वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय
रोजगार, निर्यात और राष्ट्रीय विकास को बढ़ावा देने वाला एक ऐतिहासिक और महत्वाकांक्षी सौदा
शून्य शुल्क से 99 प्रतिशत भारतीय निर्यात को लाभ होगा
कपड़ा, समुद्री उत्पाद, चमड़ा, जूते, खेल के सामान और खिलौने, रत्न और आभूषण जैसे श्रम-प्रधान क्षेत्रों और इंजीनियरिंग सामान, ऑटो पार्ट्स और इंजन, और कार्बनिक रसायन जैसे अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए बड़े पैमाने पर निर्यात के अवसर बनेगें
आईटी/आईटीईएस, वित्तीय सेवाओं, पेशेवर सेवाओं, अन्य व्यावसायिक सेवाओं और शैक्षिक सेवाओं जैसे सेवाओं के व्यापार में महत्वपूर्ण बढ़ावा होगा
महत्वाकांक्षी युवा भारतीयों के लिए मजबूत रणनीतिक गठबंधन और अधिक वैश्विक गतिशीलता
ब्रिटेन में काम करने वाले भारतीय कर्मचारियों के लिए सामाजिक सुरक्षा भुगतान में तीन साल की छूट बड़ी उपलब्धि
Posted On:
06 MAY 2025 7:12PM by PIB Delhi
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने पारस्परिक रूप से लाभकारी भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के सफल समापन की घोषणा की है। यह दूरदर्शी समझौता भारत के विकसित भारत 2047 के दृष्टिकोण के अनुरूप है और दोनों देशों की विकास आकांक्षाओं को पूरा करता है।
यह नवंबर 2024 में ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच हुई चर्चाओं पर आधारित है। दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच बैठक के बाद फरवरी 2025 में गहन एफटीए वार्ता फिर से शुरू हुई। इसमें वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और ब्रिटेन के विदेश मंत्री जोनाथन रेनॉल्ड्स और उनके दलो के बीच कई बैठकें हुईं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स पर अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा की एक ऐतिहासिक उपलब्धि में भारत और ब्रिटेन ने एक महत्वाकांक्षी और पारस्परिक रूप से लाभकारी मुक्त व्यापार समझौते के साथ-साथ एक डबल कंट्रीब्यूशन कन्वेंशन को सफलतापूर्वक संपन्न किया है। ये ऐतिहासिक समझौते हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाएंगे और दोनों अर्थव्यवस्थाओं में व्यापार, निवेश, विकास, रोजगार सृजन और नवाचार को बढ़ावा देंगे।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने प्रधानमंत्री को उनके मार्गदर्शन और प्रोत्साहन के लिए धन्यवाद दिया। इससे व्यापार समझौता संभव हो सका और जिनके दूरदर्शी नेतृत्व में भारत को दुनिया के "विश्व मित्र - विश्वसनीय भागीदार" के रूप में देखा जाता है।
श्री गोयल ने कहा, "यह समझौता दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच न्यायसंगत और महत्वाकांक्षी व्यापार के लिए एक नया मानदंड स्थापित करता है। इससे भारतीय किसानों, मछुआरों, श्रमिकों, एमएसएमई, स्टार्टअप और इनोवेटर्स को फायदा होगा। यह हमें वैश्विक आर्थिक महाशक्ति बनने के लक्ष्य के और करीब लाता है। यह एफटीए केवल वस्तुओं और सेवाओं के बारे में नहीं है, बल्कि लोगों, संभावनाओं और समृद्धि के बारे में भी है। यह वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं में भारत की अधिक भागीदारी के नए रास्ते खोलते हुए हमारे मूल हितों की रक्षा करता है।"
वाणिज्य सचिव श्री सुनील बर्थवाल ने कहा कि एफटीए एक बड़ा परिवर्तनकारी कदम है और यह भारत को तीव्र आर्थिक विकास के मार्ग पर आगे ले जाएगा तथा देश के वैश्विक एकीकरण को लाभ पहुंचाएगा। यह भारत द्वारा किया गया अब तक का सबसे व्यापक मुक्त व्यापार समझौता है और यह हमारे भावी संबंधों के लिए विशेष मानक होगा।
यह एफटीए भारत और ब्रिटेन के बीच बढ़ते आर्थिक संबंधों की पृष्ठभूमि में हुआ है इसका उदाहरण लगभग 60 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार है, इसके 2030 तक दोगुना होने का अनुमान है।
यह व्यापक और दूरदर्शी समझौता, वस्तुओं, सेवाओं और प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में व्यापार और निवेश संबंधों को बढ़ाने के उद्देश्य से हुए गहन वार्ता का परिणाम है। इसे भारत में टिकाऊ और समावेशी आर्थिक विकास को बढ़ावा देने, लचीली आपूर्ति श्रृंखला सुनिश्चित करने और उच्च गुणवत्ता वाले रोजगार सृजित करने के लिए तैयार किया गया है।
