महिला एवं बाल विकास मंत्रालय

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना इस बात का मुख्‍य उदाहरण है कि डिजिटल कनेक्शन और भावनात्मक व प्रशासनिक दायित्‍व किस तरह एक साथ आ सकते हैं- श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी


प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) पर राष्ट्रीय कार्यक्रम मुंबई में आयोजित किया गया

विभिन्न हितधारकों के लिए एक विस्तृत उपयोगकर्ता मैनुअल जारी किया; इस कार्यक्रम में नए पीएमएमवीवाई पोर्टल लॉन्च किया गया

8,14,612 लाभार्थियों को 321.57 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष लाभ नकद अंतरण जारी

Posted On: 27 OCT 2023 10:32PM by PIB Delhi

आज (27 अक्टूबर 2023) को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) पर राष्ट्रीय कार्यक्रम का आयोजन महाराष्ट्र के मुंबई स्थित यशवंतराव चव्हाण केंद्र में किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ तकनीकी कार्यशाला सत्र पर नए पीएमएमवीवाई पोर्टल के साथ हुआ। इस सत्र का प्रस्‍तुतिकरण महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के उप सचिव श्री भास्कर द्वारा किया गया और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव डॉ. प्रीतम बी. यशवंत ने संबोधन दिया तथा एनआईसी की टीम द्वारा इसमें सहयोग दिया गया।

तकनीकी सत्र के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री, महिला एवं बाल विकास और आयुष मंत्रालय, डॉ. मुंजापारा महेंद्रभाई की उपस्थिति में महाराष्ट्र सरकार के मुख्यमंत्री श्री एकनाथ संभाजी शिंदे और केंद्रीय महिला एवं बाल विकास और अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी की अध्यक्षता में उद्घाटन सत्र का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित अन्य गणमान्यजनों में महाराष्ट्र सरकार की महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री अदिति सुनील तटकरे, महाराष्ट्र सरकार के कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री श्री मंगल प्रभात लोढ़ा, महाराष्ट्र विधान सभा के सदस्य श्री आशीष शेलार और भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सचिव श्री इंदीवर पांडे उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में भारत सरकार और विभिन्न राज्य सरकारों एवं केंद्र-शासित प्रदेश प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में महिला पर्यवेक्षकों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और आशा कार्यकर्ताओं सहित अग्रिम पंक्ति के पदाधिकारियों ने भी भाग लिया।

इस कार्यक्रम में पीएमएमवीवाई के महत्वपूर्ण पहलुओं और उपलब्धियों, इसकी यात्रा और पीएमएमवीवाई पोर्टल और मोबाइल ऐप की विशेषताओं पर प्रकाश डाला गया। प्रधानमंत्री के विज़न के अनुरूप 'डिजिटल इंडिया', 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' को बढ़ावा देने के लिए एक नया पीएमएमवीवाई पोर्टल (पीएमएमवीवाईसॉफ्ट एमआईएस) विकसित किया गया है। इस पोर्टल में पात्र लाभार्थियों के उचित सत्यापन के लिए यूआईडीएआई द्वारा 'फेशियल प्रमाणीकरण तकनीक' जैसी नई सुविधाएं शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, इसमें प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से सुचारु धन अंतरण सुनिश्चित करने के लिए लाभार्थी बैंक खातों का एनपीसीआई सत्यापन शामिल है। इसके अतिरिक्‍त, यह लाभार्थियों और आंगनवाड़ी/आशा कार्यकर्ताओं के लिए पोर्टल के माध्यम से सीधे पंजीकरण करने के लिए एक कागज रहित ऑनलाइन पंजीकरण प्रणाली को प्रस्‍तुत करता है।

1 जनवरी 2017 को शुरू की गई प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) और 1 अप्रैल 2022 से मिशन शक्ति के एक घटक के रूप में संशोधित पीएमएमवीवाई 2.0 का प्राथमिक उद्देश्य महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान मजदूरी हानि के आंशिक मुआवजे के लिए नकद प्रोत्साहन देना, ताकि महिलाएं बच्चे के जन्म से पूर्व और पश्‍चात् पर्याप्त आराम कर सकें; और गर्भवती महिलाओं व स्तनपान कराने वाली माताओं (पीडब्ल्यू एंड एलएम) के बीच स्वास्थ्य संबंधी व्यवहार में सुधार करना है। पीएमएमवीवाई पोर्टल और मोबाइल ऐप प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के माध्यम से सुचारु धन अंतरण सुनिश्चित करने वाले नागरिक-अनुकूल अनुभव को प्राथमिकता देते हुए तकनीकी उत्कृष्टता प्रदान करने के प्रति  वचनबद्ध है।

