सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्‍वयन मंत्रालय
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अनिगमित क्षेत्र उद्यमों का वार्षिक सर्वेक्षण (एएसयूएसई) 2021-22 और 2022-23 के परिणाम


अप्रैल, 2021-मार्च, 2021 की तुलना में अक्टूबर, 2022-सितंबर, 2023 की अवधि के दौरान प्रतिष्ठानों की अनुमानित संख्या में 5.88 प्रतिशत की वृद्धि हुई

इस अवधि के दौरान इस क्षेत्र में श्रमिकों की अनुमानित संख्या में 7.84 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज की गई

इस अवधि के दौरान सकल मूल्य योग (जीवीए) में भी 9.83 प्रतिशत (वर्तमान मूल्य पर) की वृद्धि हुई

Posted On: 14 JUN 2024 5:49PM by PIB Delhi

सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एमओएसपीआई) अप्रैल 2021 से मार्च 2022 (एएसयूएसई 2021-22) और अक्टूबर 2022 से सितंबर 2023 (एएसयूएसई 2022-23) की संदर्भ अवधि के लिए अनिगमित क्षेत्र उद्यमों का वार्षिक सर्वेक्षण (एएसयूएसई) के प्रमुख परिणाम जारी कर रहा है। कवरेज, नमूना तय करने की रणनीति, डेटा संग्रह व्यवस्था आदि के संदर्भ में सर्वेक्षण का संक्षिप्त अवलोकन रिपोर्ट के अंतिम अनुच्छेद में दिया गया है।

अनिगमित गैर-कृषि क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और रोजगार, सकल घरेलू उत्पाद और समग्र सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण योगदान देता है। यह क्षेत्र आपूर्तिकर्ताओं और सेवा प्रदाताओं के रूप में कार्य करके निगमित क्षेत्र का भी समर्थन करता है, इस प्रकार यह घरेलू मूल्य श्रृंखला का एक अभिन्न अंग है।

इस क्षेत्र की आर्थिक और परिचालन गतिशीलता की वास्तविक जानकारी के लिए, राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) द्वारा एएसयूएसई की अवधारणा की परिकल्पना की गई थी, ताकि विनिर्माण, व्यापार और अन्य सेवा क्षेत्रों (निर्माण को छोड़कर) में अनिगमित गैर-कृषि प्रतिष्ठानों की विभिन्न आर्थिक और परिचालन विशेषताओं को मापा जा सके। एएसयूएसई से प्राप्त डेटा राष्ट्रीय लेखा सांख्यिकी के संकलन में मदद करेगा और इस क्षेत्र में मांग-पक्ष रोजगार परिदृश्य के आकलन में भी मदद करेगा। इससे विभिन्न मंत्रालयों, जैसे सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई), वस्त्र मंत्रालय, श्रम और रोजगार मंत्रालय आदि की आवश्यकताओं को पूरा करने में भी मदद मिलेगी। इसके अतिरिक्त, यह डेटा नीति निर्माताओं, शोधकर्ताओं और अन्य हितधारकों के लिए भी आवश्यक है, ताकि वे अर्थव्यवस्था के इस महत्वपूर्ण क्षेत्र को बेहतर ढंग से समझ सकें और समर्थन दे सकें।

 

एएसयूएसई (एएसयूएसई 2021-22) के पहले पूर्ण सर्वेक्षण पर कोविड महामारी का प्रभाव:

एएसयूएसई 2021-22 की सर्वेक्षण अवधि, विशेष रूप से अप्रैल-जून, 2021 की अवधि, महामारी की दूसरी लहर से बुरी तरह प्रभावित हुई और इससे सर्वेक्षण काफी हद तक बाधित हुआ। परिणामस्वरूप, एएसयूएसई 2021-22 के समग्र वार्षिक अनुमान प्रभावित हुए। इस संदर्भ में, नीचे दी गई तालिका 1; अलग-अलग सर्वेक्षण अवधियों (प्रचार अवधि), यानी अप्रैल-जून 2021, जुलाई-सितंबर 2021, अक्टूबर-दिसंबर 2021 और जनवरी-मार्च 2022 का प्रतिष्ठानों और श्रमिकों की कुल अनुमानित संख्या में योगदान अलग-अलग देती है।

