वस्त्र मंत्रालय
संसद प्रश्न: वस्त्र श्रमिकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम
Posted On:
26 MAR 2025 4:15PM by PIB Delhi
भारत सरकार पूरे भारत में वस्त्र क्षेत्र को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न योजनाओं/पहलों को लागू कर रही है। प्रमुख योजनाओं/पहलों में पीएम मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड अपैरल (पीएम मित्र) पार्क स्कीम शामिल है, जिसका उद्देश्य एक आधुनिक, एकीकृत बड़े पैमाने पर, विश्व स्तर का औद्योगिक इकोसिस्टम बनाना है, जो निवेश आकर्षित करने और रोजगार को बढ़ावा देने में मदद करेगा; बड़े पैमाने पर विनिर्माण को बढ़ावा देने और प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के लिए मानव निर्मित फाइबर और परिधान, और तकनीकी वस्त्रों पर ध्यान केंद्रित करने वाली उत्पादन लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना; अनुसंधान, नवप्रवर्तन एवं विकास, संवर्धन और बाजार विकास, कौशल एवं निर्यात संवर्धन पर केंद्रित राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन; समर्थ - वस्त्र क्षेत्र में क्षमता निर्माण के लिए योजना जिसका उद्देश्य मांग आधारित, प्लेसमेंट उन्मुख, कौशल कार्यक्रम प्रदान करना है; एटीयूएफएस बेंचमार्क टेक्सटाइल मशीनरी में योग्य निवेश के लिए पूंजी निवेश सब्सिडी के माध्यम से प्रौद्योगिकी उन्नयन और आधुनिकीकरण को प्रोत्साहित करेगा; रेशम उत्पादन मूल्य श्रृंखला के व्यापक विकास के लिए रेशम समग्र-2; लघु, मध्यम और बड़े पैमाने की ऊन उत्पादक इकाइयों को समर्थन देने के लिए एकीकृत ऊन विकास कार्यक्रम (आईडब्ल्यूडीपी); हथकरघा और हस्तशिल्प क्षेत्रों को अंतिम समर्थन देने के लिए राष्ट्रीय हथकरघा विकास कार्यक्रम और राष्ट्रीय हस्तशिल्प विकास कार्यक्रम आदि।
उपरोक्त के अलावा, सरकार की भूमिका अनुकूल नीतिगत माहौल सुनिश्चित करना है, अपनी विभिन्न नीतिगत पहलों और योजनाओं के माध्यम से उद्योग और निजी उद्यमियों के लिए इकाइयाँ स्थापित करने के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ बनाने में सुविधा प्रदान करना है। इन हस्तक्षेपों के कारण मोहनलालगंज सहित देश भर में कई हथकरघा, पावरलूम, रेडीमेड गारमेंट्स, सिंथेटिक यार्न और होजरी निर्माण इकाइयाँ स्थापित की गई हैं ।
यह जानकारी वस्त्र राज्य मंत्री श्री पबित्रा मार्गेरिटा ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
एमजी/केसी/जीके
(Release ID: 2115343)
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