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एनएफडीसी इंडिया ने फिल्म बाजार 2023 में को-प्रोडक्शन मार्केट फीचर लेंथ प्रोजेक्‍ट्स के चयन की घोषणा की


11 देशों के 20 प्रोजेक्‍ट्स हिंदी, अंग्रेजी, मराठी, बंगाली, गुजराती, उड़िया, तमिल, तेलुगू, मलयालम, कन्नड़, सिंहली, जर्मन एवं हिब्रू सहित भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय भाषाओं की विविध श्रृंखला प्रस्‍तुत करते हैं

Posted On: 25 OCT 2023 3:59PM by PIB Delhi

एनएफडीसी फिल्म बाजार के 17वें संस्करण ने 20 से 24 नवंबर, 2023 के बीच मैरियट रिज़ॉर्ट, गोवा में आयोजित होने वाले को-प्रोडक्शन मार्केट के फीचर लेंथ प्रोजेक्‍ट्स के आधिकारिक चयन की घोषणा की है।

फिल्म बाज़ार अपने 17वें संस्करण के लिए पैन-ग्‍लोबल नरेटिव के साथ 20 प्रोजेक्ट ला रहा है। को-प्रोडक्शन मार्केट फ़ीचर लेंथ प्रोजेक्‍ट्स 11 देशों के प्रभावशाली प्रोजेक्‍ट्स का एक समूह हैं जिन्हें बाज़ार में भाग लेने के लिए चुना गया है। यह श्रृंखला भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका, अमेरिका, ब्रिटेन, सिंगापुर, जर्मनी, फ्रांस, पोलैंड, लक्ज़मबर्ग और इज़राइल की कहानियों का वैविध्‍यपूर्ण मिश्रण है। चयनित फिल्म निर्माता ओपन पिच में अंतर्राष्ट्रीय और भारतीय निर्माताओं, वितरकों, फेस्टिवल प्रोग्रामर, फाइनेंसरों और बिक्री एजेंटों के सामने अपने प्रोजेक्‍ट  पेश करेंगे।

महोत्सव निदेशक, इफ्फी एवं फिल्म बाजार और संयुक्त सचिव (फिल्म) और एमडी, एनएफडीसी, श्री पृथुल कुमार ने कहा कि “को-प्रोडक्शन मार्केट, फिल्म बाजार के सबसे महत्वपूर्ण खंडों में से एक है, जो क्यूरेटेड प्रोजेक्‍ट्स और वित्तीय सहायता में मदद करता रहा है। यह लगातार उल्लेखनीय प्रोजेक्‍ट्स लाता रहा है। इस वर्ष, हमें 19 देशों से 27 भाषाओं में रिकॉर्ड 142 प्रोजेक्‍ट्स के लिए आवेदन प्राप्त हुए। हम चयनित फिल्म निर्माताओं को शुभकामनाएं देते हैं और आशा करते हैं कि उनके प्रोजेक्‍ट्स के सफल समापन की दिशा में उनकी आगामी यात्रा के लिए एक उपयुक्त सह-उत्पादन जोड़ीदार प्राप्‍त होगा।”

2023 के लिए चयनित प्रोजेक्‍ट्स निम्‍नलिखित हैं -

आठ (द ऐट) | मराठी | भारत

निर्देशक - नचिकेत वायकर

नचिकेत वायकर ने फीचर फिल्म 'तेंडल्या' का निर्देशन, संपादन और पटकथा लेखन किया है। इसके लिए उन्हें 56वें महाराष्ट्र राज्य फिल्म पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ नवोदित निर्देशक और सर्वश्रेष्ठ संपादक का पुरस्कार मिला। नचिकेत ने भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान, पुणे से फिल्म संपादन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा किया है। एफटीआईआई में उनके प्रोजेक्‍ट्स जैसे लेटर फ्रॉम कोरलाई, गोल्डन मैंगो, क्र-म-श: आदि को दुनिया भर के अनेक फिल्म समारोहों में सम्मान और पहचान मिली है।

निर्माता- श्वेताभ सिंह | नामा प्रोडक्शंस

श्वेताभ एक दूरदर्शी फिल्म निर्माता हैं, जो विचारोत्तेजक कहानियों को रुपहले पर्दे पर लाने की अपनी असाधारण क्षमता के लिए विख्‍यात हैं। उन्होंने भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान से अभिनय की शिक्षा हासिल की और फिल्म निर्माण के विभिन्न पहलुओं पर एक समग्र दृष्टिकोण प्राप्त किया, जिसने अंततः एक निर्माता के रूप में उनके दृष्टिकोण को आकार दिया। वह बर्लिनले, फ़िल्मफ़ेयर में सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म रही ईब अलाय ऊ! के निर्माता हैं। बुसान अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव 2019 में ऐसे ही (2019) - को स्‍पेशल ज्‍यूरी मेंशन प्राप्‍त हुआ।

निर्माता- तरुण शर्मा| वनशॉट फिल्म्स

तरुण ने प्रबल कहानियां गढ़ने की अपनी क्षमता से सभी का ध्यान आकर्षित किया है, जो सभी शैलियों के दर्शकों को पसंद आती है। उनकी आगामी फीचर फिल्म "मिर्ग" एक बहुप्रतीक्षित फिल्म है जो अपनी आकर्षक कहानी और यादगार प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने का वादा करती है।

अ लव सुप्रीम | हिंदी | भारत

निर्देशक - देव बेनेगल

देव बेनेगल की पुरस्कार विजेता पहली फिल्म "इंग्लिश, अगस्त" को समकालीन भारतीय सिनेमा में एक युगांतकारी फिल्म के रूप में स्वीकार किया गया। इस फिल्‍म ने राष्ट्रीय पुरस्कार जीता और एमओएमए के न्यू डायरेक्टर्स न्यू फिल्म्स के लिए भी चुनी गयी और यह टेवंटिएथ सेंचुरी फॉक्‍स की पहली भारतीय अधिग्रहण रही। फॉक्स द्वारा वितरित "स्प्लिट वाइड ओपन" का प्रीमियर वेनिस इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में हुआ और उसने कई पुरस्कार जीते। "रोड, मूवी", एटेलियर डु कान में आधिकारिक चयन रही और बर्लिन फिल्म फेस्टिवल (जेनरेशन प्लस) की उद्घाटन फिल्‍म रही।

निर्माता- नीरज जैन | माइं(ड) स्टूडियो

नीरज जैन लॉस एंजिल्स और न्यूयॉर्क के भारतीय-अमेरिकी छायाकार और निर्माता हैं। उन्होंने अमेरिका और भारत दोनों स्‍थानों पर प्रोजेक्‍ट्स शूट किए हैं। उनकी पहली फीचर फिल्म द साउंड ऑफ द विंड (2020) के रिलीज होने पर कई समीक्षाओं में फिल्म के दृश्यों की प्रशंसा की गई। हाल ही में उन्होंने एमेजॉन प्राइम के लिए जोया अख्तर के मेड इन हेवन (2022) के दूसरे सीज़न की शूटिंग की है।

