रेल मंत्रालय
किसान रेल, देश भर के बाजारों में अधिशेष क्षेत्रों से जल्दी खराब होने वाली वस्तुओं के तीव्र परिवहन की सुविधा प्रदान करता है
अगस्त 2020 से, भारतीय रेलवे ने 2,364 किसान रेल सेवाओं का परिचालन किया, 7.9 लाख टन जल्दी खराब होने वाली वस्तुओं का परिवहन किया; गुजरात की 65 सेवाओं ने देश के विभिन्न हिस्सों में 18,250 टन का परिवहन किया
राज्यों और अन्य हितधारकों के साथ रेलवे, कृषि और अन्य मंत्रालयों द्वारा भारत भर में फलों, सब्जियों और जल्दी खराब होने वाली अन्य वस्तुओं के कुशल परिवहन के लिए प्रमुख सर्किट की पहचान की जाती है
प्रविष्टि तिथि:
02 APR 2025 7:41PM by PIB Delhi
किसान रेल, उत्पादन या अधिशेष क्षेत्रों से फलों और सब्जियों सहित जल्दी खराब होने वाली वस्तुओं को उचित समय में खपत या कमी वाले क्षेत्रों में परिवहन करना सक्षम बनाती है।
7 अगस्त 2020 को किसान रेल सेवा के लॉन्च के बाद से, रेलवे ने लगभग 7.9 लाख टन जल्दी खराब होने वाली वस्तुओं का परिवहन करते हुए लगभग 2,364 किसान रेल सेवाओं का संचालन किया है। इनमें से, 65 सेवायें गुजरात से देश के विभिन्न हिस्सों में संचालित की गयी हैं, जिनके जरिये 18,250 टन (लगभग) फलों और सब्जियों का परिवहन हुआ है।
सब्जियों, फलों और जल्दी खराब होने वाली अन्य वस्तुओं के परिवहन के लिए संभावित सर्किट की पहचान कृषि और किसान कल्याण तथा कृषि मंत्रालय द्वारा राज्य सरकारों, स्थानीय निकायों और एजेंसियों, मंडियों आदि के साथ परामर्श से की जाती है और परिचालन संभावना को ध्यान में रखते हुए मांगों के आधार पर योजना बनाई जाती है।
यह जानकारी केंद्रीय रेलवे, सूचना और प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव द्वारा आज लोकसभा में लिखित उत्तर में दी गई।
***
एमजी / आरपीएम/केसी / जेके / डीए
(रिलीज़ आईडी: 2118106)
आगंतुक पटल : 122