तालिका 1 से पता चलता है कि सर्वेक्षण की पहली तिमाही, यानी अप्रैल-जून 2021 को महामारी के कारण सबसे अधिक नुकसान हुआ है और प्रतिष्ठानों और श्रमिकों की बहुत कम संख्या की सूचना दी गई है। इसके कारण समग्र वार्षिक अनुमान भी काफी हद तक प्रभावित हुए। ऐसा प्रतीत होता है कि अनिगमित विनिर्माण, व्यापार और अन्य सेवा गतिविधियाँ महामारी की दूसरी लहर से बुरी तरह प्रभावित हुईं; हालाँकि, जुलाई 2021 से स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हुआ।

 

तालिका 1: एएसयूएसईएसई 2021-22* में प्रतिष्ठानों और श्रमिकों की अनुमानित संख्या में सर्वेक्षण अवधि का योगदान

अखिल भारतीय

सर्वेक्षण अवधि

प्रतिष्ठानों की अनुमानित संख्या (‘00 में)

अनुमानित श्रमिकों की संख्या (‘00 में)

(1)

(2)

(3)

अप्रैल-जून 2021

50,323

85,620

जुलाई-सितंबर 2021

1,73,904

2,84,152

अक्टूबर-दिसंबर, 2021

1,80,957

2,96,348

जनवरी-मार्च, 2022

1,91,843

3,12,759

कुल

5,97,027

9,78,879

* संदर्भ अवधि: अप्रैल, 2021 – मार्च, 2022

 

एएसयूएसई 2021-22 और एएसयूएसई 2022-23 के परिणामों की मुख्य बातें

 

अनिगमित क्षेत्र की सुदृढ़ वृद्धि:

 

परिणाम, कोविड महामारी के बाद अनिगमित क्षेत्र द्वारा दिखायी गयी सुदृढ़ता को दर्शाते हैं। इस क्षेत्र में प्रतिष्ठानों की कुल संख्या 2021-22 के 5.97 करोड़ से बढ़कर 2022-23 में 6.50 करोड़ हो गई, जो 5.88 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि दर्शाती है[1]।

कवरेज के तहत व्यापक क्षेत्रों में, अन्य सेवा क्षेत्र में प्रतिष्ठानों की संख्या में सालाना 15.12 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो क्षेत्र के मजबूत विस्तार को दिखाता है, जबकि विनिर्माण प्रतिष्ठानों की संख्या में 2.22 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो महामारी अवधि के बाद क्षेत्र के धीरे-धीरे खुलने को रेखांकित करता है।

इसी अवधि के दौरान, सकल मूल्य योग (जीवीए)[2] जो आर्थिक प्रदर्शन का एक प्रमुख संकेतक है, में 9.83 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि देखी गई। इस जीवीए वृद्धि में प्रमुख योगदान विनिर्माण और अन्य सेवा क्षेत्रों को दिया जा सकता है। जहाँ विनिर्माण जीवीए में सालाना 19.14 प्रतिशत की वृद्धि हुई, वहीं अन्य सेवाओं के लिए जीवीए में 18.90 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

 

श्रम बाजार और रोजगार के अवसरों का विस्तार

अनिगमित गैर-कृषि क्षेत्र ने अक्टूबर 2022 से सितंबर 2023 तक लगभग 11 करोड़ श्रमिकों को रोजगार दिया, जो 2021-22 के 9.8 करोड़ से अधिक है और एक स्वस्थ श्रम बाजार वृद्धि को दर्शाता है। यह 7.84 प्रतिशत वार्षिक वृद्धि, क्षेत्र की रोजगार पैदा करने की क्षमता को प्रदर्शित करती है।

