कृषि एवं किसान कल्‍याण मंत्रालय
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केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने नागपुर में 'विकासित कृषि संकल्प अभियान' के अंतर्गत कृषि संवाद कार्यक्रम को संबोधित किया

कृषि मंत्रालय ‘एक राष्ट्र-एक कृषि-एक टीम’ के विषय पर काम करेगा- केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान

आईसीएआर के देशभर में 113 संस्थान हैं, जिनमें से 11 महाराष्ट्र में हैं- केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान

केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने राष्ट्रीय मृदा मानचित्र प्रयोगशाला का उद्घाटन किया; महाराष्ट्र मृदा मानचित्र प्रयोगशाला वाला पहला राज्य बना

मूल पौधों की किस्मों पर अनुसंधान के लिए पुणे में प्रयोगशाला स्थापित की जाएगी- श्री शिवराज सिंह चौहान

प्राकृतिक खेती, जैविक खेती और किसान उत्पादक संगठनों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले नागपुर संभाग के किसानों को केंद्रीय कृषि मंत्री ने सम्मानित किया

Posted On: 18 MAY 2025 5:52PM by PIB Delhi

 

केंद्रीय कृषि, किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज महाराष्ट्र के नागपुर में 'विकसित कृषि संकल्प अभियान' के अंतर्गत आयोजित किसान सम्मेलन- कृषि संवाद में हिस्सा लिया और उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया। इस दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री श्री चौहान और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस ने कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया और शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम में महाराष्ट्र सरकार के कृषि मंत्री एडवोकेट माणिकराव कोकाटे, मंत्री श्री आशीष जायसवाल, श्री चंद्रशेखर बावनकुले, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. एमएल जाट और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज हम महाराष्ट्र से "एक राष्ट्र, एक कृषि और एक टीम" का उद्घोष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार, राज्य सरकार, मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री, सांसद, विधायक, वरिष्ठ वैज्ञानिक और पूरे कृषि विभाग के अधिकारी तथा कर्मचारी आज यहां उपस्थित है। श्री चौहान ने कहा कि केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, राज्य कृषि मंत्रालय, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर), कृषि विज्ञान केंद्र और सभी कृषि संस्थानों को एक टीम के रूप में मिलकर काम करना चाहिए। श्री शिवराज सिंह ने कहा कि अगर सभी संस्थान जुड़ जाएं, लक्ष्य तय हो जाएं, रूपरेखा बन जाए तो कृषि में चमत्कार हो सकता है। कृषि मंत्री महोदय ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की पावन भूमि महाराष्ट्र अद्भुत है। उन्होंने कहा कि यहां के किसान मेहनती और प्रगतिशील हैं, उनके भीतर अपार संभावनाएं हैं। केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस की तारीफ करते हुए कहा कि वे कृषि, परिदृश्य और किसानों की तकदीर बदलने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमारे किसान आत्मनिर्भर बनें, उनकी आय बढ़े, इसके लिए हम सब एक टीम के रूप में मिलकर काम करेंगे। श्री शिवराज सिंह चौहान ने एक और बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि हम स्वच्छ पौधा कार्यक्रम के अंतर्गत पुणे में एक राष्ट्रीय स्तर की प्रयोगशाला स्थापित करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पौधों की मूल प्रजातियों पर शोध के लिए पुणे में यह प्रयोगशाला स्थापित की जाएगी। केंद्रीय कृषि मंत्री श्री चौहान ने नागपुर के कविवर्य सुरेश भट्ट सभागृह में विकासशील कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत आयोजित कृषि संवाद कार्यक्रम में विदर्भ के किसानों से बातचीत करते हुए यह घोषणा की। श्री शिवराज सिंह ने कृषि उत्पादन बढ़ाने पर बल देते हुए कहा कि शुद्ध और रोगमुक्त नर्सरी सुनिश्चित करने के लिए स्वच्छ पौधा कार्यक्रम चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाले बीज, मिट्टी की जांच और उत्पादन लागत में कमी की आवश्यकता समझनी चाहिए।

