नागरिक उड्डयन मंत्रालय
केंद्रीय मंत्री राम मोहन नायडू ने विंग्स इंडिया 2026 के पूर्वावलोकन कार्यक्रम का उद्घाटन किया
देश तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाजार है और जल्दी ही तीसरा सबसे बड़ा समग्र हवाई यात्री बाजार बनने की ओर अग्रसर है: राम मोहन नायडू
Posted On:
23 MAY 2025 9:18PM by PIB Delhi
भारत सरकार के नागर विमानन मंत्रालय ने माननीय मंत्री श्री राम मोहन नायडू के नेतृत्व में फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के सहयोग से नई दिल्ली के होटल ताज पैलेस में एशिया के सबसे बड़े नागरिक उड्डयन कार्यक्रम विंग्स इंडिया 2026 के एक पूर्वावलोकन कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर माननीय नागर विमानन राज्य मंत्री श्री मुरलीधर मोहोल; नागर विमानन सचिव श्री समीर कुमार सिन्हा; भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री विपिन कुमार; बीसीएएस के महानिदेशक श्री राजेश निरवान; फिक्की नागर विमानन समिति के अध्यक्ष श्री रेमी मैलार्ड; फिक्की की महानिदेशक सुश्री ज्योति विज भी उपस्थित थीं।
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इस कार्यक्रम में विंग्स इंडिया 2026 की विवरणिका का विमोचन, प्रचार वीडियो का विमोचन और विंग्स इंडिया 2026 मोबाइल ऐप का आधिकारिक अनावरण भी किया गया। इसका उद्देश्य विश्व भर के हितधारकों की भागीदारी और सहभागिता को सुविधाजनक बनाना है।

अपने मुख्य भाषण में, भारत सरकार के माननीय केंद्रीय नागर विमानन मंत्री, श्री किंजरापु राममोहन नायडू ने भारत की उल्लेखनीय विमानन विकास यात्रा के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि देश तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाजार बन गया है और जल्दी ही तीसरा सबसे बड़ा समग्र हवाई यात्री बाजार बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार आधुनिकीकरण , भविष्य की तकनीकों को अपनाने और अंतिम-मील कनेक्टिविटी पर ध्यान केंद्रित करते हुए विकसित भारत @2047 की परिकल्पना को साकार करने के लिए एक स्पष्ट योजना के साथ काम कर रही है।

माननीय मंत्री राम मोहन नायडू ने विंग्स इंडिया 2026 की थीम-"भारतीय विमानन: भविष्य का मार्ग प्रशस्त करना- डिजाइन से लेकर नियोजन तक, विनिर्माण से लेकर रखरखाव तक, समावेशिता से लेकर नवाचार और सुरक्षा से लेकर स्थिरता तक" की भी घोषणा की। मंत्री ने अवसरों, निष्पक्ष नीतियों और ईमानदार भागीदारी से भरी असीमित संभावनाओं वाले वैश्विक विमानन के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई। माननीय मंत्री ने कहा, "मुझे विश्वास है कि विंग्स 2026 अपनी विरासत को आगे बढ़ाएगा जिसमें भारत और विश्व भर के उद्योग भागीदारों और विमानन उत्साही लोगों की और भी अधिक भागीदारी होगी। मैं विंग्स इंडिया 2026 को एक आयोजन से कहीं अधिक मानता हूं- यह एक परिकल्पना है, वैश्विक विमानन क्षेत्र में न केवल भाग लेने बल्कि इसका नेतृत्व करने की भारत की महत्वाकांक्षा की एक साहसिक घोषणा है।"
श्री मुरलीधर मोहोल, माननीय नागर विमानन राज्य मंत्री ने भारत की विमानन विकास की कहानी पर प्रकाश डाला। इस क्षेत्र में यह विकास न केवल राष्ट्रीय नीति से बल्कि देश भर के राज्यों की सक्रिय भागीदारी से हुआ है। राज्यों ने नए हवाई अड्डों को सक्षम करने से लेकर क्षेत्रीय एयरलाइनों को समर्थन देने तक, कनेक्टिविटी को मजबूत करने और स्थानीय आर्थिक क्षमता का प्रदर्शन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उड़ान योजना के तहत श्रेणी 2 और श्रेणी 3 शहर अब राष्ट्रीय विमानन ग्रिड का हिस्सा हैं। इससे पर्यटन, व्यापार और रोजगार को बढ़ावा मिल रहा है। मंत्रालय क्षेत्रीय समन्वय को बढ़ाने के लिए, राज्यों के लिए विचारों को साझा करने, स्थानीय चुनौतियों का समाधान करने और साझा लक्ष्यों पर एकजुट होने के लिए क्षेत्रीय मंत्रिस्तरीय सम्मेलनों की एक श्रृंखला का आयोजन कर रहा है। हम सब मिलकर सभी के लिए एक अधिक समावेशी और कनेक्टेड विमानन व्यवस्था का निर्माण कर रहे हैं।
नागर विमानन मंत्रालय के सचिव श्री समीर कुमार सिन्हा ने अपने विशेष संबोधन में भारतीय विमानन के भविष्य को आकार देने के लिए स्थिरता और नवाचार पर मंत्रालय के ध्यान के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि भारत अंतर्राष्ट्रीय जलवायु लक्ष्यों का समर्थन करते हुए सतत विमानन ईंधन (एसएएफ) में वैश्विक नेता के रूप में उभरने के लिए अच्छी स्थिति में है। उन्होंने यह भी कहा कि विंग्स इंडिया 2026 ड्रोन और ईवीटीओएल सहित उन्नत वायु गतिशीलता (एएएम) के लिए उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा जिससे शहरी और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी का एक नया युग प्रारम्भ होगा।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री विपिन कुमार ने स्वागत भाषण दिया और देश भर में हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे के विस्तार और हवाई नौपरिवहन सेवाओं को बढ़ाने में एएआई द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।
फिक्की नागर विमानन समिति के अध्यक्ष और एयरबस इंडिया एवम दक्षिण एशिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री रेमी मैलार्ड ने इस उद्योग में संभावनाओं के बारे में बात की और कहा कि भारत विश्व का अग्रणी विमानन बाजार बनने की राह पर अग्रसर है। उन्होंने इस क्षेत्र के भविष्य को आगे बढ़ाने के लिए नवाचार, स्थिरता और क्षमता निर्माण की आवश्यकता पर जोर दिया।
इस अवसर पर नागर विमानन मंत्रालय, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण और फिक्की के वरिष्ठ अधिकारी, राजनयिक प्रतिनिधि, वैश्विक विमानन उद्योग के अग्रणी और मीडिया के सदस्य उपस्थित थे।
28 से 31 जनवरी 2026 तक हैदराबाद के बेगमपेट विमान पत्तन पर आयोजित होने वाले विंग्स इंडिया 2026 में विश्व भर से एयरलाइंस, निर्माता, राज्य सरकारें, निवेशक, विमान पत्तन विकासकर्ता, कार्गो और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र के प्रमुख, एमआरओ, कौशल विकास एजेंसियां और वित्तीय संस्थान सहित प्रमुख हितधारक एक साथ आएंगे।
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एमजी/केसी/पीपी/एनके
(Release ID: 2130934)