सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय
आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) – मासिक बुलेटिन [मई 2025]
Posted On:
16 JUN 2025 4:54PM by PIB Delhi
मुख्य निष्कर्ष
- मई 2025 के दौरान 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के बीच वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) में श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर) 54.8 प्रतिशत थी, जबकि अप्रैल 2025 के दौरान यह दर 55.6 प्रतिशत थी। मई 2025 के दौरान समान आयु वर्ग के व्यक्तियों के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में एलएफपीआर 56.9 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में एलएफपीआर 50.4 प्रतिशत थी।
- मई, 2025 के दौरान ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के पुरुषों के लिए सीडब्ल्यूएस में एलएफपीआर क्रमशः 78.3 प्रतिशत और 75.1 प्रतिशत थी, जोकि अप्रैल, 2025 के दौरान ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों के लिए क्रमशः 79.0 प्रतिशत और 75.3 प्रतिशत के एलएफपीआर की तुलना में मामूली गिरावट को दर्शाती है।
- मई, 2025 के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु की महिलाओं के बीच एलएफपीआर 36.9 प्रतिशत थी।
- मई, 2025 के दौरान 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के बीच ग्रामीण क्षेत्रों में सीडब्ल्यूएस में श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर) 54.1 प्रतिशत था। मई 2025 में समान आयु वर्ग के व्यक्तियों के बीच शहरी क्षेत्रों में डब्ल्यूपीआर 46.9 प्रतिशत था और मई, 2025 के दौरान देश स्तर पर समग्र डब्ल्यूपीआर 51.7 प्रतिशत दर्ज किया गया, जबकि अप्रैल, 2025 के दौरान यह अनुपात 52.8 प्रतिशत दर्ज किया गया था।
- मई, 2025 में ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों के लिए 15 वर्ष और उससे अधिक आयु की महिलाओं के लिए डब्ल्यूपीआर क्रमशः 35.2 प्रतिशत और 23.0 प्रतिशत था और देश स्तर पर समान आयु वर्ग की महिलाओं के लिए समग्र डब्ल्यूपीआर 31.3 प्रतिशत दर्ज किया गया।
- मई, 2025 में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के बीच सीडब्ल्यूएस में बेरोजगारी दर (यूआर) अप्रैल, 2025 में दर्ज 5.1 प्रतिशत से बढ़कर 5.6 प्रतिशत हो गई है। मई, 2025 के दौरान देश स्तर पर 5.6 प्रतिशत के पुरुष यूआर की तुलना में महिला यूआर थोड़ी अधिक 5.8 प्रतिशत थी।
- मुख्य निष्कर्ष और सर्वेक्षण पद्धतियां अनुलग्नक I और II में दी गई हैं।
मई, 2025 के पीएलएफएस मासिक बुलेटिन के परिणामों से संबंधित संक्षिप्त जानकारी
- बढ़ती आवृत्ति और मौसमी परिवर्तनों के कारण मासिक पीएलएफएस अनुपात में परिवर्तन अपेक्षित है, लेकिन यह आवश्यक रूप से दीर्घकालिक रुझानों को प्रतिबिंबित नहीं करता है। यह मौसमी, शैक्षणिक और श्रम बाजार से संबंधित कारकों के संयोजन के कारण होगा।
- ग्रामीण क्षेत्रों में, रोज़गार प्राथमिक क्षेत्र (कृषि) से हटकर (अप्रैल में 45.9 प्रतिशत से घटकर मई 2025 में 43.5 प्रतिशत) द्वितीयक और सेवा क्षेत्रों में स्थानांतरित हो गया।
- महिला एलएफपीआर में गिरावट, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में (1 प्रतिशत से अधिक) क्योंकि अनियमित मजदूरों और अवैतनिक सहायकों के रूप में काम करने वाली महिलाओं की संख्या कम हो गई है।
