विद्युत मंत्रालय
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भारत के सतत भविष्य को ऊर्जा प्रदान करने के लिए पंप स्टोरेज परियोजनाओं पर विचार-विमर्श सत्र का आयोजन स्कोप कॉम्प्लेक्स में किया गया

Posted On: 01 MAY 2025 6:53PM by PIB Delhi

"पंप स्टोरेज परियोजनाएं: भारत के नवीकरणीय भविष्य को सशक्त बनाना" विषय पर एक उच्च स्तरीय विचार-मंथन सत्र का सफलतापूर्वक आयोजन आज नई दिल्ली के स्कोप कन्वेंशन सेंटर में किया गया। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड और केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) ने एनटीपीसी के साथ सीबीआईपी तथा आईएनसीओएलडी के सहयोग से इस कार्यक्रम का आयोजन किया।  

इस कार्यक्रम में देश भर के लगभग 95 संगठनों और संस्थानों के शीर्ष सरकारी अधिकारियों, नीति निर्माताओं, डेवलपर्स, पर्यावरण विशेषज्ञों, नियामकों और सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के वरिष्ठ प्रतिनिधियों सहित 300 से अधिक प्रतिष्ठित प्रतिनिधियों ने भाग लिया। पूरे दिन चलने वाले इस सत्र में भारत के नवीकरणीय ऊर्जा का समर्थन करने और 2070 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन के राष्ट्रीय लक्ष्य को प्राप्त करने में पंप स्टोरेज परियोजनाओं (पीएसपी) की बढ़ती भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया गया।

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के सचिव श्री पंकज अग्रवाल (आईएएस) तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव (हाइड्रो) श्री आकाश त्रिपाठी (आईएएस) उपस्थित थे। समारोह में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में सीईए के सदस्य (हाइड्रो) श्री एमजी गोखले; एनटीपीसी के सीएमडी श्री गुरदीप सिंह; टीएचडीसीआईएल के सीएमडी श्री आरके विश्नोई; विद्युत मंत्रालय के संयुक्त सचिव (हाइड्रो) श्री मोहम्मद अफजल; टीएचडीसीआईएल के निदेशक (तकनीकी) श्री भूपेंद्र गुप्ता, सीबीआईपी के सचिव श्री एके दिनकर तथा भारत में विद्युत क्षेत्र के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।

इस कार्यक्रम में चार केंद्रित पैनल चर्चाएं की गई। इन चर्चाओं में चार महत्वपूर्ण विषयों को शामिल किया गया। पंप स्टोरेज परियोजनाओं (पीएसपी) के लिए नीति, योजना और विनियामक ढांचा, “पीएसपी विकास में भूवैज्ञानिक, नागरिक और भौतिक विचार, “पर्यावरण और वन मंजूरी ढांचा- चुनौतियां और सुव्यवस्थितीकरण, तथा भारत में पीएसपी के लिए कार्यान्वयन चुनौतियां और आगे का रास्ता विषय पर चर्चा की गई। इन चर्चाओं ने प्रत्येक क्षेत्र के भीतर जटिलताओं और अवसरों के बारे में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान की और नीति निर्माताओं, डेवलपर्स, तकनीकी विशेषज्ञों और पर्यावरण पेशेवरों के बीच एक उत्पादक संवाद को बढ़ावा मिला।

विद्युत मंत्रालय के सचिव श्री पंकज अग्रवाल (आईएएस), अपने संबोधन में जोर देते हुए कहा कि ग्रिड स्थिरता सुनिश्चित करना तत्काल राष्ट्रीय प्राथमिकता का विषय है और प्रत्येक राज्य को इस प्रयास में सक्रिय रूप से योगदान देना चाहिए। उन्होंने ग्रिड प्रबंधन के दृष्टिकोण से राज्यों के भीतर उप-क्षेत्रों को आत्मनिर्भर बनने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि लचीले उत्पादन और लोड शिफ्टिंग पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि पीएसपी विकास को तेज करने के लिए विचार-मंथन और नीतिगत संवाद की आवश्यकता है, जिसमें प्रक्रियागत देरी की समीक्षा करने और प्रक्रियाओं और प्लेटफार्मों को सुव्यवस्थित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए, जो आम सहमति बनाने और समन्वित क्षेत्रीय कार्रवाई को सक्षम करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।

इस अवसर पर विद्युत मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव (हाइड्रो) श्री आकाश त्रिपाठी, (आईएएस) ने कहा कि इस कार्यशाला की शुरुआत पंप स्टोरेज परियोजनाओं (पीएसपी) के विकास में तेजी लाने के लिए सहयोग करने हेतु सम्बंधित हितधारकों को एक साथ लाने की आवश्यकता में निहित है। उन्होंने कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य पीएसपी कार्यान्वयन को तेजी से आगे बढ़ाने के तरीकों पर विचार-विमर्श और प्रमुख नीतिगत दृष्टिकोणों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देना है।