निर्माता - माया पटेल माइं(ड) स्टूडियो

माया पटेल मुंबई, लंदन और लॉस एंजिल्स बेस्‍ड निर्माता हैं। माइं(ड) स्टूडियो, न्‍यूयॉर्क में एक संस्थापक भागीदार भी हैं। उन्होंने हाल ही में नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के जीवन और बाल दासता को समाप्त करने के लिए उनकी लड़ाई पर आधारित एमी-नामांकित फिल्म "द प्राइस ऑफ फ्री" पर काम किया है। फिल्म ने 2018 में सनडांस फिल्म फेस्टिवल ग्रैंड जूरी पुरस्कार जीता। उन्होंने नेटफ्लिक्स के "बिक्रम", शोटाइम के "द किंगमेकर" सहित पुरस्कार विजेता फिल्मों और अभियानों के विकास व निर्माण पर काम किया है। उन्होंने डेविस गुगेनहेम, स्मृति मुंद्रा, लॉरेन ग्रीनफील्ड और ईवा ऑर्नर जैसे अकादमी-पुरस्कार विजेता निर्देशकों के साथ काम किया है।

बघुनी (डांस लाइक अ टाइगर) | उड़िया | भारत, ब्रिटेन

निर्देशक-जितेंद्र मिश्रा

जितेंद्र मिश्रा उन चुनिंदा भारतीय फिल्म निर्माताओं और प्रमोटरों में से एक हैं जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 'फिल्म निर्माण, वितरण और प्रचार के वैकल्पिक तरीकों' में एक मानक बनाने में सक्षम हो सके हैं। वह पहले से ही 50 से अधिक फिल्मों के निर्माण, वितरण और प्रचार से विभिन्न श्रेणियों और विभिन्न क्षमताओं में जुड़े रहे हैं। उनमें से कई को दुनिया भर में प्रशंसा और पहचान मिली है। द लास्ट कलर, बरीड सीड्स, डिज़ायर्स ऑफ द हार्ट, ह्यूमन ओक, आई एम कलाम, बेयरफुट एम्प्रेस आदि उनकी हाल की कुछ फिल्में हैं। उनके हाल के निर्माण 'द लास्ट कलर' को 50 से अधिक अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में चुना गया और 20 से अधिक विभिन्न पुरस्कार जीते।

निर्माता- पार्थ सारथी पांडा | ग्लोकल फिल्म्स यूके लिमिटेड

पार्थ सारथी पांडा विभिन्न प्रयासों के माध्यम से भारत की कला, संस्कृति और सिनेमा को बढ़ावा दे रहे हैं। उनका प्रोडक्शन हाउस ग्लोकल फिल्म्स यूके लिमिटेड विभिन्न शैलियों से ऑडियो विजुअल सामग्री का उत्पादन और वितरण कर रहा है।

भाई बैंड (वन टू थ्री माइक चैक) | गुजराती | भारत

निर्देशक और निर्माता- मनीष सैनी | अमदावाद फिल्म्स प्रा. लि.

मनीष सैनी एक लेखक, निर्देशक और निर्माता हैं। 2017 में आई उनकी पहली फीचर फिल्म "ढ" ने 2018 में राष्ट्रीय पुरस्कार जीता था, जिसे आलोचकों ने सराहा था और टोरंटो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल किड्स और शंघाई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल जैसे विभिन्न प्रतिष्ठित फिल्म समारोहों में भी यह पहुंची थी। इसे वायकॉम 18 स्टूडियो ने खरीदा और 2018 में सिनेमाघरों में रिलीज़ किया। मनीष ने अपनी दूसरी गुजराती फिल्म "गांधी एंड कंपनी" लिखी और उसका संपादन तथा निर्देशन किया। 2020 में इसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों के साथ फिल्म महोत्सवों में सराहा और सम्मानित किया गया। इनमें गोल्डन स्लिपर अवॉर्ड, ज़्लिन फिल्म फेस्टिवल, चेक रिपब्लिक 2022; बेस्ट क्यूरेटर्स चॉयस फ़िल्म, यूके एशियन फिल्म फेस्टिवल 2022; और सर्वश्रेष्ठ बाल अभिनेता, न्यू यॉर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल, 2022 शामिल थे।

भोपाल बॉयज़ | हिंदी | भारतीय निर्देशक - अजितेश शर्मा

अजितेश शर्मा ने फिल्ममेकिंग की पढ़ाई पूरी की और विभिन्न राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय प्रोजेक्ट में सहायक निर्देशक के रूप में काम किया है। उनकी पिछली परियोजना समीक्षकों द्वारा सराही गई नेटफ्लिक्स की सीरीज़ 'डेल्ही क्राइम सीज़न 01' थी। इसके बाद उन्होंने उत्तराखंड पर आधारित खूब देखी गई फेसबुक ओरिजिनल मिनी-एपिसोडिक सीरीज़ होम स्पन का निर्देशन किया। प्रियंका चोपड़ा जोनस और अपूर्व बख्शी द्वारा निर्मित उनकी पहली फीचर लेंथ डॉक्यूमेंट्री फिल्म "वूम्ब- वीमन ऑफ माई बिलियन" कई वैश्विक फिल्म समारोहों में गई। अजितेश ने वार्नर ब्रदर्स डिस्कवरी जैसे चैनलों के लिए फिल्मों का निर्देशन भी किया है।

निर्माता - मोनिशा त्यागराजन | अवेडेशियस ओरिजिनल्स

मोनिशा त्यागराजन अवेडेशियस ओरिजिनल्स की संस्थापक पार्टनर और क्रिएटिव प्रोड्यूसर हैं। वह अंतर्राष्ट्रीय एमी पुरस्कार जीतने वाले शो डेल्ही क्राइम; नेटफ्लिक्स की म्यूज़िकल फ़िल्म- व्हाट आर द ऑड्स?; डिस्कवरी के शो- आर्ट ऑफ गेटिंग लॉस्ट, ऑफ रोड विद गुल पनाग और मिशन एवरेस्ट के प्रोडक्शन की प्रमुख रही हैं। उन्हें लेखन और स्टोरी इंजीनियरिंग का भी शौक है। उनकी लिखी स्क्रिप्ट पर समीक्षकों द्वारा सराहे गए शो बनाए गए हैं और बनाए जा रहे हैं। उनके उल्लेखनीय कार्यों में नेटफ्लिक्स की एंथोलॉजी सीरीज़ का एक एपिसोड, सेव द डेट शामिल है।

 फाशीगेट | मराठी | भारत

निर्देशक- फुलवा खामकर

फुलावा खामकर को 1992-93 में जिम्नास्टिक में उत्कृष्टता के लिए महाराष्ट्र सरकार से प्रतिष्ठित शिव छत्रपति पुरस्कार प्राप्त हुआ। वह पेशे से कोरियोग्राफर और डांस टीचर हैं और उन्होंने 'नटरंग, मितवा, क्लासमेट्स, हम्पी' जैसी फिल्मों के गाने कोरियोग्राफ किए हैं और इसके लिए उन्हें कई पुरस्कार भी मिले हैं। उन्होंने भारत के पहले डांस रियलिटी शो 'बूगी वूगी' से अपने प्रदर्शन की शुरुआत की थी। उन्होंने 2022 में एक शॉर्ट फिल्म 'मासा' का निर्देशन किया और कई भारतीय व अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में मान्यता और पुरस्कार प्राप्त किए।

