पर्यटन मंत्रालय
azadi ka amrit mahotsav

भारत विश्व में बैठकों, प्रोत्साहनों, सम्मेलनों और प्रदर्शनियों (एमआईसीई) की राजधानी बनने के लिए पूरी तरह तैयार है- गजेन्द्र सिंह शेखावत


एमआईसीई क्षेत्र से लगभग 700 अग्रणी उद्योगपति और निर्णयकर्ता भाग लेंगे

Posted On: 02 MAY 2025 4:19PM by PIB Delhi

देश में अत्याधुनिक प्रदर्शनी और सम्मेलन परिसरों के निर्माण के साथ, भारत विश्व की बैठकें, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शनियां (एमआईसीई) की राजधानी बनने के लिए तैयार है।

केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने देश में प्रदर्शनी उद्योग के शीर्ष राष्ट्रीय निकाय भारतीय प्रदर्शनी उद्योग संघ (आईईआईए) द्वारा आयोजित भारत: तीव्र विकास की धरती विषय पर दो दिवसीय सेमिनार का उद्घाटन करते हुए कहा कि पर्यटन के नए क्षेत्र विकसित हो रहे हैं, जिसमें एमआईसीई पर्यटन सबसे महत्वपूर्ण है और यह देश में सबसे तेजी से बढ़ने वाला क्षेत्र है। मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद, बैंगलोर, जयपुर और यहां तक ​​कि जी-20 सम्मेलन के बाद छोटे शहरों सहित पूरे देश में हम जो प्रदर्शनी और सम्मेलन का बुनियादी ढांचा देख रहे हैं, उससे पता चलता है कि भारत इस क्षेत्र के लिए मजबूत संभावनाओं की दहलीज पर खड़ा है

श्री शेखावत ने कहा कि भारत को एमआईसीई पर्यटन का केंद्र बनाने के लिए सरकार और निजी प्रदर्शनी उद्योग को मिलकर काम करना होगा। वैश्विक स्तर पर होने वाले कई कार्यक्रमों को कैलेंडर में शामिल करके भारत में लाया जा सकता है। भारत सड़क, विमानन और रेलवे क्षेत्रों में योजनाबद्ध विस्तार के साथ सम्मेलन और प्रदर्शनी का एक बड़ा सम्मेलन केंद्र भी बन रहा है। यह उद्योग देश के आर्थिक विकास के लिए एक शुभ संकेत है।

श्री शेखावत ने कहा कि वर्ष 2014 के बाद देश ने बुनियादी ढांचे में जबरदस्त वृद्धि दर्ज की है, चाहे वह 1,50,000 किलोमीटर से अधिक सड़कों का निर्माण हो, नए रेलवे स्टेशन हों, सेमी हाई-स्पीड ट्रेनें हों, अंतर्देशीय जलमार्ग हों या 150 से अधिक हवाई अड्डे हों, इन सभी ने एमआईसीई कार्यक्रमों के संबंध में देश की प्रगति में योगदान दिया है। जी-20 की अध्यक्षता के बाद देश में आत्मविश्वास बढ़ा है। आने वाले समय में भारत दुनिया की एमआईसीई राजधानी के रूप में उभरेगा।

 

भारतीय प्रदर्शनी उद्योग संघ के अध्यक्ष श्री सूरज धवन ने कहा कि भारतीय प्रदर्शनी उद्योग संघ (आईईआईए) सेमिनार और प्रदर्शनी सेवा एक्सपो भारतीय प्रदर्शनी उद्योग का वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन है, जिसमें देश के सभी क्षेत्रों और विदेशों से उद्योग प्रमुख भाग लेते हैं। यह कार्यक्रम व्यापार नेटवर्किंग, ज्ञान के आदान-प्रदान और उद्योग के भविष्य को आकार देने वाले उभरते रुझानों पर चर्चा के लिए अपनी तरह के एक सार्थक मंच के रूप में कार्य करता है।

 

श्री धवन ने कहा कि इस 14वें संस्करण में आईईआईए ओपन सेमिनार में 700 से अधिक अग्रणी उद्योगों के शामिल होने की उम्मीद है। इसमें प्रमुख प्रदर्शनी/कार्यक्रम आयोजक, विभिन्न व्यापार निकायों के प्रमुख, क्षेत्रीय संघ और प्रमुख सरकारी निकाय शामिल हैं। भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ता प्रदर्शनी बाजार है और कोविड के बाद इसमें 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। भारतीय अर्थव्यवस्था में प्रदर्शनी उद्योग का योगदान 50,000 करोड़ रुपये है। प्रदर्शनियों के माध्यम से सृजित व्यवसाय 300,000 करोड़ रुपये का है।

श्री धवन ने कहा कि बैठकें, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शनियां (एमआईसीई) पर्यटन और आतिथ्य उद्योग के एक विशेष खंड को संदर्भित करता है जो व्यावसायिक कार्यक्रमों के आयोजन और मेजबानी पर केंद्रित है। हम सरकार से आग्रह करते हैं कि वह पहली अक्टूबर को राष्ट्रीय एमआईसीई दिवस के रूप में घोषित करे, ताकि उद्योग का मनोबल और बढ़े।

एमआईसीई को इवेंट इंडस्ट्री के नाम से भी जाना जाता है। दशकों से यह उद्योग बाजार क्षेत्र में महत्‍वपूर्ण है और देश के आर्थिक विकास में इसका महत्वपूर्ण योगदान है। यह न केवल आय सृजन के रूप में अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देता है, बल्कि आवास, खाद्य और पेय पदार्थ, सम्मेलन सेवाओं, परिवहन, पर्यटन और मनोरंजन जैसे संबंधित आतिथ्य सेवा प्रदान करने वाले क्षेत्रों में रोजगार के अधिक अवसर भी सृजित करता है।

इस अवसर पर आईटीपीओ के कार्यकारी निदेशक श्री प्रेमजीत लाल, इंडिया एक्सपो मार्ट के प्रबंध निदेशक श्री राकेश कुमार, आईईआईए के मानद सचिव श्री जगदीश पटनाकर और आईईआईए के उपाध्यक्ष श्री रविन्द्र सेठी उपस्थित थे।

****

एमजी/आरपीएम/केसी/एचएन/वाईबी


(Release ID: 2126249) Visitor Counter : 151
Read this release in: English , Urdu