रक्षा मंत्रालय
रक्षा मंत्री ने सिक्किम में पिछले वर्ष अचानक आई बाढ़ के दौरान अपनी जान गवा देने वाले 22 सैनिकों की स्मृति में बुरदांग में प्रेरणा स्थल का वीडिया कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन किया
रक्षा मंत्री ने कहा कि मैं हर स्थिति में देश के लिए मजबूती से खड़े रहने की उनकी अदम्य भावना की सराहना करता हूं
यह स्मारक लोगों को हमारे सैनिकों के बलिदान की याद दिलाएगा और उन्हें देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रेरणा देगा: श्री राजनाथ सिंह
Posted On:
11 OCT 2024 5:41PM by PIB Delhi
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने 11 अक्टूबर, 2024 को वीडिया कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उन 22 सैनिकों की स्मृति में सिक्किम के बुरदांग में प्रेरणा स्थल का उद्घाटन किया, जिन्होंने पिछले वर्ष अक्टूबर में राज्य की दक्षिण ल्होनक झील में ग्लेशियल झील के फटने से आई बाढ़ के दौरान अपनी जान गंवा दी थी। गंगटोक में खराब मौसम के कारण, रक्षा मंत्री ने पश्चिम बंगाल के सुकना में त्रिशक्ति कोर के मुख्यालय से इस प्रेरणा स्थल का उद्घाटन किया।
उपस्थित सभा को संबोधित करते हुए, रक्षा मंत्री ने शहीद नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की और हर स्थिति में देश के लिए मजबूती से खड़े रहने की उनकी अदम्य भावना की सराहना की। मंत्री महोदय ने कहा कि प्रेरणा स्थल ने इन बहादुरों के बलिदान को अमर कर दिया है और उनकी वीरता को इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज कर दिया है। यह स्मारक लोगों को सैनिकों के साहस की याद दिलाएगा और उनके लिए हमेशा प्रेरणा का काम करेगा।
श्री राजनाथ सिंह ने बल देकर कहा कि एक तरफ ऐसे स्मारक जहां सैनिकों के बलिदान का प्रतीक हैं, दूसरी तरफ वहीं वे लोगों की सामूहिक चेतना को भी आकार देते हैं और उनमें राष्ट्रीय गौरव की भावना जागृत करते हैं। उन्होंने कहा, “प्रत्येक भारतीय में राष्ट्रीय गौरव की भावना होती है। लेकिन, यह हमेशा जागृत नहीं होती, क्योंकि व्यक्ति निजी जीवन में व्यस्त हो जाता है। इस तरह के स्मारक और प्रेरणा स्थल इसी राष्ट्रीय गौरव की भावना को जागृत करते हैं। वे अतीत और भविष्य के बीच एक सेतु हैं, जो कई पीढ़ियों को एक साथ जोड़ते हैं। नई दिल्ली का राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, जिसमें लगभग 26,000 शहीद नायकों के नाम सुनहरे अक्षरों में अंकित हैं, प्रेरणा देने वाले उदाहरणों में से एक है।”
रक्षा मंत्री ने मातृभूमि की सेवा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों की बहादुरी और बलिदान को सलाम किया और इसे एक ऐसा ऋण बताया, जिसे राष्ट्र कभी नहीं चुका सकता। उन्होंने आगे कहा, “जो लोग हमें नहीं जानते या जिनका हमसे कोई खून का रिश्ता नहीं है, वे अपनी जान देकर हमारी रक्षा करते हैं। यह ऋण हम कभी नहीं चुका सकते। मैं उन सभी सैनिकों को सलाम करता हूं, जिन्होंने अपना जीवन दांव पर लगा दिया, ताकि अन्य लोग शांति से रह सकें।''
श्री राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन का समापन करते हुए कहा, “यह प्रेरणा स्थल हमारे सैनिकों की वीरता का प्रमाण है। यह सद्भाव का प्रतिबिंब है, जो हमें एक-दूसरे से जोड़े रखता है। यह राष्ट्रीय सुरक्षा का प्रतीक है, जो हमें आश्वस्त करता है कि राष्ट्र सुरक्षित हाथों में है। यह देश सेवा के हमारे संकल्प का सबूत है। यह स्मारक लोगों को हमारे सैनिकों के बलिदान की याद दिलाएगा और उन्हें देश के प्रति समर्पित रहने तथा देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रेरित करेगा।”
इस समारोह का आयोजन त्रिशक्ति कोर की ओर से किया गया था। सिक्किम के राज्यपाल श्री ओम प्रकाश माथुर, मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग, सेना के उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि, 17 माउंटेन डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल अमित कबथियाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए और शहीद नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर सैनिकों के परिवारों को सम्मानित किया गया। मनोनीत रक्षा सचिव श्री आर.के. सिंह और त्रिशक्ति कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल जुबिन ए मिनवाला सुकना में रक्षा मंत्री के साथ थे।
प्रेरणा स्थल, सिक्किम के राज्यपाल और सेना द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित एक स्मारक है, जो वीरता और बलिदान का प्रतीक है। यह स्मारक सैनिकों की भावी पीढ़ियों को प्रेरित करेगा और राष्ट्र के प्रति सेना की अटूट प्रतिबद्धता की याद दिलाएगा। इसके अलावा, सेना ने इस स्मारक के आसपास के क्षेत्र को पुरानी स्थिति में बहाल कर दिया है, जो बाढ़ से तबाह हो गया था और इसे एक सुंदर स्मारक स्थल में बदल दिया है, जो स्मृति और सामर्थ्य दोनों को दर्शाता है।
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