- रबी की कटाई के मौसम की समाप्ति के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए कृषि गतिविधियों में कमी आई है, जिससे श्रमिकों की संख्या में कमी आई है।
- शहरी क्षेत्रों में परिवर्तन मामूली रहा, जहां स्वयं के खाते में काम करने वाले श्रमिकों और अनियमित मजदूरों की संख्या में मामूली गिरावट आई, जिससे कार्यबल की संख्या प्रभावित हुई।
- एलएफपीआर एवं डब्ल्यूपीआर में गिरावट तथा यूआर में वृद्धि मुख्य रूप से मौसमी कृषि पैटर्न और देश के कुछ भागों में मई में अनुभव किए जाने वाले उच्च ग्रीष्मकालीन तापमान, जिसके परिणामस्वरूप बाहरी शारीरिक कार्य तथा विशेष रूप से उच्च आय (शीर्ष 3 दशमलव) वाले ग्रामीण परिवारों में घरेलू कार्यों में संलग्न कुछ अवैतनिक सहायकों की आवाजाही सीमित हो गई, के कारण हुई।
अनुलग्नक - I
पीएलएफएस के मुख्य निष्कर्ष, मासिक बुलेटिन (मई 2025)
1: सीडब्ल्यूएस में श्रम बल भागीदारी दर (प्रतिशत में)
|
क्षेत्र
|
सर्वेक्षण माह
|
पुरूष
|
महिला
|
व्यक्ति
|
|
आयु वर्ग: 15-29 वर्ष
|
ग्रामीण
|
अप्रैल 2025
|
63.5
|
23.8
|
43.4
|
मई 2025
|
63.1
|
22.9
|
42.7
|
आयु वर्ग: 15 वर्ष और उससे अधिक
|
अप्रैल 2025
|
79.0
|
38.2
|
58.0
|
मई 2025
|
78.3
|
36.9
|
56.9
|
आयु वर्ग: सभी आयु
|
अप्रैल 2025
|
57.5
|
28.8
|
42.9
|
मई 2025
|
57.0
|
27.8
|
42.2
|
शहरी
|
आयु वर्ग: 15-29 वर्ष
|
अप्रैल 2025
|
59.1
|
21.5
|
41.2
|
मई 2025
|
58.6
|
21.3
|
40.8
|
आयु वर्ग: 15 वर्ष और उससे अधिक
|
अप्रैल 2025
|
75.3
|
25.7
|
50.7
|
मई 2025
|
75.1
|
25.3
|
50.4
|
आयु वर्ग: सभी आयु
|
अप्रैल 2025
|
58.5
|
20.5
|
39.9
|
मई 2025
|
58.5
|
20.2
|
39.7
|
ग्रामीण + शहरी
|
आयु वर्ग: 15-29 वर्ष
|
अप्रैल 2025
|
62.0
|
23.1
|
42.7
|
मई 2025
|
61.6
|
22.4
|
42.1
|
आयु वर्ग: 15 वर्ष और उससे अधिक
|
अप्रैल 2025
|
77.7
|
34.2
|
55.6
|
मई 2025
|
77.2
|
33.2
|
54.8
|
आयु वर्ग: सभी आयु
|
अप्रैल 2025
|
57.8
|
26.2
|
42.0
|
मई 2025
|
57.5
|
25.5
|
41.4
|
2: सीडब्ल्यूएस में श्रमिक जनसंख्या अनुपात (प्रतिशत में)
|
क्षेत्र
|
सर्वेक्षण माह
|
पुरूष
|
महिला
|
व्यक्ति
|
|
आयु वर्ग: 15-29 वर्ष
|
ग्रामीण
|
अप्रैल 2025
|
55.3
|
21.2
|
38.0
|
मई 2025
|
54.3
|
19.9
|
36.8
|
आयु वर्ग: 15 वर्ष और उससे अधिक
|
अप्रैल 2025
|
75.1
|
36.8
|
55.4
|
मई 2025
|
74.2
|
35.2
|
54.1
|
आयु वर्ग: सभी आयु
|
अप्रैल 2025
|
54.7
|
27.7
|
41.0
|
मई 2025
|
53.9
|
26.5
|
40.0
|
शहरी
|
आयु वर्ग: 15-29 वर्ष
|
अप्रैल 2025
|
50.2
|
16.4
|
34.1
|
मई 2025
|
49.4
|
16.1
|
33.5
|
आयु वर्ग: 15 वर्ष और उससे अधिक
|
अप्रैल 2025
|
71.0
|
23.5
|
47.4
|
मई 2025
|
70.5
|
23.0
|
46.9
|
आयु वर्ग: सभी आयु
|
अप्रैल 2025
|
55.1
|
18.7
|
37.3
|
मई 2025
|
54.9
|
18.3
|
36.9
|
ग्रामीण + शहरी
|
आयु वर्ग: 15-29 वर्ष
|
अप्रैल 2025
|
53.6
|
19.8
|
36.8
|
मई 2025
|
52.6
|
18.8
|
35.8
|
आयु वर्ग: 15 वर्ष और उससे अधिक
|
अप्रैल 2025
|
73.7
|
32.5
|
52.8
|
मई 2025
|
72.9
|
31.3
|
51.7
|
आयु वर्ग: सभी आयु
|
अप्रैल 2025
|
54.8
|
24.9
|
39.8
|
मई 2025
|
54.2
|
24.0
|
39.0
|
3: सीडब्ल्यूएस में बेरोजगारी दर (प्रतिशत में)
|
क्षेत्र
|
सर्वेक्षण माह
|
पुरूष
|
महिला
|
व्यक्ति
|
|
आयु वर्ग: 15-29 वर्ष
|
ग्रामीण
|
