संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय
31 अक्टूबर, 2024 तक दूरसंचार उपभोक्ताओं के डेटा की मुख्य बातें
Posted On:
23 DEC 2024 3:24PM by PIB Delhi
विवरण
|
वायरलेस
|
वायरलाइन
|
कुल
(वायरलेस+
वायरलाइन)
|
ब्रॉडबैंड उपभोक्ता (मिलियन में)
|
896.81
|
44.66
|
941.47
|
शहरी टेलीफोन उपभोक्ता (मिलियन में)
|
625.56
|
34.86
|
660.42
|
अक्टूबर, 2024 में शुद्ध वृद्धि (मिलियन में)
|
-2.56
|
0.83
|
-1.73
|
मासिक वृद्धि दर
|
-0.41 प्रतिशत
|
2.44 प्रतिशत
|
-0.26 प्रतिशत
|
ग्रामीण टेलीफोन उपभोक्ता (मिलियन में)
|
524.86
|
2.93
|
527.79
|
अक्टूबर, 2024 में शुद्ध वृद्धि (मिलियन में)
|
-0.74
|
0.02
|
-0.72
|
मासिक वृद्धि दर
|
-0.14 प्रतिशत
|
0.84 प्रतिशत
|
-0.14 प्रतिशत
|
कुल टेलीफोन उपभोक्ता (मिलियन में)
|
1150.42
|
37.79
|
1188.20
|
अक्टूबर, 2024 में शुद्ध वृद्धि (मिलियन में)
|
-3.31
|
0.85
|
-2.45
|
मासिक वृद्धि दर
|
-0.29 प्रतिशत
|
2.31 प्रतिशत
|
-0.21 प्रतिशत
|
समग्र टेली-डेंसिटी* (प्रतिशत)
|
81.77 प्रतिशत
|
2.69 प्रतिशत
|
84.46 प्रतिशत
|
शहरी टेली-डेंसिटी* (प्रतिशत)
|
124.38 प्रतिशत
|
6.93 प्रतिशत
|
131.31 प्रतिशत
|
ग्रामीण टेली-डेंसिटी* (प्रतिशत)
|
58.06 प्रतिशत
|
0.32 प्रतिशत
|
58.39 प्रतिशत
|
शहरी उपभोक्ताओं का हिस्सा
|
54.38 प्रतिशत
|
92.25 प्रतिशत
|
55.58 प्रतिशत
|
ग्रामीण उपभोक्ताओं का हिस्सा
|
45.62 प्रतिशत
|
7.75 प्रतिशत
|
44.42 प्रतिशत
|
- अक्टूबर, 2024 में 13.45 मिलियन ग्राहकों ने मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) के लिए अपने अनुरोध प्रस्तुत किए। इसके साथ ही, एमएनपी के कार्यान्वयन के बाद से कुल मिलाकर एमएनपी अनुरोध सितंबर 2024 के अंत में 1039.11 मिलियन से बढ़कर अक्टूबर 2024 के अंत में 1052.56 मिलियन हो गए।
- अक्टूबर, 2024 में सक्रिय वायरलेस उपभोक्ताओं की संख्या (शीर्ष वीएलआर # की तिथि पर) 1066.67 मिलियन थी।
टिप्पणी:
- इस प्रेस विज्ञप्ति में दी गई जानकारी सेवा प्रदाताओं द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों पर आधारित है
* 'भारत और राज्यों के लिए जनसंख्या अनुमानों पर तकनीकी समूह की रिपोर्ट 2011-2036' से जनसंख्या के अनुमान के आधार पर, जो https://main.mohfw.gov.in/sites/default/files/Population%20Projection%20Report%202011-2036%20-%20uploadcompressed0.pdf लिंक के अंतर्गत उपलब्ध है।
# वी.एल.आर. विजिटर लोकेशन रजिस्टर का संक्षिप्त नाम है। विभिन्न टी.एस.पी. के लिए अधिकतम वी.एल.आर. की तिथियां अलग-अलग सेवा क्षेत्रों में अलग-अलग होती हैं।
- ब्रॉडबैंड उपभोक्ता
