सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्‍वयन मंत्रालय
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व्यापक मॉड्यूलर सर्वेक्षण के परिणाम: दूरसंचार, 2025


(जनवरी – मार्च, 2025)

Posted On: 29 MAY 2025 4:00PM by PIB Delhi

मुख्य बातें:

  • ग्रामीण क्षेत्रों में 15-29 वर्ष आयु वर्ग के लगभग 96.8 प्रतिशत लोगों ने पिछले तीन महीनों में व्यक्तिगत कॉल करने और/या इंटरनेट का उपयोग करने के लिए कम से कम एक बार मोबाइल फोन का उपयोग किया। शहरी क्षेत्रों में मोबाइल फोन का उपयोग 97.6 प्रतिशत होने का अनुमान है।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में 15-29 वर्ष आयु वर्ग के लगभग 95.5 प्रतिशत लोगों के पास स्मार्टफोन है, जबकि शहरी क्षेत्रों में लगभग 97.6 प्रतिशत लोगों के पास स्मार्टफोन है।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में 15-29 वर्ष आयु वर्ग के लगभग 92.7 प्रतिशत लोगों ने पिछले तीन महीनों के दौरान कम से कम एक बार इंटरनेट का उपयोग किया। जबकि शहरी क्षेत्रों में इसी आयु वर्ग के लगभग 95.7 प्रतिशत लोगों ने इंटरनेट का उपयोग किया।
  • 15-29 वर्ष आयु वर्ग के जिन व्यक्तियों ने ऑनलाइन बैंकिंग लेनदेन करने की क्षमता की सूचना दी, उनमें से लगभग 99.5 प्रतिशत व्यक्तियों ने यूपीआई के माध्यम से ऑनलाइन बैंकिंग लेनदेन करने की क्षमता होने की सूचना दी।
  • भारत में लगभग 85.5 प्रतिशत घरों में कम से कम एक स्मार्टफोन है।
  • भारत में लगभग 86.3 प्रतिशत घरों में घर के ही परिसर में इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध है।

15-29 वर्ष आयु वर्ग के व्यक्तियों में से लगभग 97.1 प्रतिशत लोगों ने सर्वेक्षण की तिथि से पिछले तीन महीनों के दौरान मोबाइल फोन (स्मार्टफोन सहित) का उपयोग करने की बात कही।

राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण (एनएसएस) के 80वें दौर के एक भाग के रूप में, व्यापक मॉड्यूलर सर्वेक्षण: दूरसंचार (सीएमएस: टी) जनवरी से मार्च, 2025 तक आयोजित किया गया था। यह पहल राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा अल्पकालिक, केंद्रित सर्वेक्षणों को लागू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह सर्वेक्षण भारत सरकार के संबंधित मंत्रालय/विभाग की आवश्यकताओं को पूरा करने के प्राथमिक उद्देश्य से किया गया था और सीएमएस: टी में किसी राज्य की भागीदारी नहीं थी। यह सर्वेक्षण एनएसएस के 80 वें दौर के चल रहे 'घरेलू सामाजिक उपभोग: स्वास्थ्य' सर्वेक्षण के साथ किया गया था। सर्वेक्षण में घरेलू और व्यक्तिगत दोनों स्तरों पर मोबाइल और इंटरनेट उपयोग के विभिन्‍न पहलुओं पर डेटा एकत्र किया गया। इसके अतिरिक्त, चयनित आईसीटी कौशल की जानकारी भी एकत्र की गई। इस सर्वेक्षण में सीएपीआई (कंप्यूटर सहायता प्राप्त व्यक्तिगत साक्षात्कार) के माध्यम से डेटा एकत्र किया गया था।

नमूना डिजाइन:

