पंचायती राज मंत्रालय
पंचायतों को अधिक पारदर्शी, जवाबदेह और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से पंचायती राज मंत्रालय ई-पंचायत मिशन मोड परियोजना लागू कर रहा है
Posted On:
07 AUG 2024 4:53PM by PIB Delhi
डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत, पंचायती राज मंत्रालय ई-पंचायत मिशन मोड परियोजना (एमएमपी) लागू कर रहा है, जिसका उद्देश्य पंचायतों को स्थानीय स्वशासन के रूप में अधिक पारदर्शी, जवाबदेह और प्रभावी बनाना है। अतीत की उपलब्धियों के आधार पर, मंत्रालय ने 24 अप्रैल 2020 को ई-पंचायत एमएमपी के तहत पंचायतों के लिए कार्य-आधारित विस्तृत एप्लीकेशन ई-ग्राम स्वराज शुरू किया। यह एप्लीकेशन ऑनलाइन भुगतान सहित एकल डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर पंचायत के कामकाज के सभी पहलुओं जैसे कि नियोजन, बजट, लेखा, निगरानी, परिसंपत्ति प्रबंधन आदि को शामिल करता है। अब तक 2.44 लाख ग्राम पंचायतों ने 2024-25 के लिए अपनी ग्राम पंचायत विकास योजनाएँ (जीपीडीपी) तैयार और अपलोड की हैं। इसके अलावा, 2.06 लाख पंचायतों ने 2024-25 के लिए 15वें वित्त आयोग के अनुदान के लिए ऑनलाइन लेनदेन पहले ही पूरा कर लिया है। ई-ग्राम स्वराज को राज्यवार अपनाने की जानकारी नीचे दी गई है:
वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान पंचायत स्तर पर ई-ग्राम स्वराज को अपनाना
अनुलग्नक 1
इसके अलावा, जमीनी स्तर पर पारदर्शिता और जवाबदेही को मजबूत करने के लिए मंत्रालय ने ई-पंचायत मिशन मोड प्रोजेक्ट (एमएमपी) के तहत ऑडिट ऑनलाइन नामक एप्लीकेशन शुरू की है। यह पंचायत खातों के ऑनलाइन ऑडिट की अनुमति देता है और आंतरिक और बाहरी ऑडिट के बारे में विस्तृत जानकारी दर्ज करता है। ऑडिट वर्ष 2022-23 के लिए 2.52 लाख ऑडिट प्लान बनाए गए हैं और 2.48 लाख ऑडिट रिपोर्ट तैयार की गई हैं।
डिजिटल इंडिया का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए, दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने चरणबद्ध तरीके से भारतनेट परियोजना लागू की है, ताकि देश में सभी ग्राम पंचायतों को ब्रॉडबैंड से जोड़ने के लिए नेटवर्क बनाया जा सके। अब तक देश में भारतनेट परियोजना के तहत 2.17 लाख ग्राम पंचायतों को सेवा के लिए तैयार किया जा चुका है। 30.06.2021 को भारतनेट का दायरा देश में ग्राम पंचायतों से परे सभी बसे हुए गांवों तक बढ़ा दिया गया है। सेवा के लिए तैयार ग्राम पंचायतों का राज्य/संघ राज्य क्षेत्रवार विवरण नीचे दिया गया है:
सेवा के लिए तैयार ग्राम पंचायतों का राज्य/संघ राज्य क्षेत्र-वार ब्यौरा
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* कुछ जीपी में 1 से अधिक सेवा बिंदु हो सकते हैं।
इसके अलावा, पंचायती राज मंत्रालय ने 29 क्षेत्रों में सेवाओं की डिलीवरी के लिए एक आदर्श पंचायत नागरिक चार्टर/ढांचा तैयार किया है, जिसमें पंचायतों द्वारा अपनाए जाने और अनुकूलित करने के लिए स्थानीय स्थायी विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के साथ कार्यों को सही स्थिति में लाया गया है। इसका उद्देश्य लोगों को समयबद्ध तरीके से सेवाएं प्रदान करना, उनकी शिकायतों का निवारण करना और उनके जीवन को बेहतर बनाना है। ‘मेरी पंचायत, मेरा अधिकार- जन सेवाएं हमारे द्वार’ अभियान 01 जुलाई से 30 सितम्बर, 2021 तक चलाया गया। यह अभियान यह सुनिश्चित करने के लिए एक प्रभावी रणनीति के रूप में उभरा है कि ग्राम पंचायतों के पास संबंधित ग्राम सभाओं द्वारा अनुमोदित नागरिक चार्टर हो, जिसमें पंचायत द्वारा नागरिकों को प्रदान की जाने वाली सेवाओं की विभिन्न श्रेणियों और ऐसी सेवा के लिए समय सीमा को सूचीबद्ध किया गया हो।
अब तक 31 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में 2.32 लाख से अधिक ग्राम पंचायतों ने ग्राम सभा आयोजित की है और 2.15 लाख ग्राम पंचायतों ने अपने नागरिक चार्टर को अंतिम रूप दे दिया है।
यह जानकारी केन्द्रीय पंचायती राज राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।
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एमजी/एआर/केपी/आरपी
(Release ID: 2042839)