सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्‍वयन मंत्रालय
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आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) – त्रैमासिक बुलेटिन [अक्टूबर – दिसंबर 2024]

Posted On: 18 FEB 2025 4:00PM by PIB Delhi

मुख्य निष्कर्ष

  • शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के बीच श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर) अक्टूबर-दिसंबर, 2023 के दौरान 49.9 प्रतिशत से बढ़कर अक्टूबर-दिसंबर, 2024 तिमाही में 50.4 प्रतिशत हो गई है।
  • शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के पुरुषों के लिए एलएफपीआर अक्टूबर-दिसंबर, 2023 के दौरान 74.1प्रतिशत से बढ़कर अक्टूबर-दिसंबर, 2024 के दौरान 75.4 प्रतिशत हो गई, जो पुरुष एलएफपीआर में समग्र बढ़ती प्रवृत्ति को दर्शाती है।
  • शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु की महिलाओं के बीच एलएफपीआर अक्टूबर-दिसंबर, 2023 के दौरान 25.0 प्रतिशत से बढ़कर अक्टूबर-दिसंबर, 2024 के दौरान 25.2 प्रतिशत हो गई।
  • शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के बीच श्रमिक आबादी अनुपात (डब्ल्यूपीआर) अक्टूबर-दिसंबर, 2023 के दौरान 46.6 प्रतिशत से बढ़कर अक्टूबर-दिसंबर, 2024 में 47.2 प्रतिशत हो गया है।
  • शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के पुरुषों के लिए श्रमिक आबादी अनुपात अक्टूबर-दिसंबर, 2023 में 69.8 प्रतिशत से बढ़कर अक्टूबर-दिसंबर, 2024 के दौरान 70.9 प्रतिशत हो गया, जो पुरुष डब्ल्यूपीआर में समग्र बढ़ती प्रवृत्ति को दर्शाती है।
  • शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के बीच बेरोजगारी दर (यूआर) अक्टूबर-दिसंबर, 2023 के दौरान 6.5 प्रतिशत से घटकर अक्टूबर-दिसंबर, 2024 के दौरान 6.4 प्रतिशत रह गई।
  • अक्टूबर-दिसंबर, 2023 और अक्टूबर-दिसंबर, 2024 के दौरान 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के पुरुषों में यूआर 5.8 प्रतिशत पर स्थिर रही। अक्टूबर-दिसंबर, 2023 में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु की महिलाओं में यूआर 8.6 प्रतिशत से घटकर अक्टूबर-दिसंबर, 2024 में 8.1 प्रतिशत रह गई।

क. परिचय

श्रम बल डेटा की लगातार अधिक समय अंतराल पर उपलब्धता के महत्व को ध्यान में रखते हुए, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने अप्रैल 2017 में आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) शुरू किया था।

पीएलएफएस के दो प्रमुख उद्देश्य इस प्रकार हैं:

  • 'वर्तमान साप्ताहिक स्थिति' (सीडब्ल्यूएस) में केवल शहरी क्षेत्रों के लिए तीन महीने के अल्‍प समय अंतराल में रोजगार और बेरोजगारी प्रमुख संकेतक (अर्थात श्रमिक आबादी अनुपात, श्रम बल भागीदारी दर, बेरोजगारी दर) का अनुमान लगाना।
  • ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में 'सामान्य स्थिति' (पीएस+एसएस) और सीडब्ल्यूएस दोनों में रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों का वार्षिक अनुमान लगाना।

दिसंबर 2018 को समाप्त तिमाही से लेकर सितंबर 2024 को समाप्त तिमाही तक के लिए पीएलएफएस के चौबीस तिमाही बुलेटिन पहले ही जारी किए जा चुके हैं। इन तिमाही बुलेटिनों में श्रम बल संकेतकों के अनुमान, जैसे श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर), श्रमिक आबादी अनुपात (डब्ल्यूपीआर), बेरोजगारी दर (यूआर) को रोजगार और उद्योग में कार्य की व्यापक स्थिति के अनुसार श्रमिकों का वितरण और शहरी क्षेत्रों के लिए वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) को प्रस्तुत किया गया है।