इस सर्वेक्षण में, दो चरण के स्तरीकृत नमूनाकरण डिजाइन का उपयोग किया गया था, जहां प्रथम चरण इकाइयाँ (एफएसयू) ग्रामीण क्षेत्रों में गांव/उप-इकाइयाँ/उप-विभाग थे और शहरी क्षेत्रों में शहरी फ़्रेम सर्वेक्षण (यूएफएस) ब्लॉक/उप-इकाइयाँ/उप-विभाग थे। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के जनसंख्या अनुमानों पर तकनीकी समूह की रिपोर्ट, 'भारत और राज्यों के लिए जनसंख्या अनुमान 2011-2036' से उपलब्ध 1 अक्टूबर 2024 तक अनुमानित जनसंख्या के आंकड़ों के अनुपात में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को एफएसयू आवंटित किए गए थे। दूसरे चरण की इकाइयाँ (एसएसयू) ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के घर थे। एफएसयू और एसएसयू का चयन प्रतिस्थापन के बिना सरल औचक नमूनाकरण (एसआरएसडब्‍ल्‍यूओआर) का उपयोग करके किया गया था।

सर्वेक्षण कवरेज:

सर्वेक्षण में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ गांवों को छोड़कर पूरे भारत संघ को शामिल किया गया, जहां पहुंचना मुश्किल था। अखिल भारतीय स्तर पर, सर्वेक्षण की गई प्रथम चरण इकाइयों (एफएसयू) की कुल संख्या 4,382 थी (ग्रामीण क्षेत्रों में 2,395 और शहरी क्षेत्रों में 1,987)। सर्वेक्षण किए गए परिवारों की कुल संख्या 34,950 थी (ग्रामीण क्षेत्रों में 19,071 और शहरी क्षेत्रों में 15,879) और कुल गणना किए गए व्यक्तियों की संख्या 1,42,065 थी (ग्रामीण क्षेत्रों में 82,573 और शहरी क्षेत्रों में 59,492)

महत्वपूर्ण चेतावनी:

ग्रामीण क्षेत्रों में 15-29 वर्ष आयु वर्ग के लगभग 92.7 प्रतिशत लोगों ने सर्वेक्षण की तिथि से पहले पिछले तीन महीनों के दौरान इंटरनेट का उपयोग किया। शहरी क्षेत्रों में इसी आयु वर्ग में इंटरनेट का उपयोग अनुमानित 95.7 प्रतिशत है।

सीएमएस: टी का प्राथमिक उद्देश्य दूरसंचार और आईसीटी कौशल से संबंधित संकेतकों के राष्ट्रीय स्तर के अनुमान तैयार करना था। हालांकि, उपलब्ध नमूना अवलोकनों के आधार पर राज्य-स्तरीय अनुमान तैयार किए गए हैं और इस रिपोर्ट में प्रस्तुत किए गए हैं। इसलिए, उपयोगकर्ताओं को डोमेन में संबंधित नमूना आकार और सापेक्ष मानक त्रुटि (आरएसई) पर सावधानीपूर्वक विचार करते हुए उप-राष्ट्रीय स्तर पर सर्वेक्षण परिणामों की व्याख्या करनी चाहिए। आईसीटी कौशल के निष्पादन/प्रदर्शन करने की क्षमता के बारे में जानकारी केवल सूचनादाता की रिपोर्टिंग के आधार पर एकत्र की गई थी। इस जानकारी को इकट्ठा करते समय, सूचनादाताओं के आईसीटी कौशल का कोई परीक्षण नहीं किया गया था। इसके अतिरिक्‍त, ऑनलाइन खरीद पर एकत्र की गई जानकारी के संदर्भ में, केवल वस्तुओं को ही ध्यान में रखा गया है, जबकि सेवाओं को बाहर रखा गया है।

यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सर्वेक्षण-आधारित अनुमानित योगों का उपयोग केवल दरों और अनुपातों की गणना के लिए किया गया था। इन योगों का उद्देश्य निश्चित जनसंख्या-स्तर की गणना के रूप में कार्य करना नहीं है। इसलिए, इन योगों का उपयोग सीधे अनुमानों की व्याख्या करने या बहिर्वेशन (एक्सट्रपोलेशन) के लिए करने से भ्रामक निष्कर्ष निकल सकते हैं और इसकी अनुशंसा नहीं की जाती है। डेटा के उपयोगकर्ताओं से अनुरोध है कि वे इन सांख्यिकीय सीमाओं पर उचित विचार करते हुए निष्कर्षों की व्याख्या करें।

सर्वेक्षण के प्रमुख निष्कर्ष:

i. मोबाइल टेलीफोन का उपयोग:

सीएमएस: टी में, एक व्यक्ति को 'मोबाइल फोन (स्मार्टफोन और स्मार्टफोन के अलावा अन्य मोबाइल फोन) का उपयोग करने वाला' माना जाता था, अगर उसने सर्वेक्षण की तारीख से पहले पिछले तीन महीनों के दौरान कम से कम एक बार व्यक्तिगत कॉल करने और/या इंटरनेट एक्सेस करने के उद्देश्य से इसका इस्तेमाल किया हो। 15-29 वर्ष की आयु के युवाओं में, लगभग 97.1 प्रतिशत ने पिछले तीन महीनों में मोबाइल फोन का उपयोग करने की सूचना दी। एनएसएस 79वें दौर के हिस्से के रूप में आयोजित व्यापक वार्षिक मॉड्यूलर सर्वेक्षण (सीएएमएस), 2022-23 के निष्कर्षों के अनुसार, इस आयु वर्ग के लिए संबंधित आंकड़ा 94.2 [1] प्रतिशत अनुमानित किया गया था। 15-29 वर्ष की आयु के व्यक्तियों के मोबाइल का उपयोग करने वाले प्रतिशत का जेंडर-क्षेत्रवार तुलनात्मक अनुमान चित्र 1 में दिखाया गया है।

  1. मोबाइल स्वामित्व:

ग्रामीण क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग के लगभग 79.2 प्रतिशत पुरुषों और 75.6 प्रतिशत महिलाओं के पास स्मार्टफोन है, वहीं शहरी क्षेत्रों में इसी आयु वर्ग के पुरुषों और महिलाओं के लिए यह प्रतिशत क्रमशः लगभग 89.4 और 86.2 प्रतिशत है।

इस सर्वेक्षण में, मोबाइल फोन स्वामित्व को व्यक्तिगत उपयोग के लिए सक्रिय सिम कार्ड वाले डिवाइस के रूप में परिभाषित किया गया था, जिसमें नियोक्ता द्वारा प्रदान किए गए फोन और उपयोगकर्ता के नाम पर पंजीकृत नहीं किए गए फोन शामिल हैं। केवल एक सिम कार्ड वाले व्यक्तियों को बाहर रखा गया था। स्वामित्व का निर्धारण करते समय, एकल मोबाइल फोन के संयुक्त स्वामित्व पर विचार नहीं किया जाता है; ऐसे मामलों में, स्वामित्व का निर्धारण बहुमत उपयोग मानदंड के आधार पर किया जाता है। अखिल भारतीय स्तर पर, 15-29 वर्ष की आयु वर्ग में, लगभग 73.4 प्रतिशत व्यक्तियों के पास मोबाइल फोन है। 15-29 वर्ष की आयु वर्ग के व्यक्तियों के लिए मोबाइल स्वामित्व के जेंडर-क्षेत्रवार अनुमान चित्र 2 में दिखाए गए हैं।

  1. इंटरनेट का उपयोग:

