सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय
2011-12 से 2022-23 के दौरान प्रति व्यक्ति मासिक घरेलू उपभोग व्यय दोगुना से अधिक हो गया
Posted On:
24 FEB 2024 10:47PM by PIB Delhi
राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ), सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने अगस्त 2022 से जुलाई 2023 के दौरान घरेलू उपभोग व्यय सर्वेक्षण (एचसीईएस) किया है। घरेलू उपभोग व्यय पर इस सर्वेक्षण का मकसद घरेलू मासिक प्रति व्यक्ति उपभोग व्यय (एमपीसीई) का अनुमान तैयार करना है और देश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों और विभिन्न सामाजिक-आर्थिक समूहों के लिये इसके अलग-अलग वितरण की जानकारी करना है। एमपीसीई से संबंधित एचसीईएस: 2022-23 के सारांश परिणाम एक फैक्टशीट के रूप में जारी किये जा रहे हैं। एचसीईएस: 2022-23 की फैक्टशीट सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की वेबसाइट (http://www.mospi.gov.in) पर उपलब्ध है। सर्वेक्षण की विस्तृत रिपोर्ट बाद में जारी की जायेगी।
एमपीसीई का अनुमान देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले केंद्रीय नमूने में 2,61,746 परिवारों (ग्रामीण क्षेत्रों में 1,55,014 और शहरी क्षेत्रों में 1,06,732) से एकत्र किये गये डेटा पर आधारित है।
एचसीईएस:2022-23 में, (i) घरेलू/ घरेलू उत्पादित स्टॉक और (ii) उपहार, ऋण, मुफ्त संग्रह और वस्तुओं और सेवाओं के बदले में प्राप्त वस्तुओं की खपत के लिये मूल्य आंकड़ों को लागू करने की सामान्य प्रथा आदि जारी रखा गया है, और तदनुसार, एमपीसीई का अनुमान तैयार किया गया है। ये अनुमान खंड ए में प्रस्तुत किये गये हैं।
इसके अलावा, विभिन्न सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों के माध्यम से परिवारों द्वारा निःशुल्क प्राप्त और उपभोग की जाने वाली कई वस्तुओं की खपत की मात्रा के बारे में जानकारी एकत्र करने का प्रावधान एचसीईएस: 2022- 23 में किया गया है। नतीजतन, (i) खाद्य पदार्थों के लिये मूल्य आंकड़े: चावल, गेहूं/ आटा, ज्वार, बाजरा, मक्का, रागी, जौ, छोटे बाजरा, दालें, चना, नमक, चीनी, खाद्य तेल और (ii) गैर-खाद्य पदार्थ: इन कार्यक्रमों के माध्यम से परिवारों को निःशुल्क प्राप्त लैपटॉप/ पीसी, टैबलेट, मोबाइल हैंडसेट, साइकिल, मोटर साइकिल/ स्कूटी, कपड़े (स्कूल यूनिफॉर्म), जूते (स्कूल जूते आदि) को उचित विधि का उपयोग करके इम्प्यूटेशन किया गया है। तदनुसार, इन वस्तुओं के अनुमानित मूल्यों और घरेलू उपज, मुफ्त संग्रह, उपहार, ऋण आदि की खपत पर विचार करते हुये एमपीसीई के अनुमानों का एक और सेट भी एचसीईएस: 2022-23 के लिये संकलित किया गया है। ये अनुमान खंड बी में प्रस्तुत किये गये हैं।
एमपीसीई का अनुमान (एचसीईएस:2022-23 में विभिन्न सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों के माध्यम से निःशुल्क प्राप्त वस्तुओं के अनुमानित मूल्यों पर विचार किये बिना)
संशोधित मिश्रित संदर्भ अवधि ( एमएमआरपी [1]) अखिल भारतीय स्तर पर मौजूदा कीमतों पर और 2011-12 की कीमतें नीचे तालिका 1 और तालिका 2 में दी गयी हैं:
तालिका 1: वर्तमान कीमतों पर औसत एमपीसीई (रु.) (विद्आउट इम्प्यूटेशन)
सर्वे
|
अवधि
|
ग्रामीण
|
शहरी
|
एचसीईएस: 2022-23
|
अगस्त 2022- जुलाई 2023
|
3,773
|
6,459
|
68वाँ दौर (2011-12)
|
जुलाई 2011-जून 2012
|
1,430
|
2,630
|
66वाँ दौर (2009-10)
|
जुलाई 2009-जून 2010
|
1,054
|
1,984
|