- अक्टूबर, 2024 में 1175 ऑपरेटरों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सितंबर 2024 में 1167 ऑपरेटरों की तुलना में, कुल ब्रॉडबैंड ग्राहक सितंबर-24 के अंत में 944.40 मिलियन से घटकर अक्टूबर-24 के अंत में 941.47 मिलियन हो गए, जिसमें मासिक गिरावट दर 0.31 प्रतिशत है। सेगमेंट-वार ब्रॉडबैंड ग्राहक और उनकी मासिक वृद्धि दर इस प्रकार है:-
अक्टूबर, 2024 के महीने में सेगमेंट-वार ब्रॉडबैंड सब्सक्राइबर और मासिक वृद्धि दर
खंड
|
ब्रॉडबैंड ग्राहक
(मिलियन में)
|
अक्टूबर, 2024 माह में मासिक वृद्धि दर
|
30 सितंबर, 2024 तक
|
31 अक्टूबर, 2024 तक
|
वायर्ड सब्सक्राइबर
|
43.63
|
44.66
|
2.37 प्रतिशत
|
फिक्स्ड वायरलेस ग्राहक
(वाई-फाई, वाई-मैक्स, पॉइंट-टू-पॉइंट रेडियो और वीसैट)
|
0.99
|
0.76
|
-22.72 * प्रतिशत
|
मोबाइल डिवाइस उपयोगकर्ता (फोन और डोंगल)
|
899.79
|
896.05
|
-0.42 प्रतिशत
|
कुल
|
944.40
|
941.47
|
-0.31 प्रतिशत
|
*फिक्स्ड वायरलेस सेगमेंट में गिरावट मुख्य रूप से अक्टूबर 2024 के महीने में मेसर्स भारती एयरटेल लिमिटेड द्वारा वायरलाइन ब्रॉडबैंड में एफडब्ल्यूए (5जी) ग्राहकों की संख्या की रिपोर्टिंग में बदलाव के कारण है।
31 अक्टूबर, 2024 तक शीर्ष पांच ब्रॉडबैंड
(वायर्ड+वायरलेस) सेवा प्रदाता
क्र. सं.
|
सेवा प्रदाता का नाम
|
ग्राहक आधार
(मिलियन में)
|
-
|
रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड
|
474.81
|
-
|
भारती एयरटेल लिमिटेड
|
287.67
|
-
|
वोडाफोन आइडिया लिमिटेड
|
125.43
|
-
|
भारत संचार निगम लिमिटेड
|
36.38
|
-
|
एट्रिया कन्वर्जेंस टेक्नोलॉजीज लिमिटेड
|
2.27
|
शीर्ष पांच बनाम कुल ब्रॉडबैंड (वायर्ड+वायरलेस) का बाजार में हिस्सा
|
98.42 प्रतिशत
|
- ब्रॉडबैंड सेवाओं के सेवा प्रदातावार बाजार में हिस्सेदारी का ग्राफिकल प्रतिनिधित्व नीचे दिया गया है: -
ब्रॉडबैंड का सेवा प्रदातावार बाजार में हिस्सा
(वायर्ड + वायरलेस) 31 अक्टूबर, 2024 तक सेवाएं
31 अक्टूबर, 2024 तक शीर्ष पांच वायर्ड ब्रॉडबैंड सेवा प्रदाता
एस.एन.
|
सेवा प्रदाता का नाम
|
ग्राहक आधार
(मिलियन में)
|
-
|
रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड
|
14.79
|
-
|
भारती एयरटेल लिमिटेड
|
8.91
|
-
|
भारत संचार निगम लिमिटेड
|
4.22
|
-
|
एट्रिया कन्वर्जेंस टेक्नोलॉजीज लिमिटेड
|
2.27
|
-
|
केरल विजन ब्रॉडबैंड लिमिटेड
|
1.24
|
शीर्ष पांच की बाजार में हिस्सेदारी बनाम कुल वायर्ड ब्रॉडबैंड
|
70.39 प्रतिशत
|
31 अक्टूबर, 2024 तक शीर्ष पांच वायरलेस ब्रॉडबैंड सेवा प्रदाता
क्र.सं.
