कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय
श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कौशल विकास के लिए वैश्विक नेटवर्क विकसित करने पर गांधीनगर में विशेष सत्र में भाग लिया
भारत विकसित होगा, तो संपूर्ण ग्लोबल साउथ विकसित होगा - श्री धर्मेन्द्र प्रधान
21वीं सदी में, ज्ञान और योग्यता सभी के लिए ज्ञान और कौशल विकास के अवसरों तक समान पहुंच सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं - श्री धर्मेन्द्र प्रधान
Posted On:
11 JAN 2024 7:48PM by PIB Delhi
केन्द्रीय शिक्षा और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री, श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने महात्मा मंदिर सम्मेलन और प्रदर्शनी केन्द्र, गांधीनगर, गुजरात में आयोजित वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन 2024 में कौशल विकास के लिए वैश्विक नेटवर्क विकसित करने पर उद्घाटन सत्र में भाग लिया। गुजरात के उद्योग और श्रम, कौशल विकास और रोजगार मंत्री, श्रम, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग, गुजरात सरकार अपर मुख्य सचिव श्री बलवंतसिंह राजपूत; कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय, भारत सरकार में सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी; राष्ट्रीय कौशल विकास परिषद सीईओ और एमडी श्री वेद मणि तिवारी; और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी सत्र में उपस्थित थे।
कार्यक्रम में, श्री प्रधान ने इस बात पर जोर दिया कि 'कौशल विकास के लिए वैश्विक नेटवर्क विकसित करना' अत्यधिक एक-दूसरे पर निर्भर इस दुनिया में सफलता प्राप्त करने की कुंजी है। उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य एक वैश्विक नेटवर्क के साथ संभव होगा और जब भारत विकसित होगा तो संपूर्ण वैश्विक दक्षिण विकसित होगा।
जी20 घोषणा का जिक्र करते हुए श्री प्रधान ने उल्लेख किया कि कैसे कौशल के लिए एक वैश्विक मानचित्र बनाने की आवश्यकता महसूस की गई, जैसा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने प्रस्तावित किया था। उन्होंने वैश्विक कौशल मानचित्रण और कौशल सामंजस्य जैसी पहलों के माध्यम से कौशल की कमी को दूर करने के लिए जी20 समूह के समर्पण पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह एक लचीले, निष्पक्ष और समावेशी भविष्य के लिए शिक्षा और तैयारी का नवीन ढांचा स्थापित करने की दिशा में एक सही समय पर उठाए गए कदम का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में, ज्ञान और योग्यताएं एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी, जो सभी के लिए ज्ञान और कौशल विकास के अवसरों तक समान पहुंच सुनिश्चित करने के महत्व पर जोर देंगी।
श्री प्रधान ने 'वसुधैव कुटुंबकम' के सिद्धांत के महत्व को रेखांकित किया और यह भी कहा कि भारत दुनिया के समग्र कल्याण के लिए मानवीय संबंध बनाने की जिम्मेदारी लेता है।
पृष्ठभूमि
वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में 2003 में संकल्पित, समावेशी और स्थायी विकास के लिए व्यापार सहयोग, ज्ञान साझाकरण और रणनीतिक साझेदारी के लिए सबसे प्रतिष्ठित वैश्विक मंचों में से एक के रूप में विकसित हुआ है। वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट का 10वां संस्करण 10 से 12 जनवरी 2024 तक गांधीनगर, गुजरात में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें 'गेटवे टू द फ्यूचर' थीम के साथ "सफलता के शिखर सम्मेलन के रूप में वाइब्रेंट गुजरात के 20 साल" का जश्न मनाया जा रहा है।
इस वर्ष के शिखर सम्मेलन के लिए 34 भागीदार देश और 16 भागीदार संगठन हैं। इसके अलावा, पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय पूर्वोत्तर क्षेत्रों में निवेश के अवसरों को प्रदर्शित करने के लिए वाइब्रेंट गुजरात मंच का उपयोग करेगा।
शिखर सम्मेलन उद्योग 4.0, प्रौद्योगिकी और नवाचार, स्थायी विनिर्माण, ग्रीन हाइड्रोजन, इलेक्ट्रिक गतिशीलता और नवीकरणीय ऊर्जा और स्थिरता की दिशा में परिवर्तन जैसे विश्व स्तर पर महत्वपूर्ण विषयों पर सेमिनार और सम्मेलन सहित विभिन्न कार्यक्रमों की मेजबानी करेगा।
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