नीति आयोग
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“भारत में सहायक प्रौद्योगिकी के लिए पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करना” विषय पर 9 अप्रैल, 2025 को यशदा,  पुणे में नीति आयोग की कार्यशाला का आयोजन

प्रविष्टि तिथि: 08 APR 2025 1:41PM by PIB Delhi

महाराष्ट्र सरकार के सहयोग से नीति आयोग 9 अप्रैल 2025 को यशदा, पुणे में भारत में सहायक प्रौद्योगिकी के लिए पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करना विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित कर रहा है।

केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री श्री रामदास अठावले, महाराष्ट्र सरकार के सामाजिक न्याय और विशेष सहायता विभाग के मंत्री श्री संजय शिरसाट और नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी.के. पॉल की उपस्थिति में कार्यशाला का उद्घाटन करेंगे।

दिव्यांग व्यक्तियों, वृद्ध व्यक्तियों और लंबी अवधि से बीमार व्यक्तियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए भारत में सहायक उपकरणों और उत्पादों की आवश्यकता महत्वपूर्ण होती जा रही है। ये सहायक उपकरण और उत्पाद उनके जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाते हैं और एक अधिक न्यायसंगत समावेशी समाज विकसित करने में मदद करते हैं। तकनीकी प्रगति और जीवंत स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र में देश की प्रगति भारत के लिए न केवल घरेलू मांग को पूरा करने के लिए बल्कि अन्य देशों की जरूरतों को पूरा करने के लिए सहायक प्रौद्योगिकी (एटी) विनिर्माण केंद्र बनने की अपार संभावनाएं प्रदान करती है।

इस कार्यक्रम में लगभग 200 प्रतिनिधि भाग लेंगे। यह कार्यशाला विभिन्न हितधारकों, केंद्र और राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारियों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, अनुसंधान संगठनों और एटी उद्योग/स्टार्टअप को भारत में सहायक प्रौद्योगिकी के वर्तमान और भविष्य के परिदृश्य पर विचार-विमर्श करने और देश में एटी को बढ़ावा देने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के सुझावों के लिए एक मंच प्रदान करेगी। कार्यशाला में भारत में सहायक प्रौद्योगिकी तक पहुंच में सुधार, सहायक प्रौद्योगिकी में राज्य पहल, एटी विनिर्माण और वैश्विक सहयोग जैसे विषयों पर विचार-विमर्श होगा।

कार्यशाला के सुझाव और विचार-विमर्श भारत में सहायक प्रौद्योगिकी के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने और ‘किसी को पीछे न छोड़ने’ के वास्तविक कार्यान्वयन और एक समावेशी समाज के निर्माण के लिए एक रूपरेखा तैयार करने में योगदान देंगे।

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