संचार मंत्रालय
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ट्राई ने विश्व दूरसंचार एवं सूचना सोसायटी दिवस पर सार्वभौमिक एवं सार्थक कनेक्टिविटी पर संगोष्ठी का आयोजन किया ,  माननीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने  उद्घाटन किया

Posted On: 20 MAY 2025 6:58PM by PIB Delhi

नई दिल्ली में आज भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने अपने मुख्यालय में विश्व दूरसंचार एवं सूचना समाज दिवस (डब्ल्यूटीआईएसडी) मनाया। इस वर्ष इसका विषय- "सार्वभौमिक और सार्थक कनेक्टिविटी" (यूएमसी) पर केंद्रित था - जो सभी के लिए संचार सेवाओं तक समावेशी न्यायसंगत और टिकाऊ पहुंच सुनिश्चित करने के ट्राई के मिशन के अनुरूप था।

यूएमसी का उद्देश्य  केवल संचार नेटवर्क तक पहुंच प्रदान करना नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि यह आसानी उपलब्ध, सुलभ, प्रासंगिक और सस्ती हो जो डिजिटल अर्थव्यवस्था में  भागीदारी के लिए व्यक्तियों और समुदाय को  सक्षम बना सके

माननीय संचार मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया ।, संचार मंत्री (एमओसी) ने अपने संबोधन में देश भर में डिजिटल विभाजन को कम करने  और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में यूएमसी के  महत्व पर जोर दिया।

माननीय मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि प्रौद्योगिकी की दुनिया दूरसंचार की दुनिया के साथ गहराई से जुड़ गई है जहाँ दूरसंचार देश के डिजिटल परिवर्तन को शक्ति प्रदान करने वाले डिजिटल राजमार्ग के रूप में कार्य करता है। उन्होंने दूरसंचार क्रांति को आगे बढ़ाने में एक मार्गदर्शक शक्ति और नाविक के रूप में ट्राई की मौलिक भूमिका को स्वीकार किया।

अपने संबोधन में उन्होंने यूएमसी के छह प्रमुख स्तंभों वहनीयता, उपलब्धता, पहुंच, सेवा की गुणवत्ता (क्यूओएस), ऑनलाइन सुरक्षा और सुरक्षा, तथा प्रौद्योगिकी पर बल दिया  जिन्होंने भारत को डिजिटल क्षेत्र में वैश्विक नेता के रूप में स्थापित किया है।  उन्होंने आगे बताया कि भारत के दूरदराज और वंचित क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए भारत का कनेक्टिविटी इको सिस्टम (पारिस्थितिकी तंत्र) उपग्रह-आधारित दूरसंचार के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में उभर रहा है।   इससे स्थलीय नेटवर्क के पूरा होने और सार्वभौमिक कनेक्टिविटी के दृष्टिकोण को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है।

ट्राई के अध्यक्ष श्री अनिल कुमार लाहोटी ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने दूरसंचार क्षेत्र को आकार देने में विशेष रूप से सार्वभौमिक और सार्थक कनेक्टिविटी की खोज में ट्राई की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला । उन्होंने ट्राई के  हस्तक्षेपों और सुधारों को याद किया, जिन्होंने देश के दूरसंचार परिदृश्य को बदल दिया है जिससे तेजी से विकास और कवरेज में वृद्धि हुई है। उन्होंने विस्तार से बताया कि कैसे ट्राई की पहलों ने लगातार ईज ऑफ डूइंग बिजनेस (ईओडीबी) को बढ़ाने, दूरसंचार सेवा वितरण की दक्षता में सुधार करने और मजबूत उपभोक्ता संरक्षण तंत्र सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया है।

दो मुख्य वक्ताओं श्री दीपक मिश्रा, भारतीय अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संबंध अनुसंधान परिषद (आईसीआरआईईआर) के निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, और सुश्री प्रणिता उपाध्याय, दक्षिण एशिया के लिए आईटीयू क्षेत्र कार्यालय और नवाचार केंद्र की प्रमुख - ने अपने संबोधन में प्रमुख वैश्विक विकासों को शामिल किया, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) में अग्रणी शीर्ष 10 देश, तीन-स्तरीय चिप्स-इन ढांचा, डेटा-संचालित निर्णय लेने का बढ़ता महत्व और नवाचार और उद्यमिता को गति देने में आईटीयू उपकरणों की रणनीतिक भूमिका शामिल है। दक्षिण एशिया नवाचार केंद्रों की उपस्थिति और बढ़ते प्रभाव जो पूरे क्षेत्र में तकनीकी सहयोग, नीति नवाचार और क्षमता निर्माण को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, उन्हें भी शामिल किया गया।

इस सम्मेलन में वरिष्ठ अधिकारियों, हितधारकों और दूरसंचार, आईसीटी और प्रसारण उद्योग के प्रतिनिधियों ने भाग लिया जिन्होंने भारत में यूएमसी के विजन को साकार करने के लिए आवश्यक नीतियों, नवाचारों और सहयोगात्मक प्रयासों पर चर्चा की।

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एमजी/केसी/एनकेएस


(Release ID: 2130111)
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