महिला एवं बाल विकास मंत्रालय
azadi ka amrit mahotsav g20-india-2023

पूरे देश में राष्ट्रीय बालिका दिवस- 2024 मनाया गया


सरकार बालिकाओं के संबंध में समाज के दृष्टिकोण में व्यावहारिक परिवर्तन लाने के लिए "बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ" जैसी पहल के माध्यम से मार्गदर्शक सिद्धांतों को लेकर प्रतिबद्ध है: महिला और बाल विकास राज्य मंत्री डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई

Posted On: 24 JAN 2024 8:48PM by PIB Delhi

भारत सरकार के महिला और बाल विकास मंत्रालय ने 24 जनवरी, 2024 को राष्ट्रीय जन सहयोग और बाल विकास संस्थान (एनआईपीसीसीडी) में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया। पूरे देश में हर साल 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य बालिकाओं को महत्व देने वाला एक सकारात्मक वातावरण के निर्माण में पूरे राष्ट्र को शामिल करना है।

इस कार्यक्रम की शुरुआत दिल्ली स्थित बाल देखभाल संस्थानों (सीसीआई) के बच्चों के बीच "मेरे विकसित भारत का सपना" विषय पर पेंटिंग प्रतियोगिता के साथ की गई। साथ ही, इस कार्यक्रम में वृक्षारोपण अभियान को भी शामिल किया गया। इस कार्यक्रम की जीवंतता को बढ़ाने के लिए सीसीआई के बच्चों ने अभियान की विषयवस्तु के अनुरूप आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। विशेष रूप से बेंगलुरु स्थित शिशु मंदिर के बच्चों ने एक उल्लेखनीय यूनीसाइकिल प्रदर्शन प्रस्तुत किया, जिसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त हुई। इसे बोइंग इंडिया की सहभागिता में तैयार किया गया था।

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महिला और बाल विकास राज्य मंत्री डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई ने की। उन्होंने अपने मुख्य भाषण में बालिकाओं के संबंध में समाज के दृष्टिकोण में व्यावहारिक परिवर्तन लाने और उनके समग्र विकास के लिए सामूहिक प्रयास को प्रेरित करने के लिए "बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ" जैसी पहल के माध्यम से मार्गदर्शक सिद्धांतों को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। राष्ट्रीय बालिका दिवस का उत्सव मनाना स्टीम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग व गणित), खेल, कला और सामाजिक सेवा में प्रगति के साथ महिला सशक्तिकरण में प्रगति का प्रतीक है, जो भावी पीढ़ियों को विकसित भारत के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने इस बात को रेखांकित किया कि महिलाओं का अनुकरणीय योगदान साल 2047 तक विकसित अर्थव्यवस्था को सक्षम करने वाले "विकसित भारत" की दिशा में बालिकाओं की पीढ़ियों के लिए प्रेरणा के रूप में काम करेगा।

महिला और बाल विकास मंत्रालय के सचिव श्री इंदीवर पाण्डेय ने अपने विशेष संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि हमें अपनी बेटियों को लेकर हमारे दृष्टिकोण में पीढ़ीगत बदलाव आना चाहिए और राष्ट्रीय बालिका दिवस ऐसी भावना को बढ़ावा देने का दिन है। इसके अलावा उन्होंने इस बात की भी सराहना की कि कला व संस्कृति, खेल, विज्ञान व प्रौद्योगिकी, सामाजिक सेवा, वीरता, नवाचार और पर्यावरण जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्ट बच्चों को प्रदान किए जाने वाले प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार की सूची में इस साल 19 विजेता थे, जिनमें से 10 लड़कियां थीं।

इस अवसर पर बोइंग इंडिया के अध्यक्ष श्री सलिल गुप्ते और बोइंग ग्लोबल एंगेजमेंट के उपाध्यक्ष चेरी कार्टर सहित बोइंग इंडिया के प्रतिष्ठित अतिथि भी उपस्थित थे। साल 2014 से बोइंग इंडिया बच्चों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए बेंगलुरु स्थित शिशु मंदिर को वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है। आज के कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले कुछ बच्चे जुलाई, 2024 में अमेरिका में आयोजित होने वाले 2024 के विश्व यूनीसाइक्लिंग चैंपियन्स (यूनिकॉर्न- 21) में भाग लेंगे।

इस कार्यक्रम का समापन एक शपथ ग्रहण समारोह के साथ हुआ, जिसमें प्रतिभागियों ने सभी तरह के लैंगिक भेदभाव के खिलाफ संकल्प लिया। बाल देखभाल संस्थानों (सीसीआई) के 207 बच्चों ने इस कार्यक्रम में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया, जिससे यह एक स्मरणीय और प्रभावशाली अवसर बन गया।

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image0010E6K.jpg   https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image002LPU1.jpg

 

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image0032SZB.jpg

एक राष्ट्रीय कार्यक्रम होने के अलावा राष्ट्रीय बालिका दिवस को पूरे देश में 5 दिनों के विशेष अभियान के साथ मनाया जा रहा है, जिसमें बालिकाओं के महत्व को दिखाने वाली गतिविधियां शामिल हैं। इस अभियान में डोर-टू-डोर (हर घर के दरवाजे तक) कार्यक्रमों के दौरान हर एक आने वाले घर/सार्वजनिक भवन/पंचायत कार्यालय पर संदेशों के साथ "बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ" स्टिकर लगाने जैसे अभिनव विचार शामिल हैं। स्वच्छता किटों के वितरण के साथ माहवारी स्वच्छता पर कार्यशालाएं जैसे सामुदायिक संवेदीकरण कार्यक्रम आयोजित किए गए। साथ ही, बालिकाओं के नाम पर वृक्षारोपण अभियान अनिवार्य गतिविधि थी। शिक्षा, खेल, सामाजिक कल्याण और सामुदायिक गतिशीलता के क्षेत्र में जिले के स्थानीय चैंपियनों को मान्यता प्रदान करना और उनका उत्सव मनाना भी इस अभियान का हिस्सा था। विभिन्न राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में राष्ट्रीय बालिका दिवस अभियान के उत्सव की एक झलक नीचे दी गई तस्वीरों में देखी जा सकती है:

राज्य:- तमिलनाडु

शपथ ग्रहण समारोह और हस्ताक्षर अभियान

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image004KTEQ.jpg  https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image005Y8HI.jpg

राज्य:- नगालैण्ड

जिला:- तुएनसांग

 

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image006ZX4E.jpg

 

 

राज्य:- असम

जिला:- गोलाघाट

A person jumping over poles in a fieldDescription automatically generated

 

 

         

राज्य:- उत्तर प्रदेश

 

https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image009XUUF.jpg       https://static.pib.gov.in/WriteReadData/userfiles/image/image01012GV.jpg

 

**************

एमजी/एआर/एचकेपी/एजे



(Release ID: 1999480) Visitor Counter : 484


Read this release in: English , Urdu