सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय
आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस)- अक्टूबर-दिसंबर 2023 के लिए त्रैमासिक बुलेटिन
15 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए अक्टूबर-दिसंबर 2022 से अक्टूबर-दिसंबर 2023 के दौरान शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 7.2% से घटकर 6.5% हुई
शहरी क्षेत्रों में श्रम बल भागीदारी दर में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग के बीच अक्टूबर-दिसंबर 2022 से अक्टूबर-दिसंबर 2023 के दौरान क्रमशः 48.2% से 49.9% तक वृद्धि देखी गई है
शहरी क्षेत्रों में महिला श्रम बल भागीदारी दर अक्टूबर-दिसंबर 2022 के 22.3% से बढ़कर अक्टूबर-दिसंबर 2023 में 25.0% हो गई, जो एलएफपीआर में समग्र बढ़ोतरी की प्रवृत्ति को दर्शाती है
15 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर) में वृद्धि की प्रवृत्ति अक्टूबर-दिसंबर 2022 के 44.7% के मुकाबले बढ़कर अक्टूबर-दिसंबर 2023 में 46.6% हुई
Posted On:
12 FEB 2024 4:58PM by PIB Delhi
अपेक्षाकृत अधिक नियमित समय अंतराल पर श्रम बल के आंकड़ों की उपलब्धता की अहमियत को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालय (एनएसएसओ) ने अप्रैल 2017 में आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) की शुरुआत की थी।
पीएलएफएस के मुख्यत: दो उद्देश्य हैं:
वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) में केवल शहरी क्षेत्रों के लिए तीन माह के अल्पकालिक अंतराल पर प्रमुख रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों (अर्थात श्रमिक-जनसंख्या अनुपात, श्रम बल भागीदारी दर, बेरोजगारी दर) का अनुमान लगाना।
प्रति वर्ष ग्रामीण और शहरी दोनों ही क्षेत्रों में सामान्य स्थिति (पीएस+एसएस) और सीडब्ल्यूएस दोनों में रोजगार एवं बेरोजगारी संकेतकों का अनुमान लगाना।
दिसंबर 2018 को समाप्त तिमाही से सितंबर 2023 को समाप्त तिमाही के अनुरूप पीएलएफएस के बीस त्रैमासिक बुलेटिन पहले ही जारी किए जा चुके हैं। इन त्रैमासिक बुलेटिन में श्रम बल संकेतकों अर्थात् श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर), श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर), बेरोजगारी दर (यूआर), रोजगार में व्यापक स्थिति के आधार पर श्रमिकों का वितरण और शहरी क्षेत्रों के लिए वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) में कार्य उद्योग के अनुमान प्रस्तुत किए गए हैं।
वर्तमान त्रैमासिक बुलेटिन अक्टूबर-दिसंबर, 2023 तिमाही के लिए श्रृंखला का इक्कीसवां बुलेटिन है।
अक्टूबर-दिसंबर 2023 तिमाही के दौरान पीएलएफएस फील्डवर्क अक्टूबर-दिसंबर, 2023 की अवधि के लिए आवंटित सभी नमूनों के संबंध में जानकारी एकत्र करने और सैंपल्स की जांच करने का फील्डवर्क समय पर पूरा किया गया था. मणिपुर में 4 प्रथम दौरे वाले एफएसयू[1] और 3 दोबारा दौरे वाले एफएसयू (मध्य प्रदेश, त्रिपुरा और चंडीगढ़ से एक-एक) को संकटग्रस्त माना गया।
संबंधित तिमाही के लिए पीएलएफएस के अनुमानों का उपयोग करते समय उपरोक्त पहलुओं को ध्यान में रखा जा सकता है।
शहरी क्षेत्रों में एक रोटेशनल पैनल नमूनाकरण डिजाइन का उपयोग किया गया है। इस रोटेशनल पैनल योजना में, शहरी क्षेत्रों में प्रत्येक चयनित घर का चार बार, शुरुआत में 'फर्स्ट विजिट के कार्यक्रम' के साथ और तीन बार समय-समय पर 'रीविजिट के कार्यक्रम', के साथ दौरा किया जाता है। रोटेशन की योजना यह सुनिश्चित करती है कि पहले चरण की सैंपलिंग यूनिट्स (एफएसयू) का 75 प्रतिशत लगातार दो यात्राओं के बीच मेल खाता है।
नमूना आकार
अखिल भारतीय स्तर पर, शहरी क्षेत्रों में, अक्टूबर-दिसंबर 2023 तिमाही के दौरान कुल 5,697 एफएसयू (यूएफएस ब्लॉक) का सर्वेक्षण किया गया है। सर्वेक्षण किए गए शहरी परिवारों की संख्या 44,544 थी और शहरी क्षेत्रों में सर्वेक्षण में 1,69,209 व्यक्ति शामिल रहे।
त्रैमासिक बुलेटिन के लिए प्रमुख रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों का वैचारिक ढांचा: आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर), श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर), बेरोजगारी दर (यूआर) आदि जैसे प्रमुख रोजगार और बेरोजगारी संकेतकों का अनुमान देता है। इन संकेतकों और 'वर्तमान साप्ताहिक स्थिति' को निम्नानुसार परिभाषित किया गया है:
• श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर): एलएफपीआर को जनसंख्या में श्रम बल (अर्थात् काम करने या काम की तलाश करने या काम के लिए उपलब्ध) में व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया गया है।
• श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर): डब्ल्यूपीआर को जनसंख्या में नियोजित व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया गया है।
• बेरोजगारी दर (यूआर): यूआर को श्रम बल में व्यक्तियों के बीच बेरोजगार व्यक्तियों के प्रतिशत के रूप में परिभाषित किया गया है।
• वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस): सर्वेक्षण की तारीख से पहले पिछले 7 दिनों की संदर्भ अवधि के आधार पर निर्धारित गतिविधि की स्थिति को व्यक्ति की वर्तमान साप्ताहिक स्थिति (सीडब्ल्यूएस) के रूप में जाना जाता है।
अक्टूबर-दिसंबर 2023 तिमाही के लिए त्रैमासिक बुलेटिन मंत्रालय की वेबसाइट ( https://mospi.gov.in ) पर उपलब्ध है। मुख्य परिणाम संलग्न वक्तव्यों में दिए गए हैं।
अनुलग्नक