निर्माता- अमर खामकर | गोल्डन लिली एंटरटेनमेंट

अमर खामकर ने फुलवा खामकर द्वारा निर्देशित लघु फिल्म 'मासा' को सफलतापूर्वक संपन्न किया है।

हेयरलूम | गुजराती, हिंदी | भारत

निर्देशक - उपमन्यु भट्टाचार्य

उपमन्यु भट्टाचार्य कोलकाता स्थित एक एनिमेशन निर्देशक और चित्रकार हैं। वह नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद के एनिमेशन फिल्म डिजाइन प्रोग्राम से स्नातक हैं। उन्होंने घोस्ट एनिमेशन, कोलकाता और बाद में ओटर स्टूडियोज़, कोलकाता की सह-स्थापना की। उन्होंने एनिमेटेड शॉर्ट फिल्म 'वेड' (2020) का सह-निर्देशन किया, जिसने एनेसी फेस्टिवल में सिटी ऑफ एनेसी अवार्ड जीता और उसे कई अन्य समारोहों में चुना गया। 'हेयरलूम' उनकी पहली एनिमेटेड फीचर फिल्म है।

निर्माता- शुभम् कर्ण | ऑड एंड ईवन पिक्चर्स

शुभम कर्ण ने यूए, लंदन (2016) में फिल्म और टेलीविजन की पढ़ाई की। उन्होंने 'मुक्काबाज़' और 'चार चप्पलें' में अनुराग कश्यप के सहायक निर्देशक के रूप में अपनी शुरुआत की। इसके बाद वह 'सेक्रेड गेम्स' सीजऩ 01 और सीज़न 02 में क्रमशः सहायक निर्देशक व स्क्रिप्ट सुपरवाइज़र रहे। वह एंडेमोल इंडिया की एक अनाम, अप्रदर्शित सीरीज़ में सेकेंड यूनिट डायरेक्टर हैं।

निर्माता - आर्या ए. मेनन | ऑड एंड ईवन पिक्चर्स

आर्या ए. मेनन मुंबई स्थित एक निर्माता हैं, जिन्हें हार्दिक मेहता की डॉक्यूमेंट्री 'फेमस इन अहमदाबाद' के लिए जाना जाता है, जिसने राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार 2015 में सर्वश्रेष्ठ गैर-फीचर फिल्म का पुरस्कार जीता था। वह भारत के पहले नेटफ्लिक्स शो 'सेक्रेड गेम्स' सीज़न 01 और 02, 'डीकपल्ड' सीज़न 01 में सीरीज प्रोड्यूसर रही हैं। वह 'एके वर्सेज़ एके' फ़िल्म में निर्देशक विक्रमादित्य मोटवाने की सहायक थीं और अभी अप्रदर्शित एक फ़िल्म की निर्माता हैं।

आई विल स्माइल इन सेप्टेंबर | हिंदी | भारत, सिंगापुर

निर्देशक - आकाश छाबड़ा

आकाश छाबड़ा ने सत्यजीत राय फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट से फिल्म निर्माण की पढ़ाई की और बुसान एशियन फिल्म स्कूल, लोकार्नो डॉक्यूमेंट्री स्कूल और यीहलावा एकेडमी में आगे का प्रशिक्षण प्राप्त किया। उनकी लघु फिल्में ओबरहाउज़ेन, टोरंटो, पोइटियर्स, तेहरान और धर्मशाला के फिल्म समारोहों में प्रदर्शित की गई हैं। उनकी पहली लघु फिल्म मिंटगुमरी को फिल्म क्रिटिक्स गिल्ड ऑफ इंडिया अवार्ड्स 2022 में नामांकन मिला, जबकि उनकी शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री 'ए विंटर्स एलेजी' को बीएफआई एक्स साइट एंड साउंड- 2022 के बेस्ट वीडियो एसेज़ में प्रदर्शित किया गया। वह वर्तमान में 'आई विल स्माइल इन सेप्टेंबर' पर काम कर रहे हैं, जिसे फ्रांस के नांत में 'प्रोद्वी ऑ सूद 2022 वर्कशॉप' के लिए चुना गया था, और उसने सिनेयूरोपा 'अ जर्नी टू यूरोप' स्क्रीनराइटिंग कॉम्पीटिशन 2021 जीता था। वह रीफ्रेम जेंडरलिटीज फिल्म फेलोशिप 2021-22 प्राप्त कर चुके हैं। अपनी शॉर्ट फ़िल्म- अ विंटर्स एलेजी और निघियां छावन के लिए उन्हें रफ एजेज़ अनकोड फ़ेलोशिप 2022-23 मिली।

निर्माता - संजय गुलाटी| क्रॉलिंग एंजेल फिल्म्स

संजय गुलाटी नई दिल्ली स्थित एक स्वतंत्र फिल्म निर्माता हैं। वह क्रॉलिंग एंजेल फिल्म्स के संस्थापक हैं। उनकी फिल्मों में लाजवंती (बर्लिनेल फोरम 2014), अश्वत्थामा (बिफ न्यू करंट्स 2017), वन्स अगेन (2018) - नेटफ्लिक्स द्वारा वितरित एक इंडो-जर्मन-ऑस्ट्रियाई सह-निर्माण, निमटोह (मामी 2019 - ग्रैंड जूरी प्राइज, आईएफएफआर ब्राइट फ्यूचर 2020), पर्ल ऑफ द डेजर्ट (आईडीएफए 2019), लैला और सत्त गीत (बर्लिनेल एनकाउंटर्स 2020) और गुरास (कार्लोवी वैरी 2023 - प्रॉक्सिमा स्पेशल जूरी प्राइज़) शामिल हैं। उनके इंडो-फ़्रेंच-नॉर्वेजियन प्रोजेक्ट, गर्ल्स विल बी गर्ल्स को 2022 में सीएनसी ऐड ऑ सिनेमा दू मोंद ग्रांट और सरफोंद फंड प्राप्त हुआ, जो अभी पोस्ट-प्रोडक्शन में है।

निर्माता- फ्रैन बोर्गिया| अकांगा फिल्म एशिया

फ्रैन बोर्गिया एक फिल्म निर्माता हैं जो सिंगापुर में स्थित एक स्वतंत्र प्रोडक्शन कंपनी अकांगा फिल्म एशिया चलाते हैं। उनकी फ़िल्मों में- हियर (कान डायरेक्टर्स फोर्टनाइट 2009), सैंडकासल (कान क्रिटिक्स वीक 2010), ए ललबाय टू द सॉरोफुल मिस्ट्री (बर्लिनेल 2016 - सिल्वर बियर), अ येलो बर्ड (कान क्रिटिक्स वीक 2016), ए लैंड इमेजिन्ड (लोकार्नो 2018 - पार्दो दो'रो), यूनी (टोरंटो 2021 - प्लेटफॉर्म प्राइज़), टुमॉरो इज़ ए लॉन्ग टाइम (बर्लिनेल जनरेशन 2023) और टाइगर स्ट्राइप्स (कान क्रिटिक्स वीक 2023 - ग्रैंड जूरी पुरस्कार) शामिल हैं।

