वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय
केंद्रीय विदेश मंत्री डॉ.एस.जयशंकर और केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने आत्मनिर्भर भारत उत्सव 2024 का उद्घाटन किया
राष्ट्रीय एक जिला एक उत्पाद पुरस्कार 2023 प्रदान किए
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार 140 करोड़ भारतीयों के श्रेष्ठ भविष्य के लिए एक परिवार के रूप में कार्य कर रही है: श्री गोयल
संपूर्ण सरकारी दृष्टिकोण पिछले 10 वर्षों में सरकार की पहचान
रहा है: श्री गोयल
140 करोड़ भारतीयों के एक टीम के रूप में काम करने से भारत 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी जीडीपी बन जाएगा : श्री गोयल
एक जिला एक उत्पाद रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के साथ-साथ पर्यटन क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देगा : डॉ. जयशंकर
एक जिला एक उत्पाद और भौगोलिक संकेतक पारंपरिक भारतीय उत्पादों को बढ़ावा देने में प्रभावी उपकरण के रूप में काम कर रहे हैं: डॉ. जयशंकर
जी20 की अध्यक्षता के दौरान आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में एक जिला एक उत्पाद ने भारत की विशिष्टताओं को विश्व के समक्ष प्रदर्शित किया : डॉ. जयशंकर
Posted On:
03 JAN 2024 9:54PM by PIB Delhi
नई दिल्ली के भारत मंडपम, में आज 'आत्मनिर्भर भारत उत्सव 2024' का उद्घाटन मुख्य अतिथि, केंद्रीय विदेश मंत्री, डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर और विशिष्ट अतिथि, केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण और कपड़ा मंत्री, श्री पीयूष गोयल ने किया। इस दौरान विजेताओं को राष्ट्रीय एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) पुरस्कार 2023 प्रदान किए गए।
उद्घाटन समारोह के दौरान अपने संबोधन में श्री पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार 140 करोड़ भारतीयों के बेहतर भविष्य के लिए एक परिवार के रूप में काम कर रही है। उन्होंने 'आत्मनिर्भर भारत उत्सव 2024' की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सरकार के दृष्टिकोण को जनता के प्रतिनिधि के रूप में सामने लाने का महत्वपूर्ण कार्य किया है और यही दृष्टिकोण पिछले 10 वर्षों में सरकार की पहचान बना है।
श्री पीयूष गोयल ने कहा कि जब भारत अर्थव्यवस्था की बात करता है, तो भारतीय महत्वाकांक्षा और लक्ष्य छोटे बदलावों के लिए नहीं है। हमारी अर्थव्यवस्था कुछ वर्षों में 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के लक्ष्य तक पहुंच जाएगी और 2027 तक विश्व की तीसरी सबसे बड़ी सकल घरेलू उत्पाद-जीडीपी बन जाएगी। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री द्वारा स्थापित किए गए अमृत काल के पंच प्राण के अनुसार 140 करोड़ भारतीयों को एक टीम के रूप में काम करके इस लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि एक जिला एक उत्पाद-ओडीओपी पहल में पर्यटन क्षेत्र के विकास को बढ़ावा देने की क्षमता है और यह रोजगार सृजन को बढ़ावा देगा। उन्होंने कहा कि हालांकि भारत में निर्माण "बहुत" महत्वपूर्ण है, उत्पादों की ब्रांडिंग और प्रचार भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह मांग बढ़ाने में मददगार होता है। उन्होंने कहा कि ओडीओपी और भौगोलिक संकेतक - जीआई पारंपरिक भारतीय उत्पादों को बढ़ावा देने में प्रभावी उपकरण के रूप में कार्य कर रहे हैं।
डॉ. जयशंकर ने कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान देश भर में आयोजित विभिन्न जी20 कार्यक्रमों में एक जिला एक उत्पाद को विश्व के सामने प्रदर्शित किया। यह भारत की कलात्मकता का प्रतिनिधित्व बना। विभिन्न आयोजनों के दौरान ओडीओपी कारीगरों, विक्रेताओं और बुनकरों को वैश्विक मंच पर विशिष्ट पहचान मिली। उन्होंने कहा कि सरकार मुख्य रूप से विदेशी प्रतिनिधियों को एक जिला एक उत्पाद उपहार में देती है और यह भारत में आयोजित जी20 कार्यक्रमों के दौरान व्यापक रूप से किया गया था। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय और वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय देश के आउटबाउंड शिपमेंट को बढ़ावा देने के लिए भारतीय मिशनों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग के सचिव, श्री राजेश कुमार सिंह, कपड़ा मंत्रालय की सचिव श्रीमती रचना शाह और भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, श्री प्रदीप सिंह खरोला उद्घाटन समारोह में शामिल हुए।
आत्मनिर्भर भारत उत्सव 2024 की अध्यक्षता वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग द्वारा की जा रही है। एक जिला एक उत्पाद पुरस्कार ओडीओपी पहल को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण प्रयासों और सफलताओं को मान्यता देते हैं। इस अभिनव राष्ट्रीय प्रयास में उनके योगदान का उत्सव मनाने के लिए जिलों, राज्यों और विदेशों में भारतीय मिशनों को एक साथ लाते हैं।