|
सेवा प्रदाता का नाम
|
ग्राहक आधार
(मिलियन में)
|
-
|
रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड
|
460.02
|
-
|
भारती एयरटेल लिमिटेड
|
278.76
|
-
|
वोडाफोन आइडिया लिमिटेड
|
125.43
|
-
|
भारत संचार निगम लिमिटेड
|
32.15
|
-
|
इंटेक ऑनलाइन प्राइवेट लिमिटेड
|
0.25
|
शीर्ष पांच की बाजार हिस्सेदारी बनाम कुल वायरलेस ब्रॉडबैंड
|
99.98 प्रतिशत
|
- वायरलाइन सब्सक्राइबर
- सितंबर-2024 के अंत में वायरलाइन ग्राहकों की संख्या 36.93 मिलियन से बढ़कर अक्टूबर-2024 के अंत में 37.79 मिलियन हो गई। वायरलाइन ग्राहक आधार में शुद्ध वृद्धि 0.85 मिलियन रही, जिसमें मासिक वृद्धि दर 2.31 प्रतिशत रही। अक्टूबर, 2024 के अंत में कुल वायरलाइन ग्राहकों में शहरी और ग्रामीण ग्राहकों की हिस्सेदारी क्रमशः 92.25 प्रतिशत और 7.75 प्रतिशत थी।
- भारत में कुल वायरलाइन टेली-डेंसिटी सितंबर, 2024 के अंत में 2.63 प्रतिशत से बढ़कर अक्टूबर-2024 के अंत में 2.69 प्रतिशत हो गया। इसी अवधि के दौरान शहरी और ग्रामीण वायरलाइन टेली-डेंसिटी क्रमशः 6.93 प्रतिशत और 0.32 प्रतिशत था।
- 31 अक्टूबर, 2024 तक तीन सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों, बीएसएनएल, एमटीएनएल और एपीएसएफएल के पास वायरलाइन बाजार में हिस्सेदारी का 23.29 प्रतिशत हिस्सा था। वायरलाइन ग्राहक आधार के विस्तृत आंकड़े अनुलग्नक-I पर उपलब्ध हैं।
वायरलाइन उपभोक्ताओं की एक्सेस सेवा प्रदातावार बाजार में हिस्सेदारी
31 अक्टूबर, 2024 तक
अक्टूबर, 2024 माह के दौरान एक्सेस सेवा प्रदातावार वायरलाइन उपभोक्ताओं में शुद्ध वृद्धि/कमी
- वायरलेस ग्राहक
- सितंबर, 2024 के अंत में कुल वायरलेस सब्सक्राइबर 1,153.72 मिलियन से घटकर अक्टूबर, 2024 के अंत में 1,150.42 मिलियन हो गए, जिससे मासिक गिरावट दर 0.29 प्रतिशत दर्ज की गई। शहरी क्षेत्रों में वायरलेस सब्सक्रिप्शन सितंबर, 2024 के अंत में 628.12 मिलियन से घटकर अक्टूबर, 2024 के अंत में 625.56 मिलियन हो गया, और इसी अवधि के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में वायरलेस सब्सक्रिप्शन भी 525.60 मिलियन से घटकर 524.86 मिलियन हो गया। शहरी और ग्रामीण वायरलेस सब्सक्रिप्शन की मासिक गिरावट दर क्रमशः 0.41 प्रतिशत और 0.14 प्रतिशत थी।
- भारत में वायरलेस टेली-डेंसिटी सितंबर, 2024 के अंत में 82.07 प्रतिशत से घटकर अक्टूबर, 2024 के अंत में 81.77 प्रतिशत हो गया। शहरी वायरलेस टेली-डेंसिटी सितंबर, 2024 के अंत में 125.08 प्रतिशत से घटकर अक्टूबर, 2024 के अंत में 124.38 प्रतिशत हो गया और इसी अवधि के दौरान ग्रामीण टेली-डेंसिटी भी 58.16 प्रतिशत से घटकर 58.06 प्रतिशत हो गया। अक्टूबर, 2024 के अंत में कुल वायरलेस ग्राहकों में शहरी और ग्रामीण वायरलेस ग्राहकों की हिस्सेदारी क्रमशः 54.38 प्रतिशत और 45.62 प्रतिशत थी। वायरलेस ग्राहक आधार के विस्तृत आंकड़े अनुलग्नक-II में उपलब्ध हैं।
