आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय

पेय जल सर्वेक्षण पुरस्कारों का उद्देश्य शहरों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना है: आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय सचिव


पुरस्कार अमृत मिशन की प्रगति के लिए निगरानी के साधन और प्रेरणा के रूप में भी काम करेंगे: सचिव

Posted On: 29 FEB 2024 7:42PM by PIB Delhi

आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय(एमओएचयूए) के सचिव श्री मनोज जोशी ने कहाकि अमृत 2.0 मिशन के हिस्से के रूप में पेय जल सर्वेक्षण (पीजेएस) का लक्ष्य जल आपूर्ति की गुणवत्ता, मात्रा और कवरेज में सेवा स्तर की उपलब्धियों का मूल्यांकन करना; सीवरेज और सेप्टेज प्रबंधन; अपशिष्ट जल के पुन: उपयोग और रीसाइक्लिंग और शहर के भीतर जल निकायों के संरक्षण की सीमा निर्धारित करना है।

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5 मार्च, 2024 को राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू द्वारा प्रदान किए जाने वाले पेय जल सर्वेक्षण पुरस्कारों पर मीडिया को जानकारी देते हुए, श्री जोशी ने कहा कि पुरस्कारों का पहला संस्करण जल से जुड़ी सेवाओं के प्रावधान पर केंद्रित है और सभी 485 अमृत शहरों को कवर करता है। इस पहल का उद्देश्य शहरों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना और मिशन की प्रगति के लिए एक निगरानी के साधन और उत्प्रेरक के रूप में काम करना है।

सचिव ने उन मानदंडों के बारे में भी विस्तार से बताया जिनके आधार पर शहरों का मूल्यांकन किया गया था। पहुंच और कवरेज (घरेलू स्तर पर नल कनेक्शन) सहित मानदंडों के आधार पर शहरों का मूल्यांकन और स्कोर किया गया; घरेलू एवं जल उपचार संयंत्रों में नमूनों की जल गुणवत्ता; और सस्टेनेबिलिटी स्टैंडर्ड्स पर प्रदर्शन जिसमें जल निकायों का स्वास्थ्य, स्काडा और फ्लोमीटर की उपलब्धता, एसटीपी से लिए गए नमूनों की पानी की गुणवत्ता और उपचारित उपयोग किए गए पानी के पुन: उपयोग की सीमा शामिल है।

सचिव ने कहा कि इस सर्वेक्षण में 5.21 लाख से अधिक घरेलू प्रतिक्रियाएं ली गईं। 830 जल उपचार सुविधाओं, 941 जल निकायों, 1044 प्रयुक्त जल उपचार सुविधाओं में सीधी जांच और मूल्यांकन किया गया और रेन-वॉटर हार्वेस्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता का आकलन करने के लिए 2,005 पार्कों का दौरा किया गया।

सर्वेक्षण सितंबर 2022 में शुरू किया गया था और क्षेत्र मूल्यांकन दिसंबर 2022-नवंबर 2023 तक आयोजित किया गया था जिसमें प्रत्यक्ष क्षेत्र मूल्यांकन, नागरिक प्रतिक्रिया संग्रह, डेटा समाधान और डेटा सत्यापन जैसी एक्सरसाइज शामिल हैं।

पेय जल सर्वेक्षण पुरस्कारों के तहत विभिन्न श्रेणियों के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि पहुंच और कवरेज के लिए सर्वेक्षण के अंकों के आधार पर; जल गुणवत्ता और सस्टेनेबिलिटी स्टैंडर्ड्स के आधार पर शहरों को 9 पुरस्कार और राज्यों को उनके शहरों के प्रदर्शन के आधार पर 9 पुरस्कार दिए जा रहे हैं। अच्छी गुणवत्ता वाले जल निकायों, उपचारित उपयोग किए गए पानी के पुन: उपयोग और टिकाऊ जल उपयोग में अग्रणी शहरों को विशेष पुरस्कार दिए जा रहे हैं।

सराहना हेतु शहरों को दिए गए प्रमाण पत्र-

  • अच्छी जल गुणवत्ता की उपलब्धि के लिए - 46 शहर
  • शहर संतृप्ति की दिशा में उपलब्धि के लिए- 54 शहर
  • अमृत ​​2.0 रोटेटिंग ट्रॉफी ऑफ द ईयर-1

ब्रीफिंग के दौरान, श्री जोशी ने अमृत मित्र पहल के बारे में भी उल्लेख किया, जिसे 5 मार्च 2024 को पेय जल सर्वेक्षण पुरस्कार समारोह में लॉन्च किया जाएगा। यह पहल शहरी जल प्रबंधन में महिलाओं को "अमृत मित्र" के रूप में नामित करके उनकी भूमिका पर जोर देती है। वे घरेलू स्तर पर जल गुणवत्ता परीक्षण, जल शुल्क की बिलिंग और संग्रहण, सार्वजनिक शिकायत निवारण में सहायता और जल कनेक्शन (अंतिम मील कनेक्टिविटी) प्राप्त करने के लिए नागरिकों के अनुभव को बढ़ाने में लगे रहेंगे। यह पहल न केवल महिला एसएचजी की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को ऊपर उठाएगी और उनके जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाएगी, बल्कि यह अमृत 2.0 के उद्देश्यों के साथ भी निकटता से मेल खाती है।

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