सर्वेक्षण में, किसी व्यक्ति को 'इंटरनेट का उपयोग करने वाला' माना गया, यदि उसने पिछले 3 महीनों के दौरान किसी भी स्थान से, किसी भी उद्देश्य के लिए और किसी भी प्रकार के उपकरण (जैसे मोबाइल, डेस्कटॉप, लैपटॉप, टैबलेट, आदि) का उपयोग करके कम से कम एक बार इंटरनेट का उपयोग किया हो। 15-29 वर्ष की आयु वर्ग में, लगभग 94.3 प्रतिशत व्यक्तियों ने सर्वेक्षण की तिथि से पहले पिछले 3 महीनों के दौरान कम से कम एक बार इंटरनेट का उपयोग किया। 15-29 वर्ष की आयु वर्ग में इंटरनेट का उपयोग करने वाले व्यक्तियों के प्रतिशत के लिए सीएएमएस, 2022-23 के साथ जेंडर-क्षेत्रवार तुलनात्मक अनुमान चित्र 3 में दिखाए गए हैं।

(iv) संलग्न फाइलों के साथ संदेश भेजे

सर्वेक्षण की तिथि से पहले के पिछले तीन महीनों के दौरान 15-29 वर्ष आयु वर्ग के लगभग 85.1 प्रतिशत व्यक्तियों ने मोबाइल या कंप्यूटर जैसे उपकरणों का उपयोग करके 'संदेश भेजने (जैसे, ई-मेल, संदेश सेवा, एसएमएस) को संलग्न फाइलों (जैसे, दस्तावेज, चित्र, वीडियो) के साथ भेजने' के कौशल की सूचना दी।

जबकि, 2022-23 के दौरान इसी आयु वर्ग के 77.7 प्रतिशत व्यक्तियों ने इस कौशल की सूचना दी (सीएएमएस, एनएसएस 79वां राउंड)। चित्र 4 में 2025 और 2022-23 के दौरान 15-29 वर्ष आयु वर्ग में आईसीटी कौशल प्रदर्शित करने वाले व्यक्तियों के प्रतिशत का जेंडर-क्षेत्रवार तुलनात्मक अनुमान दिया गया है।

 

 

संकेतक

ग्रामीण

शहरी

पुरुष

महिला

पुरुष

महिला

15-24 वर्ष

सर्वेक्षण तिथि से पहले पिछले तीन महीनों के दौरान मोबाइल का उपयोग करने वाले व्यक्तियों का प्रतिशत

98.0

95.7

97.6

96.9

कितने प्रतिशत लोगों के पास मोबाइल फोन है

74.8

51.7

82.7

69.5

सर्वेक्षण तिथि से पहले पिछले तीन महीनों के दौरान इंटरनेट का उपयोग करने वाले व्यक्तियों का प्रतिशत

95.7

91.1

97.0

95.0

सर्वेक्षण की तिथि से पहले पिछले तीन महीनों के दौरान संलग्न फाइलों के साथ संदेश भेजने वाले व्यक्तियों का प्रतिशत

87.7

80.4

91.9

87.7

15 वर्ष और

ऊपर

सर्वेक्षण तिथि से पहले पिछले तीन महीनों के दौरान मोबाइल का उपयोग करने वाले व्यक्तियों का प्रतिशत

89.5

76.3

95.0

86.8

कितने प्रतिशत लोगों के पास मोबाइल फोन है

80.7

48.4

90.0

71.8

सर्वेक्षण तिथि से पहले पिछले तीन महीनों के दौरान इंटरनेट का उपयोग करने वाले व्यक्तियों का प्रतिशत

72.1

57.6

85.5

74.0

सर्वेक्षण की तिथि से पहले पिछले तीन महीनों के दौरान संलग्न फाइलों के साथ संदेश भेजने वाले व्यक्तियों का प्रतिशत

67.2

50.9

79.1

65.8

परिवार संबंधी

कम से कम एक स्मार्टफोन रखने वाले परिवारों का प्रतिशत

82.1

91.3

कितने प्रतिशत परिवारों में घरेलू परिसर में इंटरनेट सुविधा उपलब्ध है

83.3

91.6

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एमजी/केसी/एसकेजे/एसएस

 


(Release ID: 2132403)
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