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मीडिया ब्रीफ (अद्यतन -23/11/2023 1430 बजे तक)


सिल्क्यारा स्थित सुरंग ढहने वाली जगह पर बचाव अभियान तेज किया गया

Posted On: 23 NOV 2023 6:16PM by PIB Delhi

उत्तरकाशी, 23 नवंबर 2023: जीवन बचाने के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता को जारी रखते हुए, सरकार उत्तरकाशी में सिल्क्यारा स्थित सुरंग में चल रहे बचाव कार्यों में सक्रिय रूप से लगी हुई है। इस सुरंग में 41 श्रमिक फंसे हुए हैं। इस सुरंग का दो किलोमीटर का खंड, जहां श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए कंक्रीट का काम पूरा हो चुका है, इन बचाव प्रयासों का केन्द्रबिंदु है।

सुरंग के इस सुरक्षित हिस्से में, बिजली एवं पानी की आपूर्ति जारी है और भोजन एवं दवाओं सहित विभिन्न प्रावधान एक समर्पित चार-इंच कंप्रेसर पाइपलाइन के जरिए पहुंचाए जा रहे हैं।

श्रमिकों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने हेतु विभिन्न सरकारी एजेंसियों को तैनात किया गया है और प्रत्येक एजेंसी को विशिष्ट दायित्व सौंपे गए हैं। सरकार ने फंसे हुए लोगों का मनोबल बढ़ाने हेतु लगातार संपर्क बनाए रखा है।

बचाव कार्यों से संबंधित मुख्य अपडेट:

  1. एनएचआईडीसीएल के जीवनरक्षक प्रयास:
  • दिनांक 20.11.2023 को उस समय एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल हुई जब एनएचआईडीसीएल ने आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए एक अतिरिक्त जीवनरेखा– छह- इंच व्यास वाली एक पाइपलाइन- की ड्रिलिंग पूरी कर ली।
  • दूसरी जीवनरेखा सेवा (150 मिलीमीटर व्यास वाली पाइप) का उपयोग करके नियमित अंतराल पर सुरंग के अंदर ताजा पका हुआ भोजन और ताजे फल पहुंचाए जा रहे हैं। अपेक्षाकृत अधिक स्थिरता एवं सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु दूसरी जीवनरेखा सेवा (भोजन पहुंचाने वाली पाइप, 150 मिलीमीटर) को प्रारंभिक स्थिति से 12 मीटर की दूरी तक बढ़ाया गया है।
  • एसडीआरएफ द्वारा फंसे हुए श्रमिकों के साथ वीडियो संचार संपर्क स्थापित किया गया है।
  • एनडीआरएफ द्वारा सीधे संचार लाइन संपर्क स्थापित किया गया है।
  1. एनएचआईडीसीएल द्वारा क्षैतिज बोरिंग
  • एनएचआईडीसीएल ने श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए ऑगुर बोरिंग मशीन का उपयोग करके सिल्क्यारा छोर से क्षैतिज बोरिंग फिर से शुरू कर दी है। ऑगर बोरिंग मशीन से ड्रिलिंग 22.11.2023 को 0045 बजे शुरू हुई। पाइप के सामने धातु से बनी एक वस्तु (लैटिस गर्डर रिब) आ गई थी और इस वजह से पाइप को और आगे नहीं डाला जा सका। गैस कटर का उपयोग करके धातु से बनी इस वस्तु (लैटिस गर्डर रिब) को काटने का काम 0230 बजे पूरा कर लिया गया है। बचाव पाइप का मार्ग प्रशस्‍त हो जाने की पुष्टि करने के लिए ट्रेंचलेस टीम ने दो बार मैनुअल रूप से पाइप में प्रवेश किया। 1310 बजे 9वें पाइप को आगे धकेलना शुरू किया गया और पाइप अतिरिक्त 1.8 मीटर तक पहुंच गया। इसी दौरान मामूली कंपन नोट किया गया था, इसलिए ऑगुर को थोड़ा पीछे धकेला जा रहा है, ताकि इस पर लगाए जाने वाले बल का पुनः आकलन किया जा सके। इसके तुरंत बाद ही इसे आगे बढ़ाने का काम शुरू हो जाएगा।
  • ड्रिलिंग मशीन के लिए सुरक्षात्मक छत्र का निर्माण कार्य चल रहा है।
  1. एसजेवीएनएल द्वारा बचाव कार्य के लिए लंबवत ड्रिलिंग:
  • बचाव सुरंग के लंबवत निर्माण के लिए एसजेवीएनएल की मशीन निर्धारित स्‍थल पर आ गई है, और स्थापित कर दी गई है और शाम तक ड्रिलिंग शुरू होने की उम्मीद है। .
  1. टीएचडीसीएल द्वारा बारकोट की तरफ से क्षैतिज ड्रिलिंग: 
  • टीएचडीसी ने बारकोट छोर से एक बचाव सुरंग का निर्माण शुरू कर दिया है, जिसके लिए चार विस्फोट पहले ही पूरे हो चुके हैं, जिसके परिणामस्वरूप 9.10 मीटर का संचय हो गया है। प्रतिदिन तीन विस्फोट करने की कोशिश की जा रही है।
  • शॉटक्रेटिंग पूरी हो गई है। रॉक बोल्ट्स के लिए ड्रिलिंग के साथ-साथ पोर्टल क्षेत्र में रिब निर्माण कार्य प्रगति पर है।
  1. आरवीएनएल द्वारा लंबवत-क्षैतिज ड्रिलिंग:
  • श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए क्षैतिज ड्रिलिंग हेतु आवश्यक माइक्रो टनलिंग के उपकरण निर्धारित स्‍थल पर पहुंच गए हैं। प्लेटफॉर्म 24.11.2023 तक पूरा हो जाने की संभावना है। संबंधित उपकरण को 25.11.2023 तक स्थापित करना है।
  1. ओएनजीसी द्वारा बारकोट छोर की ओर लंबवत ड्रिलिंग
  • इंदौर से एयर ड्रिलिंग रिग मशीन निर्धारित स्‍थल पर पहुंच गई है। फील्ड सर्वेक्षण पूरा हो जाने के बाद ही ओएनजीसी द्वारा रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।

