जल शक्ति मंत्रालय
नई दिल्ली में 2024 "स्वभाव स्वच्छता संस्कार स्वच्छता (4एस)" का आयोजन
केंद्र सरकार लगभग दो लाख अत्यंत दुर्गम और गंदे स्थानों का समयबद्ध और लक्षित बदलाव करने का लक्ष्य बना रही है: श्री मनोहर लाल
सभी केंद्रीय मंत्रालय और राज्य विभिन्न नागरिक सहभागिता गतिविधियों की योजना बना रहे हैं।
स्वच्छ भारत मिशन व्यवहार परिवर्तन के लिए एक जन आंदोलन बन गया है और अब इसे शिशु मृत्यु दर, बीमारी में कमी और बेहतर आजीविका के अवसरों के लिए एक शक्तिशाली हस्तक्षेप के रूप में वैश्विक स्तर पर पहचाना जाता है: श्री सी आर पाटिल
Posted On:
13 SEP 2024 7:56PM by PIB Delhi
केंद्र इस वर्ष स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) की थीम 'स्वभाव स्वच्छता संस्कार स्वच्छता (4 एस)' 2024 अभियान के दौरान लगभग दो लाख अत्यंत दुर्गम और गंदे स्थानों के समयबद्ध और लक्षित बदलाव को लक्षित कर रहा है। ये स्वच्छता लक्ष्य इकाइयां (सीटीयू) - स्वच्छता लक्षित इकाई इस वर्ष के अभियान का मुख्य आकर्षण है और इसमें एक पोर्टल के माध्यम से सीटीयू की पहचान और मानचित्रण शामिल है। केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री श्री मनोहर लाल और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी आर पाटिल ने आज नई दिल्ली में सुषमा स्वराज भवन में आयोजित अभियान के पूर्वावलोकन कार्यक्रम में इसकी घोषणा की।
मंत्रियों ने बताया कि केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों, उद्योग भागीदारों और गैर सरकारी संगठनों को सीटीयू अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। अभियान में श्रमदान और सामूहिक कार्रवाई के माध्यम से पर्यटक स्थलों, सार्वजनिक भवनों, वाणिज्यिक क्षेत्रों, सामुदायिक शौचालयों, सार्वजनिक शौचालयों, जल निकायों, चिड़ियाघरों, अभयारण्यों जैसे विभिन्न स्थलों पर मेगा सफाई अभियान शामिल हैं।
सभी केंद्रीय मंत्रालय और राज्य नागरिक सहभागिता गतिविधियों की योजना बना रहे हैं। यह अभियान 17 सितंबर से शुरू होगा और 2 अक्टूबर, 2024 को महात्मा गांधी की जयंती पर समाप्त होगा।
केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल ने अपने संबोधन में कहा कि इस वर्ष यह अभियान ‘स्वच्छता ही सेवा’ से आगे बढ़कर ‘स्वच्छता ही समाज के प्रत्येक व्यक्ति का स्वभाव और संस्कार’ की ओर एक बड़ी छलांग है। उन्होंने कहा कि विश्व का सबसे बड़ा जन आंदोलन होने के नाते यह अभियान पूरे समाज और पूरी सरकार को आगे लाने का एक माध्यम मात्र है, ताकि वैश्विक स्तर पर एक उदाहरण प्रस्तुत किया जा सके।
मंत्री ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में लगभग 2,300 डंप साइटें हैं जिनमें 22 करोड़ मीट्रिक टन कचरा है, जिनमें से 9 करोड़ मीट्रिक टन कचरे के साथ 427 करोड़ डंप साइटों का पूरी तरह से ट्रीटमेंट किया गया है, और 4,500 एकड़ भूमि पुनः प्राप्त की गई है। उन्होंने कहा कि मिशन का उद्देश्य डोर-टू-डोर संग्रह से 100 प्रतिशत प्रसंस्करण में बदलाव करना है।
