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एनएमडीसी ने सतर्कता जागरूकता सप्ताह- 2024 मनाया

Posted On: 01 NOV 2024 8:21PM by PIB Delhi

भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक एनएमडीसी ने सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2024 का समापन एक समारोह के साथ किया इसमें ईमानदारी और नैतिक प्रथाओं के महत्व को बताया गया। तीन महीने तक चलने वाला यह जागरूकता अभियान 16 अगस्त 2024 को शुरू हुआ और 15 नवंबर तक चलेगा   इस दौरान परियोजना स्थलों और मुख्यालयों पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। सतर्कता जागरूकता सप्ताह 28 अक्टूबर 2024 को शुरू हुआ। इसका समापन मुख्यालय में हैदराबाद के एडिशनल डीजीपी (एल एंड ) आईपीएस श्री महेश एम. भागवत द्वाराराष्ट्र की समृद्धि के लिए ईमानदारी की संस्कृतिपर एक मुख्य सत्र के साथ हुआ। इसके बाद इन-हाउस सतर्कता पत्रिकासुबोधका अनावरण किया गया और विभिन्न गतिविधियों में शामिल बच्चों, कर्मचारियों और हितधारकों के लिए पुरस्कार वितरण किया गया।

समापन समारोह में एनएमडीसी के वरिष्ठ नेतृत्व शामिल हुए। इसमें सीएमडी (अतिरिक्त प्रभार) अमिताव मुखर्जी, निदेशक (तकनीकी) और (कार्मिक, अतिरिक्त प्रभार) एनएमडीसी श्री विनय कुमार और मुख्य सतर्कता अधिकारी एनएमडीसी श्री बी विश्वनाथ और एनएमडीसी के कर्मचारी शामिल थे।

मुख्य अतिथि हैदराबाद के एडिशनल डीजीपी (एल एंड ) आईपीएस श्री महेश एम. भागवत ने ईमानदारी, पारदर्शिता, प्रतिबद्धता और समर्पण के महत्व पर बातचीत की। उन्होंने वयस्क व्यवहार को आकार देने वाले सिगमंड फ्रायड के विकासात्मक चरणों के सिद्धांत का हवाला देते हुए संचालन के लिए ईमानदारी की नींव रखने के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने एक निष्पक्ष और भरोसेमंद कार्यस्थल बनाने की जिम्मेदारी साझा करने के लिए कर्मचारियों को अपने कर्तव्य के अलावा सतर्क रहने की आदत विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया।

सीएमडी (अतिरिक्त प्रभार) अमिताव मुखर्जी ने समारोह को संबोधित करते हुए पूरे वर्ष के प्रयासों के लिए सतर्कता टीम की सराहना की। उन्होंने कहा कीसतर्कता संगठन एक दोष-खोज निकाय से अधिक है। एनएमडीसी ने क्षमता निर्माण में उल्लेखनीय प्रगति की है क्योंकि हम अपने एक हजार लाख टन के लक्ष्य को प्राप्त करने का लक्ष्य रखते हैं। यह एक बड़ी छलांग है, जिसके लिए हमें व्यवस्थित, सूचित निर्णय लेने की आवश्यकता है। सही डिजिटल हस्तक्षेप पारदर्शिता और दक्षता को बढ़ाते हैं। सुरक्षात्मक सतर्कता प्रक्रियाओं के सुधार और वर्गीकरण की ओर ले जाती है जो निर्णय लेने में व्यक्तिगत विवेक पर निर्भरता को सीमित करती है उन्होंने प्रतिभागियों से निवारक सतर्कता गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल होने, पारदर्शिता के लिए प्रणालियों को मजबूत करने और सरकारी दिशानिर्देशों के अनुरूप मानकीकृत खरीद प्रथाओं का पालन करने का आग्रह किया।

मुख्य सतर्कता अधिकारी श्री बी. विश्वनाथ ने संगठन के भीतर निष्पक्ष, नैतिक और टिकाऊ प्रक्रियाओं को प्राप्त करने में सीवीसी के दिशानिर्देशों की भूमिका पर बल दिया। उन्होंने क्षमता निर्माण पहलों की सफलता पर कहा कीहैदराबाद, बैलाडीला, जगदलपुर, नगरनार, पन्ना और डोनिमलाई में 28 से अधिक स्कूलों और कॉलेजों में सतर्कता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें 1,800 से अधिक छात्र शामिल हुए। हैदराबाद में हमने विभिन्न नाटकों और गतिविधियों में 1,000 छात्रों को शामिल किया।

कार्यक्रम के दौरान इन-हाउस सतर्कता पत्रिका, “सुबोधका चौथा संस्करण शुरू किया गया, जो कर्मचारियों और हितधारकों के लिए एक मूल्यवान संसाधन के रूप में काम कर रहा है।

सतर्कता जागरूकता सप्ताह के दौरान, विभिन्न परियोजनाओं में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। इनमे प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं, नारा लेखन, भाषण, निबंध लेखन और सर्वश्रेष्ठ हाउसकीपिंग पहल शामिल हैं। इन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को समापन सत्र के दौरान सम्मानित किया गया, जिसमें संगठन के भीतर नैतिक प्रथाओं को बढ़ावा देने में उनके योगदान का जश्न मनाया गया।

उपरोक्त कार्यक्रम से एक दिन पहले, एनएमडीसी ने इस सप्ताह के दौरान सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में 31 अक्टूबर 2024 को 'रन फॉर यूनिटी' का आयोजन किया था। मुख्य सतर्कता अधिकारी श्री बी. विश्वनाथ और सीजीएम श्रीमती प्रियदर्शिनी ने इसे रवाना किया। एनएमडीसी के कर्मचारियों के साथ-साथ विभिन्न स्कूलों के छात्र इसमें उत्साहपूर्वक शामिल हुए। भारत के लौह पुरुष को श्रद्धांजलि दी और एकता और अखंडता की भावना को मजबूत किया।

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