स्वागत और दीप प्रज्ज्वलन के बाद महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सचिव द्वारा एक उद्घाटन संबोधन दिया गया। उन्होंने पीएमएमवीवाई के नए पोर्टल और मोबाइल ऐप की नई विशेषताओं का परिचय देते हुए इस बात पर जोर दिया कि किस तरह पोर्टल और मोबाइल ऐप का उपयोग पंजीकरण व सेवा वितरण की प्रक्रिया को सु्गम बनाता है। पोर्टल और मोबाइल ऐप की नई विशेषताएं देरी को कम करने और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए फेस प्रमाणीकरण, डीबीटी सक्षम खाता अंतरण, एनपीसीआई मैपर एकीकरण प्रस्‍तुत करती हैं। प्रथम बार पीएमएमवीवाई 2.0 में दूसरी लड़की-बच्ची के लिए 6000 रुपये की नकद प्रोत्साहन राशि की शुरुआत की गई है। उन्होंने उपयोगकर्ता मैनुअल, पोर्टल और मोबाइल एप्लिकेशन के लॉन्च पर प्रकाश डालते हुए आयोजन के महत्व के बारे में अतिरिक्त जानकारी प्रदान की।

महाराष्ट्र विधान सभा के सदस्य श्री आशीष शेलार ने महिलाओं को उपहार स्‍वरूप नवरात्रि के अवसर पर प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) के महत्व पर बल देते हुए संबोधन दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्व में विशेषकर गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं में कुपोषण व भूख के विरुद्ध लड़ाई में राज्य सरकार और केंद्र सरकार के बीच महत्वपूर्ण सहयोग को स्वीकार किया। उन्होंने दैनिक वेतन पाने वाली माताओं और बहनों के लिए योजना के पर्याप्त लाभों एवं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की भागीदारी से लाए गए अतिरिक्त महत्व को भी रेखांकित किया।

महाराष्ट्र सरकार की महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री अदिति सुनील तटकरे ने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के प्रति राज्य के समर्पण पर प्रकाश डाला। उन्होंने मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की भूमिका और महिला एवं बाल विकास विभाग और सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के बीच प्रभावी सहयोग पर बल दिया। सरकार का फोकस जनजातीय क्षेत्रों में सुचारु संस्थागत प्रसव प्रक्रिया पर है। 'भगवान बिरसा मुंडा जोड रस्ते योजना' का उद्देश्‍य जनजातीय गांवों को मुख्य सड़कों से जोड़ना है, जिससे 17 जनजातीय जिले लाभान्वित होगें। मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण अभियान सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन को सुव्यवस्थित करेगा। उन्होंने ‘लेक लाडकी योजना’ का भी उल्लेख किया, जो आर्थिक रूप से वंचित पृष्ठभूमि से लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देती है। उन्होंने आंगनवाड़ियों और आशा कार्यकर्ताओं के समर्पित प्रयासों के माध्यम से ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में बच्चों तक पहुंचने की प्रतिबद्धता का अनुमोदन किया।

केंद्रीय राज्य मंत्री, महिला एवं बाल विकास और आयुष मंत्रालय, डॉ. मुंजापारा महेंद्रभाई ने पीएमएमवीवाईसॉफ्ट एमआईएस पोर्टल के माध्यम से पूरे देश में पीएमएमवीवाई 2.0 योजना के कार्यान्वयन पर प्रकाश डाला। उन्‍होनें बताया, यह महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से मिशन शक्ति दिशानिर्देशों के अनुरूप है। उपयोगकर्ता के अनुकूल ई-गवर्नेंस पोर्टल कागज रहित पद्धति को बढ़ावा देते हुए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा कार्यकर्ताओं और नागरिकों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करता है। यह लाभार्थियों को सत्यापित करने के लिए आधार सक्षम भुगतान प्रणाली और प्रत्यक्ष धन अंतरण को शामिल करता है जिससे पारदर्शिता बढ़ती है। एकीकृत ट्रैकिंग प्रणाली नागरिकों को उनके आवेदन की स्थिति की निगरानी करने में सक्षम बनाती है, और पोषण ट्रैकर हेल्पलाइन इस पूरी प्रक्रिया में समर्थन प्रदान करती है।

