सूक्ष्‍म, लघु एवं मध्‍यम उद्यम मंत्रालय

उद्यम पोर्टल पर 3 करोड़ से अधिक सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) पंजीकृत हैं

Posted On: 11 DEC 2023 4:38PM by PIB Delhi

उद्यम पंजीकरण पोर्टल के अनुसार देश में 04.12.2023 तक 01.07.2020 से 04.12.2023 तक पंजीकृत एमएसएमई की कुल संख्या 3,16,05,581 (उद्यम असिस्ट प्लेटफॉर्म पर पंजीकृत अनौपचारिक सूक्ष्म उद्यमों सहित) है। राज्यवार और वर्षवार विवरण अनुबंध- I में संलग्न हैं।

वहीं, उद्यम पंजीकरण पोर्टल के अनुसार देश में 4 दिसंबर, 2023 तक 01.07.2020 से 04.12.2023 तक पंजीकृत महिला स्वामित्व वाले एमएसएमई की कुल संख्या 1,17,36,406 (उद्यम असिस्ट प्लेटफॉर्म पर पंजीकृत अनौपचारिक सूक्ष्म उद्यमों सहित) है। राज्यवार विवरण अनुबंध- II के रूप में संलग्न हैं।

एमएसएमई क्षेत्र की प्रगति सुनिश्चित करने के लिए मंत्रालय के उठाए गए कदम और उस पर किए गए व्यय निम्नलिखित हैं:-

  1. दिनांक- 01.07.2020 से व्यापार करने में सुगमता को लेकर एमएसएमई के लिए "उद्यम पंजीकरण"
  2. प्राथमिकता वाले क्षेत्र से ऋण के लिए दिनांक 02.07.2021 से खुदरा और थोक व्यापारों का एमएसएमई के रूप में समावेशन
  3. एमएसएमई में सकारात्मक परिवर्तन के लिए दिनांक 18.10.2022 से गैर-कर लाभ को 3 साल के लिए बढ़ाया गया
  4. प्राथमिकता वाले क्षेत्र को दिए जाने वाले ऋण के तहत लाभों से सहायता लेने के लिए अनौपचारिक सूक्ष्म उद्योगों को औपचारिक दायरे में लाने के लिए दिनांक 11.01.2023 को उद्यम असिस्ट प्लेटफॉर्म की शुरुआत की गई

एमएसएमई क्षेत्र के लंबित भुगतान की समस्या के समाधान के लिए सरकार की ओर से उठाए गए कदम निम्नलिखित हैं:-

  • सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विकास (एमएसएमईडी) अधिनियम- 2006 के प्रावधानों के तहत एमएसई के विलंबित भुगतान के मामलों को निपटाने के लिए राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में एमएसईएफसी की स्थापना की गई है।
  • एमएसएमई मंत्रालय ने 30.10.2017 को वस्तु और सेवाओं के खरीदारों से एमएसई को बकाया धनराशि की शिकायतें दर्ज कराने व उसकी निगरानी के लिए समाधान पोर्टल को शुरू किया।
  • एमएसएमई मंत्रालय ने विलंबित भुगतान से संबंधित मामलों के त्वरित निपटान के लिए राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों से अधिक एमएसईएफसी गठित करने का अनुरोध किया है। अब तक दिल्ली, गुजरात, जम्मू और कश्मीर, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में एक से अधिक एमएसईएफसी के साथ कुल 157 एमएसईएफसी गठित किए जा चुके हैं।
  • एमएसएमई मंत्रालय ने आत्मनिर्भर भारत की घोषणा के बाद केंद्रीय मंत्रालयों/विभाग/सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों द्वारा एमएसएमई को बकाया और मासिक भुगतान की रिपोर्ट करने के लिए 14.06.2020 को समाधान पोर्टल के तहत एक विशेष उप-पोर्टल बनाया।
  • भारत सरकार ने 500 करोड़ रुपये या उससे अधिक के टर्नओवर वाली सीपीएसई और सभी कंपनियों को व्यापार प्राप्य छूट प्रणाली (ट्रेड्स) पर शामिल होने का निर्देश दिया है, जो कई फाइनेंसरों (धनराशि उपलब्ध करवाने वाले) के माध्यम से एमएसएमई को व्यापार प्राप्तियों में छूट की सुविधा प्रदान करने वाला एक इलेक्ट्रॉनिक मंच है।
  • सूक्ष्म और लघु उद्यमों से वस्तु और सेवा की आपूर्ति प्राप्त करने वाली कंपनियां, जिन्हें सूक्ष्म व लघु उद्यमों को वस्तु और सेवा के भुगतान की स्वीकृति की तारीख या मानद स्वीकृति की तारीख से 45 दिन से अधिक हो गए हैं, को भुगतान की बकाया धनराशि और देरी के कारणों का हवाला देते हुए कार्पोरेट कार्य मंत्रालय को अर्द्धवार्षिक विवरणी जमा कराने की भी जरूरत होगी।  
  • आयकर अधिनियम की धारा- 43बी के तहत भुगतानों पर किए गए व्यय के लिए कटौती की अनुमति केवल उस समय दी गई है, जब भुगतान वास्तव में एमएसएमई को किया गया हो।

