उप राष्ट्रपति सचिवालय
azadi ka amrit mahotsav

उपराष्ट्रपति के यू.आर. राव सैटेलाइट सेंटर बेंगलुरु से इसरो समुदाय के लिए किये गए संबोधन का मूल पाठ

Posted On: 08 MAR 2024 12:15PM by PIB Delhi

आप सभी को सुप्रभात,

भारत की अंतरिक्ष अन्वेषण क्षमता के केंद्र में होना मेरे लिए सम्मान की बात है।

विश्व स्तर पर भारत के नवाचार और तकनीकी क्वांटम छलांग को परिभाषित करने के लिए अध्यक्ष श्रीधर पणिक्कर सोमनाथ के उत्कृष्ट नेतृत्व में आपकी अविश्वसनीय प्रतिभा और प्रतिबद्धता के लिए मैं इसरो परिवार को बधाई देता हूं।

आपकी शानदार उपलब्धियों में चंद्रयान 3 का नाम शामिल है, जिसने हमारे लाखों नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाते हुए, विश्व मंच पर हमारे वैज्ञानिक कौशल और तकनीकी विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया है।

अंतरिक्ष अन्वेषण की सीमाओं को आगे बढ़ाते हुए और प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के लिए आपका लगातार समर्पण निश्चित रूप से विकसित भारत@2047 को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम और इसका इकोसिस्‍टम इसरो की विभिन्न उपलब्धियों के कारण अभूतपूर्व जीवंतता की स्थिति में है।

34 देशों के 432 विदेशी उपग्रहों के प्रक्षेपण और चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरने वाला पहला और एकमात्र देश बनने की आपकी ऐतिहासिक उपलब्धि पर राष्ट्र को गर्व है। हमारे पास वहां तिरंगा और शिव शक्ति प्वाइंट हैं।
इसरो की इस अभूतपूर्व उपलब्धि के लिए धन्यवाद देता हूं कि भारत 23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रूप में मनाता है।

इसरो की सफलता ने जनता में आकर्षण जगाया है और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी को हर घर तक पहुंचाया है, जो इस बात से स्पष्ट हुआ है, जब चंद्रयान -3 के प्रक्षेपण ने 8 मिलियन से अधिक दर्शकों के साथ यूट्यूब पर सबसे ज्यादा देखी जाने वाली लाइव स्ट्रीम में से एक बनकर इंटरनेट पर तहलका मचा दिया था। सभी अंतरराष्ट्रीय चैनलों पर केवल इसरो की उपलब्धियां दिखाई जा रही थीं!

आंतरिक संस्थागत तंत्र के माध्यम से शासन और आपदा प्रबंधन में इसरो का समर्थन एक गेम चेंजर रहा है।

प्रमुख कार्यक्रम प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए भू-स्थानिक समर्थन महत्‍वपूर्ण उपलब्धि है। ये दोनों उन लोगों पर प्रभाव डालते हैं जिन्हें इसकी बहुत आवश्यकता है चाहे वो किसान और कमजोर वर्ग हो या पूरा समाज।

वैश्विक बेंचमार्क के अनुरूप उत्पत्ति, ट्रैक, तीव्रता और लैंडफॉल की प्रारंभिक चेतावनी के लिए मॉडल विकसित करने में इसरो की भूमिका बहुत सराहनीय रही है।

मुझे, विशेष रूप से अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर, अपने सभी प्रयासों में लैंगिक विविधता की संस्कृति और निर्णय लेने की प्रक्रिया में समावेशिता के लिए इसरो की सराहना करनी चाहिए।


वर्तमान में वैज्ञानिक एवं तकनीकी क्षेत्रों में लगभग 20 प्रतिशत महिलाएं हैं। 500 से अधिक महिला कर्मचारी शीर्ष केंद्र सहित प्रबंधकीय और प्रशासनिक क्षेत्रों में विभिन्न स्तरों पर नेतृत्व करने वाली भूमिकाओं में हैं।

मैं थोड़ा सा विषयांतर हो गया हूं। जन्‍म से ही एक महिला हमेशा नेतृत्व की भूमिका में होती है!

भारत की रॉकेट महिलाएं हमें आकाश और उससे आगे तक ले जा रही हैं। उन्होंने अपने लिए और हमारी प्रगति के लिए पहले से तय मानकों को पीछे छोड़ा है।

आपकी अदम्य भावना और योगदान वास्तव में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2024 की थीम: "महिलाओं में निवेश: प्रगति में तेजी लाना" और अभियान थीम: 'इंस्पायर इंक्लूजन' से मेल खाता है। इसरो ने इसका उदाहरण प्रस्‍तुत किया है कि यह अन्य संगठनों के लिए भी एक उपयुक्त उदाहरण है।

यह अब एक जमीनी हकीकत है जो 26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर परिलक्षित हुई थी, जहां महिला नेतृत्व वाले दस्‍तों ने राइजिंग भारत की भावना का उदाहरण पेश किया था।

अगले दस वर्षों में, वैश्विक अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था में भारत के योगदान में लगभग पांच गुना वृद्धि होने की संभावना है।

इसरो ने अपने आपको भारत की वैश्विक कूटनीति और सॉफ्ट पावर को बढ़ाने में एक प्रमुख खिलाड़ी और योगदानकर्ता के रूप में भी स्थापित किया है।
 

मुझे इस बारे में कोई संदेह नहीं है कि 2047 में भारत न केवल एक विकसित राष्ट्र होगा बल्कि एक वैश्विक अंतरिक्ष शक्ति भी होगा।

आइए हम सितारों तक पहुंचना जारी रखें, न केवल अपने राष्ट्र की महिमा और विकसित भारत@2047 के लक्ष्य के लिए, बल्कि समग्र मानवता की भलाई के लिए।

*****

एमजी/एआर/आईपीएस/वाईबी


(Release ID: 2012703) Visitor Counter : 175


Read this release in: English , Urdu