इस अवसर पर बोलते हुए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी आर पाटिल ने कहा कि देश में 93 प्रतिशत से अधिक महिलाओं के पास शौचालय की सुविधा है और हाल ही में डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार, मिशन ने पहले पांच वर्षों के दौरान शिशु मृत्यु दर में लगभग तीन लाख की कमी की है। श्री पाटिल ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिल्ली में लाल किले की प्राचीर से घोषित स्वच्छ भारत मिशन, व्यवहार परिवर्तन के लिए एक जन आंदोलन बन गया है
इस कार्यक्रम के दौरान आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (एमओएचयूए), पेयजल और स्वच्छता विभाग (डीडीडब्ल्यूएस), जल शक्ति मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय, पंचायती राज मंत्रालय और राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
परिवर्तनकारी स्वच्छता प्रयासों का एक दशक
एसबीएम अभियान, जिसे पहली बार 2 अक्टूबर 2014 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च किया गया था, स्वच्छता को 'हर किसी का काम' बनाते हुए 'समग्र समाज' दृष्टिकोण को दर्शाता है।
अभियान का उद्देश्य स्थायी व्यवहार परिवर्तन को बढ़ावा देने, दैनिक आदतों में स्वच्छता को एकीकृत करने और स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण बनाए रखने में सार्वजनिक भागीदारी को बढ़ावा देने की दिशा में बदलाव को प्रेरित करना है।
इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने दोहराया कि कैसे स्वच्छता भारतीय समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है, जो पूरे देश में परिवर्तनकारी बदलावों को आगे बढ़ा रही है।
इस वर्ष का अभियान ‘स्वभाव स्वच्छता संस्कार स्वच्छता (4एस)’ थीम के अंतर्गत मनाया जा रहा है और यह 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2024 तक चलेगा, जो स्वच्छ भारत मिशन की 10वीं वर्षगांठ का प्रतीक है।
अभियान के प्रमुख स्तंभ
इस वर्ष का स्वभाव स्वच्छता संस्कार स्वच्छता (4एस) 2024 अभियान तीन मुख्य स्तंभों पर आधारित है:
- स्वच्छता की भागीदारी - स्वच्छ भारत के लिए जन भागीदारी, जागरूकता और वकालत।
- सम्पूर्ण स्वच्छता – दुर्गम स्थानों और गंदे स्थानों (स्वच्छता लक्ष्य इकाइयों) को लक्षित करके मेगा सफाई अभियान।
- सफाई मित्र सुरक्षा शिविर - सफाई कर्मचारियों के कल्याण और स्वास्थ्य के लिए एकल खिड़की सेवा, सुरक्षा और मान्यता शिविर।
‘संपूर्ण समाज’ और ‘संपूर्ण सरकार’ दृष्टिकोण
‘सम्पूर्ण समाज’ दृष्टिकोण को अपनाते हुए यह अभियान नागरिकों, उद्योगों, गैर सरकारी संगठनों, विकास संगठनों, शहरी स्थानीय निकायों, पंचायतों और विभिन्न हितधारकों को सक्रिय रूप से शामिल करेगा। इसके अतिरिक्त, ‘सम्पूर्ण सरकार’ दृष्टिकोण के माध्यम से, सभी राज्य, केंद्र शासित प्रदेश, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्रालय और स्थानीय निकाय स्वच्छता के लिए एक सही मायने में राष्ट्रव्यापी आंदोलन सुनिश्चित करने के लिए भाग लेंगे।
जैसे-जैसे अभियान स्वच्छ भारत दिवस के करीब आता जाएगा, अभियान गति पकड़ता जाएगा, अधिक से अधिक सार्वजनिक भागीदारी को बढ़ावा देगा, जागरूकता बढ़ाएगा और एक स्वच्छ और स्वस्थ भारत में योगदान देगा।
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एमजी/एआर/वीएस
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