- 31 अक्टूबर, 2024 तक, निजी एक्सेस सेवा प्रदाताओं के पास वायरलेस उपभोक्ताओं की 91.78 प्रतिशत बाजार में हिस्सेदारी थी, जबकि दो पीएसयू एक्सेस सेवा प्रदाताओं, बीएसएनएल और एमटीएनएल की बाजार में हिस्सेदारी केवल 8.22 प्रतिशत थी।
- एक्सेस सेवा प्रदातावार बाजार में हिस्सेदारी और वायरलेस उपभोक्ता आधार में शुद्ध वृद्धि का ग्राफिकल प्रतिनिधित्व नीचे दिया गया है:-
31 अक्टूबर, 2024 तक वायरलेस ग्राहकों के संदर्भ में एक्सेस सेवा प्रदातावार बाजार हिस्सेदारी
अक्टूबर, 2024 माह में एक्सेस सेवा प्रदाताओं के वायरलेस ग्राहकों में शुद्ध वृद्धि
वायरलेस उपभोक्ताओं में वृद्धि
अक्टूबर, 2024 माह में वायरलेस ग्राहकों की एक्सेस सेवा प्रदातावार मासिक वृद्धि दर
नोट: बीएसएनएल में वर्चुअल नेटवर्क ऑपरेटर (वीएनओ) भी शामिल है।
अक्टूबर, 2024 माह में वायरलेस ग्राहकों की सेवा क्षेत्रवार मासिक वृद्धि दर
- मुंबई, कर्नाटक, असम, गुजरात और ओडिशा को छोड़कर अन्य सभी सेवा क्षेत्रों में अक्टूबर, 2024 माह के दौरान वायरलेस उपभोक्ताओं की संख्या में गिरावट देखी गई।
एम2एम सेलुलर मोबाइल कनेक्शन
एम2एम सेलुलर मोबाइल कनेक्शनों की संख्या सितम्बर, 2024 के अंत में 54.64 मिलियन से बढ़कर अक्टूबर, 2024 के अंत में 56.12 मिलियन हो गई।
भारती एयरटेल लिमिटेड के पास एम2एम सेलुलर मोबाइल कनेक्शनों की सबसे अधिक संख्या 29.08 मिलियन है, जिसकी बाजार में हिस्सेदारी 51.82 प्रतिशत है, इसके बाद वोडाफोन आइडिया लिमिटेड, रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड और बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी क्रमशः 26.75 प्रतिशत, 15.95 प्रतिशत और 5.48 प्रतिशत है।
- कुल टेलीफोन उपभोक्ता
- भारत में कुल टेलीफोन उपभोक्ताओं की संख्या सितंबर, 2024 के अंत में 1,190.66 मिलियन से घटकर अक्टूबर, 2024 के अंत में 1,188.20 मिलियन हो गई, जिससे मासिक गिरावट दर 0.21 प्रतिशत दिखाई देती है। शहरी टेलीफोन उपभोक्ताओं की संख्या सितंबरए 2024 के अंत में 662.15 मिलियन से घटकर अक्टूबरए 2024 के अंत में 660.42 मिलियन हो गई और इसी अवधि के दौरान ग्रामीण उपभोक्ताओं की संख्या भी 528.51 मिलियन से घटकर 527.79 मिलियन हो गई। अक्टूबर, 2024 के महीने के दौरान शहरी और ग्रामीण टेलीफोन उपभोक्ताओं की मासिक गिरावट दर क्रमशः 0.26 प्रतिशत और 0.14 प्रतिशत थी।
- भारत में कुल टेली-डेंसिटी सितंबर, 2024 के अंत में 84.69 प्रतिशत से घटकर अक्टूबर, 2024 के अंत में 84.46 प्रतिशत हो गया। शहरी टेली-डेंसिटी सितंबर, 2024 के अंत में 131.86 प्रतिशत से घटकर अक्टूबर, 2024 के अंत में 131.31 प्रतिशत हो गया और इसी अवधि के दौरान ग्रामीण टेली-डेंसिटी भी 58.48 प्रतिशत से घटकर 58.39 प्रतिशत हो गया। अक्टूबर, 2024 के अंत में कुल टेलीफोन उपभोक्ताओं में शहरी और ग्रामीण उपभोक्ताओं की हिस्सेदारी क्रमशः 55.58 प्रतिशत और 44.42 प्रतिशत थी।