अनुलग्नक- I

उद्यम पंजीकरण पोर्टल की शुरुआत (01.07.2020) से 04.12.2023 तक पंजीकृत एमएसएमई (उद्यम असिस्ट प्लेटफॉर्म पर पंजीकृत अनौपचारिक सूक्ष्म उद्यमों सहित) की राज्य/केंद्रशासित प्रदेश-वार और वर्ष-वार कुल संख्या

राज्य/केंद्रशासित प्रदेश

2020-21

2021-22

2022-23

2023-24

कुल

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह

1816

2950

3888

3737

12391

आंध्र प्रदेश

65174

147374

245795

678886

1137229

अरुणाचल प्रदेश

727

2257

6954

5648

15586

असम

17167

72167

133471

231190

453995

बिहार

90146

221199

323785

1097102

1732232

चंडीगढ़

5749

9525

10112

13682

39068

छत्तीसगढ़

33009

68717

108640

293073

503439

दिल्ली

89472

134679

178939

226746

629836

गोवा

6041

8615

15537

18522

48715

गुजरात

247109

398693

524052

772286

1942140

हरियाणा

102915

179530

237031

317955

837431

हिमाचल प्रदेश

12810

26865

47255

45835

132765

जम्मू और कश्मीर

26464

74470

104070

166706

371710

झारखंड

43004

83063

142422

365378

633867

कर्नाटक

152269

314801

423442

676696

1567208

केरल

71903

117907

180785

357445

728040

लद्दाख

731

2304

3211

3491

9737

लक्षद्वीप

38

207

334

153

732

मध्य प्रदेश

111717

245971

844541

899311

2101540

महाराष्ट्र

647654

974274

1218639

1663652

4504219

मणिपुर

10407

13729

21283

31928

77347

मेघालय

695

2228

6676

10158

19757

मिजोरम

1120

3547

7866

13207

25740

नगालैंड

712

3320

7314

20478

31824

ओडिशा

49442

105956

172068

444894

772360

पुडुचेरी

3867

8226

11572

24110

47775

पंजाब

100867

182781

269958

361488

915094

राजस्थान

235706

393131

519696

673268

1821801

सिक्किम

347

1772

3151

4799

10069

तमिलनाडु

312149

541307

731753

1119887

2705096

तेलंगाना

97857

161836

232221

681749

1173663

दादरा नगर हवेली व दमन और दीव

3082

4199

5131

6155

18567

त्रिपुरा

1688

6719

16626

141602

166635

उत्तर प्रदेश

217569

413657

1471297

1400717

3503240

उत्तराखंड

22612

49656

73252

118255

263775

पश्चिम बंगाल

63509

170361

279412

2137676

2650978

कुल

2847544

5147993

8582179

15027865

31605581

 

उद्यम पंजीकरण पोर्टल की शुरुआत (01.07.2020) से 04.12.2023 तक कुल पंजीकृत महिला स्वामित्व वाले एमएसएमई (उद्यम असिस्ट प्लेटफॉर्म पर पंजीकृत अनौपचारिक सूक्ष्म उद्यमों सहित) की राज्य/केंद्रशासित प्रदेश-वार कुल संख्या

राज्य/केंद्रशासित प्रदेश

उद्यम और यूएपी पर पंजीकृत महिला स्वामित्व वाले एमएसएमई की संख्या

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह

3184

आंध्र प्रदेश

553003

अरुणाचल प्रदेश

6799

असम

136255

बिहार

882231

चंडीगढ़

7504

छत्तीसगढ़

205522

दिल्ली

139519

गोवा

13981

गुजरात

476328

हरियाणा

202718

हिमाचल प्रदेश

25248

जम्मू और कश्मीर

75210

झारखंड

290312

कर्नाटक

517726

केरल

332032

लद्दाख

1901

लक्षद्वीप

107

मध्य प्रदेश

837165

महाराष्ट्र

1338925

मणिपुर

41955

मेघालय

7956

मिजोरम

15983

नगालैंड

17734

ओडिशा

330426

पुडुचेरी

20719

पंजाब

235420

राजस्थान

398079

सिक्किम

3611

तमिलनाडु

990165

तेलंगाना

506171

दादरा नगर हवेली व दमन और दीव

4218

त्रिपुरा

124199

उत्तर प्रदेश

360009

उत्तराखंड

820461

पश्चिम बंगाल

1813630

कुल

1,17,36,406

 

यह जानकारी सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री श्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने आज राज्यसभा में एक लिखित जवाब में दी।

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