इन लॉ | हिंदी | भारत          

निर्देशक - दार गई

दार गई एक इंडो-यूक्रेनी फिल्म निर्माता और जुगाड़ मोशन पिक्चर्स की सह-संस्थापक हैं। वे कई वायरल वीडियो, जो संस्कृति को आकार देने के लिए जाने जाते हैं, के साथ इंटरनेट पर नियमित रूप से धूम मचाती रहती हैं। दार ने प्रतीक कुहाड़ के 'कोल्ड/मेस' और 'कसूर', रित्विज के 'सेज' और 'लिग्गी' जैसे अन्य संगीत वीडियो का लेखन व निर्देशन किया है।

निर्माता - धीर मोमाया | जुगाड़ मोशन पिक्चर्स

धीर मोमाया एक ऑस्कर चयनित निर्माता और जुगाड़ मोशन पिक्चर्स के संस्थापक हैं। वे एक मीडिया स्टूडियो चलाते हैं, जो फीचर फिल्मों, टीवी श्रृंखला, विज्ञापनों और संगीत वीडियो के निर्माण में उत्कृष्ट है। उनके प्रशंसित कार्यों को टीआईएफएफ, ट्रिबेका और बीएफआई जैसे प्रतिष्ठित फिल्म समारोहों में प्रदर्शित किया गया है और 20 से अधिक देशों के सिनेमाघरों में रिलीज़ किया गया है। पैन नलिन द्वारा निर्देशित हालिया फिल्म 'लास्ट फिल्म शो' को ऑरेंज स्टूडियो (फ्रांस) के माध्यम से वैश्विक प्रस्तुति मिली और इस फिल्म का 25 क्षेत्रों में सैमुअल गोल्डविन फिल्म्स (यूएसए), शोचिकु (जापान) और अन्य द्वारा वितरण किया गया। भारत की 2023 ऑस्कर प्रविष्टि प्राप्त यह फिल्म 21 वर्षों में देश की पहली विदेशी भाषा ऑस्कर चयनित फिल्म है।

निर्माता- प्रणित साहनी | जुगाड़ मोशन पिक्चर्स

प्रणित साहनी वीआईटी, वेल्लोर के एक मैकेनिकल इंजीनियर हैं, जिन्होंने फिल्म निर्माण के अपने जुनून को करियर में बदल दिया। उन्होंने शुरुआत में बायजू के साथ सहयोग किया, 2015 से 2017 तक शैक्षिक वीडियो का पटकथा-लेखन, निर्देशन और संपादन किया तथा अब वे जुगाड़ मोशन पिक्चर्स में एक भागीदार और कार्यकारी निर्माता के रूप में कार्य करते हैं। उन्होंने वायरल म्यूजिक वीडियो "बॉम्बे ड्रीम्स" का निर्देशन किया, जिसे यूट्यूब पर 35 मिलियन से अधिक बार देखा गया है। उनका निर्देशन सोनी म्यूजिक इंडिया, अमित त्रिवेदी के स्वतंत्र लेबल और रित्विज़ के "खामोशी" जैसी परियोजनाओं के साथ आगे बढ़ा। प्रणित ने लोकप्रिय नेटफ्लिक्स मनी हीस्ट एंथम "जल्दी आओ" का सह-निर्देशन भी किया। वे इस साल के अंत में कार्यकारी निर्माता के रूप में नेटफ्लिक्स वेब सीरीज़ रिलीज़ करने के लिए तैयार हैं।

कालाकूट (विषाक्त अमृत) | कन्नड़ | भारत

निर्देशक- अभय सिम्हा

अभय सिम्हा पटकथा लेखन और निर्देशन में एफटीआईआई, पुणे से स्नातक हैं। उन्होंने 4 फीचर फिल्मों का लेखन और निर्देशन किया है। उनकी फिल्म गुब्बाचिगालु (2008) को सर्वश्रेष्ठ बच्चों की फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला और इसे आईएफएफआई के भारतीय पैनोरमा और कुछ अन्य अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों के लिए भी चुना गया। उनकी फिल्म शिकारी (2010) द्विभाषी फिल्म थी, जिसमें मलयालम अभिनेता ममूटी मुख्य भूमिका में थे। सक्कारे (2012) कन्नड़ अभिनेता, गणेश पदैयी के साथ रोमांटिक कॉमेडी ने राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता तथा मैकबेथ का तुलु रूपांतरण, 2017 ने तीसरी सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए राज्य पुरस्कार जीता। उनकी फिल्मों को आईएफएफआई के भारतीय पैनोरमा के लिए चुना गया और कुछ अन्य अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोहों में प्रदर्शित किया गया।

निर्माता - वचन शेट्टी

वचन शेट्टी पेशे से एक फिल्म निर्माता हैं। उन्होंने 2009 में इनोस्टॉर्म एंटरटेनमेंट ग्रुप की शुरुआत की। उन्होंने निर्माता, सह-निर्माता और लाइन निर्माता के रूप में विभिन्न क्षमताओं के तहत 15 से अधिक फिल्मों का निर्माण किया है। सम्मोहक प्रारूप में महत्वपूर्ण कहानियों कहने के उनके जुनून ने उन्हें देश भर के कुछ महत्वपूर्ण कलाकारों से जोड़ा है। उन्होंने कन्नड़, तुलु, तमिल और मलयालम फिल्म उद्योगों में काम किया है।

खेकशियाल (जैकल) | बंगाली | बांग्लादेश

निर्देशक- गोलम मुंतकीम फहीम

मुंतकिम की पहली लघु फिल्म, "टोटल बांग्लादेश 5 टन" 2019 में रिलीज़ हुई थी। इसके बाद उन्होंने बांग्लादेशी संकलन श्रृंखला के लिए समीक्षकों और व्यावसायिक रूप से प्रशंसित दो लघु फिल्में "कौवा" और "शालब्रिक्खा" बनाईं। मुंतकिम की एक और लघु फिल्म, जिसका शीर्षक "एकजोन तेलपोका" है, 2021 में बांग्लादेश की सबसे लोकप्रिय स्ट्रीमिंग सेवा चोरकी पर रिलीज़ हुई थी। उनकी सबसे हालिया स्वतंत्र लघु फिल्म, "हीलियम मंकी बैलून" को 21वें ढाका अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की लघु और स्वतंत्र श्रेणी के लिए चुना गया था। मुंतकीम फिलहाल अपनी पहली फीचर फिल्म "खेकशियाल" पर काम कर रहे हैं।

