पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय
सीएक्यूएम, सीएसआईआर-सीआरआरआई, एसपीए ने शहरी सड़क पुनर्विकास के माध्यम से धूल प्रदूषण को कम करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया
विकास/ पुनर्विकास के पहले चरण में 09 अत्यधिक शहरीकरण/ औद्योगिकीकरण वाले एनसीआर के शहर, अर्थात् दिल्ली, फरीदाबाद, गुड़गांव, सोनीपत, गाज़ियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, भिवाड़ी और नीमराना शामिल होंगे
Posted On:
10 JUN 2025 7:44PM by PIB Delhi
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) की सड़कों पर धूल प्रदूषण से निपटने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, राष्ट्रीय राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और निकटवर्ती क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने आज सीएसआईआर-केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-सीआरआरआई) और नई दिल्ली के स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए) के साथ त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया। इस एमओयू का उद्देश्य दिल्ली-एनसीआर में धूल प्रदूषण में कमी लाने हेतु शहरी सड़कों के पुनर्विकास के लिए प्रभावी मानक संरचना का कार्यान्वयन सुनिश्चित करना है, जिसमें रास्तों एवं फुटपाथों को पक्का और हरा-भरा बनाना शामिल है।
त्रिपक्षीय एमओयू का उद्देश्य सीएसआईआर-सीआरआरआई और एसपीए द्वारा सीएक्यूएम में एक परियोजना निगरानी प्रकोष्ठ (पीएमसी) की स्थापना करना एवं उसके संचालन की सुविधा प्रदान करना है। पीएमसी एनसीआर राज्यों में रूपरेखा के चरणबद्ध कार्यान्वयन की निगरानी एवं समर्थन प्रदान करेगा जिससे रूपरेखा के व्यापक तत्वों के अनुरूप सड़कें विकसित/पुनर्विकसित की जा सकें।
पहले चरण में, आयोग ने एनसीआर राज्य सरकारों और जीएनसीटीडी के साथ उचित परामर्श किया और एनसीआर के नौ अत्यधिक शहरीकृत/ औद्योगिकीकरण वाले शहरों अर्थात् दिल्ली, फरीदाबाद, गुरुग्राम, सोनीपत, गाज़ियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, भिवाड़ी और नीमराना को शामिल किया है।
यह सहयोग सड़क मानकीकरण/इंजीनियरिंग, निर्माण एवं परिसंपत्ति प्रबंधन में सीएसआईआर-सीआरआरआई की विशेषज्ञता और इन सड़कों के साथ सतत शहरी नियोजन एवं हरित समाधान में एसपीए की विशेषज्ञता का लाभ उठाता है। मानक रूपरेखा में निम्न शामिल हैं:
- विभिन्न प्रकार की सड़कों के लिए क्रॉस सेक्शन डिजाइन और राइट ऑफ वे (आरओडब्ल्यू) की चौड़ाई,
- हरित उपायों के माध्यम से सड़क अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत सड़क की धूल को कम करना,
- प्रभावी सड़क रखरखाव प्रबंधन के लिए वेब-जीआईएस आधारित सड़क परिसंपत्ति प्रबंधन प्रणाली (आरएएमएस), और
- सड़क निर्माण एवं रखरखाव में नई प्रौद्योगिकियां अपनाना।
समझौता ज्ञापन के अंतर्गत, सीएसआईआर-सीआरआरआई और एसपीए सीएक्यूएम में स्थापित होने वाले पीएमसी को संस्थागत समर्थन एवं तकनीकी सहायता प्रदान करेंगे। सीआरआरआई और एसपीए सीएक्यूएम का समर्थन करेंगे, जिसमें पीएमसी की स्थापना में मार्गदर्शन प्रदान करना, इसके लिए उपयुक्त मानव संसाधन आवश्यकताओं का सुझाव देना और मानक संरचना पर सड़कों के विकास/पुनर्विकास की निगरानी के लिए नियुक्त संसाधनों को सहायता प्रदान करना शामिल है। विशिष्ट सड़क परियोजनाओं की डेटा-आधारित ट्रैकिंग एवं निगरानी सुनिश्चित करने के लिए एक समर्पित डैशबोर्ड भी बनाया जाएगा।
वैज्ञानिक डिजाइन, सतत हरियाली एवं आधुनिक प्रौद्योगिकियों के माध्यम से शहरी सड़कों में परिवर्तन लाना, सड़कों से धूल प्रदूषण को कम करना और क्षेत्र में वायु की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए प्रमुख दीर्घकालिक समाधानों में शामिल हैं।

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एमजी/आरपीएम/केसी/एके
(Release ID: 2135540)