उल्लेखनीय परिवर्तन आया है, जो उत्पादन गतिशीलता और क्षेत्रीय कृषि विकास में बदलाव का संकेत है।

 

2011-12 और 2023-24 में स्थिर मूल्यों पर फलों, सब्जियों और पुष्पोत्पादन के जीवीओ में शीर्ष पांच राज्यों की हिस्सेदारी

 

 

10) 2023-24 में 'मसालों' के जीवीओ में मध्य प्रदेश 19.2 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ इस समूह में शीर्ष योगदानकर्ता बन गया, जबकि कर्नाटक और गुजरात क्रमशः 16.6 प्रतिशत और 15.5 प्रतिशत के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।

 

2011-12 और 2023-24 में स्थिर मूल्यों पर मसालों के जीवीओ में शीर्ष पांच राज्यों की हिस्सेदारी

11) पशुधन उत्पादों का जीवीओ 2011-12 में 488 हजार करोड़ रुपये से बढ़कर 2023-24 में 919 हजार करोड़ रुपये हो गया है, जिससे यह कृषि और संबद्ध गतिविधियों के सबसे तेजी से बढ़ते घटकों में से एक बन गया है। 2023-24 में इस क्षेत्र में दूध का दबदबा बना रहा, हालांकि 2011-12 से 2023-24 के दौरान हिस्सेदारी 67.2 प्रतिशत से घटकर 65.9 प्रतिशत हो गई है। पशुधन क्षेत्र के कुल जीवीओ में मांस समूह की हिस्सेदारी (स्थिर मूल्यों पर) 2011-12 से 2023-24 के दौरान 19.7 प्रतिशत से बढ़कर 24.1 प्रतिशत हो गई।

12) 'वानिकी और लॉगिंग' क्षेत्र ने 2011-12 से 2023-24 के दौरान 149 हजार करोड़ रुपये से 227 हजार करोड़ रुपये तक मध्यम लेकिन लगातार वृद्धि दर्ज की है। औद्योगिक लकड़ी का मूल्य हिस्सा 2011-12 में 49.9 प्रतिशत से बढ़कर 2023-24 में 70.2 प्रतिशत हो गया।

13) भारत के कृषि जीवीए में 'मत्स्य पालन और जलीय कृषि' उप-क्षेत्र का महत्व लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसका योगदान 2011-12 में 4.2 प्रतिशत से बढ़कर 2023-24 में 7.0 प्रतिशत हो गया है। 2011-12 से 2023-24 के दौरान अंतर्देशीय मछली (नदी, झील, तालाब वाली मछलियां) का हिस्सा 57.7 प्रतिशत से घटकर 50.2 प्रतिशत हो गया है, जबकि 2011-12 से 2023-24 के दौरान समुद्री मछली का हिस्सा 42.3 प्रतिशत से बढ़कर 49.8 प्रतिशत हो गया है।

14) 2011-12 से 2022-23 की अवधि के दौरान दो प्रमुख योगदानकर्ता राज्यों पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में मत्स्य पालन में जीवीओ (स्थिर मूल्यों पर) में महत्वपूर्ण बदलाव देखा गया है।

2011-12 और 2023-24 में स्थिर मूल्यों पर जीवीओ मत्स्य पालन और जलीय कृषि में शीर्ष पांच राज्यों की हिस्सेदारी

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एमजी/केसी/एके/ओपी


(Release ID: 2140219)
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