तालिका 2: 2011-12 की कीमतों पर औसत एमपीसीई (रु.) (विद्आउट इम्प्यूटेशन)
सर्वे
|
अवधि
|
ग्रामीण
|
शहरी
|
एचसीईएस: 2022-23
|
अगस्त 2022- जुलाई 2023
|
2,008
|
3,510
|
- वाँ दौर (2011-12)
|
जुलाई 2011-जून 2012
|
1,430
|
2,630
|
66वाँ दौर (2009-10)
|
जुलाई 2009-जून 2010
|
1,238
|
2,359
|
बी. एमपीसीई का अनुमान (एचसीईएस:2022-23@ में विभिन्न सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों के माध्यम से निःशुल्क प्राप्त वस्तुओं के अनुमानित मूल्यों पर विचार करते हुये)
एचसीईएस के लिये औसत एमपीसीई के मूल्य: 2022-23 (सामाजिक हस्तांतरण के माध्यम से मुफ्त प्राप्त वस्तुओं के अनुमानित मूल्यों पर विचार करते हुये), एनएसएस 68वें (2011-12) और एनएसएस 66वें (2009-10) दौर अखिल भारतीय स्तर पर मौजूदा कीमतों पर और 2011-12 की कीमतें नीचे तालिका 3 और तालिका 4 में दी गयी हैं:
तालिका 3: मौजूदा कीमतों पर औसत एमपीसीई (रु.) (2022-23 के लिये मूल्य निर्धारण के साथ)
सर्वे
|
अवधि
|
ग्रामीण
|
शहरी
|
एचसीईएस: 2022-23
|
अगस्त 2022- जुलाई 2023
|
3,860
|
6,521
|
68वाँ दौर (2011-12)
|
जुलाई 2011-जून 2012
|
1,430
|
2,630
|
66वाँ दौर (2009-10)
|
जुलाई 2009 से जून 2010
|
1,054
|
1,984
|
तालिका 4: 2011-12 की कीमतों पर औसत एमपीसीई (रु.) (2022-23 के लिये मूल्य निर्धारण के साथ)
सर्वे
|
अवधि
|
ग्रामीण
|
शहरी
|
एचसीईएस: 2022-23
|
अगस्त 2022- जुलाई 2023
|
2,054
|
3,544
|
68वाँ दौर (2011-12)
|
जुलाई 2011-जून 2012
|
1,430
|
2,630
|
66वाँ दौर (2009-10)
|
जुलाई 2009-जून 2010
|
1,238
|
2,359
|
[ टिप्पणी:-
@: भारत सरकार या किसी अन्य राज्य विशिष्ट योजना द्वारा शुरू की गयी राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) के तहत मुफ्त प्राप्त खाद्य पदार्थों की खपत की जानकारी एकत्र की गयी और मुफ्त भोजन के मूल्य आंकड़े एकत्र किये गये। तीस दिनों की संदर्भ अवधि के दौरान उपभोग की गयी वस्तुओं का इम्प्यूटेशन किया गया था।
चयनित गैर-खाद्य वस्तुओं के लिये, जैसे लैपटॉप/ पीसी, टैबलेट, मोबाइल हैंडसेट, साइकिल, मोटर साइकिल/ स्कूटी, कपड़े (स्कूल यूनिफॉर्म), जूते (स्कूल जूते आदि) जो कई सरकारी कार्यक्रम आदि के माध्यम से परिवारों द्वारा निःशुल्क प्राप्त किये जाते हैं। हालाँकि, ऐसी वस्तुओं के लिये सर्वेक्षण में कार्यक्रमों के विशिष्ट नाम सुनिश्चित नहीं किये गये थे।
**: पीएम-जेएवाई या किसी अन्य राज्य विशिष्ट योजनाओं के तहत प्रदान किये गये लाभ लाभार्थी को सेवा के बिंदु पर स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं तक कैशलेस पहुंच प्रदान करते हैं, यानी अस्पताल और लाभार्थी को सेवाओं की लागत के बारे में कोई जानकारी नहीं होती है। ऐसी योजनाओं के लिये, पूरा प्रीमियम सरकार द्वारा वहन किया जाता है और लाभार्थी कोई योगदान नहीं देता है। चूंकि एचसीईएस एक रिकॉर्ड-आधारित सर्वेक्षण नहीं है, इसलिये अक्सर यह पता लगाना संभव
नहीं होता है कि किस बीमारी या बीमारी के लिये लाभ लिया गया है। इसलिए, ऐसी सेवाओं के लिए व्यय के इम्प्यूटेशन में शामिल जटिलता और उपयुक्तता को देखते हुये, परिवारों द्वारा मुफ्त में प्राप्त स्वास्थ्य सेवाओं के व्यय को इम्प्यूटेशन करने का कोई प्रयास नहीं किया गया है।
इसी तरह के कारणों से, मुफ्त शिक्षा सेवाओं (यानी, स्कूल या कॉलेज की फीस की प्रतिपूर्ति/ माफी) के लिये व्यय भी शामिल नहीं किया गया है। ]
******
एमजी/एआर/एसवी/एजे
(Release ID: 2011151)
Visitor Counter : 238