क्षेत्रवार, इन दो वर्षों के लिए प्रतिष्ठानों और श्रमिकों की अनुमानित संख्या क्रमशः चित्र 1 और चित्र 2 में दर्शाई गई है।

 

 

 

इस अवधि के दौरान रोजगार में अधिकतम वार्षिक वृद्धि अन्य सेवा क्षेत्र (13.42 प्रतिशत) में देखी गई, जिसके बाद विनिर्माण क्षेत्र (6.34 प्रतिशत) का स्थान रहा।

गैर-कृषि अनिगमित क्षेत्र में अधिकांश श्रमिक अनौपचारिक श्रमिक हैं। सर्वेक्षण से पता चलता है कि अनौपचारिक श्रमिकों की औसत वार्षिक आय 2021-22 के 1,06,381 रुपये से बढ़कर 2022-23 में 1,10,982 रुपये हो गई। यह अनौपचारिक क्षेत्र में बेहतर पारिश्रमिक स्थितियों को दर्शाता है।

 

बेहतर उत्पादकता

 

प्रति श्रमिक सकल मूल्य योग (जीवीए) जो क्षेत्र की श्रम उत्पादकता की एक माप है, 2021-22 के 1,38,207 रुपये से बढ़कर 2022-23 में 1,41,769 रुपये हो गया। इसी अवधि के दौरान, प्रति प्रतिष्ठान सकल उत्पादन मूल्य (जीवीओ) भी 3,98,304 रुपये से बढ़कर 4,63,389 रुपये हो गया।

यह श्रम सहित संसाधनों के अधिक कुशल उपयोग के साथ उत्पादकता में वृद्धि को इंगित करता है, जो निरंतर आर्थिक विकास और प्रतिस्पर्धा के लिए महत्वपूर्ण है।

एएसयूएसई 2022-23 और एएसयूएसई 2021-22 के प्रमुख संकेतकों (वर्तमान मूल्य में मूल्य आंकड़े) के वार्षिक अनुमान नीचे तालिका 2 में दिए गए हैं। इसके अलावा, एएसयूएसई 2021-22 के अनुमान सालाना (अप्रैल, 2021 - मार्च, 2022) और 3 महीने (अप्रैल, 2021 - जून, 2021) और 9 महीने की अवधि (जुलाई, 2021 - मार्च, 2022) के लिए अलग-अलग तथा एएसयूएसई 2022-23 (अक्टूबर, 2022 - सितंबर, 2023) के वार्षिक अनुमानों के साथ-साथ प्रस्तुत किए गए हैं और मंत्रालय की वेबसाइट (https://www.mospi.gov.in) पर उपलब्ध फैक्टशीट में दिए गए हैं।

 

तालिका 2: एएसयूएसई 2021-22 और एएसयूएसई 2022-23 के प्रमुख संकेतक

अखिल भारतीय

संकेतक

एएसयूएसई 2021-22

(अप्रैल, 2021 - मार्च, 2022)

एएसयूएसई 2022-23

(अक्टूबर, 2022- सितंबर, 2023)

(1)

(2)

(3)

प्रतिष्ठानों की संख्या (‘00 में)

5,97,027

6,50,484

श्रमिकों की संख्या (‘00 में)

9,78,879

10,96,260

सकल मूल्य योग (करोड़ रु. में)*

13,40,046

15,42,409

प्रति प्रतिष्ठान सकल उत्पादन मूल्य (जीवीओ)* (रु.)

3,98,304

4,63,389

प्रति प्रतिष्ठान*(रु.) जीवीए (रु.)

2,25,362

2,38,168

प्रति श्रमिक जीवीए* (रु.)

