कोयला मंत्रालय
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खान जल प्रबंधन

Posted On: 10 FEB 2025 3:24PM by PIB Delhi

कोयला और लिग्नाइट सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू), अर्थात् कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल), एनएलसी इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल), और सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल), सक्रिय और बंद पड़ी खदानों से उपचारित खदान जल का सक्रिय रूप से पीने, सिंचाई और औद्योगिक उद्देश्यों के लिए उपयोग कर रहे हैं।

सीआईएल 878 गांवों को खदान का पानी मुहैया करा रहा है, जिससे करीब 11.74 लाख लोगों को फायदा हो रहा है। वित्त वर्ष 2024-25 में 7271 एकड़ भूमि को कवर करते हुए सिंचाई के लिए 1111.32 लाख क्यूबिक मीटर (एलसीएम) का इस्तेमाल किया जा रहा है। सीआईएल की सहायक कंपनियां मछली पालन के लिए जलाशय भी विकसित कर रही हैं। झारखंड राज्य सरकार के साथ मौजूदा समझौता ज्ञापन (एमओयू) समुदाय के लिए खदान के पानी के उपयोग को सुविधाजनक बनाने के लिए है, जबकि वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड और महाराष्ट्र राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड के बीच समझौता ज्ञापन औद्योगिक उपयोग के लिए अतिरिक्त खदान के पानी को उपलब्ध कराने के लिए है।

एनएलसीआईएल अपनी नेवेली लिग्नाइट खदानों से खदान के पानी का प्रभावी ढंग से उपयोग कर रहा है, जिसमें 601.20 एलसीएम का उपयोग बिजली उत्पादन के लिए किया जाता है, 140 एलसीएम पेयजल के रूप में आपूर्ति की जाती है जिससे 9.55 लाख निवासियों को लाभ मिलता है, और वित्त वर्ष 2024-25 में 25,000 एकड़ से अधिक की सिंचाई के लिए 381 एलसीएम की आपूर्ति की जाती है। तमिलनाडु सरकार के सहयोग से एनएलसीआईएल चेन्नई मेट्रो जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड और तमिलनाडु जल आपूर्ति और जल निकासी बोर्ड के माध्यम से पीने के उद्देश्यों के लिए उपचारित खदान के पानी की आपूर्ति भी करता है।

तेलंगाना राज्य में एससीसीएल भी खदान के पानी का प्रभावी ढंग से उपयोग कर रहा है, जिसमें 357 एलसीएम का उपयोग औद्योगिक उद्देश्यों के लिए किया जाता है, 20.85 एलसीएम घरेलू उपयोग के लिए आपूर्ति की जाती है, और वित्त वर्ष 2024-25 में 662.50 एलसीएम सिंचाई के लिए आपूर्ति की जाती है, जिससे आस-पास के समुदायों को लाभ मिलता है। अतिरिक्त खदान के पानी को सिंचाई के लिए कृषि टैंकों में संग्रहित किया जाता है, जबकि परित्यक्त खदानों के पानी का उपयोग सिंचाई और घरेलू जरूरतों के लिए आसपास के गांवों में सामुदायिक उपयोग के लिए किया जाता है।

यह जानकारी केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने आज राज्य सभा में एक लिखित उत्तर में दी।

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