जनजातीय कार्य मंत्रालय
ट्राइफेड ने एनआईएफटी और एचपीएमसी जैसे संगठनों के साथ मिलकर जनजातीय उत्पादों के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन प्लेटफॉर्म के जरिये व्यापक बाजार पहुंच प्रदान करने का लक्ष्य रखा है: केंद्रीय जनजातीय कार्य राज्य मंत्री श्री दुर्गा दास उइके
प्रविष्टि तिथि:
02 APR 2025 3:05PM by PIB Delhi
श्री सदानंद म्हालू शेट तनावड़े के एक प्रश्न का उत्तर देते हुए, केंद्रीय जनजातीय कार्य राज्य मंत्री श्री दुर्गा दास उइके ने आज राज्यसभा में सूचित किया कि ट्राइफेड ने फरवरी, 2025 में जनजातीय उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के लिए निफ्ट और एचपीएमसी जैसे संगठनों के साथ सहयोग किया था।
जनजातीय कारीगरों को समर्थन देने के लिए निम्नलिखित मुख्य उद्देश्यों के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए हैं:
- उत्पाद डिज़ाइन में सुधार करना।
- प्रौद्योगिकी का समावेश।
- बाजार पहुंच में वृद्धि।
इन समझौता ज्ञापनों का उद्देश्य आदिवासी उत्पादों को मजबूत करना और फैलाना तथा देश के विभिन्न भागों में उनकी संस्कृति को बढ़ावा देना है। इन सहयोगों का उद्देश्य अपने ऑनलाइन और ऑफलाइन प्लेटफॉर्म के जरिये व्यापक बाजार पहुंच प्रदान करना और पीवीटीजी सहित सभी वर्गों को स्थायी आजीविका में मदद करना है। ये पहलें उद्यमिता, कौशल विकास और आदिवासी शिल्प कौशल की वैश्विक मान्यता को बढ़ावा देंगी।
ट्राइफेड (टीआरआईएफईडी) ट्राइब्स इंडिया आउटलेट्स के साथ-साथ ई-कॉमर्स और प्रदर्शनियों के जरिये आदिवासी उत्पादों का खुदरा विपणन करता है। उत्पादन क्लस्टरों में उनके समावेश को प्राथमिकता देकर, सीधे बाजार तक पहुंच मुहैया कराकर और उचित मूल्य निर्धारण तंत्र लागू करके विभिन्न संगठनों के साथ भागीदारी के जरिये आदिवासी उत्पादों की पहुंच का विस्तार हो सकता है।
ट्राइफेड ने आदिवासी कारीगरों/उत्पादकों द्वारा बनाए गए 13,000 से अधिक उत्पादों को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर लाने में मदद की है। विशिष्ट प्रस्ताव प्राप्त होने पर, ट्राइफेड अन्य संगठनों के साथ इसी तरह की साझेदारियों को बढ़ा सकता है, ताकि जनजातीय उत्पादों की बाजार पहुंच को और बढ़ाया जा सके।
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एमजी/केसी/आईएम/एसके
(रिलीज़ आईडी: 2117888)
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