पंचायती राज मंत्रालय

पंचायतों का डिजिटलीकरण

Posted On: 06 FEB 2024 6:34PM by PIB Delhi

डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत, मंत्रालय पंचायती राज संस्थानों (पीआरआई) को स्थानीय स्वशासन के रूप में अधिक पारदर्शी, जवाबदेह और प्रभावी बनाने के उद्देश्य से ई-पंचायत मिशन मोड प्रोजेक्ट (एमएमपी) लागू कर रहा है। बीते वक्त की उपलब्धियों के आधार पर, मंत्रालय ने 24 अप्रैल 2020 को ई-पंचायत एमएमपी के तहत पीआरआई के लिए एक कार्य-आधारित व्यापक एप्लिकेशन ईग्रामस्वराज लॉन्च किया। यह एप्लिकेशन ऑनलाइन भुगतान सहित एक ही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर योजना, बजट, लेखांकन, निगरानी, ​​परिसंपत्ति प्रबंधन आदि समेत पंचायत के कामकाज के सभी पहलुओं को शामिल करता है। अब तक, 2.52 लाख ग्राम पंचायतों ने 2023-24 के लिए अपनी ग्राम पंचायत विकास योजनाएं (जीपीडीपी) तैयार और अपलोड कर दी हैं। इसके अलावा, 2.41 लाख ग्राम पंचायतों ने 2023-24 के लिए 15वें वित्त आयोग अनुदान के लिए ऑनलाइन लेनदेन पूरा कर लिया है। 15वें वित्त आयोग की धनराशि के लिए ई-ग्राम स्वराज को राज्यवार अपनाने का विवरण नीचे दिया गया है:

वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान पंचायत स्तर पर 15वें वित्त आयोग  के लिए eGramSwaraj का इस्तेमाल

क्रमांक

राज्य का नाम

पंचायतों और समकक्ष ग्राम पंचायतों की कुल संख्या

शामिल ग्राम पंचायतें

ऑनलाइन पेमेंट के साथ पंचायतें और समकक्ष ग्राम पंचायतें

ब्लॉक पंचायतों की कुल संख्या

शामिल ब्लॉक पंचायतें

ऑनलाइन पेमेंट के साथ ब्लॉक पंचायतें

कुल जिला पंचायतें

शामिल जिला पंचायतें

ऑनलाइन पेमेंट के साथ जिला पंचायतें

1

आंध्र प्रदेश

13325

13278

13059

660

660

650

13

13

13

2

अरुणाचल प्रदेश

2108

2099

1400

0

0

0

25

25

22

3

असम

2606

2163

2153

191

191

191

30

27

27

4

बिहार

8176

8175

8011

534

534

527

38

38

38

5

छत्तीसगढ

11655

11654

11032

146

146

145

27

27

27

6

गोवा

191

187

71

0

0

0

2

2

2

7

गुजरात

14627

14528

13516

248

248

248

33

33

33

8

हरियाणा

6226

6207

5463

143

143

119

22

22

22

9

हिमाचल प्रदेश

3615

3612

3514

81

81

80

12

12

12

10

झारखंड

4345

4345

4340

264

264

263

24

24

24

11

कर्नाटक

5955

5955

5912

233

232

177

31

31

28

12

केरल

941

941

910

152

152

139

14

14

14

13

मध्य प्रदेश

23032

23004

22153

313

313

306

52

52

51

14

महाराष्ट्र

27667

27579

25389

351

351

342

34

34

34

15

मणिपुर

3812

161

0

0

0

0

12

6

3

16

मेघालय

6760

0

0

2240

0

0

3

3

0

17

मिजोरम

834

834

413

0

0

0

0

0

0

18

नगालैंड

1293

167

0

0

0

0

0

0

0

19

ओडिशा

6798

6798

6776

314

314

314

30

30

30

20

पंजाब

13241

13203

11400

152

151

135

22

22

20

21

राजस्थान

11255

11247

10927

362

352

351

33

33

33

22

सिक्किम

199

186

178

0

0

0

6

4

4

23

तमिलनाडु

12525

12524

12405

388

388

386

36

36

36

24

तेलंगाना

12769

12768

12755

540

540

464

32

32

32

25

त्रिपुरा

1178

1178

1175

75

75

75

9

9

9

26

उत्तराखंड

7794

7793

7746

95

95

94

13

13

13

27

उत्तर प्रदेश

57754

57752

57241

826

826

806

75

75

75

28

पश्चिम बंगाल

3339

3228

3225

345

336

336

22

21

21

कुल

264020

251566

241164

8653

6392

6148

650

638

623

 

इसके अलावा, जमीनी स्तर पर पारदर्शिता और जवाबदेही को मजबूत करने के लिए, मंत्रालय ने ई-पंचायत मिशन मोड प्रोजेक्ट (एमएमपी) के तहत एक एप्लिकेशन - ऑडिटऑनलाइन शुरू किया है। यह पंचायत खातों के ऑनलाइन ऑडिट की अनुमति देता है और आंतरिक और बाहरी ऑडिट के बारे में विस्तृत जानकारी दर्ज करता है। ऑडिट वर्ष 2021-22 के लिए 2.49 लाख ऑडिट योजनाएं बनाई गई हैं और 2.42 लाख ऑडिट रिपोर्ट तैयार की गई हैं। इसी प्रकार, ऑडिट वर्ष 2022-23 के लिए 2.02 लाख ऑडिट योजनाएं बनाई गई हैं और 92,896 ग्राम पंचायतों के लिए ऑडिट रिपोर्ट तैयार की गई हैं।