समग्र टेली-डेंसिटी (एलएसए वार) – 31 अक्टूबर, 2024 तक
- ऊपर दिए गए चार्ट में देखा जा सकता है, आठ एलएसए में अक्टूबर, 2024 के अंत में अखिल भारतीय औसत टेली-डेंसिटी की तुलना में कम टेली-डेंसिटी है। दिल्ली सेवा क्षेत्र में अधिकतम टेली-डेंसिटी 278.24 प्रतिशत है और बिहार सेवा क्षेत्र में न्यूनतम टेली-डेंसिटी 56.25 प्रतिशत है।
टिप्पणियां:
- जनसंख्या के आंकड़े/अनुमान केवल राज्यवार उपलब्ध हैं।
- टेली-डेंसिटी के आंकड़े एक्सेस सेवा प्रदाताओं द्वारा उपलब्ध कराए गए टेलीफोन उपभोक्ता डेटा और भारत और राज्यों के लिए जनसंख्या अनुमानों पर तकनीकी समूह की रिपोर्ट 2011-2036 से जनसंख्या के अनुमान से प्राप्त किए गए हैं, जो
https://main.mohfw.gov.in/sites/default/files/Population%20Projection%20Report%202011-2036%20-%20upload_compressed0.pdf लिंक पर उपलब्ध है।
- दिल्ली के लिए टेलीफोन उपभोक्ता डेटा में, दिल्ली राज्य के डेटा के अलावा, गाजियाबाद और नोएडा (उत्तर प्रदेश में) तथा गुड़गांव और फरीदाबाद (हरियाणा में) के स्थानीय एक्सचेंजों द्वारा सेवा प्रदान किए जाने वाले क्षेत्रों के लिए वायरलेस उपभोक्ता डेटा भी शामिल है।
- पश्चिम बंगाल के लिए डेटा/सूचना में कोलकाता, महाराष्ट्र के लिए मुंबई तथा उत्तर प्रदेश के लिए यूपीई एवं यूपीडब्ल्यू सेवा क्षेत्र शामिल हैं।
- आंध्र प्रदेश के डेटा/जानकारी में तेलंगाना, मध्य प्रदेश में छत्तीसगढ़, बिहार में झारखंड, महाराष्ट्र में गोवा, उत्तर प्रदेश में उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल में सिक्किम और उत्तर-पूर्व में अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड और त्रिपुरा राज्य शामिल हैं।
- ग्राहक आधार में श्रेणीवार वृद्धि
अक्टूबर, 2024 माह में टेलीफोन उपभोक्ताओं में सर्किल श्रेणीवार शुद्ध वृद्धि
सर्किल श्रेणी
|
अक्टूबर, 2024 माह में शुद्ध वृद्धि
|
31 अक्टूबर, 2024 तक टेलीफोन उपभोक्ता आधार
|
वायरलाइन खंड
|
वायरलेस खंड
|
वायरलाइन खंड
|
वायरलेस खंड
|
सर्किल-ए
|
278922
|
-766359
|
14570080
|
383585210
|
सर्किल-बी
|
362180
|
-2275154
|
10552102
|
465710960
|
सर्किल-सी
|
109820
|
-276441
|
3174968
|
188039720
|
मेट्रो
|
102749
|
9290
|
9488804
|
113079261
|
अखिल भारतीय
|
853671
|
-3308664
|
37785954
|
1150415151
|
अक्टूबर, 2024 माह में टेलीफोन उपभोक्ताओं में सर्किल श्रेणीवार मासिक और वार्षिक वृद्धि दर
सर्किल श्रेणी
|
मासिक वृद्धि दर (प्रतिशत)
(सितम्बर-2024 से अक्टूबर-2024 तक)
|
वार्षिक वृद्धि दर (प्रतिशत)
(अक्टूबर-2023 से अक्टूबर-2024)
|