श्री चौहान ने कार्यक्रम के दौरान बताया कि देश भर में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के 113 संस्थान हैं, जिनमें से 11 संस्थान महाराष्ट्र में हैं। उन्होंने घोषणा की कि महाराष्ट्र में कृषि विकास की दिशा तय करने के लिए नागपुर में राष्ट्रीय मृदा सर्वेक्षण एवं भूमि उपयोग नियोजन ब्यूरो (एनबीएसएस एवं एलयूपी) में आईसीएआर के सभी संस्थानों के प्रमुखों के साथ बैठक की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार प्रयोगशालाओं और खेतों के बीच की दूरी समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। आईसीएआर के अंतर्गत 16,000 कृषि वैज्ञानिकों के साथ, वैज्ञानिक कृषि विस्तार अधिकारियों के साथ एक टीम के रूप में गांवों का दौरा करेंगे और किसानों को नई बीज किस्मों और नवीन कृषि पद्धतियों के बारे में शिक्षित करेंगे। श्री चौहान ने आगे कहा कि 29 मई से 12 जून तक 15 दिवसीय अभियान के दौरान कृषि वैज्ञानिक गांवों का दौरा करेंगे और किसानों को टिकाऊ खेती के तरीकों के बारे में मार्गदर्शन देंगे और खरीफ सीजन की योजना बनाएंगे।

इस अवसर पर श्री शिवराज सिंह ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी देश को आगे ले जाने के लिए समर्पित हैं। उन्होंने कहा कि मोदी जी का लक्ष्य वैभवशाली, शक्तिशाली, समृद्ध, संपन्न और विकसित भारत का निर्माण करना है।

श्री चौहान ने मुख्यमंत्री श्री देवेन्द्र फडणवीस के साथ मिलकर राष्ट्रीय मृदा स्पेक्ट्रल पुस्तकालय का उद्घाटन किया, जिसमें एनबीएसएस और एलयूपी द्वारा हाइपरस्पेक्ट्रल सेंसर तकनीक का उपयोग करके एकत्रित मिट्टी के पीएच मान, घनत्व और तत्व संरचना पर डेटा शामिल है। इस उद्घाटन के साथ, महाराष्ट्र मृदा मानचित्र प्रयोगशाला बनाने वाला पहला राज्य बन गया।

इसके अलावा, श्री चौहान ने कपास की फसलों को प्रभावित करने वाले पिंक बॉलवर्म कीट के प्रबंधन के लिए एआई-आधारित स्मार्ट ट्रैप तकनीक का भी शुभारंभ किया। यह तकनीक किसानों को उनकी फसलों में कीटों के संक्रमण के बारे में सचेत करेगी।

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने वैनगंगा-नलगंगा नदी जोड़ो परियोजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी, जिससे विदर्भ में सिंचाई क्षमता बढ़ेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा पूरे देश के लिए बनाई गई समावेशी नीति का पूरा सहयोग करेगी।

महाराष्ट्र के कृषि मंत्री एडवोकेट मानिकराव कोकाटे ने कहा कि कपास की कटाई के लिए मजदूरों की कमी एक चुनौती बन गई है। श्री कोकाटे ने कहा कि बैटरी से चलने वाले छोटे ट्रैक्टरों के लिए अनुसंधान और विकास कार्य चल रहा है और अगर अनुसंधान सफल रहा तो परिणाम कृषि मंत्रालय को प्रस्तुत किए जाएंगे।

कार्यक्रम के दौरान प्राकृतिक खेती, जैविक खेती और किसान उत्पादक संगठनों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले नागपुर संभाग के किसानों को केंद्रीय कृषि मंत्री और मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में नागपुर संभाग के किसानों और कृषि अधिकारियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।

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एमजी/आरपी/केसी/एमकेएस/एसएस

 


(Release ID: 2129515)
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