निर्माता- रेज़वान शहरयार सुमित| मायपिक्सेलस्टोरी

रेज़वान ने सनडांस की पूर्व छात्रा बारबरा सिगारोआ की लघु 'डिओस नुन्का मुएरे' का निर्माण किया, जो विशेष रूप से एनवाईएफएफ, एएफआई फेस्ट और पाम स्प्रिंग्स में प्रदर्शित हुई। सुमित की पहली फीचर 'द साल्ट इन अवर वाटर्स' ने बीएफआई लंदन और बुसान जैसे प्रमुख त्योहारों में बांग्लादेश का प्रतिनिधित्व किया। इसे गोटेबोर्ग में इंगमार बर्गमैन पुरस्कार, तथा साओ पाउलो और सिएटल दोनों में नए निर्देशक पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था। इसने कोलकाता में एनईटीपीएसी पुरस्कार जीता। हाल ही में, फिल्म ने 7 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीते, जिसमें बांग्लादेश में 'सर्वश्रेष्ठ फिल्म' का पुरस्कार भी शामिल है। उनका अगला फीचर प्रोजेक्ट 'ए न्यू प्रोफेट' एक साइंस फिक्शन फिल्म है और इसे अल्फ्रेड पी. स्लोअन फाउंडेशन (एक लाख डॉलर का अनुदान), आईईएफटीए, फिल्म बाज़ार और टोरिनो फिल्म लैब द्वारा सहयोग दिया गया है। फिल्म इंडिपेंडेंट के ग्लोबल मीडिया मेकर्स प्रोग्राम में पटकथा का विकास कार्य चल रहा है।

कोहिनूर | हिंदी | जर्मनी, लक्ज़मबर्ग, फ़्रांस

निदेशक - उदिता भार्गव

उदिता भार्गव जर्मनी व भारत में रहती और काम करती हैं। जर्मन-भारतीय सह-निर्माण में बनी उनकी पहली फिल्म डस्ट, का प्रीमियर बर्लिनले पर्सपेक्टिव डॉयचेस किनो में हुआ था। उनके लघु फिल्मों को दुनिया भर के फिल्म समारोहों में प्रदर्शित और पुरस्कृत किया गया है, जिसमें इमरान केयर ऑफ़ कैरम क्लब को ओबरहाउज़ेन फिल्म फेस्टिवल में मिला तीसरा पुरस्कार भी शामिल है। उन्होंने डैनी बॉयल की स्लमडॉग मिलियनेयर, लार्स वॉन ट्रायर की एंटी क्राइस्ट और मीरा नायर की द माइग्रेशन सहित कई अंतरराष्ट्रीय फिल्म प्रोडक्शन में काम किया है।

निर्माता- मार्टिन लेहवाल्ड | शिवागो फिल्म

मारिन को विशेष रूप से युवा निर्देशकों का समर्थन करने में रुचि है और वे लगातार दिलचस्प और महत्वाकांक्षी कहानियों की खोज में रहतीं हैं। जर्मनी और विदेशों में विभिन्न साझेदारों के सहयोग से, शिवागो फिल्म अक्सर कठिन प्रतीत होने वाली परियोजनाओं के लिए वित्तपोषण की व्यवस्था करने में कामयाब रही है। शिवागो फिल्म की उल्लेखनीय फीचर फिल्मों में 2012 में जर्मन फिल्म पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ फिल्म, सर्वश्रेष्ठ स्क्रिप्ट और सर्वश्रेष्ठ निर्देशक श्रेणियों में सिक्स लोलास जीतने वाले जान-ओले गेर्स्टर की ओह बॉय (ए कॉफी इन बर्लिन) और लारा (2019) शामिल हैं। इसके साथ-साथ वोल्फगैंग फिशर के स्टाइक्स ने 2018 बर्लिनले में द इकोमेनिकल जूरी सहित तीन पुरस्कार जीते।  

लॉस्ट एंड फाउंड | हिंदी | भारत

निर्देशक- गीतांजलि राव

गीतांजलि राव बॉम्बे रोज़ की लेखिका और निर्देशक हैं। यह उनकी एक एनिमेटेड फीचर फिल्म है, जिसने वेनिस क्रिटिक्स वीक 2019 से अपनी शुरुआत की थी। इसके बाद फिल्म ने टोरंटो, बुसान, मकाओ, माराकेच और शिकागो में 53वें सिल्वर ह्यूगो सहित 50 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय समारोहों में 7 पुरस्कार जीते हैं। यह फिल्म अब नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध है। गीतांजलि की एनिमेटेड लघु फिल्म 'प्रिंटेड रेनबो' का प्रीमियर हुआ और इसने साल 2006 में कान क्रिटिक्स वीक में तीन पुरस्कार जीतने के साथ-साथ 25 अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार जीते तथा इसे ऑस्कर 2008 के लिए चुना गया। 74वें लोकार्नो फिल्म फेस्टिवल 2021 में गीतांजलि राव की नवीनतम लघु एनिमेशन फिल्म "टुमॉरो माई लव" का विश्व प्रीमियर हुआ। उन्हें अपनी कला के लिए हाल ही में 75वें लोकार्नो फिल्म फेस्टिवल 2022 में पार्डो डी' ऑर- लोकार्नो किड्स पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

निर्माता- रंजन सिंह | गुड बैड फिल्म्स

रंजन सिंह गुड बैड फिल्म्स के वर्तमान मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। वे फिल्म जगत में 20 वर्षों तक फिल्मों के एक स्वतंत्र निर्माता, विपणनकर्ता और वितरक रहे हैं। रंजन सिंह फैंटम फिल्म्स में एसोसिएट और सह-निर्माता भी रह चुके हैं। उन्होंने मुक्काबाज़, क्वीन, लुटेरा, हंसी तो फंसी, मसान, उड़ता पंजाब, अग्ली, बॉम्बे वेलवेट आदि फिल्मों के लिए काम किया है। रंजन सिंह ने पिछले कुछ वर्षों में ईब अलाय ऊ! और चिंटू का बर्थडे जैसी बहुप्रशंसित फिल्मों का डिस्ट्रीब्यूशन किया है। उन्होंने सनी साइड अपर, ब्लाउज, जान जिगर आदि विभिन्न लघु फिल्मों का निर्माण भी किया है। वे पीवीआर पिक्चर्स के पूर्व विपणन प्रमुख भी थे और उस दौरान उन्होंने तारे ज़मीन पर, जाने तू या जाने ना जैसी कई फिल्में बनाई थीं।

मोग असुंदी (लेट देयर बी लव) | हिंदी।

निर्देशक- भास्कर हजारिका

भास्कर हजारिका भारत में असम से संबंधित हैं और उनके पास फिल्म, टेलीविजन तथा इंटरनेट जगत में काम करने का 18 वर्षों से अधिक समय का अनुभव है। वे मेटानॉर्मल के संस्थापक भी हैं, जो एक स्वतंत्र फिल्म स्टूडियो है। यह भारत में पूर्वोत्तर से नई-नई फिल्म सामग्री विकसित करता है और साथ ही सरकार तथा अन्य विकास क्षेत्रों में ग्राहकों के लिए शुरू से आखिरी तक के ऑडियोविजुअल असाइनमेंट भी पूरे करता है। भास्कर हजारिका को "आमिस (2019), कोथानोडी (2015) और इमुथि पुथी (2022)" जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है।

