पंचायती राज मंत्रालय
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बुजुर्गों को सम्मानित करने, समाज को सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत में भविष्य के विकास को आकार देने के लिए गांधी जयंती पर विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन किया जाएगा


महात्मा गांधी के सपने को साकार करने के लिए लोगों की भागीदारी के माध्यम से ग्राम स्वराज प्राप्त करना

महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों के नेतृत्व में समग्र विकास के लिए समावेशी शासन

देश 2 अक्टूबर, 2024 को एक महत्वपूर्ण अवसर का गवाह बनेगा, जब 750 ग्राम पंचायतें विशेष ग्राम सभाओं के माध्यम से गांधी जयंती मनाने के लिए एक साथ आएंगी, जो स्थानीय शासन में परिवर्तनकारी मील का पत्थर साबित होगा। साथ ही भारत के गणतंत्र के 75 वर्षों के दौरान प्रगति और भागीदारी की सामूहिक यात्रा का उत्सव मनाया जाएगा।

Posted On: 01 OCT 2024 8:47PM by PIB Delhi

हमारे गणतंत्र का 75वां वर्ष कई मायनों में देश की प्रगति यात्रा में ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगा। 2 अक्टूबर, 2024 को पंचायती राज मंत्रालय गांधी जयंती और भारत के गणतंत्र की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर 750 ग्राम पंचायतों में विशेष ग्राम सभाओं का आयोजन करेगा। इस वर्ष की ग्राम सभाओं का विशेष महत्व है क्योंकि वे उन वरिष्ठ नागरिकों को सम्मानित करेंगी, जिन्होंने स्वतंत्रता के बाद से भारत की प्रगति को महसूस किया है, उन्हें अपने गांवों और ग्राम पंचायतों (जीपी) के विकास पर अपने विचार साझा करने का एक मंच प्रदान किया जाएगा।

ये बुजुर्ग अपने गांवों के विकास और बुनियादी ढांचे में हुई प्रगति के ऐतिहासिक पल को याद करेंगे। साथ ही बचे हुए काम पर प्रकाश डालते हुए युवा पीढ़ी को प्रगति की सराहना करने के लिए प्रेरित करेंगे। इन बुजुर्गों द्वारा साझा की गई अंतर्दृष्टि भविष्य की ग्राम पंचायत विकास योजनाओं (जीपीडीपी) को आकार देने में भी मददगार साबित होंगी, जिससे यह सुनिश्चित हो सकेगा कि अतीत के अधूरे सपने भविष्य की योजनाओं का मार्गदर्शन करेंगे।

इस पहल में समावेशी भागीदारी सबसे प्रमुख है। महिला समूह, यूथ लीडर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स (एफएलडब्ल्यू) विचार-विमर्श करने और निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। ये समूह स्थानीय प्रशासन को मजबूत करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, स्वच्छता और रोजगार जैसे मुद्दों पर मूल्यवान दृष्टिकोण को सामने रखेंगे।

विशेष ग्राम सभाएं जन योजना अभियान (पीपुल्स प्लानिंग कैंपेन) का भी हिस्सा हैं। इसका उद्देश्य जीपीडीपी की तैयारी और कार्यान्वयन को सुदृढ़ करना है। चर्चा में समग्र और समावेशी ग्रामीण विकास सुनिश्चित करने के लिए विशेष रूप से स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वच्छता और रोजगार सृजन जैसे क्षेत्रों में सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। ट्रांसफॉर्म रूरल इंडिया फाउंडेशन (टीआरआईएफ), पीरामल फाउंडेशन और नैशनल इंस्टीट्यूट फॉर रूरल डिवेलपमेंट एंड पंचायती राज (एनआईआरडी एंड पीआर) के युवा फेलो से आगे का सहयोग मिलेगा, जो कार्यवाही को सुविधाजनक बनाने में सहायता करेंगे। भविष्य के विकास लक्ष्यों के साथ स्थानीय जरूरतों को देखते हुए यूथ लीडर्स यह सुनिश्चित करेंगे कि विचार-विमर्श सुचारू रूप से चले और समाज सार्थक रूप से संवाद करे।

