आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय
दिल्ली की मलबा परियोजना : असुरक्षित पर्यावरण को समाप्त करना, स्वच्छ भविष्य का निर्माण
Posted On:
27 SEP 2023 5:25PM by PIB Delhi
किसी को अक्सर यह आश्चर्य होता है कि नए निर्माणों, पुनर्निर्माण या अवैध निर्माणों के विध्वंस से उत्पन्न मलबा आखिर कहां जाता है। आम तौर पर यह माना जाता है कि मलबा कूड़े में डाल दिया जाएगा या किसी निर्माणाधीन घर/प्लॉट में भरने के काम आएगा। दरअसल, देशभर के शहरों से हर दिन करीब 30 हजार टन मलबा निकलता है। आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (एमओएचयूए) द्वारा 'कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन (सीएंडडी) कचरे का सुरक्षित निपटान सुनिश्चित करने के लिए स्वच्छ भारत मिशन-शहरी के तहत ठोस कदम उठाए गए हैं। इसके तहत 400 'कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन (सीएंडडी) वेस्ट प्लांट' पर हर दिन 15 हजार टन मलबे का निपटान किया जा रहा है। इसने नागरिक समूहों और अन्य संगठनों को सी एंड डी कचरे के पर्यावरण-अनुकूल निपटान को सुनिश्चित करने के लिए अपना योगदान देने के लिए प्रेरित किया है।इसमें मलबा प्रोजेक्ट का अहम योगदान है।
मलबा प्रोजेक्ट दिल्ली स्थित एक स्टार्टअप है जो भारत में निर्माण क्षेत्र में एक सर्कुलर इकोनॉमी की सुविधा प्रदान करता है। वे मुख्य रूप से छोटे अपशिष्ट उत्पादकों के लिए सी एंड डी अपशिष्ट संग्रहण सुविधाओं को आसानी से सुलभ बनाकर सी एंड डी कचरे के अवैध डंपिंग की रोकथाम पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए स्वच्छता पखवाड़ा-स्वच्छता ही सेवा 2023 अभियान के दौरान, दिल्ली में नगर निगम ने करोल बाग के मोती बाग में मलबा प्रोजेक्ट की मदद से मलबा हटाने का अभियान चलाया। इस बीच, पीएम मोदी ने नागरिकों से अपील की है कि वे 1 अक्टूबर 2023 को सुबह 10 बजे एक तारीख, एक घंटा, एक साथ नामक मेगा स्वच्छता अभियान में शामिल हों, ताकि अधिक भीड़ वाले सार्वजनिक स्थानों को साफ किया जा सके और गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सके।
मलबा प्रोजेक्ट की तकनीक-सक्षम प्रणाली में एक मलबा मानचित्र शामिल है जो शहर में सी एंड डी अपशिष्ट की जगहों और बुनियादी ढांचे को ट्रैक करता है जो उत्पन्न होने वाले ऐसे कचरे की मात्रा पर नजर रखने और संग्रह बिंदु प्रबंधन प्रणाली नगर निगमों को पड़ोस स्तर पर अपशिष्ट संग्रह को सुव्यवस्थित करने में मदद करती है। यह माइमलबा ऐप बनाने के अलावा अपशिष्ट डेटा को डिजिटल बनाता है, जो निवासियों के लिए अपनी साइटों से आसानी से सी एंड डी अपशिष्ट ले जाने का अनुरोध करने के लिए एक कैब एग्रीगेटर जैसा ऐप है। मलबा प्रोजेक्ट के केंद्र में सभी अपशिष्ट उत्पादकों के लिए एक किफायती, सुविधाजनक अपशिष्ट पिकअप सेवा प्रदान करने, रीसाइक्लिंग संयंत्रों के लिए अपशिष्ट आपूर्ति को सुव्यवस्थित करने के लिए अनौपचारिक अपशिष्ट ढोने वालों, शहरी स्थानीय निकायों और रीसाइक्लिंग संयंत्रों के बीच फायदे की साझेदारी बना रही है।
इस अभियान के प्रभाव के रूप में, मलबा प्रोजेक्ट टीम ने आईईसी गतिविधियां आयोजित की हैं और औसत नागरिक (अक्सर अपशिष्ट जनरेटर) को अपने सी एंड डी कचरे और अवैध रूप से डंप किए गए सी एंड डी कचरे को आसान, पर्यावरण-अनुकूल और लागत प्रभावी तरीके से प्रबंधित करने के लिए सशक्त बनाया है। इसके अलावा, उन नागरिकों के साथ एक मलबा स्पॉटिंग वॉक का आयोजन किया जाता है जो स्वेच्छा से अवैध रूप से फेंके गए मलबा का पता लगाते हैं और उसे साफ करते हैं। यह सी एंड डी कचरे के प्रभावी तरीके से प्रबंधन का सबसे अच्छा उदाहरण है, जो एक चक्रीय अर्थव्यवस्था बनाने के लिए वेस्ट टू वेल्थ के सिद्धांत पर काम करता है।
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एमजी/एमएस/आरपी/एके/एनजे
(Release ID: 1961398)
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