कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय
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कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जयंत चौधरी ने दिल्ली और बेंगलुरु में टाटा स्ट्राइव एंड एयरबस की संयुक्त साझेदारी के तहत स्थापित टाटा कौशल विकास केंद्रों का शुभारंभ किया

Posted On: 18 SEP 2024 6:43PM by PIB Delhi

टाटा कम्युनिटी इनिशिएटिव ट्रस्ट (टीसीआईटी) और एयरबस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की कौशल विकास पहल - टाटा स्ट्राइव ने कौशल विकास और आजीविका सृजन के क्षेत्रों में अपनी साझेदारी को आगे बढ़ाया है। इस संयुक्त पहल के हिस्से के रूप में, एयरबस-टाटा स्ट्राइव कौशल प्रशिक्षण केंद्र नामक एक कौशल प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की जा रही है। इस साझेदारी का उद्देश्य उन छात्रों को एक मंच प्रदान करना है जो डिजिटल पाठ्यक्रमों में अपना करियर बनाना चाहते हैं और केंद्र में स्थापित प्रशिक्षण संबंधी इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में मूल्यवान अनुभव प्राप्त करना चाहते हैं।

अपने संबोधन के दौरान, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जयंत चौधरी ने कहा, मुझे टाटा स्ट्राइव एंड एयरबस के साथ साझेदारी के माध्यम से दिल्ली और बैंगलोर में दो कौशल केंद्रों का शुभारंभ करते हुए खुशी हो रही है, जो हमारे युवाओं को भविष्य के लिए तैयार कौशल से लैस करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस केंद्र के मेरे दौरे के समय, भारत के अगली पीढ़ी के इनोवेटर्स का प्रतिनिधित्व करने वाले उज्ज्वल और महत्वाकांक्षी उम्मीदवारों से मिलना प्रेरणादायक था। इंफ्रास्ट्रक्चर, लॉजिस्टिक्स, एयरोस्पेस और रक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में यह सहयोग उद्योग और श्रम बाजार की उभरती जरूरतों के साथ कौशल कार्यक्रमों के बीच तालमेल बिठाए जाने के महत्व को उजागर करता है। भारत की ताकत का लाभ उठाकर और स्थानीय मांगों, कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय तथा राज्यों की नीतियों के लिए अपने दृष्टिकोण को तैयार कर, हम हर व्यक्ति के लिए भौगोलिक क्षेत्रों में सार्थक अवसर प्रदान कर सकते हैं।

उन्होंने कहा, राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ टाटा का गहरा सामाजिक जुड़ाव अत्यंत सराहनीय है, और मैं एयरबस एंड टाटा से कौशल विकास और उच्च शिक्षा में अपने प्रयासों को निरंतर आगे बढ़ाने का आग्रह करता हूं। औपचारिक शिक्षा के साथ कौशल को एकीकृत करके, हम छात्रों के लिए नए क्षितिज तलाशने और उद्योग की जरूरतों के साथ तालमेल बिठाकर अपनी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए एक सहज मार्ग बना सकते हैं। हमारे युवाओं को लगातार खुद को नया रूप देने और आजीवन सीखने की इच्छा रखनी चाहिए। यहां प्रशिक्षित 120 छात्र न केवल कौशल से संपन्न बनेंगे, बल्कि आत्मविश्वास से भरे होंगे, और ऊंची उड़ान भरने के लिए तैयार होंगे। एयरबस न केवल उम्मीदवारों को उड़ान भरने में मदद करता है, बल्कि यह उन्हें शिक्षा और कौशल दोनों में नई ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रेरित करता है।

इस कार्यक्रम में उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों में कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय की संयुक्त सचिव सुश्री सोनल मिश्रा, टाटा स्ट्राइव के सीओओ श्री अमेय वंजारी, एयरबस इंडिया और दक्षिण एशिया के अध्यक्ष एवं एमडी श्री रेमी मैलार्ड शामिल थे।

नई दिल्ली के द्वारका और कर्नाटक के बेंगलुरु के नागवारा में स्थित यह संस्थान प्रत्येक केंद्र में युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिए अच्छी तरह से सुसज्जित है, जिसमें आईटी, इलेक्ट्रॉनिक्स और विमानन क्षेत्रों में प्लेसमेंट से जुड़े कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम, एडब्ल्यूएस क्लाउड कंप्यूटिंग, जूनियर फुल स्टैक डेवलपर और साइबर सुरक्षा जैसे पाठ्यक्रमों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाता है। दोनों पक्षों के बीच आपसी समझौते के आधार पर, भविष्य में विमानन और एयरो स्पेस में पाठ्यक्रम भी शुरू किए जा सकते हैं। पाठ्यक्रम अल्पकालिक प्रकृति के होंगे, जिनकी अवधि 3 से 6 महीने तक होगी। इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य प्रशिक्षित और प्रमाणित युवाओं को स्थायी आजीविका के अवसर प्रदान करना होगा।