निर्माता- अश्विनी सिदवानी | एसएमआर एंटरटेनमेंट

अश्विनी सिदवानी द्वारा निर्मित "पिंपल" फिल्म ने पुणे अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में सर्वश्रेष्ठ फिल्म सहित 6 पुरस्कार जीते हैं और यह कहानी एक बूढ़े व्यक्ति की अपनी जड़ों की तलाश के बारे में है। अश्विनी "वेलकम होम" में सह-निर्माता भी हैं, जो एक महिला की अपने घर की खोज के बारे में बनी हुई मराठी फिल्म है। उनकी पहली फिल्म "द साइलेंस" ने 15 से अधिक पुरस्कार जीते थे। साल 2017 के दौरान भारत में रिलीज होने वाली शीर्ष 10 फिल्मों में से एक रही "द साइलेंस" नेटफ्लिक्स पर अब हिंदी और मराठी में उपलब्ध है। एसएमआर प्रोडक्शंस में पार्टनर अश्विनी सिदवानी, नागराज मंजुले की फिल्म झुंड के कार्यकारी निर्माता रहे हैं, जो 2020 की शुरुआत में रिलीज हुई थी।

मौना थारंगम (अ साइलेंट वेव)। तेलुगु, अंग्रेजी। यूएसए, भारत

निर्देशक- सचिन धीरज मुदिगोंडा

सचिन के काम को हॉट डॉक्स, रेनडांस, एनर्जाकैमरइमेज और क्राको जैसे प्रतिष्ठित फिल्म समारोहों में प्रदर्शित किया गया है। उनकी प्री-थीसिस फिल्म, 'टेस्टिमोनी ऑफ एना' ने भारत सरकार द्वारा जारी सर्वश्रेष्ठ गैर-फीचर फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार (स्वर्ण कमल/गोल्डन लोट्स) जीता और सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट कैटेगरी में 95वें अकादमी पुरस्कार के लिए क्वालीफाई किया। सचिन ने अपने एमएफए थीसिस प्रोजेक्ट, मेन इन ब्लू को कार्यान्वित करने के लिए प्रतिस्पर्धी पैनविजन न्यू फिल्ममेकर प्रोग्राम इक्विपमेंट ग्रांट और यूटी ग्रेजुएट कंटीन्यूइंग फेलोशिप (एक उत्कृष्ट स्नातक छात्र को फाइनल ईयर में सहायता देने के लिए दिया जाने वाला पुरस्कार) जीता, जिसे 2023 यूगो बाफ्टा स्टूडेंट अवार्ड के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था।

निर्माता- प्रवीणा परुचुरी| परुचुरी विजया प्रवीणा आर्ट्स

प्रवीणा पारुचुरी एक पुरस्कार विजेता निर्माता हैं जिनका मनोरंजक और सम्मोहक अंतर-सांस्कृतिक परियोजनाएं बनाने पर जोर हैं। उनकी दो फ़िल्में, "कंचारपालेम (2018) और उमा महेश्वर उग्र रूपस्या (2020)" दोनों दक्षिण भारत में व्यावसायिक रूप से सफल और समीक्षकों द्वारा प्रशंसित थीं। भारत और अमेरिका में सफल प्रदर्शन के बाद अब वे नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीमिंग कर रहे हैं।

निर्माता- जननी विजयनाथन | किनोस्ट्रीट

एक निर्माता के रूप में उनका काम हॉट डॉक्स, रेनडांस, एनर्जाकैमरइमेज और क्राको सहित दुनिया भर के प्रतिष्ठित फिल्म समारोहों में दिखाया गया है। एक निर्माता के रूप में उनकी पहली फिल्म, टेस्टिमनी ऑफ एना, ने भारत सरकार द्वारा जारी सर्वश्रेष्ठ गैर-फीचर फिल्म के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता और केरल के ऑस्कर-क्वालीफाइंग 13वें अंतर्राष्ट्रीय वृत्तचित्र और लघु फिल्म महोत्सव में सर्वश्रेष्ठ लघु वृत्तचित्र का पुरस्कार जीता।

रैबिट होल | सिंहली, तमिल | श्रीलंका

निर्देशक- इलांगो रामनाथन

इलांगो कोलंबो अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव और एजेंडा 14 लघु फिल्म महोत्सव में जूरी पैनलिस्ट थे। उन्होंने 350 से अधिक श्रीलंकाई और अंतर्राष्ट्रीय टीवी विज्ञापनों का निर्देशन किया है। लघु फिल्म, ‘साइलेंट टीयर्स’ ने 19 पुरस्कारों के साथ 28 अंतर्राष्ट्रीय समारोहों में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी है और लोकार्नो ओपन डोर्स में प्रदर्शित की गई थी। क्लीनिक काठमांडू- डॉक स्कूल में उनकी परियोजनाएं “सेंट ऑफ ए डेड बॉडी” और “बेंड इन द कॉफिन" (बदला हुआ नाम टेंटिगो) थीं। उनकी पहली फीचर ‘टेंटिगो’ को आधिकारिक तौर पर टालिन ब्लैक नाइट्स फिल्म फेस्टिवल में चुना गया था। वह एक प्रसिद्ध प्रोडक्शन कंपनी के साथ भारत में टेंटिगो का रीमेक बनायेंगे।

निर्माता- हिरण्य परेरा | साइलेंट फ्रेम्स प्रोडक्शंस (प्राइवेट) लिमिटेड

सबसे कम उम्र की महिला निर्देशक/निर्माता होने के साथ-साथ हिरण्य ने टीवी विज्ञापनों का निर्देशन करके फिल्म निर्माण के प्रति अपना जुनून और प्यार दिखाया है। ‘साइलेंट टीयर्स’ नाम की एक लघु फिल्म ने 19 पुरस्कारों के साथ 27 अंतर्राष्ट्रीय समारोहों में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी है। यह फिल्म लोकार्नो ओपन डोर्स में भी प्रदर्शित की गई थी। वह फिल्म बाजार 2019 में प्रोड्यूसर्स वर्कशॉप का हिस्सा थीं। वह बुसान फिल्म स्कूल- इंटरनेशनल फिल्म बिजनेस एकेडमी में फेलो हैं। उनकी पहली फीचर, ‘टेंटिगो’ को आधिकारिक तौर पर टालिन ब्लैक नाइट्स फिल्म फेस्टिवल में चुना गया था। उन्होंने टॉप50 ग्लोबल प्रोफेशनल एंड करियर वूमेन अवार्ड्स 2023 में पुरस्कार हासिल की थी।