डिजिटल इंडिया के दृष्टिकोण को प्राप्त करने के लिए, देश में सभी ग्राम पंचायतों को ब्रॉडबैंड से जोड़ने के लिए नेटवर्क बनाने के लिए दूरसंचार विभाग द्वारा चरणबद्ध तरीके से भारतनेट परियोजना कार्यान्वित की जा रही है। देश में भारतनेट परियोजना के तहत अब तक 2,14,300 जीपी को सेवा के लिए तैयार किया जा चुका है। 30.06.2021 को भारतनेट का दायरा देश में ग्राम पंचायतों से परे सभी बसे हुए गांवों तक बढ़ा दिया गया है। सेवा के लिए तैयार ग्राम पंचायतों का राज्य/केंद्र शासित प्रदेश-वार विवरण नीचे दिया गया है:

सेवा के लिए तैयार ग्राम पंचायतों का राज्य/केंद्र शासित प्रदेश-वार विवरण-

क्रमांक

राज्य का नाम

कुल जीपी/टीएलबी

सेवा के लिए तैयार जीपी/टीएलबी

संचालित जीपी/टीएलबी

1

अंडमान व निकोबार द्वीप समूह

70

81

70

2

आंध्र प्रदेश

13325

12882

539

3

अरुणाचल प्रदेश

2108

1081

133

4

असम

2197

1640

531

5

बिहार

8054

8860

3390

6

छत्तीसगढ

11654

9759

2299

7

गोवा

191

0

0

8

गुजरात

14621

14551

11490

9

हरियाणा

6225

6204

1430

10

हिमाचल प्रदेश

3615

415

263

11

जम्मू और कश्मीर

4291

1113

440

12

झारखंड

4345

4638

2175

13

कर्नाटक

5953

6251

3592

14

केरल

941

1130

971

15

लद्दाख

193

193

38

16

लक्षद्वीप

10

9

4

17

मध्य प्रदेश

23011

18102

2818

18

महाराष्ट्र

27906

24455

3424

19

मणिपुर

3651

1479

23

20

मेघालय

9058

692

27

21

मिजोरम

834

495

46

22

नगालैंड

1296

230

7

23

ओडिशा

6794

7099

2304

24

पुदुचेरी

108

101

98

25

पंजाब

13241

12807

7941

26

राजस्थान

11254

8997

6302

27

सिक्किम

199

54

10

28

तमिलनाडु

12525

7557

2467

29

तेलंगाना

12769

10882

5385

30

दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव

38

41

19

31

त्रिपुरा

589

771

366

32

उत्तर प्रदेश

57702

46780

2871

33

उत्तराखंड

7795

2013

1218

34

पश्चिम बंगाल

3339

2938

2222

कुल

269902

214300

64913

*कुछ ग्राम पंचायतों  में 1 से अधिक सर्विस पॉइंट हो सकते हैं

इसके अलावा, पंचायती राज मंत्रालय ने पंचायतों को अपनाने के लिए 11वीं अनुसूची के 29 क्षेत्रों में सेवाओं के वितरण के लिए एक मॉडल पंचायत नागरिक चार्टर/ढांचा तैयार किया है। इसका उद्देश्य लोगों को समयबद्ध तरीके से सेवाएं प्रदान करना, उनकी शिकायतों का निवारण करना और उनके जीवन में सुधार करना है। 'मेरी पंचायत, मेरा अधिकार- जन सेवाएँ हमारे द्वार' अभियान 1 जुलाई से 30 सितंबर, 2021 तक चलाया गया था। यह अभियान यह सुनिश्चित करने के लिए एक प्रभावी रणनीति के रूप में उभरा था कि ग्राम पंचायतों के पास संबंधित ग्राम सभाओं द्वारा अनुमोदित नागरिक चार्टर हो। पंचायत द्वारा नागरिकों को प्रदान की जाने वाली विभिन्न सेवाओं को सूचीबद्ध किया जाता है और ऐसी सेवा के लिए समय सीमा निर्धारित की जाती है।

आज तक, 31 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में 2.32 लाख से अधिक ग्राम पंचायतों ने ग्राम सभा आयोजित की है और 2.15 लाख ग्राम पंचायतों ने अब अपने नागरिक चार्टर को अंतिम रूप दे दिया है।

यह जानकारी केंद्रीय पंचायती राज राज्य मंत्री श्री कपिल मोरेश्वर पाटिल ने आज लोकसभा में एक लिखित उत्तर में दी।

*****

एमजी/एआर/पीके/एजे



(Release ID: 2003342) Visitor Counter : 285


Read this release in: English , Urdu , Manipuri