 

इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के तहत पौधरोपण किया जाएगा, जो 'एक पेड़ मां के नाम' पहल का हिस्सा है। यह पहल स्थिरता पर जोर देते हुए गणतंत्र के 75 वर्ष पूरे होने का उत्सव मनाती है। पंचायती राज मंत्रालय प्रत्येक नागरिक को अपनी स्थानीय ग्राम सभाओं में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करता है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनकी आवाज ग्रामीण भारत के भविष्य को आकार देने में योगदान दे सके।

ये विशेष ग्राम सभाएं केवल अतीत पर चिंतन करने का समय नहीं हैं बल्कि भविष्य का मार्गदर्शन करने का एक अवसर भी हैं। बुजुर्गों के ज्ञान का सम्मान करके और महिलाओं एवं युवाओं की भागीदारी को बढ़ावा देकर ये सभाएं जमीनी स्तर पर लोकतंत्र और शासन की जड़ों को मजबूत करेंगी। पंचायती राज मंत्रालय सभी नागरिकों को इस अभियान का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करता है, क्योंकि राष्ट्र महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में काम कर रहा है।

जन योजना अभियान से जुड़ी विशेष ग्राम सभाएं बुजुर्गों, महिलाओं, युवाओं और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं (फ्रंटलाइन वर्कर्स) की समावेशी भागीदारी के साथ भविष्य की ग्राम पंचायत विकास योजनाओं (जीपीडीपी) को आकार देते हुए पहले हुई ऐतिहासिक उन्नति का उत्सव भी मनाएंगी। स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वच्छता और रोजगार में सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) पर केंद्रित चर्चा होगी। इस दौरान मुख्य गतिविधियों में संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन, स्वच्छता और फिटनेस के लिए शपथ, पौधरोपण और विभिन्न फाउंडेशनों से सहयोग शामिल है। इन सभाओं का उद्देश्य समाज की ओर से संचालित सतत ग्रामीण विकास को मजबूत करते हुए महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज के दृष्टिकोण का सम्मान करते हुए स्व-शासन को बढ़ावा देना है।

2 अक्टूबर 2024 को स्वच्छ भारत दिवस और जन योजना अभियान 2024-25 के शुभारंभ के अवसर पर पंचायती राज मंत्रालय ने पूरे भारत की सभी ग्राम पंचायतों से विशेष ग्राम सभा में सक्रिय रूप से भाग लेने की अपील की है। पंचायती राज मंत्रालय ने ग्रामीण समाज के भविष्य को आकार देने वाली महत्वपूर्ण गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया है। इनमें मौजूदा जल स्रोतों की स्थिरता के लिए योजना बनाना और हर घर जल प्रमाणित गांवों में परिसंपत्तियों की जियो-टैगिंग, जल स्रोतों की रक्षा के लिए स्वच्छता सर्वेक्षण करना, हर घर जल प्रमाणीकरण के लिए प्रस्ताव पारित करने की व्यवस्था करना, जल गुणवत्ता परीक्षण के लिए जागरूकता अभियान चलाना और शेष गांवों में जल जीवन मिशन के कार्यान्वयन को प्राथमिकता देना शामिल है।

ग्राम सभा के दौरान इन प्रयासों के लिए सामूहिक प्रतिबद्धता ग्राम पंचायतों के समग्र विकास और एक स्वच्छ, स्वस्थ और अधिक समृद्ध ग्रामीण भारत के लिए हमारे साझा दृष्टिकोण को साकार करने में महत्वपूर्ण योगदान देगी। पंचायती राज मंत्रालय 2 अक्टूबर को होने वाली विशेष ग्राम सभा को शानदार ढंग से सफल बनाने में पंचायती राज संस्थानों की उत्साह के साथ भागीदारी करने और नेतृत्व पर भरोसा करता है।

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एमजी/आरपीएम/केसी/आरकेजे


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