रक्षा मंत्रालय
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भारतीय सेना विचार और नवाचार प्रतियोगिता और सेमिनार 2023

Posted On: 05 DEC 2023 6:16PM by PIB Delhi

भारतीय सेना ने 5 दिसम्‍बर 2023 को नई दिल्ली के मानेकशॉ सेंटर में 'इनो योद्धा 2023' शीर्षक से विचार और नवाचार प्रतियोगिता और सेमिनार का आयोजन किया। यह आयोजन भारतीय सेना द्वारा आधुनिकीकरण अपनाने और संगठन के भीतर नवाचारों के माध्यम से स्वदेशीकरण और तकनीकी प्रगति को आगे बढ़ाने में दिए गए महत्व को दर्शाता है। इस आयोजन का उद्देश्य संगठन के भीतर उपयोगकर्ताओं द्वारा किए गए तकनीकी नवाचारों को प्रदर्शित करना था।

इस कार्यक्रम में शिक्षा जगत और रक्षा उद्योग की प्रतिष्ठित हस्तियों के अलावा सेवारत कर्मियों ने भाग लिया। सभा को अपने संबोधन के दौरान, थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने नवप्रवर्तकों की रचनात्मकता और सरलता की सराहना की और भारतीय सेना में 'सोचने वाले योद्धाओं' को राष्ट्र और भारतीय सेना के लिए व्यावहारिक और नवीन समाधानों की संकल्पना जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।

भारतीय सेना के जवानों द्वारा किए गए नवाचार क्षेत्रीय संरचनाओं की परिचालन आवश्यकताओं के लिए घरेलू समाधान खोजने में सभी रैंकों के जुनून, पेशेवर क्षमता और तकनीकी ज्ञान का प्रमाण हैं। भारतीय सेना के सामने आने वाली परिचालनात्मक चुनौतियाँ विविध हैं, जो इलाके की अनिश्चितताओं, मौसम और प्रतिकूल खतरों के कारण और भी गंभीर हो गई हैं। मनुष्य और मशीन की गतिशीलता प्रौद्योगिकी और सिद्धांतों की निरंतर विकसित होती एल्‍केमी से जटिल होती है। कोई और नहीं बल्कि ज़मीनी सैनिक इस तथ्य को बेहतर ढंग से समझता है और इसलिए सेना की परिचालन और प्रशासनिक चुनौतियों के लिए घरेलू समाधान विकसित करने का लगातार प्रयास करता है।

इस दिशा में, भारतीय सेना द्वारा आयोजित वार्षिक विचार और नवाचार प्रतियोगिता महत्वपूर्ण सोच का प्रचार करती है, नए विचारों को अपनाने की सुविधा प्रदान करती है और सभी रैंकों को 'रचनात्‍मक विचारों को खोजने' के लिए प्रोत्साहित करती है। यह 'आत्मनिर्भर भारत' के अंतिम लक्ष्य की दिशा में भारतीय सेना के प्रयासों में भी सामंजस्य स्थापित करता है।

इस वर्ष, पूरी भारतीय सेना से कुल 80 नवाचारों का संक्षिप्‍त सूची में नाम रखा गया था, जिनमें से 34 को अंततः आगे विकास के लिए चुना गया है। ये नवाचार न केवल पारंपरिक प्रणालियों और प्रौद्योगिकी तक ही सीमित हैं, बल्कि इनमें एआई, सॉफ्टवेयर एप्‍लीकेशन, मानव रहित एरियल प्लेटफॉर्म और काउंटर ड्रोन सिस्टम जैसी विशिष्ट प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में अभिनव समाधान भी शामिल हैं।

कार्यक्रम के दौरान 22 शीर्ष नवाचारों को प्रदर्शित किया गया और इन नवाचारों से जुड़े इनोवेटर्स को सेना प्रमुख द्वारा सम्मानित किया गया। उनकी वर्तमान स्थिति से, चयनित नवाचारों को शोध क्षेत्र और उद्योग के भागीदारों के साथ सहयोग करके मिलिट्री ग्रेड मजबूत समाधान विकसित करने के लिए आगे बढ़ाया जाएगा।

इस दिशा में, भारतीय सेना के आर्मी डिज़ाइन ब्यूरो ने क्षेत्रीय संरचनाओं की परिचालन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए संपूर्ण रक्षा उद्योग इकोसिस्‍टम की क्षमताओं को जोड़ने के लिए पथ-प्रदर्शक पहल की है। पिछले साल, पहली बार, प्रीमियर एकेडेमिया की विशेषज्ञता को सुसंगत बनाया गया था, और पंद्रह विशिष्ट तकनीकी नवाचारों की पहचान की गई थी, जिन्हें उनके प्रौद्योगिकी स्तरों के न्‍यूनतम मानदंड तय करने के लिए फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर, आईआईटी दिल्ली के साथ आगे बढ़ाया जाएगा। उनमें से आठ के लिए बौद्धिक संपदा अधिकार आवेदन पहले ही दायर किए जा चुके हैं। विश्व स्तरीय उत्पाद बनाने के लिए भारतीय सेना की परिचालन आवश्यकता और हमारे शिक्षा जगत के प्रौद्योगिकी अनुभव को एकीकृत करते हुए, सेना से समर्पित वित्त पोषण के माध्यम से, सेना प्रौद्योगिकी बोर्ड के माध्यम से आईआईटी दिल्ली के संकाय के मार्गदर्शन में चार विशिष्ट तकनीकी नवाचार मार्ग विकसित किए जा रहे हैं।

एक नवाचार "विद्युत रक्षक- एक आईओटी-आधारित जनरेटर निगरानी और नियंत्रण प्रणाली" के लिए प्रौद्योगिकी को बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए भारतीय उद्योग में स्थानांतरित किया गया था। कार्यक्रम के दौरान भारतीय सेना और फाउंडेशन ऑफ इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के बीच तकनीकी सहयोग और परामर्श के लिए समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए।

जैसे ही इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का समापन हुआ, घरेलू प्रतिभाओं द्वारा प्रदर्शित नवीन भावना ने भविष्य के लिए गर्व और आशावाद की भावना पैदा की। प्रतियोगिता और सेमिनार के दौरान प्रस्तुत किए गए नवीन विचार और अभूतपूर्व समाधान भारतीय सेना के परिवर्तन की प्रक्रिया के महत्व पर जोर देते हैं। ये पहल न केवल क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए बल्कि वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों को नवीन रूप से सोचने के लिए प्रेरित करने के लिए भारतीय सेना की अटूट प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती हैं।

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एमजी/एआरएम/केपी/एसएस


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