गृह मंत्रालय
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केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज गुजरात के वडनगर में अत्याधुनिक पुरातत्व अनुभवात्मक संग्रहालय, प्रेरणा काम्प्लेक्स एवं वडनगर स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स का उद्घाटन किया


वडनगर में जन्मे एक सामान्य बालक से विश्व नेता बनने तक का प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का सफर आने वाले समय में देश-दुनिया के विद्यार्थियों के लिए अध्ययन का विषय बनेगा

आज दुनिया मोदी जी के पदचिन्हों पर चल रही है, उन्होंने अपने भाग्य में मिली गरीबी को करुणा में बदलकर गरीबों का कल्याण करने का काम किया

‘पुरातात्विक अनुभवात्मक संग्रहालय’ दुनिया का एकमात्र संग्रहालय है, जहां इतिहास और उत्खनन दोनों का संगम है

यह संग्रहालय 2,500 वर्ष पुराने वडनगर की संस्कृति को जीवंत करने के साथ, हर कालखंड में प्रचलित संस्कृति, व्यापार, शिक्षा व शासन के योगदान को दुनिया के सामने रखेगा

जब कोई 500 वर्षों के बाद वडनगर का इतिहास लिखेगा तब मोदी जी के जन्म स्थान के रूप में वडनगर को जरूर याद किया जायेगा

स्वामी दयानंद सरस्वती जी, महात्मा गाँधी जी और सरदार साहब की विरासत को तेजस्विता के साथ आगे बढ़ाने का काम मोदी जी कर रहे हैं

विपरीत अवस्था में जन्म लेकर किसी भी तरह की कटुता के बगैर समग्र समाज का भला करने की सोच एक ईश्वरप्रदत्त प्रतिभावान व्यक्ति में ही आ सकती है और वो मोदी जी हैं

Posted On: 16 JAN 2025 6:34PM by PIB Delhi

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज गुजरात के वडनगर में अत्याधुनिक पुरातत्व अनुभवात्मक संग्रहालय, प्रेरणा काम्प्लेक्स एवं वडनगर स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स का उद्घाटन किया। श्री अमित शाह ने वडनगर में विरासत परिसर विकास योजना और शहरी सड़क विकास और सौन्दर्यीकरण कार्यक्रम की भी अध्यक्षता की। इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की यात्रा पर एक फिल्म का भी विमोचन किया। इस मौके पर केन्द्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान और गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

अपने संबोधन में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के पदचिन्हों पर चल रही है और आज का यह कार्यक्रम मोदी जी की ही जन्मभूमि पर हो रहा है। आज का यह कार्यक्रम कई मायनों में वडनगर को देश और दुनिया के नक्शे पर प्रमुखता से रखने वाला है। उन्होंने कहा कि वडनगर दुनिया के सबसे पुरातन शहरों में से एक है जिसने अपनी अक्षुण्णता और जीवंतता के कारण हर काल की संस्कृति और संस्कारों को प्रभावित करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि वडनगर की यात्रा हज़ारों साल से अनथक रूप से चली आ रही है और हमारे पास इसके 2500 साल से अधिक पुराने प्रमाण भी उपलब्ध हैं।

