रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय
उर्वरक विभाग द्वारा किसानों के बीच नैनो उर्वरकों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं
परामर्श एवं क्षेत्र स्तरीय प्रदर्शनों के माध्यम से देश के सभी 15 कृषि-जलवायु क्षेत्रों में नैनो डीएपी को अपनाने के लिए महाअभियान
ड्रोन के माध्यम से नैनो उर्वरकों का छिड़काव - एक लागत प्रभावी विधि
Posted On:
07 FEB 2025 5:42PM by PIB Delhi
किसानों के बीच नैनो उर्वरकों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जा रहे हैं:
- जागरूकता शिविरों, वेबिनार, नुक्कड़ नाटक, क्षेत्रीय प्रदर्शनों, किसान सम्मेलनों और क्षेत्रीय भाषाओं में फिल्मों जैसी विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से नैनो यूरिया के उपयोग को बढ़ावा।
- प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्रों (पीएमकेएसके) पर संबंधित कंपनियों द्वारा नैनो यूरिया और नैनो डीएपी की उपलब्धता।
- उर्वरक विभाग द्वारा जारी मासिक आपूर्ति योजना के अंतर्गत नैनो यूरिया को नियमित रूप से शामिल करना।
- आईसीएआर द्वारा भारतीय मिट्टी विज्ञान संस्थान, भोपाल के माध्यम से हाल ही में “उर्वरक (नैनो-उर्वरकों सहित) का कुशल एवं संतुलित उपयोग” पर राष्ट्रीय अभियान का आयोजन।
- 15 नवंबर, 2023 को शुरू की गई विकसित भारत संकल्प यात्रा (वीबीएसवाई) के दौरान नैनो उर्वरकों के उपयोग को बढ़ावा देने का कार्य।
- नैनो उर्वरकों जैसे नैनो यूरिया के पत्तियों पर छिड़काव के माध्यम से आवेदन और उपयोग में आसानी के लिए, ड्रोन के माध्यम से नैनो यूरिया का छिड़काव और खुदरा बिंदुओं पर बैटरी चालित स्प्रेयर का वितरण जैसे पहलों को लागू किया गया है। पर्णीय अनुप्रयोग के माध्यम से नैनो यूरिया जैसे नैनो उर्वरकों का अनुप्रयोग एवं उपयोग में आसानी के लिए, ड्रोन के माध्यम से नैनो यूरिया का छिड़काव और खुदरा बिंदुओं पर बैटरी संचालित स्प्रेयर का वितरण जैसी पहल। इस प्रयोजन के लिए, ग्राम स्तरीय उद्यमियों के माध्यम से पायलट प्रशिक्षण और कस्टम हायरिंग छिड़काव सेवाओं को सक्रिय रूप से बढ़ावा देना।
- उर्वरक विभाग द्वारा उर्वरक कंपनियों के सहयोग से देश के सभी 15 कृषि-जलवायु क्षेत्रों में नैनो डीएपी अपनाने के लिए परामर्श और क्षेत्र स्तर प्रदर्शनों के माध्यम से एक महा अभियान की शुरुआत। इसके अलावा, उर्वरक कंपनियों के सहयोग से, उर्वरक मंत्रालय द्वारा देश के 100 जिलों में नैनो यूरिया प्लस के लिए क्षेत्र स्तर पर प्रदर्शन एवं जागरूकता कार्यक्रमों के लिए अभियान की शुरुआत।
वर्तमान में, उर्वरक विभाग द्वारा सब्सिडी का कोई प्रावधान नहीं है। हालांकि, उर्वरक विभाग अपनी कंपनियों को नैनो उर्वरक संयंत्र स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है।
ड्रोन के माध्यम से नैनो उर्वरकों का छिड़काव एक लागत प्रभावी विधि के रूप में उभरकर सामने आया है। विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान, किसानों ने इस नए छिड़काव तकनीक को अपनाने में दिल्चस्पी व्यक्त की।
वर्तमान में, नैनो उर्वरकों के उत्पादन को किसी भी उत्पादन लिंक प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत लाने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
यह जानकारी केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
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