वायरलाइन खंड
|
वायरलेस खंड
|
वायरलाइन खंड
|
वायरलेस खंड
|
सर्किल-ए
|
1.95 प्रतिशत
|
-0.20 प्रतिशत
|
19.06 प्रतिशत
|
-0.36 प्रतिशत
|
सर्किल-बी
|
3.55 प्रतिशत
|
-0.49 प्रतिशत
|
32.01 प्रतिशत
|
-0.28 प्रतिशत
|
सर्किल-सी
|
3.58 प्रतिशत
|
-0.15 प्रतिशत
|
36.19 प्रतिशत
|
1.34 प्रतिशत
|
मेट्रो
|
1.09 प्रतिशत
|
0.01 प्रतिशत
|
8.24 प्रतिशत
|
-0.33 प्रतिशत
|
अखिल भारतीय
|
2.31 प्रतिशत
|
-0.29 प्रतिशत
|
20.61 प्रतिशत
|
-0.05 प्रतिशत
|
नोट: सर्किल श्रेणी-मेट्रो में दिल्ली, मुंबई और कोलकाता शामिल हैं। चेन्नई के डेटा को तमिलनाडु के हिस्से के रूप में सर्किल श्रेणी-ए में शामिल किया गया है।
- ऊपर दी गई तालिकाओं में देखा जा सकता है, वायरलेस सेगमेंट में, अक्टूबर, 2024 के महीने के दौरान, मासिक आधार पर सर्किल 'मेट्रो' को छोड़कर अन्य सभी सर्कलों ने अपने ग्राहक आधार में गिरावट दर दर्ज की है। वार्षिक आधार पर सर्किल 'सी' को छोड़कर अन्य सभी सर्किलों ने अपने ग्राहक आधार में गिरावट दर दर्ज की है।
- वायरलाइन खंड में, अक्टूबर, 2024 के महीने के दौरान, मासिक और वार्षिक दोनों आधार पर, सभी सर्किलों ने अपने ग्राहक आधार में वृद्धि दर दर्ज की है।
- सक्रिय वायरलेस ग्राहक (वीएलआर डेटा)
- कुल 1,150.42 मिलियन वायरलेस सब्सक्राइबर में से, 1066.77 मिलियन वायरलेस सब्सक्राइबर अक्टूबर, 2024 महीने में पीक वीएलआर की तारीख को सक्रिय थे। सक्रिय वायरलेस सब्सक्राइबरों का अनुपात कुल वायरलेस सब्सक्राइबर बेस का लगभग 92.73 प्रतिशत था।
- अक्टूबर, 2024 माह में अधिकतम वीएलआर की तिथि पर सक्रिय वायरलेस उपभोक्ताओं (जिन्हें वीएलआर उपभोक्ता भी कहा जाता है) के अनुपात के विस्तृत आंकड़े अनुलग्नक-III पर उपलब्ध हैं तथा वीएलआर उपभोक्ताओं की रिपोर्टिंग के लिए प्रयुक्त पद्धति अनुलग्नक-IV पर उपलब्ध है।
एक्सेस सेवा प्रदाता-वार वीएलआर ग्राहकों का प्रतिशत
अक्टूबर, 2024 के महीने में
- अक्टूबर, 2024 माह में अधिकतम वी.एल.आर. की तिथि पर भारती एयरटेल लिमिटेड के कुल वायरलेस उपभोक्ताओं (एच.एल.आर.) के मुकाबले उसके सक्रिय वायरलेस उपभोक्ताओं (वी.एल.आर.) का अधिकतम अनुपात 99.48 प्रतिशत है, तथा इसी अवधि के दौरान एम.टी.एन.एल. के एच.एल.आर. का न्यूनतम अनुपात 26.84 प्रतिशत है।
सेवा क्षेत्रवार वीएलआर उपभोक्ताओं का प्रतिशत
अक्टूबर, 2024 के महीने में
- मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी)
- अंतर-सेवा क्षेत्र मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) को सबसे पहले हरियाणा सेवा क्षेत्र में 25.11.2010 से और देश के बाकी हिस्सों में 20.01.2011 से लागू किया गया था। अंतर-सेवा क्षेत्र एमएनपी को देश में 03.07.2015 से लागू किया गया है। अब, वायरलेस टेलीफोन ग्राहक एक सेवा क्षेत्र से दूसरे सेवा क्षेत्र में स्थानांतरित होने पर अपने मोबाइल नंबर को बरकरार रख सकते हैं।