15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों के बीच शहरी क्षेत्रों में श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर) अक्टूबर-दिसंबर 2022 में 48.2% से बढ़कर अक्टूबर-दिसंबर 2023 में 49.9% हो गई। जहां इस अवधि के दौरान पुरुषों के लिए एलएफपीआर 73.3% से बढ़कर 74.1% हो गई, तोवहीं महिलाओं के लिए एलएफपीआर इस अवधि के दौरान 22.3% से बढ़कर 25.0% हो गई।
विवरण: 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए शहरी क्षेत्रों में सीडब्ल्यूएस में एलएफपीआर (प्रतिशत में)
अखिल भारतीय
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सर्वे के अवधि
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पुरुष
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महिला
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लोग
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(1)
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(2)
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(3)
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(4)
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अक्टूबर – दिसंबर 2022
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73.3
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22.3
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48.2
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जनवरी – मार्च 2023
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73.5
|
22.7
|
48.5
|
अप्रैल – जून 2023
|
73.5
|
23.2
|
48.8
|
जुलाई – सितंबर 2023
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73.8
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24.0
|
49.3
|
अक्टूबर – दिसंबर 2023
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74.1
|
25.0
|
49.9
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2- 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए श्रमिक जनसंख्या अनुपात (डब्ल्यूपीआर) में वृद्धि का रुझान
15 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए शहरी क्षेत्रों में डब्ल्यूपीआर अक्टूबर-दिसंबर 2022 में 44.7% से बढ़कर अक्टूबर-दिसंबर 2023 में 46.6% हो गया। इस अवधि के दौरान पुरुषों के लिए यह 68.6% से बढ़कर 69.8% हो गया और महिलाओं के लिए, इस अवधि के दौरान यह 20.2% से बढ़कर 22.9% हुआ।
विवरण 2: 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए शहरी क्षेत्रों में सीडब्ल्यूएस में डब्ल्यूपीआर (प्रतिशत में)
अखिल भारतीय
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सर्वे के अवधि
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पुरुष
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महिला
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लोग
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(1)
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(2)
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(3)
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(4)
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अक्टूबर – दिसंबर 2022
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68.6
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20.2
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44.7
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जनवरी – मार्च 2023
|
69.1
|
20.6
|
45.2
|
अप्रैल – जून 2023
|
69.2
|
21.1
|
45.5
|
जुलाई – सितंबर 2023
|
69.4
|
21.9
|
46.0
|
अक्टूबर – दिसंबर 2023
|
69.8
|
22.9
|
46.6
|
3- 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए बेरोजगारी दर (यूआर)
15 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए शहरी क्षेत्रों में यूआर अक्टूबर-दिसंबर 2022 में 7.2% से घटकर अक्टूबर-दिसंबर 2023 में 6.5% हो गई। पुरुषों के लिए, यूआर अक्टूबर-दिसंबर 2022 में 6.5% से घटकर अक्टूबर-दिसंबर 2023 में 5.8% हो गई, जबकि महिलाओं के लिए यूआर अक्टूबर-दिसंबर 2022 में 9.6% से घटकर अक्टूबर-दिसंबर 2023 में 8.6% हो गई।
विवरण 3: 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों के लिए शहरी क्षेत्रों में सीडब्ल्यूएस में यूआर (प्रतिशत में)
अखिल भारतीय
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सर्वे के अवधि
|
पुरुष
|
महिला
|
लोग
|
(1)
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(2)
|
(3)
|
(4)
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अक्टूबर – दिसंबर 2022
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6.5
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9.6
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7.2
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जनवरी – मार्च 2023
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6.0
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9.2
|
6.8
|
अप्रैल – जून 2023
|
5.9
|
9.1
|
6.6
|
जुलाई – सितंबर 2023
|
6.0
|
8.6
|
6.6
|
अक्टूबर – दिसंबर 2023
|
5.8
|
8.6
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6.5
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एमजी /एआर/ केजे
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