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सीएसआईआर-एनपीएल की ओर से हितधारकों के साथ भारतीय निर्देशक द्रव्य (बीएनडी) पर एक विचार-मंथन कार्यक्रम का आयोजन किया गया

Posted On: 09 AUG 2024 8:15PM by PIB Delhi

नई दिल्ली स्थित सीएसआईआर-एनपीएल परिसर में 9 अगस्त 2024 को वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) राष्ट्रीय भौतिक प्रयोगशाला (एनपीएल) की ओर से 'भारतीय निर्देशक द्रव्य (बीएनडी) [प्रमाणित भारतीय संदर्भ सामग्री] के माध्यम से एसआई मानकों का पता लगाकर माप गुणवत्ता में वैश्विक क्षमता बढ़ाने' पर एक दिवसीय विचार-मंथन बैठक का आयोजन किया गया।

एनपीएल ने सीएसआईआर-एनपीएल में भारतीय निर्देशक द्रव्य (बीएनडी) के माध्यम से एसआई ट्रेस करने योग्य माप प्रदान करके गुणवत्ता में वैश्विक क्षमता बढ़ाने पर एक दिवसीय विचार-मंथन बैठक का आयोजन किया।

भारत सरकार के डीपीआईआईटी के सचिव श्री राजेश कुमार सिंह ने इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान आयुष के सचिव वैध राजेश कोटेचा, डीएसआईआर की सचिव और सीएसआईआर की डीजी सुश्री डॉ. एन. कलैसेल्वी, एग्रीनोवेट, इंडिया लिमिटेड के सीईओ डॉ. परवीन मलिक,  सीएसआईआर-एनपीएल के निदेशक डॉ. वेणुगोपाल अचंता और बीएनडी डिवीजन, सीएसआईआर-एनपीएल के प्रमुख डॉ. एस. पी. सिंह भी मौजूद रहे।

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भारत सरकार के डीपीआईआईटी के सचिव श्री राजेश कुमार सिंह ने समारोह को संबोधित करते हुए इस पहल के लिए सीएसआईआर एनपीएल के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री के 'आत्मनिर्भर भारत' के सपने को साकार करने के लिए सभी हितधारकों को साथ आने और हाथ मिलाने की आवश्यकता पर जोर दिया।

सीएसआईआर-एनपीएल के निदेशक डॉ. वेणुगोपाल अचंता ने अपनी शुरुआती टिप्पणी में बीएनडी के महत्व और सीएसआईआर-एनपीएल के प्रयासों से अब तक हुई प्रगति पर प्रकाश डाला।

सीएसआईआर की महानिदेशक सुश्री डॉ. एन. कलैसेल्वी ने इस प्रयास में सीएसआईआर प्रयोगशालाओं को मजबूत करने के बारे में लोगों को सूचित किया। उन्होंने  निदेशकों और वैज्ञानिकों से बीएनडी की आवश्यकता को पूरा करने के लिए तंत्र स्थापित करने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने इसे न केवल स्वीकार्य बनाने के लिए बल्कि वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए मिलकर काम करने की अपील भी की। आयुष के सचिव ने अपने संबोधन में हर्बल दवाओं और आयुष उत्पादों के क्षेत्र में संदर्भ सामग्री की आवश्यकता पर जोर दिया।

डॉ. प्रवीण मलिक ने कृषि, दवाओं और टीकों के क्षेत्र में मानक संदर्भ सामग्री की आवश्यकता पर प्रकाश डाला और वैश्विक स्तर पर बीएनडी की स्थापना के लिए एक विस्तृत रोडमैप को सामने रखा।

इस बैठक में सीएसआईआर-एनपीएल, सीएसआईआर-एएमपीआरआई, सीएसआईआर-आईएचबीटी, सीएसआईआर-सीबीआरआई, सीएसआईआर-सीईईआरआई, सीएसआईआर-आईआईपी जैसे विभिन्न सीएसआईआर प्रयोगशालाओं के निदेशकों के साथ ही सीएफएसएल, एनडीटीएल, एफएसएसएआई, आईपीएफटी, आईपीसी, सीडब्ल्यूसी, जेजेएम, बीआईएस, एनटीएच के महानिदेशक और निदेशक प्रतिनिधि शामिल हुए। इसके अलावा यहां मान्यता प्राप्त निकाय, उद्योग प्रतिनिधि और अन्य वैज्ञानिक संस्थान के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।

चर्चा का मुख्य केंद्र स्थानीय स्तर पर उत्पादित उत्पादों की बेहतर गुणवत्ता नियंत्रण की दिशा में भारतीय उद्योगों के विभिन्न क्षेत्रों द्वारा उपयोग के लिए स्वदेशी-प्रमाणित सामग्रियों यानी बीएनडी के विकास और एसआई मानकों का पता लगाने पर था। बैठक के दौरान देश में भारतीय निर्मित सीआरएम/बीएनडी के विकास एवं उपयोग में मौजूदा चुनौतियों और अवसरों पर विचार-विमर्श किया गया। यूजर्स (उपयोग करने वालों) को लाभ समझाने के लिए पानी और सीमेंट में बीएनडी की सफलता की कहानियों को विस्तार से समझाया गया। विभिन्न परीक्षण प्रयोगशालाओं की संबंधित मान्यता और उचित नियामक ऑडिट से जुड़े मुद्दों और चुनौतियों के साथ ही आगे बढ़ने के संभावित तरीकों पर भी चर्चा की गई।

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एमजी/एआर/आरकेजे/एसएस


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