श्री अमित शाह ने कहा कि लोगों को इस पुरातात्विक अनुभवात्मक संग्रहालय और उत्खनन परिसर का भ्रमण ज़रूर करना चाहिए क्योंकि पूरी दुनिया में ऐसा कोई संग्रहालय नहीं है जहां इतिहास और उत्खनन दोनों एक साथ मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की परिकल्पना वाले लगभग 300 करोड़ की लागत से बने इस संग्रहालय ने न सिर्फ वडनगर बल्कि गुजरात और पूरे देश की संस्कृति को दुनिया के नक्शे पर रखने का काम किया है। संग्रहालय बनाने वालों ने संग्रहालय भवन और उत्खनन स्थल में 2500 साल से अधिक पुरानी वडनगर की यात्रा को जीवंत करने का काम किया है। श्री शाह ने कहा कि ये म्यूज़ियम न सिर्फ वडनगर के पुरातन होने का बोध देता है बल्कि वडनगर के हर कालखंड के दौरान प्रचलित संस्कृति, व्यापार, नगर रचना, शिक्षा और शासन के योगदान को भी दिखाता है।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज यहां प्रेरण संकुल परिसार का भी औपचारिक उद्घाटन हुआ है और जिस स्कूल में प्रधानमंत्री मोदी जी ने प्राथमिक शिक्षा प्राप्त की थी, वहां आज देशभर के बच्चे उनके दिखाए रास्ते पर चलने की शिक्षा प्राप्त करने के लिए आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रेरणा संकुल भविष्य में कई ऐसे बड़े व्यक्तियों के निर्माण का योगदान देने का काम करेगा। आज यहां खेल परिसर का भी उद्घाटन हुआ है। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने 2036 के ओलिंपिक खेल अहमदाबाद में आयोजित करने का लक्ष्य रखा है और उस वक्त वडनगर के उसमें हिस्सा लेने के लिए तैयार हो सकेंगे।

श्री अमित शाह ने कहा कि वडनगर की संस्कृति और इतिहास बहुत पुराने हैं और यहां कई सनातन सन्यासियों ने तप, साधना और ज्ञान की उपासना की है। जैन साधुओं ने अनेक जैन अगम-निगम की रचना और तपस्या यहां की। उन्होंने कहा कि ऐसा माना जाता है कि यहीं पर पहली बार सिर्फ साधुओं के लिए पढ़े जाने वाले जैन ग्रंथ कल्पसूत्र को जनता के लिए पढ़ने का काम हुआ। श्री शाह ने कहा कि यह स्थान बौद्ध विहार भी रहा है और अपनी ज्ञान पिपासा बुझाने के लिए भी बहुत सारे बौद्ध भिक्षु भी यहां आए। उन्होंने कहा कि यह स्थान तीन महान धर्मों की उपासना स्थली रहा है और स्कंद पुराण से लेकर चमत्कारपुर, अनर्तपुर, आनंदपुर और वडनगर की पूरी यात्रा को इस संग्रहालय में चित्रों के साथ रखा गया है।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने जिस पंच प्रण के संकल्प को पूरे देश के सामने रखा है, उनमें हमारी विरासत पर गौरव करना भी शामिल है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने पंच प्रण का संदेश देश के युवाओं को इसीलिए दिया है कि उनमें गुलामी के सारे चिन्हों को भुलाकर विरासत के गौरव की अनुभूति कर भविष्य को आधुनिकता के आधार पर गढ़ने का साहस और कुव्वत आए। उन्होंने कहा कि हमारी विरासत पर गौरव और गुलामी के अवशेषों को मिटाना आज इस संग्रहालय के माध्यम से संभव होने जा रहा है। यह संग्रहालय हमारे आर्थिक, आध्यात्मिक, सामाजिक, नैतिक, भौतिक और सांस्कृतिक विकास की परतें संजोए हुए हैं, जो वडनगर के 2500 साल के कालखंड में भारत की सांस्कृतिक, राजनीतिक, प्रशासनिक यात्रा और नगर रचना को इंगित करने वाली हैं। श्री शाह ने कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में हम अपनी खोई हुई इस धरोहर को दुनियाभर से संजोकर वापस ला रहे हैं। मोदी जी के नेतृत्व में गुजरात से चोरी हुई महिषासुर मर्दिनी की प्रतिमा समेत लगभग 350 कलाकृतियों को देश में वापस लाया गया है।