एक अभूतपूर्व उपलब्धि में भारत ने ब्रिटेन में अस्थायी रूप से रह रहे भारतीय कामगारों और उनके नियोक्ताओं को डबल कंट्रीब्यूशन कन्वेंशन के अंतर्गत तीन साल की अवधि के लिए ब्रिटेन में सामाजिक सुरक्षा अंशदान का भुगतान करने से छूट दी है। इससे भारतीय सेवा प्रदाता ब्रिटेन में अधिक प्रतिस्पर्धी हो जाएंगे।
भारत-ब्रिटेन एफटीए की मुख्य विशेषताएं:
- ब्रिटेन के साथ एफटीए एक आधुनिक, व्यापक और ऐतिहासिक समझौता है, इसका उद्देश्य व्यापार उदारीकरण और टैरिफ रियायतों के साथ-साथ आर्थिक एकीकरण हासिल करना है।
- एफटीए सभी क्षेत्रों में वस्तुओं के लिए व्यापक बाजार पहुंच सुनिश्चित करता है, इसमें भारत के सभी निर्यात हित शामिल हैं। भारत को लगभग 99 प्रतिशत टैरिफ लाइनों पर टैरिफ उन्मूलन से लाभ होगा, यह लगभग 100 प्रतिशत व्यापार मूल्य को कवर करेगा। इससे भारत और ब्रिटेन के बीच द्विपक्षीय व्यापार में वृद्धि के बड़े अवसर मिलेंगे।
- एफटीए श्रम और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में विनिर्माण पर सकारात्मक प्रभाव डालता है और कपड़ा, समुद्री उत्पाद, चमड़ा, जूते, खेल के सामान और खिलौने, रत्न और आभूषण जैसे क्षेत्रों और इंजीनियरिंग सामान, ऑटो पार्ट्स और इंजन और कार्बनिक रसायन जैसे अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए निर्यात के अवसर खोलता है। इससे अन्य देशों के मुकाबले ब्रिटेन में भारतीय वस्तुओं की प्रतिस्पर्धात्मकता में काफी सुधार होगा।
- एफटीए से भारत में रोजगार में महत्वपूर्ण सकारात्मक फायदा होगा।
- भारत को ब्रिटेन के साथ महत्वाकांक्षी एफटीए से आईटी/आईटीईएस, वित्तीय सेवाओं, व्यावसायिक सेवाओं, अन्य व्यावसायिक सेवाओं और शैक्षिक सेवाओं जैसी सेवाओं में फायदा होगा। इससे नए अवसर और नौकरियां सृजित होंगी।
- एफटीए संविदा सेवा आपूर्तिकर्ताओं; व्यापारिक आगंतुकों; निवेशकों; अंतर-कॉर्पोरेट स्थानांतरित व्यक्तियों; काम करने के अधिकार वाले अंतर-कॉर्पोरेट स्थानांतरित व्यक्तियों के साझेदारों और आश्रित बच्चों; तथा योग प्रशिक्षकों, संगीतकारों और रसोइयों जैसे स्वतंत्र पेशेवरों के लिए आवागमन को आसान बनाता है।
- प्रतिभाशाली और कुशल भारतीय युवाओं के लिए ब्रिटेन में अपार अवसर खुलेंगे। यह मजबूत वित्तीय और व्यावसायिक सेवा क्षेत्रों और उन्नत डिजिटल बुनियादी ढांचे के कारण डिजिटल रूप से वितरित सेवाओं के लिए एक प्रमुख वैश्विक केंद्र है।
- भारत ने भारतीय सेवा आपूर्तिकर्ताओं के लिए डिजिटल रूप से वितरित सेवाओं पर महत्वपूर्ण प्रतिबद्धताएं हासिल की हैं, विशेष रूप से वास्तुकला और इंजीनियरिंग, कंप्यूटर से संबंधित सेवाओं और दूरसंचार सेवाओं जैसी व्यावसायिक सेवाओं में।
- दोहरे अंशदान समझौते के अंतर्गत अस्थायी रूप से ब्रिटेन में रह रहे भारतीय श्रमिकों और उनके नियोक्ताओं को तीन वर्ष की अवधि के लिए ब्रिटेन में सामाजिक सुरक्षा अंशदान का भुगतान करने में छूट दिए जाने से भारतीय सेवा प्रदाताओं को महत्वपूर्ण वित्तीय लाभ होगा तथा ब्रिटेन के बाजार में उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ेगी। इससे न केवल नए रोजगार के अवसर सृजित होंगे, बल्कि ब्रिटेन में काम कर रहे बड़ी संख्या में भारतीयों को लाभ होगा।
- भारत ने यह सुनिश्चित किया है कि वस्तुओं और सेवाओं के मुक्त प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए गैर-टैरिफ बाधाओं का उचित ढंग से समाधान किया जाए तथा यह भी सुनिश्चित किया जाए कि इनसे भारत के निर्यात पर अनुचित प्रतिबंध न लगें।
- एफटीए का उद्देश्य अच्छे विनियामक प्रथाओं और पारदर्शिता को बढ़ाना है। यह व्यापार करने में सुगमता बढ़ाने के लिए घरेलू सुधारों पर भारत के अपने फोकस के अनुरूप हैं।
दो अग्रणी लोकतंत्रों और वैश्विक नवाचार केंद्रों के रूप में, भारत और ब्रिटेन आर्थिक सहयोग को मजबूत करने और वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं। भारत-ब्रिटेन एफटीए दुनिया भर में निष्पक्ष, महत्वाकांक्षी और आधुनिक व्यापार समझौतों के लिए एक नया मानदंड स्थापित करता है।
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एमजी/आरपीएम/केसी/एसके / डीए
(Release ID: 2127373)