7-टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (टीएचडीसीएल)/सेना/ कोल इंडिया और राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के संयुक्त दल द्वारा मैनुअल-सेमी मेकेनाइज्ड विधि द्वारा ड्रिफ्ट टनल :

सुरंग के अंदर आवागमन शुरू करने का काम चल रहा है। सेना इस उद्देश्य के लिए बॉक्स पुलिया बनाने का कार्य कर रही है। इसके फ्रेम का निर्माण कार्य शुरू हो गया है।

8. सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा सड़क काटना और सहायक कार्य:

सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने सतलुज जल विद्युत निगम (एसजेवीएनएल) और रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) द्वारा लबंवत ड्रिलिंग के लिए संपर्क सड़क का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। सीमा सड़क संगठन, तेल एवं प्रकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) द्वारा किए गए भूवैज्ञानिक सर्वेक्षणों के साथ तेल एवं प्रकृतिक गैस निगम के लिए संपर्क मार्ग भी तैयार कर रहा है। सीमा सड़क संगठन ने 300 मीटर लंबा संपर्क मार्ग तैयार किया है।

पृष्ठभूमि:

12 नवंबर 2023 को सिल्क्यारा से बरकोट तक निर्माणाधीन सुरंग में सिल्क्यारा की तरफ 60 मीटर लंबे हिस्से में मलबा गिरने के कारण सुरंग ढह गई। इस सुरंग में फंसे हुए 41 मजदूरों को बचाने के लिए राज्य और केंद्र सरकार द्वारा तत्काल संसाधन जुटाए गए हैं।

सुरक्षा चिंताओं के कारण प्रारंभ में मलबे से होकर 900 मिली मीटर के पाइप का चयन करने के साथ साथ कई बचाव विकल्पों की तलाश की गई। सुरंग के अंदर संकटग्रस्त क्षेत्र, जिसकी ऊंचाई 8.5 मीटर और लंबाई 2 किलोमीटर है, सुरंग का निर्मित हिस्सा है, जो उपलब्ध बिजली और पानी की आपूर्ति के साथ मजदूरों को सुरक्षा प्रदान कर रहा है।

पांच एजेंसियों-तेल एवं प्रकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी), सतलुज जल विद्युत निगम (एसजेवीएनएल), रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल), राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) और टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (टीएचडीसीएल) को विशिष्ट दायित्व सौंपा गया गया है। ये पांचों एजेंसियां परिचालन दक्षता के लिए सामयिक कार्य समायोजन के साथ मिलकर काम कर रही हैं।

नोट: प्रदान की गई समय-सीमा में तकनीकी गड़बड़ियों, चुनौतीपूर्ण हिमालयी इलाके और अप्रत्याशित आपात स्थितियों के कारण परिवर्तन हो सकता है।

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(Release ID: 1979230)
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