श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने स्वामी दयानंद सरस्वती जी, महात्मा गांधी और सरदार पटेल की विरासत को उतनी ही भव्यता और तेज के साथ आगे बढ़ाने का काम किया है। मोदी जी ने पूरे देश और दुनिया में वडनगर और गुजरात को प्रसिद्ध करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि वडनगर में व्यतीत हुए बचपन से लेकर देश के प्रधानमंत्री और विश्व नेता बनने तक मोदी जी के पूरे जीवन की यह यात्रा आने वाले दिनों में देश और दुनिया के बहुत सारे विद्यार्थियों के अध्ययन का विषय बनने वाली है। श्री शाह ने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी जी के पूरे जीवन को एक भाषण में वर्णित करना असंभव है। वडनगर के गरीब परिवार में जन्म लेने वाले बच्चे से लेकर पूरी दुनिया का मार्गदर्शन करने वाले वैश्विक नेता के रूप में मोदी जी की यह यात्रा अवर्णनीय है और इसे शब्दों में नहीं बांधा जा सकता। उन्होंने कहा कि अपना बचपन दारूण गरीबी में बिताने वाले, एक चाय बेचने वाले पिता और एक गरीब मां के बेटे श्री नरेन्द्र मोदी जी जब बड़े हुए तो उन्होंने कहीं पर भी कोई कटुता नहीं रखी। मोदी जी ने इस प्रकार शासन किया है कि उनके जैसी गरीबी राज्य और देश के किसी और बच्चे को न सहन करनी पड़े।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने अपने जीवन में मिली गरीबी को करूणा में बदला और उच्च सोच के आधार पर पूरे भारत के गरीबों का कल्याण करने का काम किया। मोदी जी ने करोडों लोगों के जीवन की ज़रूरतों को पूरा करने का काम भी किया। श्री शाह ने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में जन्म लेकर बिना कटुता के साथ पूरे समाज का भला करने की सोच एक ईश्वरप्रदत्त प्रतिभावान संपन्न बच्चे में ही आ सकती है और वो वडनगर का बेटा नरेन्द्र मोदी है। उन्होंने कहा कि बचपन में मोदी जी की स्वयं की शिक्षा में कई कठिनाइयां आईं और तब से लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री बनने तक उन्होंने प्राथमिक शिक्षा को खासा महत्व दिया। गुजरात में कन्या केलवणी यात्रा नाम से बच्चों और बच्चियों को पढ़ाने का एक अभियान मोदी जी ने शुरू किया। उन्होंने कहा कि मोदी जी जब गुजरात के मुख्यमंत्री बने तब राज्य का ड्रॉप आउट रेश्यो 37 प्रतिशत था और जब मोदी जी देश के प्रधाननमंत्री बने तब तक यह घटकर मात्र एक प्रतिशत रह गया था।

श्री अमित शाह ने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पूरे गुजरात में भ्रमण कर लोगों की समस्याओं की जानकारी ली और राज्य के मुख्यमंत्री बनने के बाद उन सभी समस्याओं का समाधान करने का काम किया। गुजरात में मोदी जी ने संगठन आधारित पार्टी की कल्पना की। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने जाति, व्यक्तित्व और परिवारवाद के आधार पर नहीं बल्कि विचारधारा और विकास के आधार पर लोकप्रियता प्राप्त करने का नया प्रयोग किया। श्री शाह ने कहा कि देशभर की राजनीति, परिवारवाद में लिप्त थी लेकिन उसे समाप्त कर परिवारवाद की राजनीति की जगह पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस को स्थापित करने का काम वडनगर में जन्म लेने वाले श्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया। गुजरात में एक सर्वसमावेशी और सर्वस्पर्शीय विकास का मॉडल बना जिसमें राज्य का कोई भी क्षेत्र और व्यक्ति अछूता नहीं था। मोदी जी ने गुजरात में वन बंधु कल्याण योजना, सागरखेडू कल्याण योजना, देशभर में पहली बार 24 घंटे बिजली पहुंचाने, रोड़ नेटवर्क, इन्फ्रास्ट्रक्चर, सौर ऊर्जा, स्ट्रक्चर्ड शहरी और ग्रामीण विकास और संपूर्ण शिक्षा के प्रयोग किए। उन्होंने कहा कि इस मॉडल को देशभर में गुजरात मॉडल के नाम से जाना-पहचाना और स्वीकारा है और इसी कारण गुजरात के मुख्यमंत्री से सीधे देश के प्रधानमंत्री बने।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और पुनर्रूत्थान पर मोदी जी के भाषण लाखों लोगों को मंत्रमुग्ध कर देते थे। मोदी जी के कार्यकाल में ही 550 साल से टेंट में रहने वाले रामलला के लिए एक भव्य मंदिर बनाने का स्वप्न पूरा हुआ। उन्होंने कहा कि गुजरात के ही बेटे ने 5 अगस्त, 2019 को धारा 370 समाप्त कर दी और कश्मीर को भारत माता का अभिन्न अंग बनाने का काम किया। उन्होंने कहा कि मुस्लिम बहनों पर त्रिपल तलाक के माध्यम से अन्याय होता था और इसे समाप्त करने का काम भी मोदी जी ने किया। मोदी जी ने कॉमन सिविल कोड लाकर पंथनिरपेक्षता को भी स्थापित करने का काम किया। श्री शाह ने कहा कि आतंकवाद और नक्सलवाद के खिलाफ मोदी सरकार के दृढ़ संकल्प और सतत अभियानों के कारण ये दोनों समस्याएं आज देश में अंतिम सांसें ले रही हैं। उन्होंने कहा कि दृढ़ सुरक्षा नीति के कारण सर्जिकल और एयर स्ट्राइक कर पूरी दुनिया में मोदी सरकार ने एक संदेश भेजा कि हमारे देश की सेना और सीमा के साथ कोई छेड़खानी नहीं कर सकता वर्ना कठोर परिणाम भुगतने पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि एक सुसज्जित सेना, गरीब कल्याण, ग्रामीण विकास और कृषि को अर्थतंत्र का मज़बूत स्तंभ बनाने का काम मोदी जी ने किया।