सीईए के सदस्य (हाइड्रो) श्री एमजी गोखले ने भारत में पंप स्टोरेज परियोजनाओं (पीएसपी) की विशाल संभावनाओं पर प्रकाश डाला तथा विश्वसनीय ऊर्जा भंडारण के माध्यम से देश के नेट जीरो कार्बन लक्ष्यों को प्राप्त करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि 2025-26 में लगभग 3 गीगावाट पीएसपी क्षमता जुड़ने की उम्मीद है, जिसमें आने वाले महीनों में 1000 मेगावाट टिहरी पीएसपी का चालू होना भी शामिल है।

एनटीपीसी के सीएमडी श्री गुरदीप सिंह ने बड़े पैमाने पर पंप स्टोरेज परियोजनाओं (पीएसपी) की तैनाती की तत्काल आवश्यकता पर बल देते हुए बताया कि मजबूत भंडारण समाधानों के बिना ऊर्जा परिवर्तन सफल नहीं हो सकता। नवीकरणीय ऊर्जा की अस्थायी प्रकृति को देखते हुए, उन्होंने नवीकरणीय ऊर्जा और विश्वसनीय ग्रिड प्रबंधन के लिए स्थिर बदलाव के लिए भंडारण क्षमताओं की आवश्यकता पर जोर दिया।

टीएचडीसीआईएल के सीएमडी श्री आरके विश्नोई ने उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया और इस बात पर बल दिया कि कार्यशाला का उद्देश्य पंप स्टोरेज परियोजनाओं (पीएसपी) के विकास पर विचार-विमर्श करना है। उन्होंने कहा कि बाधाओं की पहचान करने और जमीनी स्तर पर परियोजनाओं के तेज़ और अधिक कुशल निष्पादन को सुनिश्चित करने के तरीकों की खोज करने पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा। श्री विश्नोई ने परिचालन के विभिन्न पहलुओं में स्वचालन के दायरे, इसके निर्बाध संचालन को सुनिश्चित करने तथा दक्षता बढा़ने के बारे में भी बताया।

सीबीआईपी के सचिव श्री ए.के. दिनकर ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया तथा पैनल सदस्यों को उनकी भागीदारी और योगदान के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने एक लचीले और सतत भविष्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पंप स्टोरेज परियोजनाओं के विकास में तेजी लाने के महत्व पर प्रकाश डाला।

पहली पैनल चर्चा "पीएसपी के लिए नीति, योजना और विनियामक ढांचा" विषय पर केंद्रित थी, जिसका संचालन विद्युत मंत्रालय के संयुक्त सचिव (हाइड्रो) श्री मोहम्मद अफजल ने किया। पैनल में निदेशक (तकनीकी) श्री भूपेंद्र गुप्ता शामिल थे, जिन्होंने वर्तमान नीति व्यवस्था के तहत पीएसपी विकास पर डेवलपर के दृष्टिकोण पर विचार-विमर्श किया।

विद्युत मंत्रालय, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण, एनटीपीसी, टीएचडीसी, एनएचपीसी, आरईसी/पीएफसी, एसजेवीएन, नीपको, सीडब्ल्यूसी, यूपीजेवीएनएल, ग्रीनको ग्रुप, जीएसआई, सीएसएमआरएस, महाजेनको, जेएसडब्ल्यू एनर्जी, एपीजेनको, अडानी ग्रुप, ओएचपीसी, टाटा पावर, कर्नाटक पावर कॉरपोरेशन जैसे संगठनों और आईआईटी रुड़की जैसे प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के विशेषज्ञ वक्ताओं ने पीएसपी नियोजन और निष्पादन में चुनौतियों से निपटने के लिए केस स्टडी, सर्वोत्तम प्रथाओं और नवीन रणनीतियों को साझा किया।

विचार-विमर्श में सुव्यवस्थित नीति समर्थन, तेज़ निकासी तंत्र, मज़बूत वित्तपोषण विकल्प और देश भर में पीएसपी की तैनाती को बढ़ाने के लिए केंद्रीय और राज्य एजेंसियों के बीच मज़बूत सहयोग की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया। सत्र का समापन सीईए द्वारा एक व्यापक सारांश और टीएचडीसी द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ।

उल्लेखनीय है कि एनटीपीसी की सहायक कंपनी टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड भी उत्तराखंड के टिहरी में 1000 मेगावाट क्षमता के देश के पहले वैरिएबल स्पीड पंप स्टोरेज प्लांट को चालू करने के अंतिम चरण में है और इससे सम्बंधित महत्वपूर्ण परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे कर लिए हैं। ये देश की ऊर्जा भंडारण की दिशा में महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

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एमजी/आरपीएम/केसी/वीके/एसएस


(Release ID: 2125909)
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