- अक्टूबर, 2024 के महीने के दौरान एमएनपी के लिए कुल 13.45 मिलियन अनुरोध प्राप्त हुए। कुल 13.45 मिलियन में से जोन-I और जोन-II से प्राप्त नए अनुरोध क्रमशः 7.52 मिलियन और 5.93 मिलियन थे। एमएनपी के कार्यान्वयन के बाद से कुल मिलाकर एमएनपी अनुरोध सितंबर, 2024 के अंत में 1039.11 मिलियन से बढ़कर अक्टूबर, 2024 के अंत में 1052.56 मिलियन हो गए।
- एमएनपी जोन-I (उत्तरी और पश्चिमी भारत) में, अब तक सबसे अधिक अनुरोध उत्तर प्रदेश-पूर्व (लगभग 102.49 मिलियन) में प्राप्त हुए हैं, जिसके बाद महाराष्ट्र (लगभग 85.95 मिलियन) सेवा क्षेत्र का स्थान है।
- एमएनपी जोन-II (दक्षिणी और पूर्वी भारत) में, अब तक सबसे अधिक अनुरोध मध्य प्रदेश (लगभग 82.28 मिलियन) में प्राप्त हुए हैं, जिसके बाद कर्नाटक (लगभग 70.82 मिलियन) का स्थान है।
सेवा क्षेत्रवार एमएनपी स्थिति
|
जोन-I
|
जोन-II
|
सेवा क्षेत्र
|
पोर्टिंग अनुरोधों की संख्या (मिलियन में)
|
सेवा क्षेत्र
|
पोर्टिंग अनुरोधों की संख्या
(मिलियन में)
|
सितम्बर, 2024
|
अक्टूबर, 2024
|
सितम्बर, 2024
|
अक्टूबर, 2024
|
दिल्ली
|
49.68
|
50.28
|
आंध्र प्रदेश
|
68.86
|
69.53
|
गुजरात
|
70.73
|
71.66
|
असम
|
7.58
|
7.68
|
हरयाणा
|
32.83
|
33.22
|
बिहार
|
58.83
|
59.88
|
हिमाचल प्रदेश
|
4.42
|
4.46
|
कर्नाटक
|
70.24
|
70.82
|
जम्मू और कश्मीर
|
2.85
|
2.91
|
केरल
|
24.88
|
25.15
|
महाराष्ट्र
|
84.93
|
85.95
|
कोलकाता
|
19.06
|
19.24
|
मुंबई
|
34.61
|
34.90
|
मध्य प्रदेश
|
81.06
|
82.28
|
पंजाब
|
34.39
|
34.71
|
ईशान कोण
|
2.40
|
2.43
|
राजस्थान
|
70.49
|
71.18
|
ओडिशा
|
18.26
|
18.45
|
उत्तर प्रदेश (पूर्व)
|
100.56
|
102.49
|
तमिलनाडु
|
65.71
|
66.32
|
उत्तर प्रदेश (पश्चिम)
|
76.07
|
77.34
|
पश्चिम बंगाल
|
60.66
|
61.68
|
कुल
|
561.57
|
569.09
|
कुल
|
477.53
|
483.46
|
कुल (जोन-I + जोन-II)
|
|
|
1,039.11
|
1,052.56
|
शुद्ध वृद्धि (अक्टूबर, 2024)
|
13.45 मिलियन
|
किसी भी स्पष्टीकरण के लिए संपर्क विवरण:
श्री अमित शर्मा, सलाहकार (एफ एंड ईए),
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण
विश्व व्यापार केंद्र, टॉवर-एफ,
नौरोजी नगर, नई दिल्ली - 110029
फ़ोन: 011-20907772 (अतुल कुमार चौधरी)
ई-मेल: advfea2@trai.gov.in सचिव, ट्राई
|
नोट: कुछ सेवा प्रदाताओं के कुछ सर्किलों में अधिकतम वीएलआर आंकड़े, इनरोमर की बड़ी संख्या के कारण, उनके एचएलआर आंकड़ों से अधिक हैं।
अनुलग्नक IV
वायरलेस सेगमेंट में वीएलआर ग्राहक