श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने रोज़गार सृजन और ग्रामीण विकास के लिए सहकारिता मंत्रालय की स्थापना की, स्टार्टअप को प्रोत्साहन दिया और तकनीक का उपयोग कर शासन को सीधा गरीब के घर तक पहुंचाया। तकनीक का जनकल्याण में उपयोग, डीबीटी, डिजिटल इंडिया, आधार कार्ड या ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से मोदी जी ने आश्चर्यजनक तरीके से भारत को पूरी दुनिया में सबसे आगे रखने का काम किया। मोदी जी ने मेक इन इंडिया के माध्यम से करोड़ों नौकरियों का सृजन किया और भारत को मैनुफैक्चरिंग का हब बनाया। योग और आयुर्वेद के साथ-साथ अपनी सभी भाषाओं को नया जीवन देने का काम भी मोदी जी ने किया। उन्होंने कहा कि आदिवासी, पिछड़ा वर्ग और दलित कल्याण को मोदी जी ने आगे बढ़ाया। साथ ही महिला अधिकार के लिए विधायिका और संसद में बहनों को 33 प्रतिशत आरक्ष्ण देकर नीतिनिर्धारण में उनकी बड़ी भूमिका भी तय की। प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल के दौरान ही मज़बूत विदेश नीति देखने को मिली। गृह मंत्री ने कहा कि भारत न किसी को आंख दिखाकर और न अपनी आंख झुकाकर आगे बढ़ना चाहता है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने सबसे आंख मिलाकर समानता के साथ बात करने के लिए विदेश नीति की एक नई परंपरा शुरू की है।

केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज से 500 साल के बाद जब वडनगर का इतिहास लिखा जाएगा, तब कई मनीषियों की तरह मोदी जी के जन्मस्थान के रूप में भी वडनगर को निश्चित रूप से याद किया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी जी ने 2500 साल की वडनगर की यात्रा को एक संग्रहालय के रूप में संजोकर विश्व के सामने रखने का काम किया है। श्री शाह ने कहा कि यह म्यूज़ियम, वडनगर के इतिहास को दुनिया के नक्शे पर ऱखने वाला होगा और प्रधानमंत्री मोदी जी का यह पुरुषार्थ और कर्मयोग वडनगर को पूरी दुनिया में उत्सुकता, जानकारी प्राप्त करने और शिक्षा का केन्द्र बनाएगा।

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