आत्मनिर्भर भारत उत्सव और राष्ट्रीय एक जिला एक उत्पाद पुरस्कार समारोह आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत की यात्रा का उत्सव है। यह देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, विविध प्रतिभाओं और नवाचार की भावना को प्रदर्शित करता है। नई दिल्ली के भारत मंडपम में 3 से 10 जनवरी तक चलने वाला आत्मनिर्भर भारत उत्सव 2024, भारत की आर्थिक शक्ति और सांस्कृतिक समृद्धि को प्रदर्शित करने के लिए तैयार किया गया एक ऊर्जस्वी कार्यक्रम है। इसे विभिन्न क्षेत्रों में व्यवस्थित किया गया है, जिनमें से प्रत्येक क्षेत्र अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्थानीय उत्पादों के वर्गीकरण के साथ-साथ देश की तकनीकी प्रगति और आर्थिक विकास को विशिष्ट रूप से प्रदर्शित करता है। ये क्षेत्र सामूहिक रूप से भारत की विरासत की समृद्धि और इसकी बढ़ती उद्यमशीलता भावना को प्रदर्शित करते हैं।
इस वर्ष के एक जिला एक उत्पाद पुरस्कार संस्करण ने काफी रुचि जागृत की है। इस संबंध में 25 जून से 31 जुलाई 2023 तक राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल के माध्यम से जानकारी प्रदान की गई थी। इस दौरान 26 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के 535 जिलों और विदेश में 19 भारतीय मिशनों से रिकॉर्ड 580 आवेदन मिले थे। यह उत्साहपूर्ण प्रतिकिया प्रतिस्पर्धी भावना को बढ़ावा देने, नवीन प्रथाओं को प्रोत्साहित करने और सार्वजनिक सेवा वितरण की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी समर्पण को प्रदर्शित करती है। यह उत्साही भागीदारी एक जिला एक उत्पाद पहल के लक्ष्यों और आदर्शों के प्रति सामूहिक प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
मंत्रियों और गणमान्य व्यक्तियों ने एक जिला एक उत्पाद से संबद्ध सार-संग्रह का शुभारंभ किया। यह राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों, जिलों और विदेशों में भारतीय मिशनों के काम और प्रयासों का एक प्रमाण है। इसके योगदान को एक जिला एक उत्पाद पुरस्कार, 2023 के माध्यम से पहचाना गया। वहां प्रलेखित प्रोफाइल ब्लूप्रिंट हैं दूरदर्शी शासन, लचीलेपन और अनुकूलनशीलता का प्रमाण है। वे सुशासन को अपनाने और विभिन्न संदर्भों में सफल मॉडलों को दोहराने के लिए हमारी स्थानीय सरकारों की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालते हैं। विदेश मंत्री श्री एस.जयशंकर और वाणिज्य मंत्री श्री पीयूष गोयल ने एक जिला एक उत्पाद पुरस्कार 2024 के अगले संस्करण का एक डिजिटल लॉन्च भी जारी किया गया।
एक जिला एक उत्पाद के लिए 3 श्रेणियों में कुल 24 पुरस्कार रखे गए – विभिन्न जिलों, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों को ये पुरस्कार प्रदान किए गए। पुरस्कार समारोह में विदेश में भारतीय मिशन वुर्चअल रूप से शामिल हुए।
- एक जिला एक उत्पाद पुरस्कार 2023 के लिए पुरस्कार विजेताओं की सूची
जिला पुरस्कार (कृषि)
रैंक
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ज़िला
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राज्य
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उत्पाद
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पुरस्कार
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-
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अल्लूरी सीतारमा राजू
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आंध्र प्रदेश
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अराकू कॉफ़ी
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सोना
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-
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उत्तरकाशी
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उत्तराखंड
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लाल चावल
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चाँदी
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-
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शोपियां
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जम्मू एवं कश्मीर
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सेब
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कांसा
|
-
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कंधमाल
|
ओडिशा
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हल्दी
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कांसा
|
-
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बठिंडा