टाटा समूह ने 2014 में टाटा कम्युनिटी इनिशिएटिव ट्रस्ट (टीसीआईटी) की स्थापना की। टीसीआईटी के तहत एक पहल, टाटा स्ट्राइव, भारत के युवाओं को रोजगार, उद्यमिता और सामुदायिक उद्यम के लिए कुशल बनाने की तत्काल आवश्यकता को पूरा करती है। टाटा स्ट्राइव का उद्देश्य 18-35 वर्ष की आयु के युवाओं को रोजगार/ उद्यमिता के लिए कौशल प्रदान करना है, जिसमें महिलाओं, विकलांग लोगों, अनुसूचित जातियों/ अनुसूचित जनजातियों आदि सहित वंचित समुदायों के युवाओं पर विशेष ध्यान दिया गया है। प्रशिक्षण प्रक्रिया और पाठ्यक्रम सामग्री को युवाओं को कार्यस्थल पर सफलतापूर्वक संक्रमण करने और उसमें सफल होने में सक्षम बनाने के लिए अनुकूलित किया गया है। पिछले एक दशक में टाटा स्ट्राइव ने विभिन्न प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कौशल कार्यक्रमों के माध्यम से 1.7 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है।

दिल्ली एनसीआर और कर्नाटक के युवा इन संस्थानों से सबसे अधिक लाभान्वित होंगे। अपनी अत्याधुनिक सुविधाओं और भविष्य की विस्तार योजनाओं के साथ संस्थान काफी हद तक मांगों को पूरा करेंगे। दिल्ली और बेंगलुरु में एयरबस-टाटा स्ट्राइव केंद्रों का लक्ष्य तीन वर्षों की अवधि में समाज के आर्थिक रूप से वंचित वर्गों के 900 से अधिक युवाओं को कौशल प्रदान करना है।

संस्थान की सफलता से एक बड़े कुशल कार्यबल का विकास भी संभव होगा, जो औद्योगिक समुदाय को इस क्षेत्र में अपनी उपस्थिति स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करेगा, ताकि बेरोजगारी की चुनौती कम होगी।

टाटा स्ट्राइव, टाटा कम्युनिटी इनिशिएटिव ट्रस्ट की कौशल विकास पहल है, जो 2014 में स्थापित एक धर्मार्थ ट्रस्ट है। यह भारत के युवाओं को रोजगार, उद्यमिता और सामुदायिक उद्यम के लिए कौशल प्रदान करने की तत्काल आवश्यकता का समाधान करता है। टाटा स्ट्राइव का उद्देश्य 18-35 वर्ष की आयु के युवाओं को रोजगार/ उद्यमिता के लिए कौशल प्रदान करना है, जिसमें महिलाओं, दिव्यांगजनों, अनुसूचित जातियों/अनुसूचित जनजातियों आदि सहित वंचित समुदायों के युवाओं पर विशेष ध्यान दिया जाता है। विशिष्ट रूप से डिजाइन किया गया यह कार्यक्रम छात्रों के व्यक्तित्व को विभिन्न रोजगारों से जोड़ता है। इसका उद्देश्य उन्हें उपयुक्त रोजगार के अनुकूल बनाना है। उद्योग जगत द्वारा डिजाइन किए गए पाठ्यक्रम अनुभवी संकाय द्वारा पढ़ाए जाते हैं। टाटा स्ट्राइव ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष गतिविधियों के माध्यम से 1.3 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है। प्रत्यक्ष क्रियाकलापों के तहत प्रशिक्षित 70 प्रतिशत से अधिक लोगों को प्लेसमेंट या स्वरोजगार के अवसर मिले हैं।

एयरबस एक यूरोपीय एयरोस्पेस कंपनी है और वैश्विक एयरोस्पेस क्षेत्र में एक स्थापित दिग्गज है, एयरबस एक बेहतर कनेक्टेड, सुरक्षित और अधिक समृद्ध दुनिया बनाने के उद्देश्य से अभिनव समाधानों को डिजाइन, उत्पादन और वितरित करता है। ये अत्याधुनिक उत्पाद और सेवाएं वाणिज्यिक विमान, हेलीकॉप्टर, रक्षा, सुरक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्रों में उपलब्ध हैं।

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