अप्रैल 2025
|
13.0
|
10.7
|
12.3
|
मई 2025
|
14.0
|
13.0
|
13.7
|
आयु वर्ग: 15 वर्ष और उससे अधिक
|
अप्रैल 2025
|
4.9
|
3.9
|
4.5
|
मई 2025
|
5.3
|
4.7
|
5.1
|
आयु वर्ग: सभी आयु
|
अप्रैल 2025
|
4.9
|
3.8
|
4.5
|
मई 2025
|
5.3
|
4.7
|
5.1
|
शहरी
|
आयु वर्ग: 15-29 वर्ष
|
अप्रैल 2025
|
15.0
|
23.7
|
17.2
|
मई 2025
|
15.8
|
24.4
|
17.9
|
आयु वर्ग: 15 वर्ष और उससे अधिक
|
अप्रैल 2025
|
5.8
|
8.7
|
6.5
|
मई 2025
|
6.2
|
9.1
|
6.9
|
आयु वर्ग: सभी आयु
|
अप्रैल 2025
|
5.8
|
8.7
|
6.5
|
मई 2025
|
6.2
|
9.1
|
6.9
|
ग्रामीण + शहरी
|
आयु वर्ग: 15-29 वर्ष
|
अप्रैल 2025
|
13.6
|
14.4
|
13.8
|
मई 2025
|
14.5
|
16.3
|
15.0
|
आयु वर्ग: 15 वर्ष और उससे अधिक
|
अप्रैल 2025
|
5.2
|
5.0
|
5.1
|
मई 2025
|
5.6
|
5.8
|
5.6
|
आयु वर्ग: सभी आयु
|
अप्रैल 2025
|
5.2
|
5.0
|
5.1
|
मई 2025
|
5.6
|
5.7
|
5.6
|
अनुलग्नक - II
A. भूमिका
बढ़ी हुई कवरेज के साथ उच्च आवृत्ति श्रम बल संकेतकों के निर्माण की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) की नमूना पद्धति को जनवरी 2025 से नया रूप दिया गया है। संशोधित पीएलएफएस डिजाइन में निम्नलिखित उद्देश्यों को पूरा करने की परिकल्पना की गई है:
- अखिल भारतीय स्तर पर वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के लिए मासिक आधार पर रोजगार और बेरोजगारी के प्रमुख संकेतकों (यानी श्रम बल भागीदारी दर, श्रमिक जनसंख्या अनुपात और बेरोजगारी दर) का अनुमान लगाना।
- पीएलएफएस के तिमाही परिणामों का कवरेज ग्रामीण क्षेत्रों तक विस्तारित करना और इस प्रकार वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) में भारत के ग्रामीण और शहरी दोनों भागों को कवर करते हुए तिमाही अनुमान तैयार करना।
- ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में सामान्य स्थिति (पीएस+एसएस) और सीडब्ल्यूएस दोनों में रोजगार और बेरोजगारी के महत्वपूर्ण संकेतकों का वार्षिक अनुमान लगाना।
मासिक परिणाम पीएलएफएस के मासिक बुलेटिन के रूप में जारी किए जाते हैं। अप्रैल, 2025 माह का मासिक बुलेटिन पहले ही जारी किया जा चुका है। मई, 2025 महीने का वर्तमान मासिक बुलेटिन मासिक बुलेटिनों की श्रृंखला में दूसरा है।
B. पीएलएफएस का नमूना डिजाइन
जनवरी, 2025 से ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लिए पीएलएफएस में एक रोटेशनल पैनल सैंपलिंग डिज़ाइन को अपनाया गया है। इस रोटेशनल पैनल योजना में, प्रत्येक चयनित घर का लगातार चार महीनों में चार बार दौरा किया जाता है - एक पहले दौरे के कार्यक्रम के साथ और अन्य तीन बार फिर से आने के कार्यक्रम के साथ। रोटेशन की योजना यह सुनिश्चित करती है कि पहले चरण की सैंपलिंग इकाइयों (एफएसयू) के 75 प्रतिशत हिस्से का लगातार दो महीनों के बीच मिलान हो।
C. नमूने का आकार
अखिल भारतीय स्तर पर, मई 2025 तिमाही के दौरान कुल 7,511 एफएसयू (ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 4,137 गणना वाले गांव या उप-इकाई और शहरी क्षेत्रों में 3,374 यूएफएस ब्लॉक या उप-इकाई) का सर्वेक्षण किया गया है। सर्वेक्षण किए गए परिवारों की संख्या 89,372 (ग्रामीण क्षेत्रों में 49,267 और शहरी क्षेत्रों में 40,105) थी और सर्वेक्षण किए गए व्यक्तियों की संख्या 3,79,600 (ग्रामीण क्षेत्रों में 2,16,542 और शहरी क्षेत्रों में 1,63,058) थी।