1,38,207

1,41,769

 

*बाज़ार प्रतिष्ठानों से संबंधित[3]

 

अनिगमित क्षेत्र उद्यम के वार्षिक सर्वेक्षण (एएसयूएसई) के कवरेज, नमूनाकरण योजना, नमूना आकार और डेटा संग्रह व्यवस्था के बारे में संक्षिप्त जानकारी:

 

. एएसयूएसई का कवरेज:

 

क.1. भौगोलिक दृष्टि से, एएसयूएसई पूरे भारत के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को कवर करता है (अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के गांवों को छोड़कर, जहां पहुंचना थोड़ा मुश्किल है)।

 

क.2. क्षेत्रवार, यह सर्वेक्षण अनिगमित गैर-कृषि प्रतिष्ठानों को शामिल करता है, जिसमें तीन क्षेत्र, अर्थात विनिर्माण, व्यापार और अन्य सेवाएं शामिल हैं।

 

क.3. स्वामित्व, भागीदारी (सीमित देयता भागीदारी को छोड़कर), स्वयं सहायता समूह (एसएचजी), सहकारी समितियां, सोसायटी/ट्रस्ट आदि से संबंधित अनिगमित गैर-कृषि प्रतिष्ठानों को स्वामित्व के आधार पर एएसयूएसई में शामिल किया गया है।

ख. नमूनाकरण योजना:

 

सर्वेक्षण बहु-चरण, बहु-स्तरीय नमूनाकरण योजना के अनुसार पूरा किया गया है, जहाँ प्रथम चरण की इकाइयाँ (एफएसयू) ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित जनगणना के गाँव हैं (केरल के ग्रामीण क्षेत्रों को छोड़कर, जहाँ पंचायत वार्डों को एफएसयू के रूप में शामिल किया गया है) और शहरी क्षेत्रों में यूएफएस (शहरी फ़्रेम सर्वेक्षण) ब्लॉक हैं। अंतिम चरण की इकाइयाँ (यूएसयू) दोनों क्षेत्रों के प्रतिष्ठान हैं। बड़े एफएसयू के मामले में, ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम-समूहों और शहरी क्षेत्रों में उप-ब्लॉकों के रूप में नमूनाकरण का एक मध्यवर्ती चरण भी शामिल है।

 

. नमूना आकार:

 

एएसयूएसई 2021-22 में, 16,199 सर्वेक्षणित एफएसयू (ग्रामीण क्षेत्र में 8,425 और शहरी क्षेत्र में 7,774) के कुल 4,16,269 प्रतिष्ठानों (ग्रामीण क्षेत्र में 2,39,981 और शहरी क्षेत्र में 1,76,288) से डेटा एकत्र किया गया था, जबकि एएसयूएसई 2022-23 में, 16,382 एफएसयू (ग्रामीण क्षेत्र में 8,495 और शहरी क्षेत्र में 7,887) के 4,58,938 प्रतिष्ठानों (ग्रामीण क्षेत्र में 2,58,296 और शहरी क्षेत्र में 2,00,642) का सर्वेक्षण किया गया था।

 

. डेटा संग्रह व्यवस्था:

 

एएसयूएसई 2021-22 और एएसयूएसई 2022-23 दोनों को क्षेत्र फ्रेम के आधार पर पूरा किया गया है और प्रतिष्ठानों को ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के चयनित एफएसयू में सूचीबद्ध किया गया है। अधिकांशतः, चयनित प्रतिष्ठानों से ‘मासिक’ संदर्भ अवधि से संबंधित मौखिक पूछताछ के माध्यम से डेटा एकत्र किया गया था, कुछ बड़े प्रतिष्ठानों को छोड़कर, जिन्होंने अपने लेखापरीक्षित लेखा पुस्तकों से वार्षिक डेटा प्रदान किया था। एएसयूएसई 2021-22, जो एएसयूएसई के लिए पहला पूर्ण सर्वेक्षण था, कलम-औए-कागज़ व्यक्तिगत साक्षात्कार (पीएपीआई) मोड में संचालित किया गया है; जबकि एएसयूएसई 2022-23 कंप्यूटर आधारित व्यक्तिगत साक्षात्कार (सीएपीआई) मोड में पूरा किया गया है।

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