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पंजाब
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शहद
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विशेष उल्लेख
|
-
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बुरहानपुर
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मध्य प्रदेश
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केला
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विशेष उल्लेख
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जिला पुरस्कार (गैर-कृषि)
रैंक
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ज़िला
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राज्य
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उत्पाद
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पुरस्कार
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-
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काकीनाडा
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आंध्र प्रदेश
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उप्पाद जामदानी साड़ी
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सोना
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-
|
बांदा
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उत्तर प्रदेश
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शज़ार स्टोन क्राफ्ट
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चांदी
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-
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श्रीकाकुलम
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आंध्र प्रदेश
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पोंडुरु कॉटन साड़ी
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कांसा
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-
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कुरनूल
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आंध्र प्रदेश
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हथकरघा रेशम साड़ियां
|
कांसा
|
-
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अन्नमय्या
|
आंध्र प्रदेश
|
मदनपल्ले सिल्क साड़ी
|
विशेष उल्लेख
|
-
|
गुंटूर
|
आंध्र प्रदेश
|
मंगलगिरि हथकरघा
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विशेष उल्लेख
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राज्य (श्रेणी ए)
रैंक
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राज्य
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पुरस्कार
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-
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उत्तर प्रदेश
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स्वर्ण
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-
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गुजरात
|
रजत
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3.
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महाराष्ट्र
|
कांस्य
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4.
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पंजाब
|
कांस्य
|
5.
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राजस्थान
|
कांस्य
|
राज्य (श्रेणी बी)
रैंक
|
राज्य
|
पुरस्कार
|
1.
|
जम्मू एवं कश्मीर
|
स्वर्ण
|
2.
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उत्तराखंड
|
रजत
|
3.
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मेघालय
|
कांस्य
|
4.
|
सिक्किम
|
कांस्य
|
मिशन पर सवार
रैंक
|
राज्य
|
पुरस्कार
|
-
|
भारत के महावाणिज्य दूतावास, वैंकूवर
|
स्वर्ण
|
-
|
भारत के महावाणिज्य दूतावास, न्यूयॉर्क
|
रजत
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-
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भारतीय उच्चायोग, निकोसिया
|
कांस्य
|
यह समारोह 'वोकल फॉर लोकल' पहल की दिशा में देश की प्रगति में एक उल्लेखनीय कदम का प्रतिनिधित्व करता है। यह सर्वोत्तम प्रथाओं के आदान-प्रदान और ओडीओपी पहल के भविष्य के लिए रणनीतियों पर चर्चा करने के लिए मंच प्रदान करता है। इस कार्यक्रम में राज्य और केंद्रशासित प्रदेश, जिला प्रशासन और विदेशों में भारतीय मिशनों के वरिष्ठ सरकारी प्रतिनिधि एक साथ आए और इस राष्ट्रीय प्रयास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता दी गई।
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एमजी/एआर/वीएल/एसके
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