होम लोकेशन रजिस्टर (एचएलआर) एक सेंट्रल डेटाबेस है जिसमें प्रत्येक मोबाइल फोन ग्राहक का विवरण होता है जो जीएसएम कोर नेटवर्क का उपयोग करने के लिए अधिकृत है। एचएलआर सेवा प्रदाता द्वारा जारी किए गए प्रत्येक सिम कार्ड का विवरण संग्रहीत करते हैं। प्रत्येक सिम में एक अद्वितीय पहचानकर्ता होता है जिसे अंतर्राष्ट्रीय मोबाइल ग्राहक पहचान (आईएमएसआई) कहा जाता है, जो प्रत्येक एचएलआर रिकॉर्ड की प्राथमिक कुंजी है। एचएलआर डेटा तब तक संग्रहीत किया जाता है जब तक कोई ग्राहक सेवा प्रदाता के पास रहता है। एचएलआर प्रशासनिक क्षेत्रों में उनकी स्थिति को अपडेट करके ग्राहकों की गतिशीलता का प्रबंधन भी करता है। यह ग्राहक डेटा को विजिटर लोकेशन रजिस्टर (वीएलआर) में भेजता है।
सेवा प्रदाताओं द्वारा सूचित ग्राहक संख्या, सेवा प्रदाता के एचएलआर में पंजीकृत आईएमएसआई की संख्या और अन्य आंकड़ों के योग के बीच का अंतर है, जैसा कि नीचे दिया गया है:
1
|
एचएलआर (ए) में कुल आईएमएसआई
|
2
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घटाएं: (बी=ए + बी + सी + डी + ई)
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ए
|
टेस्ट/सेवा कार्ड
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बी
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कर्मचारी
|
सी
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स्टॉक हाथ में/वितरण चैनलों में (सक्रिय कार्ड)
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डी
|
ग्राहक प्रतिधारण अवधि की समाप्ति
|
ई
|
कनेक्शन काटने तक सेवा स्थगित
|
3
|
ग्राहक आधार (एबी)
|
विजिटर लोकेशन रजिस्टर (वीएलआर) उन सब्सक्राइबरों का एक अस्थायी डेटाबेस है, जिन्होंने उसकी सेवा वाले विशेष क्षेत्र में रोमिंग की है। नेटवर्क में प्रत्येक बेस स्टेशन को ठीक एक वीएलआर द्वारा सेवा दी जाती है, इसलिए एक सब्सक्राइबर एक समय में एक से अधिक वीएलआर में मौजूद नहीं हो सकता है।
यदि ग्राहक सक्रिय अवस्था में है, यानी वह कॉल/एसएमएस भेजने/प्राप्त करने में सक्षम है, तो वह एचएलआर और वीएलआर दोनों में उपलब्ध है। हालांकि, यह संभव हो सकता है कि ग्राहक एचएलआर में पंजीकृत हो, लेकिन वीएलआर में नहीं, क्योंकि वह या तो स्विच-ऑफ है या कवरेज क्षेत्र से बाहर चला गया है, पहुंच योग्य नहीं है आदि। ऐसी परिस्थितियों में वह एचएलआर में उपलब्ध होगा, लेकिन वीएलआर में नहीं। इससे एचएलआर के आधार पर सेवा प्रदाताओं द्वारा बताई गई ग्राहक संख्या और वीएलआर में उपलब्ध संख्याओं के बीच अंतर होता है।
यहां परिकलित वी.एल.आर. सब्सक्राइबर डेटा उस विशेष महीने के वी.एल.आर. में पीक सब्सक्राइबर संख्या की तिथि पर वी.एल.आर. में सक्रिय सब्सक्राइबरों पर आधारित है जिसके लिए डेटा एकत्र किया जा रहा है। यह डेटा उन स्विचों से लिया जाना है जिनका पर्ज समय 72 घंटे से अधिक नहीं है।
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एमजी/केसी/एसकेएस/एसके
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