- त्रैमासिक बुलेटिन के लिए रोजगार और बेरोजगारी के प्रमुख संकेतकों का वैचारिक ढांचा: आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर), श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर), बेरोजगारी दर (यूआर), आदि जैसे रोजगार और बेरोजगारी के प्रमुख संकेतकों का अनुमान देता है। इन संकेतकों और 'वर्तमान साप्ताहिक स्थिति' को निम्नानुसार परिभाषित किया गया है:
- श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर): एलएफपीआर को कुल जनसंख्या में श्रम बल (यानी काम करने वाले, काम की तलाश करने वाले या काम के लिए उपलब्ध) में शामिल व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया जाता है।
- श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर): डब्ल्यूपीआर को कुल जनसंख्या में कार्यरत व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया जाता है।
- बेरोजगारी दर (यूआर): यूआर को श्रम बल में बेरोजगार व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया जाता है।
- वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस): सर्वेक्षण की तारीख से पहले के अंतिम 7 दिनों की संदर्भ अवधि के आधार पर निर्धारित गतिविधि की स्थिति को व्यक्ति की वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) के रूप में जाना जाता है।
मई 2025 माह का मासिक बुलेटिन मंत्रालय की वेबसाइट (https://mospi.gov.in) पर उपलब्ध है। मुख्य परिणाम संलग्न विवरण में दिए गए हैं।
D. पीएलएफएस के पहले जारी किए गए अनुमानों के साथ मासिक अनुमानों की तुलना
आवधिक श्रम सर्वेक्षण (पीएलएफएस) के नमूना डिजाइन को जनवरी 2025 से नया रूप दिया गया है। नमूना डिजाइन को नया रूप देने के हिस्से के रूप में ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के लिए मासिक रोटेशनल पैनल योजना लागू की गई है, जिसमें प्रत्येक चयनित घर का लगातार चार महीनों में चार बार दौरा किया जाता है - एक बार पहले दौरे के कार्यक्रम के साथ और अन्य तीन बार अगले तीन महीनों में फिर से आने के कार्यक्रम के साथ। पीएलएफएस में अपनाई जाने वाली बहुस्तरीय स्तरीकृत डिजाइन से संबंधित पहलुओं जैसे सर्वेक्षण की जाने वाली प्रथम चरण की इकाइयों (एफएसयू) का चयन, प्राथमिक भौगोलिक इकाई (यानी मूल स्तर) जिससे एफएसयू का चयन किया जाता है, एफएसयू पर लागू स्तरीकरण के नियम और एफएसयू के चयन के लिए नमूना चयन पद्धति को बदल दिया गया है। चयनित एफएसयू के भीतर सर्वेक्षण किए जाने वाले घरों की संख्या 8 से बढ़ाकर 12 कर दी गई है।
इसके अलावा, जांच की अनुसूची की संरचना में भी कुछ बदलाव किए गए हैं। पीएलएफएस के संशोधित नमूना डिजाइन और जांच की अनुसूची में किए गए बदलावों का विवरण पीएलएफएस की विज्ञप्ति में दिया गया है, जिसका शीर्षक है पीएलएफएस: 2025 में बदलाव। पीएलएफएस परिणामों के उपयोगकर्ताओं को पीएलएफएस के प्रकाशनों के माध्यम से दिसंबर, 2024 तक जारी किए गए अनुमानों के साथ पीएलएफएस परिणामों की तुलना करते समय जनवरी 2025 से पीएलएफएस में लागू किए गए बदलावों पर विचार करने की आवश्यकता है। इसलिए जनवरी 2025 के बाद के पीएलएफएस के परिणामों को उस संदर्भ में समझने और उपयोग करने की आवश्यकता है जिसके साथ पीएलएफएस की नमूना चयन पद्धति तैयार की गई है।
*****
एमजी / आरपीएम / केसी / आर / डीए
(Release ID: 2136802)