राजू | हिब्रू | इजराइल

निर्देशक - ड्रोर साबो

ड्रोर साबो एक इजराइली निर्देशक और लेखक हैं। उन्होंने जेरूसलम सैम स्पीगल फिल्म स्कूल से सम्मान के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उनकी फिल्म “हेमदत एवोट” ने केआईएसएफएफ में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जीता और मोमा में प्रदर्शित की गई। उनकी फीचर, “डेड एंड” (2006) ने जेएफएफ में सर्वश्रेष्ठ फीचर का पुरस्कार जीता था और इसे आईएफएफआई (2007) में प्रदर्शित किया गया था। उनकी मिनी सीरीज नेवेलॉट (2011) ने इजराइली टेलीविजन अकादमी अवार्ड्स में सर्वश्रेष्ठ ड्रामा सीरीज का पुरस्कार जीता। उनकी फीचर ‘ईगल्स’ (2012) को टीआईएफएफ में प्रदर्शित किया गया था। यह ओआईएफएफ में गोल्डन ड्यूक अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में नामांकित थी और फेस्ट में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जीता। यू.एस. टॉपिक ने उनकी ड्रामा सीरीज ‘द वर्डमेकर’ (2015) के उत्तरी अमेरिकी अधिकार हासिल किया। ड्रोर इजराइली चैनल 10 डॉक्यूमेंट्री डिपार्टमेंट के प्रमुख (2005-2006) रहे और उन्हें वृत्तचित्र के क्षेत्र में उनके प्रशंसित कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। ड्रोर को टीवी सीरीज ‘जोसेफस प्रॉब्लम’ (2019) लिखने के लिए द फिल्म मीडिया कोलैबोरेटिव ओपनवर्क स्टूडियो से छात्रवृत्ति हासिल हुई थी।

निर्माता - ली यार्डेनी | एमवाई टीवी प्रोडक्शंस

ली यार्डेनी और एमवाई टीवी प्रोडक्शन कंपनी के सीईओ अविराम बुक्रिस 20 वर्षों से अधिक समय से टेलीविजन और फिल्म उद्योग में काम कर रहे हैं। एमवाई टीवी इजराइल स्थित एक कंटेंट डेवलपमेंट एवं प्रोडक्शन हाउस है जिसका स्थानीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सफलता हासिल करने का इतिहास है। कंपनी का मुख्य ध्यान स्क्रिप्टेड टीवी सीरीज, डॉक्यूमेंट्री फिल्में और फ़ीचर फिल्मों पर है। उनके कार्यों में शामिल हैं- इजराइल अकादमी पुरस्कार विजेता दो सीजन वाली टीवी सीरीज “रेड बैंड” (2008-2011), इज़राइल अकादमी पुरस्कार विजेता ड्रामा सीरीज “नेवेलॉट” (2011), फेस्ट में सर्वश्रेष्ठ फिल्म रही “द फीचर ईगल्स” (2012)। ड्रामा सीरीज ‘द वर्डमेकर’ को यू.एस. टॉपिक स्ट्रीमिंग सेवा में स्ट्रीमिंग के लिए अधिग्रहित किया गया है। "एल्बम 61" (2013), जेरूसलम फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ वृत्तचित्र पुरस्कार की विजेता रही और हांडा हांडा (2013) को डॉक अवीव फेस्टिवल में प्रतिष्ठित उल्लेख हासिल हुआ। सर्वश्रेष्ठ डोको-रियलिटी-टॉम यार ओसा बगरूट (2018 +2019) के लिए अकादमी पुरस्कार और सर्वश्रेष्ठ मनोरंजन शो मा निसगर (2018) के लिए अकादमी पुरस्कार मिला।

रायाज वेडिंग | बंगाली | बांग्लादेश

निर्देशक एवं निर्माता- मकसूद हुसैन | फ्यूजन पिक्चर्स

मकसूद हुसैन एक लेखक-निर्देशक और निर्माता हैं। हुसैन ने 15 से अधिक लघु फिल्मों का निर्देशन किया है। उनकी लघु फिल्मों में से एक, ‘थ्री ब्यूटीज़’ को 2006 में छात्र अकादमी पुरस्कार मिला था। इसके अलावा, मकसूद हुसैन एक टेलीविजन फिल्म बहत्तोर घोंटा (72 घंटे) के लेखक और निर्देशक थे। इसके अतिरिक्त, उन्होंने पिछले दस वर्षों में 200 से अधिक टेलीविजन विज्ञापनों का निर्देशन किया है। उनकी पहली फीचर फिल्म, सबा (जिसे पहले सफा के नाम से जाना जाता था) की पटकथा को आधिकारिक तौर पर ग्लोबल मीडिया मेकर्स लॉस एंजिल्स रेजीडेंसी 2023, एशियन प्रोजेक्ट मार्केट 2022, प्रोडुइरे औ सूद 2022, कान फिल्म फेस्टिवल के को-प्रोडक्शन डे 2022 और एनएफडीसी फिल्म बाजार, भारत के को-प्रोडक्शन मार्केट 2021 में भाग लेने के लिए चुना गया है। सबा वर्तमान में पोस्ट-प्रोडक्शन चरण में है।

निर्माता- बरकत हुसैन | फ्यूजन पिक्चर्स

उन्होंने जर्मनी के बर्लिनेल टैलेंट्स (2019), दक्षिण कोरिया की एशियन फिल्म एकेडमी (2015) और जापान के क्योटो फिल्ममेकर्स लैब (2016) से फेलोशिप पूरी की है। उनकी फीचर फिल्म जलाल स्टोरी (2015) को 88वें अकादमी पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फिल्म के लिए बांग्लादेशी प्रविष्टि के रूप में चुना गया था। इस फिल्म को दक्षिण कोरिया के बुसान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (2014) की नई वर्तमान श्रेणी में नामांकित किया गया था। उनकी फीचर फिल्म ‘सबा’ (जिसे पहले सफा के नाम से जाना जाता था) को आधिकारिक तौर पर ग्लोबल मीडिया मेकर्स लॉस एंजिल्स रेजीडेंसी 2023, एशियन प्रोजेक्ट मार्केट 2022, प्रोडुइरे औ सूद 2022, कान फिल्म फेस्टिवल के को-प्रोडक्शन डे 2022 और एनएफडीसी फिल्म बाजार, भारत के को-प्रोडक्शन बाजार 2021 में भाग लेने के लिए चुना गया है। 

निर्माता- त्रिलोरा हुसैन | फ्यूजन पिक्चर्स

एक निर्माता के रूप में उन्हें टेलीविजन फिल्म ‘72 आवर्स’ और स्टूडेंट अकादमी पुरस्कार विजेता लघु फिल्म ‘थ्री ब्यूटीज़’ के निर्माण का श्रेय जाता है। निर्माता और सह-लेखक के रूप में उनकी पहली फीचर फिल्म, सफा (बदला हुआ नाम सबा) की पटकथा को आधिकारिक तौर पर ग्लोबल मीडिया मेकर्स लॉस एंजिल्स रेजीडेंसी 2023, एशियन प्रोजेक्ट मार्केट 2022, प्रोडुइरे औ सूद 2022, के को-प्रोडक्शन डे 2022 और एनएफडीसी फिल्म बाजार, भारत के को-प्रोडक्शन मार्केट 2021 में भाग लेने के लिए चुना गया है।

