संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय
अमंत्या टेक्नोलॉजीज को टीटीडीएफ (दूरसंचार प्रौद्योगिकी विकास निधि) योजना के तहत ‘मेड इन इंडिया’ कैरियर-ग्रेड 5जी एसए कोर विकसित करने के लिए अनुदान दिया गया
Posted On:
24 DEC 2024 6:02PM by PIB Delhi
दूरसंचार विभाग (डीओटी) द्वारा अमंत्या टेक्नोलॉजीज को यूएसओएफ (अब "डिजिटल भारत निधि") की दूरसंचार प्रौद्योगिकी विकास निधि (टीटीडीएफ) योजना के तहत "सार्वजनिक और उद्यम स्तर पर अमल में लाने के लिए अगली पीढ़ी के 3जीपीपी रिलीज 16/17 अनुपालक 'मेड इन इंडिया 5जी एसए कोर' के साथ 'इंडिया 5जी स्टैक' का विकास" नामक परियोजना के लिए वित्त पोषण किया गया है।
अमंत्या अपने मौजूदा एंटरप्राइज-ग्रेड 5जी एसए कोर पर निर्माण करेगी, ताकि नवीनतम 3जीपीपी मानकों के अनुरूप कैरियर-ग्रेड समाधान प्रदान किया जा सके। इस परियोजना का उद्देश्य उन्नत नोड्स के साथ एक घरेलू 5जी एसए कोर विकसित करना है। उन्नत 5जी एसए कोर नेटवर्क 3जीपीपी मानकों के अनुरूप होगा और बड़े पैमाने पर सार्वजनिक कैरियर और निजी उद्यम स्तर पर लागू करने के लिए उपयुक्त बेहतर सुरक्षा सुविधाएं प्रदान करेगा। यह मौजूदा 4जी/5जी नेटवर्क के साथ सहज एकीकरण को सक्षम बनाते हुए नेटवर्क स्लाइसिंग, क्यूओएस, वीओएनआर, यूआरएलएलसी और एमएमटीसी जैसी उन्नत सुविधाओं का समर्थन करेगा। समाधान में जियो-रिडंडेंसी (भू अतिरेकता), उच्च उपलब्धता, ईएफके फ्रेमवर्क का उपयोग करके ट्रैफिक मॉनिटरिंग और स्वचालित स्केलिंग जैसी कार्यक्षमताएं शामिल होंगी। इसके अतिरिक्त, यह तृतीय-पक्ष ओएसएस/बीएसएस और बिलिंग सिस्टम के लिए नॉर्थबाउंड इंटरफेस प्रदान करेगा और सामान्य-उद्देश्य हार्डवेयर या क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर पर तैनाती सुनिश्चित करेगा।
यह समाधान क्लाउड-एग्नोस्टिक भी होगा, जो कुबेरनेट्स, ओपनस्टैक और ओपनशिफ्ट जैसे प्लेटफार्मों पर तैनाती का समर्थन करेगा, जिससे यह कैरियर, निजी या ऑन-प्रिमाइसेस क्लाउड पर उपयोग के लिए लचीला हो जाएगा।
एक कार्यक्रम के दौरान समझौते पर हस्ताक्षर हुए, जिसमें सी-डॉट के सीईओ डॉ. राजकुमार उपाध्याय, दूरसंचार विभाग में टीटीडीएफ के डीडीजी डॉ. पराग अग्रवाल, अमंत्या टेक्नोलॉजीज की सीईओ सुश्री अनुराधा गुप्ता और सी-डॉट के निदेशक डॉ. पंकज कुमार दलेला भी शामिल हुए।
नई दिल्ली में आयोजित अनुबंध हस्ताक्षर समारोह में बोलते हुए, सी-डॉट के सीईओ डॉ. राजकुमार उपाध्याय ने कहा, "अमंत्या की पहल भारत के दूरसंचार पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। घरेलू स्तर पर 5जी एसए कोर विकसित करने से "आत्मनिर्भर भारत" के तहत तैनाती के लिए एक स्वदेशी विकल्प उपलब्ध होगा। हम इस परियोजना की देखरेख करने और ऐसे नवाचारों का समर्थन करने के लिए तत्पर हैं जो सार्वजनिक कैरियर और उद्यमों दोनों को लाभान्वित कर सकें।"
टीटीडीएफ के डीडीजी डॉ. पराग अग्रवाल ने कहा, "अमंत्या टेक्नोलॉजीज को यह वित्तीय सहायता दूरसंचार क्षेत्र में भारत की बढ़ती क्षमताओं का प्रमाण है। नवाचार और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देकर, यह पहल भारत को 5जी तकनीक के लिए वैश्विक केंद्र में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।"
अमंत्या टेक्नोलॉजीज की सीईओ अनुराधा गुप्ता ने कहा, "टीटीडीएफ योजना के तहत यह अनुदान प्राप्त करना हमारे लिए सम्मान की बात है। भारत में कैरियर-ग्रेड 5जी एसए कोर समाधान विकसित करना दूरसंचार प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता हासिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह परियोजना भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत विजन के अनुरूप है और यह देश के दूरसंचार बुनियादी ढांचे को बढ़ाएगी, साथ ही हमें 6जी जैसी भविष्य की प्रगति के लिए तैयार करेगी।"

यह परियोजना बड़े पैमाने पर तैनाती के लिए डिजाइन किए गए सुरक्षित और बड़े पैमाने पर लागू करने योग्य 5G समाधान प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करेगी। इसका उद्देश्य ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में भी हाई-स्पीड कनेक्टिविटी का विस्तार करके डिजिटल कमियों को दूर करना है। “मेड इन इंडिया” दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करके, परियोजना नेटवर्क परिनियोजन की लागत को भी कम करेगी और 5G तकनीक को व्यापक रूप से अपनाने को प्रोत्साहित करेगी।
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