वर्तमान त्रैमासिक बुलेटिन अक्टूबर-दिसंबर, 2024 तिमाही के लिए श्रृंखला में पच्चीसवां है।

अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही के दौरान पीएलएफएस फील्डवर्क

अक्टूबर-दिसंबर 2024 की अवधि के लिए दिए गए सभी नमूनों के संबंध में सूचना एकत्र करने के लिए फील्डवर्क, 12 पहले चरण की इकाइयों के प्रथम दौरे को छोड़कर (एफएसयू [1] ) पहले दौरे के साथ-साथ पुनरीक्षण नमूनों के लिए समय पर पूरा कर लिया गया। मणिपुर राज्य में तीन, महाराष्ट्र, ओडिशा, असम राज्य में दो और गुजरात, केरल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह से एक-एक और आठ पुनरीक्षण एफएसयू (महाराष्ट्र राज्य से चार, कर्नाटक राज्य से दो और मध्य प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह से एक-एक), जिन्हें आकस्मिक माना गया।

संबंधित तिमाही के लिए पीएलएफएस के अनुमानों का उपयोग करते समय इन पहलुओं को ध्यान में रखा जा सकता है।

बी. पीएलएफएस का नमूना डिजाइन

शहरी क्षेत्रों में रोटेशनल (चक्रीय) पैनल सैंपलिंग डिज़ाइन का उपयोग किया गया है। इस रोटेशनल पैनल योजना में, शहरी क्षेत्रों में प्रत्येक चयनित घर का चार बार दौरा किया जाता है, शुरुआत में 'प्रथम विज़िट शेड्यूल' के साथ और बाद में 'पुनः विज़िट शेड्यूल' के साथ समय-समय पर तीन बार की जाती है। रोटेशन की योजना यह सुनिश्चित करती है कि पहले चरण की सैंपलिंग इकाइयों (एफएसयू) का 75 प्रतिशत लगातार दो यात्राओं के बीच मिलान हो।

सी. नमूना आकार

राष्‍ट्रीय स्तर पर, शहरी क्षेत्रों में, अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही के दौरान कुल 5,742 एफएसयू (शहरी फ्रेम सर्वेक्षण से निकाली गई शहरी नमूना इकाई) का सर्वेक्षण किया गया है। सर्वेक्षण किए गए शहरी परिवारों की संख्या 45,074 थी और शहरी क्षेत्रों में सर्वेक्षण में शामिल व्यक्तियों की संख्या 1,70,487 थी।

  1. त्रैमासिक बुलेटिन के लिए प्रमुख रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों की संकल्पनात्मक रूपरेखा : आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर), श्रमिक आबादी अनुपात (डब्ल्यूपीआर), बेरोजगारी दर (यूआर), आदि जैसे प्रमुख रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों का अनुमान देता है। इन संकेतकों और 'वर्तमान साप्ताहिक स्थिति' को निम्नानुसार परिभाषित किया गया है:
  1. श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर): एलएफपीआर को जनसंख्या में श्रम बल (अर्थात् काम करने वाले, काम की तलाश करने वाले या काम के लिए उपलब्ध) में शामिल व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया जाता है।
  1. श्रमिक आबादी अनुपात (डब्ल्यूपीआर): डब्ल्यूपीआर को जनसंख्या में कार्यरत व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया जाता है।
  1. बेरोजगारी दर (यूआर): यूआर को श्रम बल में बेरोजगार व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया जाता है।
  1. वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस): सर्वेक्षण की तिथि से पहले के अंतिम 7 दिनों की संदर्भ अवधि के आधार पर निर्धारित गतिविधि स्थिति को व्यक्ति की वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) के रूप में जाना जाता है।
  1. अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही के लिए त्रैमासिक बुलेटिन मंत्रालय की वेबसाइट ( https://mospi.gov.in ) पर उपलब्ध है। मुख्य परिणाम संलग्न विवरणों में दिए गए हैं।

अनुलग्नक

पीएलएफएस, त्रैमासिक बुलेटिन (अक्टूबर-दिसंबर 2024) के प्रमुख निष्कर्ष

  1. 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर)

शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए अक्टूबर-दिसंबर 2024 में एलएफपीआर 50.4 प्रतिशत रहा। जबकि पुरुषों के लिए एलएफपीआर अक्टूबर-दिसंबर 2024 में 75.4 प्रतिशत और महिलाओं के लिए 25.2 प्रतिशत था।

विवरण 1: 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए शहरी क्षेत्रों में सीडब्ल्यूएस में एलएफपीआर (प्रतिशत में)

अखिल भारतीय

सर्वेक्षण अवधि

पुरुष

महिला

व्यक्ति

(1)

(2)

(3)

(4)

अक्टूबर – दिसंबर 2023

74.1

25.0

49.9

जनवरी – मार्च 2024

74.4

25.6

50.2

अप्रैल – जून 2024

74.7

25.2

50.1

जुलाई – सितंबर 2024

75.0

25.5

50.4

अक्टूबर – दिसंबर 2024

75.4

25.2

50.4

 

  1. 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए श्रमिक आबादी अनुपात (डब्‍ल्‍यूपीआर)

शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए अक्टूबर-दिसंबर 2024 में डब्‍ल्‍यूपीआर 47.2 प्रतिशत था। पुरुषों के लिए, यह अक्टूबर-दिसंबर 2024 में 70.9 प्रतिशत था, जबकि महिलाओं के लिए, इस अवधि के दौरान यह 23.2 प्रतिशत था।

विवरण 2 : 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए शहरी क्षेत्रों में सी.डब्लू.एस. में डब्ल्यू.पी.आर. (प्रतिशत में)

अखिल भारतीय

सर्वेक्षण अवधि

पुरुष

महिला

व्यक्ति

(1)

(2)

(3)

(4)

अक्टूबर – दिसंबर 2023

69.8

22.9

46.6

जनवरी – मार्च 2024

69.8

23.4

46.9

अप्रैल – जून 2024

70.4

23.0

46.8

जुलाई – सितंबर 2024

70.7

23.4

47.2

अक्टूबर – दिसंबर 2024

70.9

23.2

47.2

 

  1. 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए बेरोजगारी दर (यूआर)

शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए अक्टूबर-दिसंबर 2024 में बेरोजगारी दर 6.4 प्रतिशत थी। पुरुषों के लिए, अक्टूबर-दिसंबर 2024 में बेरोजगारी दर 5.8 प्रतिशत थी और महिलाओं के लिए, इसी अवधि के दौरान बेरोजगारी दर 8.1 प्रतिशत रही।

विवरण 3 : 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए शहरी क्षेत्रों में सी.डब्लू.एस. में यू.आर. (प्रतिशत में)

अखिल भारतीय

सर्वेक्षण अवधि

पुरुष

महिला

व्यक्ति

(1)

(2)

(3)

(4)

अक्टूबर – दिसंबर 2023

5.8

8.6

6.5

जनवरी – मार्च 2024

6.1

8.5

6.7

अप्रैल – जून 2024

5.8

9.0

6.6

जुलाई – सितंबर 2024

5.7

8.4

6.4

अक्टूबर – दिसंबर 2024

5.8

8.1

6.4

 

ई. प्रमुख श्रम बाजार संकेतकों के त्रैमासिक अनुमानों की मुख्य विशेषताएं

  1. 2022 से 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर) में रुझान

जनवरी-मार्च, 2022 तिमाही से शहरी क्षेत्रों में पुरुषों और महिलाओं के लिए एलएफपीआर का रुझान आंकड़ा 1 और 2 में प्रस्तुत किया गया है।

  1. 2022 से 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए श्रमिक आबादी अनुपात (डब्‍लयूपीआर) में रुझान

जनवरी-मार्च, 2022 तिमाही से शहरी क्षेत्रों में पुरुषों और महिलाओं के लिए डब्‍ल्‍यूपीआर की प्रवृत्ति चित्र 3 और 4 में प्रस्तुत की गई है।

  1. 2022 से 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए बेरोजगारी दर (यूआर) का रुझान

जनवरी-मार्च, 2022 तिमाही से शहरी क्षेत्रों में पुरुषों और महिलाओं के लिए शहरी जनसंख्या का रुझान चित्र 5 और 6 में प्रस्तुत किया गया है।

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