द डिस्टेंट नियर | अंग्रेजी, जर्मन, हिंदी | जर्मनी, भारत, फ़्रांस, पोलैंड और यूनाइटेड किंगडम

निदेशक- राफेल कपेलिंस्की

उनकी फीचर ‘बटरफ्लाई किसेज’ ने बर्लिन में अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (2017) में क्रिस्टल बियर जीता और निर्देशन के लिए ब्रिटिश इंडिपेंडेंट फिल्म अवॉर्ड के लिए सूचीबद्ध किया गया था। उन्होंने हाल ही में ‘बुडापेस्ट डायरीज़’ (पोलिश फिल्म इंस्टीट्यूट/हंगेरियन फिल्म फंड, कैनाल+, डोमिनो फिल्म्स/फिल्मफैब्रिक) का पोस्ट-प्रोडक्शन पूरा किया है। वह लंदन स्थित लंदन फिल्म स्कूल, लॉस एंजिल्स स्थित द अमेरिकन फिल्म इंस्टीट्यूट और केटोवाइस में क्रिज़्सटॉफ किस्लोव्स्की फिल्म स्कूल में निर्देशन विषय के व्याख्याता के रूप में काम करते हैं।

निर्मात- कथरीना सुकले | बॉम्बे बर्लिन फिल्म प्रोडक्शन

कथरीना सुकले 30 से अधिक वर्षों से फिल्म व्यवसाय का हिस्सा रही हैं। निर्माण (प्रोडक्शन) के क्षेत्र में उनके अनुभव का संसार कनाडा से लेकर यूरोप, अफ्रीका और एशिया तक विस्तृत है। एक रचनात्मक निर्माता के रूप में, वह यूरोप, अमेरिका और भारत के स्थानीय व अंतर्राष्ट्रीय बाजारों के लिए फिल्मों और सीरीजों में सह-निर्माण के कार्य में संलग्न रहीं हैं। सुकले फिल्म प्रोडक्शंस ने ‘लोएव’(एसएक्सएसडब्ल्यू/बीएफआई/टालीन ब्लैक नाइट्स फिल्म फेस्टिवल आदि) जैसी उल्लेखनीय फिल्मों का निर्माण किया है, जो पांच वर्षों तक नेटफ्लिक्स पर दुनिया भर में उपलब्ध थी। जर्मन-फ़्रेंच-ताइवानी-म्यांमार के सह-निर्माण में बनी ‘द रोड टू मांडले’ (वेनिस, टीआईएफएफ, बुसान आदि) दुनिया भर के सिनेमाघरों में रिलीज हुई।

द प्रीस्ट एंड द प्रोस्टीच्यूट | अंग्रेजी, मलयालम, हिंदी | भारत

निर्देशक और निर्माता - अरुणराजे पाटिल | गाहीमीडिया

अरुणराजे पाटिल समीक्षकों द्वारा प्रशंसित पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता हैं। अरुणराजे एक लेखक, संपादक, निर्देशक और निर्माता हैं। फिल्म उद्योग में पहली महिला तकनीशियन के रूप में स्वर्ण पदक और प्रथम महिला सरकारी पुरस्कार विजेता रहीं, अरुणराजे भारतीय फिल्म संस्थान की पूर्व छात्रा हैं। उन्होंने विज्ञापन फिल्में, वृत्तचित्र, टेलीविजन धारावाहिक बनाए हैं और शक, गहरायी, सितम (जोड़ी के रूप में) और रिहाई (विनोद खन्ना, हेमा मालिनी, नसीरुद्दीन शाह), पतिता पावना और पतिता पावनी, भैरवी (अश्विनी भावे, श्रीधर), कह दो ना (सिमोन सिंह, परवीन डबास), तुम (मनीषा कोइराला, रजत कपूर) और प्रियंका चोपड़ा द्वारा निर्मित एवं नेटफ्लिक्स पर दिखाई गई फायरब्रांड (उषा जाधव, गिरीश कुलकर्णी) जैसी फीचर बनायीं हैं। उन्होंने वंश वृक्ष, गिद्ध और मासूम जैसी फिल्मों का संपादन किया है। उन्होंने अपनी वृत्तचित्र ‘मल्लिका साराभाई’, ‘ए न्यू पैराडाइम’ और ‘बिहाइंड द ग्लास वॉल’ के लिए छह राष्ट्रीय पुरस्कार और महाराष्ट्र एवं कर्नाटक राज्य के कई पुरस्कार जीते हैं। उन्होंने राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार सहित कई जूरी का हिस्सा रहीं हैं।

फिल्म बाजार के बारे में

वर्ष 2007 में अपनी स्थापना के बाद से, फिल्म बाजार दक्षिण एशियाई फिल्मों और फिल्म निर्माण, उत्पादन एवं वितरण के क्षेत्र से जुड़ी प्रतिभाओं की खोज, सहायता देने और उन्हें सामने लाने पर ध्यान केन्द्रित करता रहा है। यह बाजार दक्षिण एशियाई क्षेत्र में विश्व सिनेमा की बिक्री की सुविधा भी प्रदान करता है। इस बाजार का लक्ष्य इस इलाके में विश्व सिनेमा की बिक्री को सुविधाजनक बनाना है। फिल्म बाजार संभावित रचनात्मक एवं वित्तीय सहयोग के लिए दक्षिण एशियाई व अंतरराष्ट्रीय फिल्म निर्देशकों एवं फिल्म निर्माताओं, बिक्री एजेंटों और त्योहार प्रोग्रामरों के एकत्रित होने का एक मंच है। पांच दिनों के दौरान, फिल्म बाजार दक्षिण एशियाई कंटेंट और फिल्म निर्माण, उत्पादन एवं वितरण से जुडी प्रतिभाओं की खोज, सहायता देने तथा उन्हें सामने लाने पर ध्यान केन्द्रित कर रहा है।

एनएफडीसी के बारे में

वर्ष 1975 में स्थापित, राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम लिमिटेड (एनएफडीसी) का गठन भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा किया गया था, जिसका प्राथमिक उद्देश्य भारतीय सिनेमा को बढ़ावा देना और उन्हें दुनिया भर में प्रदर्शित करना था। कुल 21 क्षेत्रीय भाषाओं में 300 से अधिक फिल्मों को वित्तीय सहायता प्रदान करके, एनएफडीसी ने देश भर में स्वतंत्र फिल्मों के विकास, वित्तपोषण और वितरण में सहयोग देने से संबंधित एक इकोसिस्टम की सुविधा प्रदान करने में मदद की है। इन फिल्मों ने कई अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं। फिल्म बाजार, जो एनएफडीसी की को-प्रोडक्शन पर आधारित पहल है, इस पूरी प्रक्रिया का एक अभिन्न हिस्सा रहा है।

 

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एमजी/एमएस/एआर/आरके/जीबी/जेके/एनके/आर/एसके


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