संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय
ट्राई ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के वरिष्ठ अधिकारियों के लिए “डिजिटल कनेक्टिविटी के लिए संपत्तियों की रेटिंग पर विनियमन” के संबंध में कार्यशाला का आयोजन किया
Posted On:
22 APR 2025 7:51PM by PIB Delhi
अध्ययनों के अनुसार 70 से 80% मोबाइल डेटा का उपयोग इमारतों या चारदीवारी क्षेत्रों के भीतर होता है। 4G और 5G तकनीकों में तेज गति का इंटरनेट देने के लिए उच्च आवृत्ति बैंड यानि हाई फ्रिक्वेंसी बंद का इस्तेमाल किया जाता है। हालाँकि स्टील और कंक्रीट की दीवारों से बनी इमारतों के कारण 2G बैंड की तुलना में हाई फ़्रीक्वेंसी बैंड के स्पीड कम हो जाती है। अर्थव्यवस्था , शासन और सामान्य रूप से समाज के डिजिटलीकरण की ओर बढ़ने के कारण डेटा की खपत और गति में तेजी से वृद्धि के साथ, वर्तमान में अच्छी डिजिटल कनेक्टिविटी बहुत महत्वपूर्ण हो गई है। इसलिए, इमारतों केंद्र अच्छी डिजिटल कनेक्टिविटी एक आवश्यक जरूरत बन गई है। इसलिए इमारतों के अंदर निर्बाध संचार के लिए इमारतों में डिजिटल कनेक्टिविटी इन्फ्रास्ट्रक्चर (डीसीआई) को पानी, बिजली और सुरक्षा प्रणालियों जैसी अन्य आवश्यक सेवाओं के साथ-साथ योजनाबद्ध और विकसित किया जाना चाहिए।
ट्राई के अध्यक्ष श्री अनिल कुमार लाहोटी ने कार्यशाला की अध्यक्षता की। इस कार्यशाला में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 125 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसमें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के आवास एवं शहरी विकास और आईटी विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
ट्राई के अध्यक्ष ने अपने प्रारंभिक संबोधन में इस बात पर बल दिया कि राज्य और केंद्र शासित प्रदेश संबंधित भवन उपनियमों के माध्यम से परियोजनाओं में डीसीआई के विकास को सुविधाजनक बनाने के लिए इमारत निर्माण करने वालों और दूरसंचार सेवा प्रदाताओं के बीच सहयोग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। ट्राई के नियमों में परियोजनाओं की ग्रीन बिल्डिंग रेटिंग या उपकरणों की ऊर्जा दक्षता रेटिंग के समान डिजिटल कनेक्टिविटी की गुणवत्ता के लिए इमारतों की स्टार रेटिंग की परिकल्पना की गई है। डिजिटल कनेक्टिविटी रेटिंग एक सजीव प्रक्रिया होगी और परियोजना के चरण के दौरान डिजिटल कनेक्टिविटी रेटिंग की समीक्षा को कवर करेगी। ट्राई ने पहले ही डिजिटल कनेक्टिविटी रेटिंग एजेंसियों (डीसीआरए) के पैनल या पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
कार्यशाला में देश में इमारतों के भीतर डिजिटल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए ट्राई द्वारा की गई पहलों का विवरण दिया गया और 25 अक्टूबर 2024 को ट्राई द्वारा जारी "डिजिटल कनेक्टिविटी के लिए संपत्तियों की रेटिंग पर विनियमन, 2024" का अवलोकन किया गया।इस प्रस्तुति में डिजिटल संचार अवसंरचना से संबंधित राष्ट्रीय भवन संहिता (एनबीसी) और मॉडल बिल्डिंग बाय-लॉ (एमबीबीएल) के प्रावधानों को भी शामिल किया गया। सत्र में रेटिंग प्रक्रिया को विस्तार से बताया गया जिसके द्वारा इमारतों का मूल्यांकन और रेटिंग की जाएगी। कार्यशाला का समापन प्रश्नोत्तर सत्र के साथ हुआ जिससे प्रतिभागियों को इमारतों बीके भीतर डिजिटल कनेक्टिविटी के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए विशेषज्ञों से सीधे जुड़ने का मौका मिला।
डिजिटल कनेक्टिविटी के लिए इमारतों की रेटिंग देश में डीसीआई बनाने के लिए एक समान मानक संदर्भ प्रदान करेगी। उपनियमों में रेटिंग ढांचे को अपनाने से, आवासीय और वाणिज्यिक संपत्तियों के अंतिम उपयोगकर्ता संपत्ति खरीदने या पट्टे पर देने के समय सूचित विकल्प बनाने में सक्षम होंगे। इसके अलावा, रेटिंग ढांचे की मदद से सार्वजनिक भवनों में अनुभव की गुणवत्ता में भी सुधार होगा। विनियमन के तहत, उपभोक्ता संपत्ति में डिजिटल कनेक्टिविटी में गिरावट के मामले में रेटिंग की समीक्षा भी मांग सकता है। इसी तरह संपत्ति प्रबंधक भी महत्वपूर्ण सुधार करने पर रेटिंग की समीक्षा की मांग कर सकते हैं।
ट्राई के सदस्य डॉ. एमपी तंगिराला के समापन भाषण के साथ कार्यशाला संपन्न हुई।
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