सहकारिता मंत्रालय
सहकारी प्रशिक्षण संस्थान
Posted On:
11 DEC 2024 5:21PM by PIB Delhi
एनसीसीटी एक शीर्ष स्तर की प्रशिक्षण परिषद है जिसे सहकारिता मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित और प्रोत्साहित किया जाता है। राष्ट्रीय सहकारी प्रशिक्षण परिषद (एनसीसीटी) ने देश में 20 प्रशिक्षण संस्थान स्थापित किए हैं। कक्षाओं, भवन और अन्य बुनियादी ढांचे सहित संस्थानों का आधुनिकीकरण और आईटी कंप्यूटर आदि का उन्नयन एनसीसीटी में एक सतत प्रक्रिया है और आवश्यकता और धन की उपलब्धता के मुताबिक र किया जाता है। इन 20 संस्थानों के अलावा, इसी तरह के प्रशिक्षण संस्थान संबंधित राज्य सरकारों द्वारा भी संचालित एवं प्रबंधित किए जाते हैं। एनसीसीटी के तहत प्रशिक्षण संस्थानों की सूची अनुलग्नक-I के रूप में संलग्न है। इस प्रकार, आधुनिकीकरण किए जाने वाले ऐसे सभी प्रशिक्षण संस्थानों का राज्यवार विवरण एनसीसीटी द्वारा नहीं रखा जाता है।
अखिल भारतीय उपस्थिति के साथ एनसीसीटी और इसकी प्रशिक्षण इकाइयाँ, सहकारी क्षेत्र में शिक्षा और प्रशिक्षण में व्यापक रूप से योगदान करती हैं ताकि सहकारी समितियों की क्षमताओं को बढ़ाया जा सके ताकि वे एक प्रतिस्पर्धी राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की उभरती चुनौतियों का अच्छी तरह से सामना कर सकें। सहकारी क्षेत्र के लिए आयोजित किए जाने वाले विभिन्न प्रशिक्षण पाठ्यक्रम इस प्रकार हैं:
- एनसीसीटी द्वारा संचालित पाठ्यक्रम:
i) सहकारी प्रबंधन में उच्चतर डिप्लोमा - 36 सप्ताह
ii) सहकारी व्यवसाय प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा - 9 महीने
iii) सहकारी क्षेत्र डिप्लोमा कार्यक्रम - 12 सप्ताह, डेयरी, हथकरघा, सहकारी लेखा परीक्षा, शहरी सहकारी बैंक, औद्योगिक सहकारी समितियां, आवास, मत्स्य पालन, कंप्यूटर, सहकारी प्रबंधन में प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम आदि जैसे विशिष्ट क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करते हुए।
iv) कर्मचारियों, निदेशक मंडल, सीईओ, सहकारी समितियों के सदस्यों और संबद्ध क्षेत्रों के लिए डिज़ाइन किए गए 1 से 5 दिनों तक के अल्पकालिक कार्यक्रम।
v) नाबार्ड के सहयोग से सॉफ्टकॉब योजना के तहत कार्यक्रम।
साथ ही एनसीयूआई नियमित आधार पर सहकारी समितियों की स्थापना और प्रबंधन के लिए आवश्यक कौशल, नेतृत्व विकास कार्यक्रम (एलडीपी), पैक्स और बीओडी आदि के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करता है।
बैंकर्स इंस्टीट्यूट आफ रूरल डेवलपमेंट (बीआईआरडी), नाबार्ड के अंतर्गत एक प्रशिक्षण संस्थान, प्रबंधन विकास कार्यक्रम (एमडीपी), संकाय विकास कार्यक्रम (एफडीपी) और प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों (पैक्स) के कंप्यूटरीकरण के लिए कार्यक्रमों का संचालन करता है।
ऊपर बताए गए प्रशिक्षण कार्यक्रम सहकारी क्षेत्र में हितधारकों के कौशल को बढ़ाने में सहायक होते हैं। ये पाठ्यक्रम उनकी क्षमताओं को उन्नत करने, पेशेवर विकास को बढ़ावा देने और उनकी विशेषज्ञता में सुधार करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। इनमें भाग लेकर, हितधारक अपनी क्षमताओं को परिष्कृत कर सकते हैं व उभरते उद्योग की मांगों के अनुकूल हो सकते हैं और अपने सहकारी संगठनों में अधिक प्रभावी ढंग से योगदान कर सकते हैं।
अनुलग्नक-I
एनसीसीटी के अंतर्गत प्रशिक्षण संस्थानों की सूची:
क्रम सं. .
|
संस्थान का नाम
|
स्थान
|
1.
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वैकुंठ मेहता राष्ट्रीय सहकारी प्रबंधन संस्थान, पुणे
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महाराष्ट्र
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2.
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क्षेत्रीय सहकारी प्रबंधन संस्थान, बंगलुरु
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कर्नाटक
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3.
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क्षेत्रीय सहकारी प्रबंधन संस्थान, गांधीनगर
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गुजरात
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4.
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क्षेत्रीय सहकारी प्रबंधन संस्थान, चंडीगढ़
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पंजाब
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5.
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नेताजी सुभाष चंद्र क्षेत्रीय सहकारी प्रबंधन संस्थान, कल्याणी
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पश्चिम बंगाल
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6.
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डीएनएस क्षेत्रीय सहकारी प्रबंधन संस्थान, पटना
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बिहार
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7.
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मधुसूदन सहकारी प्रबंधन संस्थान, भुबनेश्वर
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ओडिशा
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8.
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सहकारी प्रबंधन संस्थान, भोपाल
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मध्य प्रदेश
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9.
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नाटेसन सहकारी प्रबंधन संस्थान, चेन्नई
|
तमिलनाडू
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10.
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सहकारी प्रबंधन संस्थान, देहरादून
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उत्तराखंड
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11.
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सहकारी प्रबंधन संस्थान, गुआहाटी
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असम
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12.
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सहकारी प्रबंधन संस्थान, इंफाल
|
मणिपुर
|
13.
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सहकारी प्रबंधन संस्थान, जयपुर
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राजस्थान
|
14.
|
सहकारी प्रबंधन संस्थान, कन्नूर
|
केरल
|
15.
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इंदिरा गांधी सहकारी प्रबंधन संस्थान, लखनऊ
|
उत्तर प्रदेश
|
16.
|
सहकारी प्रबंधन संस्थान, मदुरई
|
तमिलनाडू
|
17.
|
धनंजयराव गाडगिल सहकारी प्रबंधन संस्थान, नागपुर
|
महाराष्ट्र
|
18.
|
सहकारी प्रबंधन संस्थान, पुणे
|
महाराष्ट्र
|
19.
|
सहकारी प्रबंधन संस्थान, तिरुअनंतपुरम
|
केरल
|
20.
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सहकारी प्रबंधन संस्थान, हैदराबाद
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तेलंगाना
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यह बात सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कही।
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एमजी/आरपीएम/केसी
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