मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय
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अलंकारिक मत्स्य क्षेत्र का विकास

Posted On: 28 NOV 2024 5:43PM by PIB Delhi

भारत में अंतर्देशीय और समुद्री जल में अलंकारिक (ओर्नामेंटल) मछलियों की समृद्ध विविधता है। भारत में 374 से अधिक मीठे पानी की स्वदेशी अलंकारिक मत्स्य  प्रजातियाँ हैं और 700 से अधिक स्वदेशी समुद्री अलंकारिक मत्स्य प्रजातियाँ पाई जाती हैं ।  समुद्री उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एमपीईडीए) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने वर्ष 2023-24 के दौरान 28 करोड़ रुपए मूल्य की 244 मीट्रिक टन अलंकारिक मत्स्य का  निर्यात किया है ।

मत्स्यपालन विभाग, मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय भारत में मात्स्यिकी क्षेत्र के सतत और जिम्मेदार विकास के माध्यम से अलंकारिक मात्स्यिकी के विकास तथा नीली क्रांति लाने के दृष्टिकोण से  सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में वित्त वर्ष 2020-21 से वित्त वर्ष 2024-25 तक 5 साल की अवधि के लिए मात्स्यिकी क्षेत्र में 20,050 करोड़ रुपए के अब तक के  सबसे अधिक निवेश के साथ  "प्रधान मंत्री मत्स्य संपदा योजना (पीएमएमएसवाई)" नामक प्रमुख योजना को लागू कर रहा है । चार वित्तीय वर्षों (2020-21 से 2023-24) और वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान, मत्स्यपालन विभाग, भारत सरकार ने 193 बैकयार्ड ओर्नामेंटल फिश रियरिंग यूनिट, 195 मीडियम स्केल ओर्नामेंटल फिश रियरिंग यूनिट, 32 इंटीग्रेटेड ओर्नामेंटल फिश यूनिट और 2 ओर्नामेंटल फिश ब्रूड बैंकों की स्थापना के लिए 157.64 करोड़ रुपए के कुल परिव्यय पर अलंकारिक मात्स्यिकी (ओर्नमेंटल फिशरीस)  विकास प्रस्तावों को मंजूरी दी है ।  इसके अलावा, एमपीईडीए आयातक देशों की स्वच्छता आवश्यकताओं के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए निर्यात के लिए अलंकारिक मछलियों  का परीक्षण और प्रमाणन भी कर रहा है । पर्यावरणीय और सामाजिक-आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए एमपीईडीए द्वारा मीठे पानी की अलंकारिक मछलियों  (फ्रेश वॉटर ओर्नामेंटल फिश) के प्रमाणन के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

यह जानकारी मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ​​ललन सिंह ने आज राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में दी।

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