इसके बाद विभिन्न हितधारकों के लिए एक विस्तृत उपयोगकर्ता मैनुअल जारी किया गया। आयोजित कार्यक्रम में एक नया पीएमएमवीवाई पोर्टल (पीएमएमवीवाईसॉफ्ट एमआईएस) लॉन्च किया गया। पीएमएमवीवाई 'ए सैल्यूटेशन टू मदरहुड' के इस अवसर पर 5.68 लाख प्रथम-बाल लाभार्थियों के लिए कुल 173.8 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष लाभ नकद अंतरण जारी किया गया। पहली बार दूसरी बालिका की 2.46 लाख माताओं को कुल 147.8 करोड़ रुपये का लाभ जारी किया गया। इस अवसर पर 8,14,612 लाभार्थियों को कुल 321.57 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष नकद अंतरण जारी किया गया। स्थापना के बाद से, 3.19 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को 14,424.57 करोड़ रुपये से अधिक के कुल वितरण के साथ वित्तीय सहायता प्रदान की गई है।

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास और अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने अपने मुख्य संबोधन में योजना की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। अब तक इस योजना के अं‍तर्गत 3.50 लाख लाभार्थियों को सम्मिलित किया गया है। इस योजना से बच्चे के जन्म पंजीकरण, संस्थागत जन्म और एएनसी पंजीकरण में वृद्धि सहित कई प्रमुख संकेतकों में सुधार हुआ है। उन्होंने मंत्रालय की अन्य पहल के बारे में विस्तारपूर्वक बताया जिसका उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करना है। संकटग्रस्त महिलाओं की सहायता के लिए 733 वन स्टॉप सेंटर (ओएससी) स्थापित किए गए हैं। इसी प्रकार, महिला हेल्प लाइन को ईआरएसएस के साथ एकीकृत किया गया है, मामलों के त्वरित निपटान के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट और मानव तस्करी विरोधी इकाइयां स्थापित की गई हैं। निर्भया योजना के अं‍तर्गत 983 रेलवे स्टेशनों पर एकीकृत आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रबंधन प्रणाली है।

प्रधानमंत्री के विज़न के अनुरूप बालिकाओं के लिए एक समतापूर्ण राष्ट्र का निर्माण बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की सफलता के माध्यम से प्रतिबिंबित हुआ। इस दृष्टिकोण को जारी रखते हुए, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना बनाई और लागू की गई। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना इस बात का प्रमुख उदाहरण है कि डिजिटल कनेक्शन और भावनात्मक और प्रशासनिक जिम्मेदारी किस तरह एक साथ आ सकते हैं” - श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी

एक विशेष संबोधन में, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री एकनाथ संभाजी शिंदे ने समाज में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका को स्‍वीकार कर‍ते हुए, पीएमएमवीवाई कार्यक्रम के माध्यम से माताओं को सम्‍मान दिया। उन्होंने संसद में महिला आरक्षण और स्वच्छ भारत अभियान जैसी पहलों पर प्रकाश डाला। श्री शिंदे ने देश की प्रगति के वाहक के रूप में महिला सशक्तिकरण पर बल दिया। 'लेक लाडकी योजना 2023' के माध्यम से लड़कियों की शिक्षा का समर्थन करने के सरकार के प्रयासों का उल्लेख किया गया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण अभियान और पीएम मातृ वंदना योजना के सफल क्रियान्वयन की घोषणा की। स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से दो करोड़ महिलाओं को सशक्त बनाने और खाद्य बिक्री के माध्यम से स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा देने की योजना पर ध्‍यान दिया गया। मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र में विभिन्न सरकारी योजनाओं के माध्यम से आम लोगों के उत्थान के लिए सरकार के समर्पण को दोहराया।

सत्र का समापन भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव डॉ. प्रीतम बी. यशवंत के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। इस कार्यक्रम ने सफल प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना पहलों को साझा करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया।

******

एमजी/एआर/पीकेए/आर



(Release ID: 1972487) Visitor Counter : 450


Read this release in: English , Urdu